इंट्राडे कैन्डलिस्टिक चार्ट पैटर्न

what is Japanese charts Candlesticks pattern - कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न क्या है
यदि आप stock market, commodity market अथवा currency market में ट्रेडिंग या इन्वेस्टिंग करते है तो आपको कैंडल स्टिक चार्ट पैटर्न का ज्ञान होना बहुत ही जरूरी है,इनका अविष्कार जापान के चावल के व्यापारियों ने किया था इसलिए इनको Japanese Candlesticks Pattern के नाम से जाना जाता है। यह रियल टाइम प्राइस एक्शन को दर्शाता है, इसके साथ आप lagging indicator टेक्निकल टूल्स का उपयोग करके बहुत अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकते हैं जैसे RSI, Stochastic Oscillator आदि, इनका उपयोग केवल सिग्नल को कन्फर्म करने के लिए करना चाहिए, ज्यादातर बड़े निवेशक यही युक्ति अपनाते हैं। आप एक technical indicator यूज़ करके श्योर हो सकते कि Candlestick pattern जो बता रहा है वह सही है या नहीं। इस पोस्ट को पड़ने के बाद आप किसी भी कैंडलस्टिक चार्ट को बहुत ही आसानी से समझ सकते हैं। Price action strategy को समझने के लिए Technical Analysis के साथ -साथ कैडलस्टिक्स पैटर्न को समझना भी बहुत ही जरूरी है तभी आप stocks में entry तथा exit के सही समय के बारे में जान पाएगें। Japanese Candlestick Chart Pattern Analysis in Hindi.
Basic Candle Stick Pattern:
Candlestick दो प्रकार की होती हैं, पहली bullish candlestick (बुलिश ) तथा दूसरी bearish candlestick (बेयरिश), बुलिश कैंडलस्टिक हरे या सफेद रंग होती हैं तथा बेयरिश लाल या काले रंग की होती है। बुलिश यानि बुल्स (BULLS ) जो मार्केट को ऊपर ले जाना चाहते हैं, बेयर्स ( BEARS) जो मार्केट को गिरना चाहते हैं। स्टॉक मार्केट में एक तरह से बुल्स और बेयर्स के बीच में फाइट होती रहती है इंट्राडे कैन्डलिस्टिक चार्ट पैटर्न जिस दिन मार्केट गिरता है उस दिन बेयर्स की जीत होती है तथा लाल रंग की कैंडल बनती है तथा जिस दिन मार्केट चढ़ता है उस दिन बुल्स की जीत होती है तथा हरे रंग की कैंडल बनती है। कैंडल के रंग से हमे यह पता चल जाता है कि stock market को कंट्रोल कौन कर रहा है ? बुल्स या बेयर्स तथा कौन कंट्रोल खो रहा है ? इनके हिसाब से हम अपनी प्राइस एक्शन स्ट्रेटेजी बना सकते हैं।
यदि शेयर के बंद होने का प्राइस शेयर के खुलने के प्राइस से ऊपर है तो हरे अथवा सफेद रंग की कैंडल बनेगी और यदि शेयर के बंद होने का प्राइस शेयर के खुलने के प्राइस से नीचे है तो लाल अथवा काले रंग की कैंडल बनेगी। आप उपर्युक्त चित्र में देख सकते हैं। Candlestick के बीच का जो हिस्सा होता है उसे Real body कहते हैं। Real body के ऊपर और नीचे जो पतली लाइन होती है उसे शैडो (shadow ) या विक (wick )कहते हैं। Upper shadow का टॉप शेयर के हाई प्राइस को दर्शाता है तथा Lower shadow का निचला सिरा शेयर के low प्राइस को दर्शाता है। यदि कैंडल की रियल बॉडी छोटी होती है तो यह कम मात्रा में buying और selling के रुझान को दर्शाती है।
