शेयर बाजार में निवेश से अनजान?

स्टॉक: विश्व शेयर बाजार
वर्ल्ड स्टॉक ऐप: यह वर्ल्ड स्टॉक एक्सचेंज मार्केट्स से स्टॉक की जानकारी प्रदान करता है। आप दुनिया के सभी प्रमुख अमेरिका, यूरोप और एशियाई-प्रशांत स्टॉक मार्केट से सभी स्टॉक, ईटीएफ, फंड को ट्रैक कर सकते हैं। डॉव जोन्स, नैस्डैक, सीएसी, डीएएक्स, निक्केई, हैंग सेंग और कई अन्य सहित सभी प्रमुख वैश्विक बाजार सूचकांक समर्थित हैं।
अपने स्टॉक को कभी भी और कहीं भी प्रबंधित और ट्रैक करना आसान है। यह आशा की जाती है कि यह ऐप उन शेयरों शेयर बाजार में निवेश से अनजान? का अनुसरण करने में मदद कर सकता है जिनकी आप सबसे अधिक परवाह करते हैं और संबंधित स्टॉक जानकारी, वित्त समाचार और स्टॉक चार्ट प्राप्त करते हैं।
मुख्य विशेषताएं:
- विश्व स्टॉक उद्धरण, चार्ट और व्यावसायिक समाचार।
- अपने पोर्टफोलियो के लिए लाभ पर नज़र रखना।
- वैश्विक स्टॉक इंडेक्स का समर्थन करें।
- स्टॉक चार्ट तकनीकी विश्लेषण के लिए वेबसाइट से जुड़े हुए हैं।
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- उपयोगकर्ता को स्टॉक जानकारी ब्राउज़ करने के लिए वित्त वेबसाइटें प्रदान की जाती हैं।
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- एक बड़ा और स्पष्ट पाठ।
- प्रमुख विनिमय दर (मुद्रा) प्रदान की जाती है।
- वित्तीय ब्लॉगों को जोड़ा जा सकता है।
वित्तीय वेबसाइट हाइपरलिंक्स:
1. गूगल वित्त।
2. स्टॉक्स - ब्लूमबर्ग।
3. वैश्विक बाजार समाचार- रॉयटर्स।
4. मनीकंट्रोल।
5. आर्थिक समय।
6. विश्व स्टॉक - एक्सचेंज।
7. याहू फाइनेंस।
वित्तीय ब्लॉग हाइपरलिंक्स:
1. एक पंक्ति में वित्तीय बतख।
2. सुधारित ब्रोकर।
3. सामान्य ज्ञान का धन।
4. वित्तीय समुराई।
5. वॉल स्ट्रीट को पार करना।
6. अनजान निवेशक।
7. निश्चित लाभांश।
8. बड़ी तस्वीर।
9. अच्छे वित्तीय सेंट।
10. असामान्य रिटर्न।
11. वैल्यूवॉक।
12.अप्रासंगिक निवेशक।
13. चट्टानों का परिप्रेक्ष्य।
14. कॉलेज निवेशक।
15. मिश टॉक।
16. निवेश का अड्डा।
17. 40 तक सेवानिवृत्त।
18. जेएल कॉलिन्स।
19. जीरो हेज।
20. उपन्यास निवेशक।
21. प्रेमी निवेशक।
22. उद्यमी निवेशक।
23. 30 के तहत पैसा।
24. धीरे-धीरे अमीर बनो।
25. कुछ भी वहन करें।
26. फ्री मनी फाइनेंस।
27. कैश मनी लाइफ।
शेयर वित्त बाजार अवसरों और खतरों से भरा है। सभी प्यारे दोस्तों, कृपया किसी भी निवेश पोर्टफोलियो से सावधान रहें। चाहे आप छोटी, मध्यम या लंबी अवधि में निवेश करते हैं, ईमानदारी से अनुशंसा करते हैं कि आपको शेयर बाजारों में निवेश तकनीकों और सूचनाओं से परिचित होना चाहिए। इसके अलावा, आपको किसी भी समय अपने स्टॉक की समीक्षा करने के लिए एक सरल और उपयोगी टूल की भी आवश्यकता होगी। आशा है कि हमारे द्वारा प्रदान किया गया स्टॉक सॉफ़्टवेयर आपके निवेश के लिए सहायक हो सकता है।
अंत में, यह माना जाता है कि सभी स्टॉक की जानकारी सत्य और विश्वसनीय है, हालांकि, सभी सूचनाओं की सटीकता की गारंटी नहीं दी जा सकती है। प्रदान की गई सभी सूचनाओं को केवल शैक्षणिक सूचना उद्देश्यों के रूप में समझा जाना चाहिए, न कि निवेश सलाह के रूप में।
Explainer: स्टॉक मार्केट में निवेशकों को ठगने का पुराना हथियार है Pump And Dump घोटाला, जानिए कैसे बचें इससे
Pump And Dump रणनीति के तहत फर्जी मार्केट गुरु पहले से बल्क में कुछ शेयर खरीदकर बैठे होते हैं. फिर ये टेलीग्राम, यूट्यूब, वॉट्सऐप और फेसबुक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपने खरीदे हुए स्टॉक्स के बारे में गलत सूचनाएं फैलाकर उनकी कीमत बढ़ाते हैं.
- News18Hindi
- Last Updated : November 01, 2022, 17:54 IST
हाइलाइट्स
आजकल यूट्यूब और टेलीग्राम चैनल्स के जरिए इस घोटाले को अंजाम दिया जा रहा है.
किसी भी स्टॉक टिप्स पर बिना जांच किए पैसे लगाने वाले निवेशक इसका शिकार होते हैं.
SEBI, बीएसई और एनएसई को ऐसे फर्जी टिप्स देने वाले लोगों की शिकायत की जा सकती है.
नई दिल्ली. स्टॉक मार्केट (Stock Market) में निवेश करने वाला हर व्यक्ति बाजार से पूरी तरह वाकिफ नहीं होता है. यही कारण है कि अधिकतर निवेशक विशेषज्ञों की राय को शेयर बेचते और खरीदते समय काफी तव्वजो देते हैं. कुछ लोग खुद को बाजार सलाहकार बनकर निवेशकों की इसी आदत का फायदा उठाते हुए उनके साथ ठगी करते हैं. वे अपने द्वारा पहले से खरीदे गए शेयरों के बारे में गलत जानकारी देकर, निवेशकों का पैसा उनमें लगवाते हैं. कीमत बढ़ने पर खुद अपने शेयर बेच देते हैं. शेयर बाजार में इसे पम्प एंड डम्प (Pump and Dump) घोटाला कहा जाता है. पम्प एंड डम्प शेयर बाजार के सबसे पुराने घोटालों में शामिल है.
आज भी पम्प एंड डम्प के माध्यम से इनवेस्टर्स को चूना लगाया जा रहा है. टेलीग्राम, यूट्यूब, वॉट्सऐप जैसे प्लेटफॉर्म पर फर्जी शेयर टिप्स का गोरखधंधा खूब फलफूल रहा है. मार्केट गुरु के चोले में बैठे घोटालेबाज यहां फर्जी शेयर टिप्स के सहारे अपनी दुकान चला रहे हैं. जनवरी 2022 में ही सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) ने टेलीग्राम (Telegram) पर ‘बुल रन’ नाम से चल रहे चैनल पर शिकंजा कसा था. इस चैनल को 6 लोग चला रहे थे. ये पहले खुद शेयर खरीदते थे फिर ग्रुप में डालकर प्राइस बढ़ने का इंतजार करते थे और प्राइस के बढ़ते ही इन शेयरों को बेच देते थे. ऐसा करके इन 6 लोगों ने 2.84 करोड़ रुपए का अवैध लाभ कमाया था.
क्या है पंप एंड डंप घोटाला?