लम्बी हरी जापानी कैंडलस्टिक स्ट्रांग बाइंग प्रेशर को दर्शाती है, इसमें शेयर के प्राइस अपने खुलने के प्राइस से ऊपर बंद होते हैं। लम्बी लाल कैंडलस्टिक स्ट्रांग सेलिंग प्रेशर को दर्शाती है तथा इसमें प्राइस अपने खुलने के प्राइस से नीचे बंद होते हैं। छोटी शैडो वाली Japanese candlestick ये दर्शाती है कि ज्यादातर ट्रेडिंग सेशन अपने ओपनिंग एवं क्लोजिंग प्राइस के आसपास ही घूमता रहा।
यदि कैंडलस्टिक की ऊपरी शैडो लम्बी तथा लोअर शैडो छोटी होती है तो इसका मतलब buyer अपनी ताकत दिखायगे तथा बिड प्राइस हाई होगा लेकिन सेशन के आखिर में सेलर अपनी ताकत दिखायगे तथा प्राइस वापस ओपन प्राइस के आसपास आ जायेगा। यदि कैंडलस्टिक की निचली शैडो लांग तथा ऊपरी शैडो छोटी होती है तो इसका मतलब सेशन के शुरू में sellers हावी रहेंगे और प्राइस को नीचे गिरा देंगे लेकिन सेशन के आखिर में buyers वापस आ जायेगे तथा प्राइस फिर से अपने ओपनिंग प्राइस के आसपास हो जायेगा।
Candlesticks pattern कई तरह के होते हैं इसलिए स्टॉक चार्ट को समझने के लिए इंट्राडे कैन्डलिस्टिक चार्ट पैटर्न आपको ये पता होना बहुत जरूरी है कि ये पैटर्न आपको क्या संदेश देते हैं। तभी आप इनका उपयोग अपने फायदे के लिए कर पायगे। Types of charts & it's importance of technical analysis- in hindi.
कैंडलस्टिक पैटर्न सामान्यतः कई प्रकार के होते है, इनकी सहायता से आप मूमेंटम तथा ब्रेकऑउट तथा वर्तमान ट्रैंड आगे चलेगा या नहीं इस बात का पता लगा सकते हैं। स्टॉक में कितना मूमेंटम बना हुआ है या बचा हुआ है,इसके साथ आप ये भी पता लगा सकते है कि क्या ब्रेकऑउट हो सकता है ? क्या वर्तमान ट्रैंड आगे चलेगा या रिवर्सल आ सकता है।
कैंडलस्टिक पैटर्न कई प्रकार हैं उन्हें निम्नलिखित कैटेगरी में बाँटा जा सकता हैं -
एक - बेसिक कैंडलस्टिक पैटर्न
दो - सिंगल कैंडलस्टिक पैटर्न
तीन - डबल कैंडलस्टिक पैटर्न
चार - ट्रिपल कैंडलस्टिक पैटर्न
Opening and closing time of stock market in India
Candlesticks pattern एक बड़ा सब्जेक्ट है इसलिए इसको एक पोस्ट में कवर नहीं किया सकता, इसके ऊपर मैं और भी पोस्ट लिख रही हूँ। कृपया कैंडलस्टिक पैटर्न की सम्पूर्ण जानकारी के लिए उन्हें भी पढ़े।
उम्मीद है , आपको ये पोस्ट जरूर पसंद आयी होगी । मेरी यही कोशिश रहती है कि जो भी लिखू जानवर्द्धक लिखू ऐसी ही इन्फॉर्मेशनल पोस्ट पढ़ने के लिए हमारे ब्लॉग को subscribe जरूर कीजिये ,इस पोस्ट से सम्बन्धित कोई सवाल या सुझाव हो तो कमेंट बॉक्स में पूछ सकते है।यदि ये पोस्ट आपको पसंद आयी हो तो इसे सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करें।
कैंडल चार्ट क्या होता है कैंडल चार्ट को कैसे समझें
दोस्तों आज हम बात करेंगे शेयर बाजार में कैंडलेस्टिक चार्ट क्या होता है। Candlestick chart शेयर बाजार में स्टॉक्स में हो रही खरीद बिक्री को लाल और हरे कैंडल में दर्शाते हैं। यहां पर हर एक हरे कैंडल का मतलब खरीददारी और लाल कैंडल का मतलब बिकवाली होता है। शेयर बाजार में किसी भी कंपनी का तकनीकी विश्लेषण करने के लिए कैंडल चार्ट बहुत महत्वपूर्ण है। और यह कीमतों के परिवर्तन का विश्लेषण करने के लिए बहुत मायने रखता है।