इस घोटाले का अंजाम देने वाले लोगों को बस एक ही मकसद होता है- पहले शेयरों के दाम खूब बढ़ाओ, फर्जी टिप्स देकर भोले-भाले निवेशकों को उन्हें खरीदने को राजी करो और फिर एक दिन मुनाफा काटकर निकल लो. एक रणनीति के तहत ये फर्जी मार्केट गुरु पहले से बल्क में कुछ शेयर खरीदकर बैठे होते हैं. फिर ये टेलीग्राम, यूट्यूब, वॉट्सऐप और फेसबुक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इन शेयरों को खरीदने की सलाह देते हैं.
ये खुद भी थोड़ी खरीदारी करते रहते हैं, ताकि शेयर में हलकी शेयर बाजार में निवेश से अनजान? तेजी बनी रहे. ठगों के मंसूबों से अनजान आम निवेशक लगातार तेजी देखकर शेयर में पैसा लगाते हैं. इससे शेयरों के दाम कई गुना बढ़ जाते हैं. फिर पहले से कौड़ियों के शेयर बाजार में निवेश से अनजान? भाव शेयर खरीदे बैठे ये ठग प्रॉफिट बुक कर निकल जाते हैं. बड़ी मात्रा में शेयर बिक्री से शेयर का भाव औंधे मुंह गिर जाता है. इससे आम निवेशक को खूब घाटा होता है और उसके पास सिवाय पछताने के कुछ नहीं बचता है. कुछ मामलों में तो शेयर में 90 फीसदी तक गिरावट दर्ज की गई. ऐसे कुछ घोटाले ही सामने आ पाते हैं. अधिकतर मामले दबे ही रह जाते हैं.
ऐसे बचें धोखे से
स्टॉक मार्केट में पैसा लगाने वाले निवेशकों को इस बात की गांठ बांध लेनी चाहिए कि स्टॉक मार्केट में पैसा लगाकर रातों-रात अमीर नहीं बना जा सकता. अगर वास्तव में कुछ अच्छा है तो वह आगे भी अच्छा ही रहेगा. इसलिए जल्दबाजी में कोई निवेश निर्णय न लें. ट्विटर, यूट्यूब, वाट्सऐप आदि पर मिले टिप्स पर तुरंत न तो शेयर बेचें और न ही खरीदें.
अगर आपको किसी कंपनी में निवेश करने के टिप्स मिल रहे हैं तो सबसे पहले कंपनी के बारे में जानकारी लें. आमतौर पर स्कैमर अनजान सी कंपनियों के शेयर खरीदने को कहते हैं. इनके शेयर सस्ते भी होते हैं और कंपनी के बारे में भी ज्यादा जानकारी पब्लिक डोमेन में नहीं होती है. इसीलिए हमेशा किसी भी कंपनी के शेयरों में पैसा लगाने से पहले छानबीन जरूर कर लें. अगर आप शेयर बाजार में निवेश करने के मामले में नए हैं तो सीधे शेयरों में निवेश की बजाय म्यूचुअल फंड्स या ईटीएफ से निवेश शुरू करें.
कहां करें शिकायत?
SEBI और दोनों बड़े स्टॉक एक्सचेंज BSE और NSE की साइट पर ऐसे टिप्स की शिकायत के लिए ईमेल आईडी और फोन नंबर दिए गए हैं. [email protected] या +91 8291833676. आप शिकायत कर सकते हैं. शिकायतों के आधार पर बीएसई और एनएससी ऐसी संदिग्ध कंपनियों की लिस्ट बनाते और उसमें नए नाम जोड़ते जाते हैं, जिनमें निवेश के टिप्स ज्यादा सर्कुलेट हुए हों. सेबी या एक्सचेंजों को अगर बड़ी गड़बड़ लगती है तो ऐसी शेयर बाजार में निवेश से अनजान? कंपनियों में तब तक के लिए ट्रेडिंग भी रोक दी जाती है, जब तक वे विवादों से पूरी तरह उबर नहीं जाती है.
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Dolly Khanna ने इस केमिकल स्टॉक में घटाई हिस्सेदारी, Q2 में बेचे 19 हजार से ज्यादा इक्विटी शेयर
Dolly Khanna Portfolio: डॉली खन्ना (Dolly Khanna) ने सितंबर 2022 तिमाही के दौरान अपने पोर्टफोलियो में शामिल शेयर एरीज एग्रो लिमिटेड (Aries Agro Ltd) में हिस्सेदारी घटाई है.