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कैंडलेस्टिक चार्ट |
कैंडलेस्टिक चार्ट को कैसे समझें
जैसा कि आप अगर शेयर बाजार में व्यापार करते हैं या करने में रुचि रखते हैं तो कैंडलेस्टिक चार्ट पेटर्न को सीखना आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इससे आप एक समुचित ढंग से टेक्निकल एनालिसिस कर सकेंगे। बाजार में कैंडलेस्टिक चार्ट अपने पिछले Trade की गतिविधियों को दर्शाता है जहां से आपको टेक्निकल एनालिसिस में सपोर्ट aur रेजिस्टेंस, ट्रेंड लाइन अन्य पैटर्न देखने को मिलते हैं इसके के आधार पर हम अगले ट्रेडिंग सेशन के लिए अपने strategie के अनुसार रणनीतियां बनाते हैं। शेयर बाजार में अधिकतर ट्रेडर्स candlestick pattern के आधार पर ही बाजार में अपना सौदा या Trade करते हैं।
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Candlestick chart list |
Candlestick chart में कुछ फेमस कैंडल के नाम
- SHOOTING STAR
- HAMMER
- DOJI
- PAPER UMBRELLA
- SPINNING TOPS
- MARUBOZU
- ENGULFING CANDLE
- MORNING STAR
- HARAMI
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कैंडलेस्टिक चार्ट का एनालिसिस |
इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए कैंडलेस्टिक चार्ट का एनालिसिस कैसे करें।
अगर आप शेयर बाजार में इंट्राडे ट्रेडर है या फिर डे ट्रेडर में रुचि रखते हैं तो आपको कैंडलेस्टिक चार्ट पढ़ना बहुत जरूरी है। यह किसी भी शेयर का तकनीकी विश्लेषण करने के लिए सबसे अच्छा तरीका है। इसे सीखने के लिए आप बाजार में मोमेंट, ट्रेंडलाइन ब्रेकआउट, ब्रेकडाउन, सपोर्ट और रजिस्टेंस इन चीजों को देखकर आप टेक्निकल एनालिसिस कर सकते है
शेयर की प्रत्येक कैंडल बाजार के मूल्य की गतिशीलता को प्रदर्शित करती है
HIGH, LOW, OPEN, और CLOSE
अगर आप कैंडल स्टिक चार्ट का बखूबी विश्लेषण करना जानते हैं तो आप इंट्राडे ट्रेडिंग में अत्यधिक लाभ कमा सकते हैं।
इंट्रा डे ट्रेडर के लिए कैंडलेस्टिक चार्ट उपयोग करने के 2 कारण होते हैं
1 Trade नियंत्रण में मदद
इंट्राडे ट्रेडिंग करते समय अपने जोखिम को जानना बहुत जरूरी है। कैंडलेस्टिक चार्ट की मदद से आप आपकी चल रही पोजीशन को रखने या बंद करने और जोखिम के साथ लाभ और नुकसान को प्रतिबंधित कर सकते हैं। इससे आपको स्टॉप लॉस और टारगेट को जानना आसान होता है।
2 Entry और Exit जानने में मदद
Candlestick pattern का विश्लेषण करके आप या जान सकते हैं कि मोमेंटम, ब्रेकआउट या ट्रेंड के आधार पर बाजार में एंट्री करें या बाजार में टिके रहे या बाजार से बाहर निकले या निकलने का सही समय निर्धारित करता है। इन सभी तरीकों को सीख कर आपको शेयर बाजार में इंट्राडे ट्रेडिंग करने में मदद मिलेगी।
What is Chart in Stock Market?