Dolly Khanna Portfolio: शेयर बाजार की दिग्गज निवेशक डॉली खन्ना (Dolly Khanna) ने सितंबर 2022 तिमाही (Q2FY23) के दौरान अपने पोर्टफोलियो में शामिल शेयर एरीज एग्रो लिमिटेड (Aries Agro Ltd) में हिस्सेदारी घटाई है. डॉली खन्ना ने इस कंपनी के 19 हजार से ज्यादा इक्विटी बेच दी है. इस शेयरों के रिटर्न की बात करें, तो बीते 1 साल में एरीज एग्रो के स्टॉक में 5 फीसदी से ज्यादा का निगेटिव रिटर्न रहा है. डॉली खन्ना को अनजान शेयरों पर दांव लगाने के लिए जाना जाता है. उनके पोर्टफोलियो में मैन्युफैक्चरिंग, टेक्सटाइल, केमिकल्स और शुगर स्टॉक्स हैं.
Dolly Khanna ने एरीज एग्रो में बेचे 19K शेयर
BSE पर उपलब्ध सितंबर 2022 (Q2FY23) तिमाही के शेयरहोल्डिंग पैटर्न के मुताबिक, डॉली खन्ना ने एरीज एग्रो लिमिटेड Aries Agro Ltd) में हिस्सेदारी घटाकर 1.10 फीसदी (1,43,502 इक्विटी शेयर) कर ली है. जून 2022 तिमाही के दौरान उनकी स्टॉक में होल्डिंग 1.25 फीसदी (1,62,558 इक्विटी शेयर) थी. इस तरह, डॉली खन्ना ने स्टॉक में सितंबर तिमाही के दौरान 0.15 फीसदी (19,056 इक्विटी शेयर) स्टेक बेचा है.
इस शेयर में निवेशकों को बीते एक साल में निराश किया है. स्टॉक में करीब 5 फीसदी का निगेटिव रिटर्न रहा है. इस शेयर ने BSE पर 19 अप्रैल 2022 को 52 हफ्ते का हाई (180 रुपये) बनाया. जबकि, 5 जुलाई 2022 को शेयर ने 52 हफ्ते का (105.50 रुपये) लो देखा.
Dolly Khanna Portfolio में 25 शेयर
सितंबर 2022 तक की फाइलिंग के मुताबिक, डॉली खन्ना (Dolly Khanna) के पोर्टफोलियो में फिलहाल 25 शेयर हैं. उनके पोर्टफोलियो में मैन्युफैक्चरिंग, टेक्सटाइल, केमिकल्स और शुगर स्टॉक्स हैं. डॉली खन्ना के पोर्टफोलियो की नेटवर्थ 507.8 करोड़ रुपये से ज्यादा है. डॉली खन्ना के पोर्टफोलियो पर स्टॉक मार्केट में निवेशकों की नजर रहती है.
(डिस्क्लेमर: शेयर बाजार में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन हैं. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)
भारतीय अर्थव्यवस्था पर मंडरा रहा खतरा, धराशायी हो सकता है शेयर बाजार
विदेशी निवेशकों ने अप्रैल में अब तक देश के पूंजी बाजार में 11,012 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि विदेशी निवेशक भारतीय बाजार में निवेश कैसे करते हैं ? भारत में विदेशियों के पास निवेश का एक विकल्प मौजूद होता है, वो है पार्टिसिपेटरी नोट्स यानी पी-एन। दरअसल पार्टिसिपेटरी नोट्स वो दस्तावेज होते हैं, जिनके माध्यम से कुछ व्यक्तियों या संस्थाओं को भारतीय शेयर बाजार में भाग लेने का मौका मिलता है। भारतीय अर्थव्यवस्था विश्व की बेहतर अर्थव्यवस्था में शुमार है। लेकिन पार्टिसिपेटरी नोट्स के जरिए भारतीय बाजार बिना किसी पूर्व सूचना के धराशायी हो सकता है।
भारत के लिए बड़ा खतरा है पार्टिसिपेटरी नोट्स
पार्टिसिपेटरी नोट्स भारत के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि यह विदेशियों को गुप्त निवेश की सुविधा देता है। जो लोग भारत में सीधे निवेश नहीं करना चाहते, वो पी-नोट्स के जरिए निवेश करते हैं। इसमें फॉरेन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर यानी एफआईआई भी शीमिल है।
तमाचे की तरह है पी-नोट्स
इस संदर्भ में प्रसिद्ध अर्थशास्त्री आर. वैद्यनाथन ने कहा कि पी-नोट्स भारतीय घरेलू निवेशकों के लिए एक तमाचे की तरह है। पार्टिसिपेटरी नोट्स के जरिए निवेश करने वाले विदेशियों को अपनी पहचान छुपाने की सुविधा मिलती है। इसकी मदद से वे अपनी पहचान बताए बिना भारतीय बाजार में निवेश करते हैं। इतना ही नहीं, सेबी के पास भी पी-नोट्स के जरिए निवेश करने वाले वास्तविक निवेशकों की पहचान नहीं होती है।
पी-नोट्स के जरिए हुआ 78,110 करोड़ रुपये का निवेश
भारत में ऐसी बहुत सी कॉस्मेटिक और पेय उत्पादों के क्षेत्र में काम कर रही कंपनियां थीं, जो पार्टिसिपेटरी नोट्स के जरिए हुए निवेश के चलते अपना अस्तित्व खो चुकी हैं। विदेशियों द्वारा अनजान तरीके से किया गया निवेश भारत के शेयर बाजार में निवेश से अनजान? लिए बड़ी मुसीबत खड़ी कर सकता है। घरेलू शेयर बाजारों में पार्टिसिपेटरी नोट्स (पी-नोट्स) के जरिए निवेश मार्च के अंत तक बढ़कर 78,110 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है।
आरबीआई और सरकार आमने-सामने
जहां एक ओर भारतीय रिजर्व बैंक इसे खत्म करने की बात कह रहा है, वहीं दूसरी ओर सरकार इसमें सुधार लाने की कोशिश में लगी है। आरबीआई और वित्त मंत्रालय पी-नोट्स निवेशकों को लेकर शुरू से एक दूसरे के विरोध में हैं। दरअसल आरबीआई इस तरह के निवेश को भारतीय शेयर बाजारों के लिए खतरा बताते हुए इस पर रोक की मांग कर रहा है। वहीं, वित्त मंत्रालय आरबीआई के इस फैसले का विरोध कर रहा है।