विभिन्न समय सीमा पर चार्टिंग (Charting on different time frames)
तकनीकी व्यापारी मूल्य चार्ट (Chart Pattern) का विश्लेषण करते हैं ताकि मूल्य आंदोलन की भविष्यवाणी करने का प्रयास किया जा सके। तकनीकी विश्लेषण के लिए दो प्राथमिक चर माना जाता है समय सीमा और विशेष तकनीकी संकेतक जो एक व्यापारी उपयोग करना चुनता है।
चार्ट (Chart Pattern) पर दिखाए गए तकनीकी विश्लेषण समय सीमा एक मिनट से लेकर मासिक, या यहां तक कि वार्षिक, समय अवधि तक होती है। तकनीकी विश्लेषक जिन लोकप्रिय समय-सीमाओं की अक्सर जांच करते हैं उनमें निचे दिए हुवे प्रकार शामिल हैं:
5 मिनट का चार्ट (5 Min Chart)
15 मिनट का चार्ट (15 Min Chart)
प्रति घंटा चार्ट (1 hour Chart)
4 घंटे का चार्ट (4 hour Chart)
दैनिक चार्ट (1 Day Chart)
एक ट्रेडर द्वारा अध्ययन के लिए चुनी गई समय सीमा आमतौर पर उस व्यक्तिगत ट्रेडर की व्यक्तिगत ट्रेडिंग शैली द्वारा निर्धारित की जाती है। इंट्रा-डे ट्रेडर्स जो एक ट्रेडिंग दिन के भीतर ट्रेडिंग पोजीशन खोलते और बंद करते हैं, वे 5 मिनट या 15 मिनट के चार्ट जैसे कम समय सीमा चार्ट पर मूल्य आंदोलन का विश्लेषण करने के पक्ष में हैं। लंबी अवधि के व्यापारी जो रात भर और लंबी अवधि के लिए बाजार की स्थिति रखते हैं, वे प्रति घंटा, 4 घंटे, दैनिक या यहां तक कि साप्ताहिक चार्ट का उपयोग करके बाजारों का विश्लेषण करने के लिए इंट्राडे कैन्डलिस्टिक चार्ट पैटर्न अधिक इच्छुक हैं।
15-मिनट की समयावधि के भीतर होने वाली कीमत में उतार-चढ़ाव एक इंट्रा-डे ट्रेडर के लिए बहुत महत्वपूर्ण हो सकता है, जो एक ट्रेडिंग दिन के दौरान होने वाले मूल्य में उतार-चढ़ाव से लाभ प्राप्त करने के अवसर की तलाश में है। हालांकि, दैनिक या साप्ताहिक चार्ट पर देखा जाने वाला समान मूल्य आंदोलन दीर्घकालिक व्यापारिक उद्देश्यों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण या सांकेतिक नहीं हो सकता है।
कंडेलिस्टिक चार्ट (Candlestick Chart Pattern)
कैंडलस्टिक चार्टिंग पर कीमतों में उतार-चढ़ाव दिखाने का सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाने वाला तरीका है। एक कैंडलस्टिक किसी भी समय सीमा के लिए एक ही समय अवधि के दौरान मूल्य कार्रवाई से बनता है।
एक घंटे के चार्ट (Chart Pattern) पर प्रत्येक कैंडलस्टिक एक घंटे के लिए मूल्य कार्रवाई दिखाता है, जबकि 4-घंटे चार्ट पर प्रत्येक कैंडलस्टिक प्रत्येक 4-घंटे की समय अवधि के दौरान मूल्य कार्रवाई दिखाता है।
कैंडलस्टिक्स निम्नानुसार “खींचा” / गठित किया जाता है: एक कैंडलस्टिक का उच्चतम बिंदु उस समय अवधि के दौरान उच्चतम मूल्य की सुरक्षा को दर्शाता है, और कैंडलस्टिक का निम्नतम बिंदु उस समय के दौरान सबसे कम कीमत को इंगित करता है। एक कैंडलस्टिक का “बॉडी” (संबंधित लाल या नीला “ब्लॉक”, या प्रत्येक कैंडलस्टिक का मोटा हिस्सा, जैसा कि ऊपर दिए गए चार्ट में दिखाया गया है) समय अवधि के लिए खुलने और बंद होने की कीमतों को इंगित करता है।
यदि एक नीली कैंडलस्टिक बॉडी बनती है, तो यह इंगित करता है कि क्लोजिंग प्राइस (कैंडलस्टिक बॉडी के ऊपर) शुरुआती कीमत (कैंडलस्टिक बॉडी के नीचे) से अधिक थी; इसके विपरीत, यदि एक लाल कैंडलस्टिक बॉडी बनती है, तो शुरुआती कीमत क्लोजिंग प्राइस से अधिक थी।