विदेशी निवेशकों ने अप्रैल में अब तक देश के पूंजी बाजार में 11,012 करोड़ रुपये का शुद्ध शेयर बाजार में निवेश से अनजान? निवेश किया है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि विदेशी निवेशक भारतीय बाजार में निवेश कैसे करते हैं ? भारत में विदेशियों के पास निवेश का एक विकल्प मौजूद होता है, वो है पार्टिसिपेटरी नोट्स यानी पी-एन। दरअसल पार्टिसिपेटरी नोट्स वो दस्तावेज होते हैं, जिनके माध्यम से कुछ व्यक्तियों या संस्थाओं को भारतीय शेयर बाजार में भाग लेने का मौका मिलता है। भारतीय अर्थव्यवस्था विश्व की बेहतर अर्थव्यवस्था में शुमार है। लेकिन पार्टिसिपेटरी नोट्स के जरिए भारतीय बाजार बिना किसी पूर्व सूचना के धराशायी हो सकता है।
भारत के लिए बड़ा खतरा है पार्टिसिपेटरी नोट्स
पार्टिसिपेटरी नोट्स भारत के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि यह विदेशियों को गुप्त निवेश की सुविधा देता है। जो लोग भारत में सीधे निवेश नहीं करना चाहते, वो पी-नोट्स के जरिए निवेश करते हैं। इसमें फॉरेन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर यानी एफआईआई भी शीमिल है।
तमाचे की तरह है पी-नोट्स
इस संदर्भ में प्रसिद्ध अर्थशास्त्री आर. वैद्यनाथन ने कहा कि पी-नोट्स भारतीय घरेलू निवेशकों के लिए एक तमाचे की तरह है। पार्टिसिपेटरी नोट्स के जरिए निवेश करने वाले विदेशियों को अपनी पहचान छुपाने की सुविधा मिलती है। इसकी मदद से वे अपनी पहचान बताए बिना भारतीय बाजार में निवेश करते हैं। इतना ही नहीं, सेबी के पास भी पी-नोट्स के जरिए निवेश करने वाले वास्तविक निवेशकों की पहचान नहीं होती है।
पी-नोट्स के जरिए हुआ 78,110 करोड़ रुपये का निवेश
भारत में ऐसी बहुत सी कॉस्मेटिक और पेय उत्पादों के क्षेत्र में काम कर रही कंपनियां थीं, जो पार्टिसिपेटरी नोट्स के जरिए हुए निवेश के चलते अपना अस्तित्व खो चुकी हैं। विदेशियों द्वारा अनजान तरीके से किया गया निवेश भारत के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी कर सकता है। घरेलू शेयर बाजारों में पार्टिसिपेटरी नोट्स (पी-नोट्स) के जरिए निवेश मार्च के अंत तक बढ़कर 78,110 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है।
आरबीआई और सरकार आमने-सामने
जहां एक ओर भारतीय रिजर्व बैंक इसे खत्म करने की बात कह रहा है, वहीं दूसरी ओर सरकार इसमें सुधार लाने की कोशिश में लगी है। आरबीआई और वित्त मंत्रालय पी-नोट्स निवेशकों को लेकर शुरू से एक दूसरे के विरोध में हैं। दरअसल आरबीआई इस तरह के निवेश को भारतीय शेयर बाजारों के लिए खतरा बताते हुए इस पर रोक की मांग कर रहा है। वहीं, वित्त मंत्रालय आरबीआई के इस फैसले का विरोध कर रहा है।
Share Market Investment: सही स्टॉक चुनें, नहीं तो मुनाफे के बदले मिलेगा धोखा!
बीते एक साल में रिटेल निवेशक (Retail Investors) अपने निवेश चयन को लेकर काफी होशियार हो गए हैं। वे समझ गए हैं कि बाजार में उतना जोखिम (Risk in Share Market) नहीं है, जिनता वे सोच रहे थे। अब बैंक में एफडी (Bank FD) और बीमा (Insurance) जैसे सुरक्षित निवेश (Safe Investment) से निकल कर अन्य विकल्पों में हाथ आजमा रहे हैं। इस वजह से भारतीय शेयर बाजार में नए डीमैट खातों (Demat Accounts) की बाढ़ आ गई। वित्त वर्ष 2020-21 में इनकी संख्या 1।4 करोड़ तक पहुंच गई, जो वित्त वर्ष 2019-20 में 47 लाख थी।
Share Market Investment: सही स्टॉक चुनें, नहीं तो मुनाफे के बदले मिलेगा धोखा!