कैंडलस्टिक इंट्राडे कैन्डलिस्टिक चार्ट पैटर्न इंट्राडे कैन्डलिस्टिक चार्ट पैटर्न रंग मनमाना विकल्प हैं। कुछ व्यापारी सफेद और काले कैंडलस्टिक बॉडी का उपयोग करते हैं (यह डिफ़ॉल्ट रंग प्रारूप है, और इसलिए सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाने वाला); अन्य व्यापारी हरे और लाल, या नीले और पीले रंग का उपयोग करना चुन सकते हैं।
जो भी रंग चुने जाते हैं, वे एक नज़र में यह निर्धारित करने का एक आसान तरीका प्रदान करते हैं कि कीमत किसी निश्चित समय अवधि के अंत में अधिक या कम बंद हुई है या नहीं। एक कैंडलस्टिक चार्ट का उपयोग करते हुए तकनीकी विश्लेषण मानक बार चार्ट का उपयोग करने की तुलना में अक्सर आसान होता है, क्योंकि विश्लेषक को अधिक दृश्य संकेत और पैटर्न प्राप्त होते हैं।
what is Japanese charts Candlesticks pattern - कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न क्या है
यदि आप stock market, commodity market अथवा currency market में ट्रेडिंग या इन्वेस्टिंग करते है तो आपको कैंडल स्टिक चार्ट पैटर्न का ज्ञान होना बहुत ही जरूरी है,इनका अविष्कार जापान के चावल के व्यापारियों ने किया था इसलिए इनको Japanese Candlesticks Pattern के नाम से जाना जाता है। यह रियल टाइम प्राइस एक्शन को दर्शाता है, इसके साथ आप lagging indicator टेक्निकल टूल्स का उपयोग करके बहुत अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकते हैं जैसे RSI, Stochastic Oscillator आदि, इनका उपयोग केवल सिग्नल को कन्फर्म करने के लिए करना चाहिए, ज्यादातर बड़े निवेशक यही युक्ति अपनाते हैं। आप एक technical indicator यूज़ करके श्योर हो सकते कि Candlestick pattern जो बता रहा है वह सही है या नहीं। इस पोस्ट को पड़ने के बाद आप किसी भी कैंडलस्टिक चार्ट को बहुत ही आसानी से समझ सकते हैं। Price action strategy को समझने के लिए Technical Analysis के साथ -साथ कैडलस्टिक्स पैटर्न को समझना भी बहुत ही जरूरी है तभी आप stocks में entry तथा exit के सही समय के बारे में जान पाएगें। Japanese Candlestick Chart Pattern Analysis in Hindi.
Basic Candle Stick Pattern:
Candlestick दो प्रकार की होती हैं, पहली bullish candlestick (बुलिश ) तथा दूसरी bearish candlestick (बेयरिश), बुलिश कैंडलस्टिक हरे या सफेद रंग होती हैं तथा बेयरिश लाल या काले रंग की होती है। बुलिश यानि बुल्स (BULLS ) जो मार्केट को ऊपर ले जाना चाहते हैं, बेयर्स ( BEARS) जो मार्केट को गिरना चाहते हैं। स्टॉक मार्केट में एक तरह से बुल्स और बेयर्स के बीच में फाइट होती रहती है जिस दिन मार्केट गिरता है उस दिन बेयर्स की जीत होती है तथा लाल रंग की कैंडल बनती है तथा जिस दिन मार्केट चढ़ता है उस दिन बुल्स की जीत होती है तथा हरे रंग की कैंडल बनती है। कैंडल के रंग से हमे यह पता चल जाता है कि stock market को कंट्रोल कौन कर रहा है ? बुल्स या बेयर्स तथा कौन कंट्रोल खो रहा है ? इनके हिसाब से हम अपनी प्राइस एक्शन स्ट्रेटेजी बना सकते हैं।
यदि शेयर के बंद होने का प्राइस शेयर के खुलने के प्राइस से ऊपर है तो हरे अथवा सफेद रंग की कैंडल बनेगी और यदि शेयर के बंद होने का प्राइस शेयर के खुलने के प्राइस से नीचे है तो लाल अथवा काले रंग की कैंडल बनेगी। आप उपर्युक्त चित्र में देख सकते हैं। Candlestick के बीच का जो हिस्सा होता है उसे Real body कहते हैं। Real body के ऊपर और नीचे जो पतली लाइन होती है उसे शैडो (shadow ) या विक (wick )कहते हैं। Upper shadow का टॉप शेयर के हाई प्राइस को दर्शाता है तथा Lower shadow का निचला सिरा शेयर के low प्राइस को दर्शाता है। यदि कैंडल की रियल बॉडी छोटी होती है तो यह कम मात्रा में buying और selling के रुझान को दर्शाती है।
लम्बी हरी जापानी कैंडलस्टिक स्ट्रांग बाइंग प्रेशर को दर्शाती है, इसमें शेयर के प्राइस अपने खुलने के प्राइस से ऊपर बंद होते हैं। लम्बी लाल कैंडलस्टिक स्ट्रांग सेलिंग प्रेशर को दर्शाती है तथा इसमें प्राइस अपने खुलने के प्राइस से नीचे बंद होते हैं। छोटी शैडो वाली Japanese candlestick ये दर्शाती है कि ज्यादातर ट्रेडिंग सेशन अपने ओपनिंग एवं क्लोजिंग प्राइस के आसपास ही घूमता रहा।
यदि कैंडलस्टिक की ऊपरी शैडो लम्बी तथा लोअर शैडो छोटी होती है तो इसका मतलब buyer अपनी ताकत दिखायगे तथा बिड प्राइस हाई होगा लेकिन सेशन के आखिर में सेलर अपनी ताकत दिखायगे तथा प्राइस वापस ओपन प्राइस के आसपास आ जायेगा। यदि कैंडलस्टिक की निचली शैडो लांग तथा ऊपरी शैडो छोटी होती है तो इसका मतलब सेशन के शुरू में sellers हावी रहेंगे और प्राइस को नीचे गिरा देंगे लेकिन सेशन के आखिर में buyers वापस आ जायेगे तथा प्राइस फिर से अपने ओपनिंग प्राइस के आसपास हो जायेगा।
Candlesticks pattern कई तरह के होते हैं इसलिए स्टॉक चार्ट को समझने के लिए आपको ये पता होना बहुत जरूरी है कि ये पैटर्न आपको क्या संदेश देते हैं। तभी आप इनका उपयोग अपने फायदे के लिए कर पायगे। Types of charts & it's importance of technical analysis- in hindi.
कैंडलस्टिक पैटर्न सामान्यतः कई प्रकार के होते है, इनकी सहायता से आप मूमेंटम तथा ब्रेकऑउट तथा वर्तमान ट्रैंड आगे चलेगा या नहीं इस बात का पता लगा सकते हैं। स्टॉक में कितना मूमेंटम बना हुआ है या बचा हुआ है,इसके साथ आप ये भी पता लगा सकते है कि क्या ब्रेकऑउट हो सकता है ? क्या वर्तमान ट्रैंड आगे चलेगा या रिवर्सल आ सकता है।
कैंडलस्टिक पैटर्न कई प्रकार हैं उन्हें निम्नलिखित कैटेगरी में बाँटा जा सकता हैं -
एक - बेसिक कैंडलस्टिक पैटर्न
दो - सिंगल कैंडलस्टिक पैटर्न
तीन - डबल कैंडलस्टिक पैटर्न
चार - ट्रिपल कैंडलस्टिक पैटर्न
Opening and closing time of stock market in India
Candlesticks pattern एक बड़ा सब्जेक्ट है इसलिए इसको एक पोस्ट में कवर नहीं किया सकता, इसके ऊपर मैं और भी पोस्ट लिख रही हूँ। कृपया कैंडलस्टिक पैटर्न की सम्पूर्ण जानकारी के लिए उन्हें भी पढ़े।
उम्मीद है , आपको ये पोस्ट जरूर पसंद आयी होगी । मेरी यही कोशिश रहती है कि जो भी लिखू जानवर्द्धक लिखू ऐसी ही इन्फॉर्मेशनल पोस्ट पढ़ने के लिए हमारे ब्लॉग को subscribe जरूर कीजिये ,इस पोस्ट से सम्बन्धित कोई सवाल या सुझाव हो तो कमेंट बॉक्स में पूछ सकते है।यदि ये पोस्ट आपको पसंद आयी हो तो इसे सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करें।
व्यापार के लिए तैयार हैं? पहले कैंडलस्टिक पैटर्न के बारे में जानें!