कुछ गलतियां नए निवेशकों को पहुंचा सकती है भारी नुकसान
नए निवेशक (New Investor) सबसे बड़ी गलती करते हैं कि वे एक या दो सप्ताह में शेयर बेच देंगे। चूंकि, उन्होंने दोयम दर्जे के शेयर में पैसा लगाया होता है, इसलिए उन्हें बड़ा नुकसान (Loss) उठाना पड़ता है। या फिर, तय अवधि से अधिक समय तक शेयर को अपने पास रखते हैं और फिर उसका खामियाजा भुगते हैं। वक्रांगी के शेयरों में कुछ ऐसा ही हुआ था। सबसे बड़ी समस्या यह है कि ज्यादातर मौकों पर निवेशक अपने निवेश से जुड़ी रिसर्च (Research) नहीं करते। उनके पास सही फैसला लेने या इंडस्ट्री के अन्य शेयरों से तुलना करने के लिए सटीक उपकरण नहीं होते हैं।
नवीनतम चीजों से अनजान
एक सामान्य निवेशक ने आईईएक्स जैसी कंपनी का नाम तक नहीं सुना होगा, जो भारत का एकमात्र सूचीबद्ध पावर एक्सचेंज है, मगर इसने बीते एक साल में निवेशकों का पैसा तिगुना कर दिया है। चूंकि आईईएक्स का उत्पाद आम आदमी के रोजमर्रा के इस्तेमाल में नहीं आता है, नए निवेशकों को इस कंपनी के बारे में मालूम ही नहीं चलता। आईईएक्स एक नई कंपनी है, जिसकी लिस्टिंग साल 2017 में हुई थी और लिस्टिंग के बाद से ही इसने 40 फीसदी का रिटर्न ऑन इक्विटी दिया है, मगर पुराने प्रदर्शन से चिपके रहने वाले निवेशक इस कंपनी को नजरअंदाज करते रहे हैं।
छुपे रुस्तम को खोज पाना कठिन
करीब 4,500 कंपनियों के शेयरों से भरपूर बाजार में नए खिलाड़ियों के लिए आईईएक्स जैसे छुपे रुस्तम खोज पाना कठिन होता है। सच तो यह है कि 70 फीसदी शेयर बैंक एफडी से भी बेहतर रिटर्न दे पाने में विफल रहते हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि इक्विटी बाजार में निवेश करने का क्या मकसद है, जब आपको ऐसे शेयरों से धोखा ही मिलना है? इसका जवाब है कि निवेश एक कला है और अच्छी कमाई करना एक अनुशासित प्रक्रिया है। यह गहन शोध और कंपनी की बारीकियां तथा उद्योग का गणित समझने से आ सकती है। शेयरों का चयन मुंबई की भीड़-भाड़ वाली लोकल ट्रेन में चढ़ने जैसा है, जिसके विकल्प तो कई है, मगर चढ़ने के मौके और समय काफी कम हैं।
दो फीसदी कंपनियों में से ही करना है चयन
आपको दो फीसदी कंपनियों (Companies) में से ही चयन करना है। क्योंकि, हर 45 में से सिर्फ एक शेयर ही निवेशक (Investors) को बेहतरीन कमाई का मौका देता है। यह चयन वाकई काफी मुश्किल होता है। इतनी सारी कंपनियों पर शोध, तकनीकी समझ, वैल्यूएशन (Valuation) की जानकारी काफी कठिन होता है और जब तक आप दूसरे शेयर की तलाश करेंगे, पहले शेयर के समीकरण बदल जाएंगे।
नए निवेशकों के लिए क्या है सबक?
पुराने तरीकों की तरफ जाना और एक ही गलती को बार-बार दोहराना समस्या का समाधान नहीं है। सबसे बढ़िया उपाय है कि
1. अपना शोध करें। कंपनी के अनुपात, कर्ज, ग्रोथ आसार, शेयरों के चार्ट्स, मार्जिन की नियमितता, नकदी आदि के जरिए कंपनी के काम को समझा जा सकता है।
2. अपना सारा निवेश एक ही जगह न रखें। निवेश में विविधता की जरूर होता है, जो ताकि अचानक आई गिरावट के दौरान आप अपना सारा पैसा गंवाने से बचे।
3. अपनी पूंजी के सिर्फ सीमित पैसे को जोखिम में डालिये ताकि आप अपने सारा पैसा न गंवाए। यदि आपके पोर्टफोलियो में किसी शेयर की हिस्सेदारी काफी अधिक बढ़ जाती है, तो मुनाफा भुनाइए और पैसा दूसरे क्वालिटी शेयर में निवेश कर दीजिए। सुनिश्चित कीजिए कि आपके निवेश जोखिम में भरपूर विविधता है।
4. अपुष्ट स्रोतों पर भरोसा न करें। यदि आप को किसी विश्वसनीय स्रोत से सलाह या सुझाव मिलता है, तो भी अपना शोध करने के बाद ही उसमें निवेश करें।