एक तकनीकी उपकरण होने के नाते,मोमबत्ती चार्ट अलग-अलग समय सीमा से डेटा को एक मूल्य बार में पैक करने के लिए होते हैं। यह तकनीक उन्हें पारंपरिक लो-क्लोज़ और ओपन-हाई बार की तुलना में अधिक प्रभावी बनाती है; या यहां तक कि साधारण रेखाएं जो अलग-अलग बिंदुओं को जोड़ती हैं।
मोमबत्तियां उन पैटर्नों के निर्माण के लिए प्रसिद्ध हैं जो कीमत की दिशा का अनुमान लगाते हैं। पर्याप्त रंग कोडिंग के साथ, आप तकनीकी उपकरण में गहराई जोड़ सकते हैं। 18वीं शताब्दी में कहीं न कहीं जापानी प्रवृत्ति के रूप में जो शुरू हुआ वह स्टॉक का एक अभिन्न अंग बन गया हैमंडी शस्त्रागार
इसे ध्यान में रखते हुए, इस पोस्ट में, कैंडलस्टिक पैटर्न के बारे में और जानें कि वे स्टॉक रीडिंग में कैसे उपयोगी हो सकते हैं।
कैंडलस्टिक क्या है?
एक कैंडलस्टिक किसी परिसंपत्ति के मूल्य आंदोलन के बारे में जानकारी प्रदर्शित करने का एक महत्वपूर्ण तरीका है। ये चार्ट के सुलभ घटक हैंतकनीकी विश्लेषण, व्यापारियों को कुछ बार से तुरंत मूल्य की जानकारी समझने की अनुमति देता है।
प्रत्येक कैंडलस्टिक में तीन बुनियादी विशेषताएं होती हैं, जैसे:
- शरीर: ओपन-टू-क्लोज़ का प्रतिनिधित्व करनाश्रेणी
- बाती (छाया): इंट्रा-डे लो और हाई का संकेत
- रंग: बाजार की गतिविधियों की दिशा का खुलासा
समय के साथ, व्यक्तिगत कैंडलस्टिक्स ऐसे पैटर्न बनाते हैं जिनका उल्लेख व्यापारी काफी प्रतिरोध और समर्थन स्तरों को पहचानते हुए कर सकते हैं। बाजार के भीतर अवसरों का संकेत देने वाली विभिन्न प्रकार की कैंडलस्टिक पैटर्न चीट शीट हैं।
जबकि कुछ पैटर्न बाजार के अनिर्णय या पैटर्न में स्थिरता की पहचान करने में मदद करते हैं, कुछ अन्य बिक्री और खरीद दबाव के बीच संतुलन में अंतर्दृष्टि प्रदान करते हैं।
पैटर्न को परिभाषित करना
कुछ बेहतरीन कैंडलस्टिक पैटर्न के साथ, आप ट्रेडिंग इंडेक्स या स्टॉक की चार प्राथमिक कीमतों की पहचान कर सकते हैं, जैसे:
- खुला हुआ: यह पहली कीमत का प्रतिनिधित्व करता है जिस पर बाजार खुलने पर व्यापार का निष्पादन होता है।
- उच्च: दिन के दौरान, यह उच्चतम मूल्य का प्रतिनिधित्व करता है जिस पर एक व्यापार निष्पादित किया जा सकता है।
- कम: दिन के दौरान, यह उस न्यूनतम कीमत का प्रतिनिधित्व करता है जिस पर किसी व्यापार को निष्पादित किया जा सकता है।
- बंद करे: यह उस अंतिम कीमत को दर्शाता है जिस पर बाजार बंद है।
आम तौर पर, बाजार के मंदी और तेजी के व्यवहार का प्रतिनिधित्व करने के लिए विभिन्न रंगों का उपयोग किया जाता है। ये रंग मूल रूप से एक चार्ट से चार्ट में भिन्न होते हैं।
बेयरिश कैंडलस्टिक पैटर्न
एक मंदी के पैटर्न की संरचना में तीन अलग-अलग पहलू होते हैं, जैसे:
- शरीर: केंद्रीय निकाय क्लोजिंग और ओपनिंग प्राइस को दर्शाने के लिए है। एक मंदी की मोमबत्ती में, शुरुआती कीमत हमेशा बंद कीमत से अधिक होती है।
- सिर: ऊपरी छाया के रूप में भी जाना जाता है, मोमबत्ती का सिर उद्घाटन और उच्च कीमत को जोड़ने के लिए होता है।
- पूंछ: निचली छाया के रूप में भी जाना जाता है, एक मोमबत्ती की पूंछ समापन और कम कीमत को जोड़ने के लिए होती है।
बुलिश कैंडलस्टिक पैटर्न
इसकी संरचना में तीन पहलू भी शामिल हैं:
- शरीर: हालांकि यह क्लोजिंग और ओपनिंग प्राइस का प्रतिनिधित्व करता है; हालांकि, मंदी के पैटर्न के विपरीत, तेजी में, शरीर की शुरुआती कीमत हमेशा बंद कीमत से कम होती है।
- सिर: यह समापन और उच्च कीमत को जोड़ने के लिए जिम्मेदार है।
- पूंछ: यह उद्घाटन और कम कीमत को जोड़ने के लिए जिम्मेदार है।
कैंडलस्टिक पैटर्न के प्रकार
इन पैटर्नों को वर्गीकृत करने के दो अलग-अलग तरीके हैं, जैसे:
सिंगल कैंडलस्टिक पैटर्न
इसमें, मोमबत्तियां या तो एकल या एकाधिक हो सकती हैं, जो एक विशिष्ट पैटर्न बनाती हैं। वे एक मिनट से लेकर घंटों, दिनों, हफ्तों, महीनों और वर्षों तक होते हैं। समय सीमा जितनी बड़ी होगी, आगामी चालों और रुझानों के बारे में उतनी ही अधिक जानकारी होगी। कुछ सबसे महत्वपूर्ण एकल कैंडलस्टिक पैटर्न में शामिल हैं:
- मारुबोज़ु (बुलिश मारुबोज़ु और बेयरिश मारुबोज़ु)
- पेपर अम्ब्रेला (हैमर और हैंगिंग मैन)
- उल्का
- दोजिक
- स्पिनिंग टॉप
एकाधिक कैंडलस्टिक पैटर्न
इस पैटर्न में, हमेशा दो या दो से अधिक मोमबत्तियां होती हैं जो ट्रेडिंग स्टॉक का व्यवहार बनाती हैं। कई प्रकार के पैटर्न हैं जिनका उपयोग कई व्यापारिक व्यवहारों को इंगित करने के लिए किया जाता है:
- एनगल्फिंग पैटर्न (बुलिश एनगल्फिंग और बेयरिश एनगल्फिंग)
- भेदी पैटर्न आवरण
- हरामी पैटर्न (बुलिश हरामी और बेयरिश हरामी)
- सुबह का तारा
- शाम का सितारा
- तीन श्वेत सैनिक
- तीन काले कौवे
कैंडलस्टिक पैटर्न का उपयोग करने से पहले ध्यान रखने योग्य बातें
- किसी भी ट्रेंड रिवर्सल कैंडलस्टिक पैटर्न इंट्राडे कैन्डलिस्टिक चार्ट पैटर्न का पालन करते समय, सुनिश्चित करें कि आप पिछले रुझानों पर नजर रखें।
- जोखिम लेने की आपकी क्षमता के आधार पर, या तो उसी दिशा में प्रदर्शित होने वाली दूसरी कैंडलस्टिक की प्रतीक्षा करें या पैटर्न निर्माण के पूरा होने के ठीक बाद ट्रेड करें।
- वॉल्यूम की निगरानी करते रहें, यदि पैटर्न में वॉल्यूम कम है, तो अपना ट्रेड करने से पहले कुछ समय प्रतीक्षा करें।
- एक सख्त स्टॉप-लॉस रखें और जैसे ही ऐसा होता है, ट्रेड से बाहर निकल जाएं
- किसी भी कैंडलस्टिक पैटर्न का आँख बंद करके पालन न करें। साथ-साथ अन्य संकेतकों का भी जिक्र करते रहें।
- एक बार जब आप किसी व्यापार में प्रवेश कर लेते हैं, तो थोड़ा धैर्य रखें और उसे ठीक करने से बचें।
निष्कर्ष
कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न की समझ निश्चित रूप से एक लंबा सफर तय कर चुकी है। हालाँकि, आप जिस चार्ट का अध्ययन कर रहे हैं, उसकी सटीकता लगातार अध्ययन, बारीक बिंदुओं के ज्ञान, लंबे अनुभव और मौलिक और तकनीकी दोनों पहलुओं की समझ पर निर्भर करती है। इसलिए, जबकि ऐसे कई पैटर्न हैं जिन्हें पाया जा सकता है, लाभ प्राप्त करने के लिए उपयुक्त विश्लेषण और अभ्यास की आवश्यकता होती है।