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समर्थन मूल्य का विकल्प

समर्थन मूल्य का विकल्प

न्यूनतम समर्थन मूल्य के स्थान पर किस फसल के लिए उचित और पारिश्रमिक मूल्य की घोषणा की जाती है?

SSC Stenographer Tentative Answer Key released on 24th November 2022. This is for the CBE held on 17th & 18th November 2022. Candidates can submit any objections against the same by 28th November 2022. The Skill Test (2022 cycle) will be held on 15th and 16th February 2023. Candidates could समर्थन मूल्य का विकल्प apply for the said post till 5th September 2022. The SSC Stenographer Salary for the appointed candidates will be in the pay scale of INR 5200 - INR 34,800.

छत्तीसगढ़ में समर्थन मूल्य पर अरहर, मूंग और उड़द की खरीद शुरू

रायपुर, 17 अक्टूबर (भाषा) छत्तीसगढ़ सरकार ने सोमवार को समर्थन मूल्य पर अरहर, मूंग और उड़द फसल की खरीद की शुरूआत की। जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज यहां अपने निवास कार्यालय से ‘ऑनलाइन’ राज्य के 20 उपार्जन केंद्रों में अरहर, मूंग और उड़द फसल की समर्थन मूल्य पर खरीद की शुरूआत की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि समर्थन मूल्य पर खरीद से किसानों की आय बढ़ेगी। किसानों के पास अब विकल्प होगा कि उन्हें जहां ज्यादा मूल्य मिलेगा वहां वह अरहर, मूंग और उड़द की फसल बेच

अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज यहां अपने निवास कार्यालय से ‘ऑनलाइन’ राज्य के 20 उपार्जन केंद्रों में अरहर, मूंग और उड़द फसल की समर्थन मूल्य पर खरीद की शुरूआत की।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि समर्थन मूल्य पर खरीद से किसानों की आय बढ़ेगी। किसानों के पास अब विकल्प होगा कि उन्हें जहां ज्यादा मूल्य मिलेगा वहां वह अरहर, मूंग और उड़द की फसल बेच सकेंगे।

अधिकारियों ने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी विपणन संघ (मार्कफेड) के माध्यम से अरहर और उड़द फसल की खरीद 6,600 रूपए प्रति क्विंटल की दर से तथा मूंग फसल की खरीद 7,755 रूपए प्रति क्विंटल की दर से की जाएगी।

उन्होंने बताया कि किसानों की सुविधा को देखते हुए राज्य में 20 उपार्जन केंद्र बनाए गए हैं। इस वर्ष उड़द और मूंग का उपार्जन 17 अक्टूबर 2022 से 16 दिसम्बर 2022 तक समर्थन मूल्य का विकल्प और अरहर का उपार्जन आगामी वर्ष में 13 मार्च 2023 से 12 मई 2023 तक की अवधि में किया जाएगा।

अधिकारियों ने बताया कि इस योजना के तहत पंजीकृत किसानों से अरहर प्रति एकड़ चार क्विंटल, मूंग दो क्विंटल तथा उड़द तीन क्विंटल की दर से समर्थन मूल्य में खरीद की जाएगी।

उन्होंने बताया कि राज्य सरकार के इस निर्णय से राज्य में अरहर, मूंग और उड़द फसलों की बुवाई करने वाले किसानों को प्रत्यक्ष लाभ पहुंचेगा।

अधिकारियों ने बताया कि राज्य के जशपुर, सरगुजा, गरियाबंद, रायगढ़ और कोंडागांव जिले 122.01 हेक्टेयर क्षेत्र में उड़द, जांजगीर, रायगढ़, कबीरधाम, कोंडागांव और जशपुर जिले के 16.34 हेक्टेयर क्षेत्र में मूंग तथा कबीरधाम, जशपुर, बलरामपुर, राजनांदगांव और सरगुजा जिले के 120.31 हेक्टेयर क्षेत्र में अरहर की फसल का उत्पादन किया जाता है।

आज से शुरू होगा पंजीयन: समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने पर किसानों को पिछले साल से प्रति क्विंटल पर 85 रुपए ज्यादा मिलेंगे

जिले में इस बार समर्थन मूल्य पर गेहूं विक्रय करने पर किसानों को 85 रुपए ज्यादा दाम मिलेंगे। इस बार सरकार ने 1925 रुपए प्रति क्विंटल की दर से गेहूं की खरीदी करने का निर्णय लिया है। सरकार को गेहूं विक्रय करने के लिए किसानों को पंजीयन कराना होगा।

इसके लिए 25 जनवरी से पंजीयन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। पंजीयन 20 फरवरी तक आयोजित किया जाएगा। जिले में इस बार समर्थन मूल्य खरीदी केंद्रों पर गेहूं की बंपर आवक होगी। क्योंकि अबकी बार जिले में रबी फसलों में सबसे ज्यादा फसल गेहूं की ही बोई गई है। इस बार मौसम के अनुकूल फसल दिखाई दे रही है। हालांकि पिछले कुछ दिनों में कुछ स्थानों पर गेहूं फसल में रोग देखने को मिले थे। लेकिन अब इस पर किसानों ने काबू पा लिया है। समर्थन मूल्य का विकल्प इस गेहूं फसल को समर्थन मूल्य पर बेचने के लिए किसानों के पंजीयन की प्रक्रिया सोमवार से शुरू हो जाएगी।

इसके तहत जिले की हर सोसायटियों को पंजीयन केंद्र बनाया गया है। पंजीयन केंद्रों पर सुबह 10 से शाम 6 बजे तक कराया जा सकेगा। किसानों को आवेदन के साथ आधार नंबर, समग्र आईडी, स्वयं का मोबाइल नंबर, राष्ट्रीयकृत बैंक या शेड्यूल बैंक का स्वयं का एकल खाता, बैंक शाखा का नाम, आईएफसी कोड, बैंक पासबुक की फोटो कॉपी, भूमि खाते से संबंधित खसरा ऋण पुस्तिका आदि दस्तावेज लाना होंगे। पुराने पंजीकृत व नवीन पंजीकृत किसानों के लिए पंजीयन में विकल्प रहेंगे।

बोनस मिलेगा या नहीं इस पर संशय
समर्थन मूल्य पर उपज बेचने वाले किसानों को इस बार बोनस की राशि दी जाएगी या नहीं। इस समर्थन मूल्य का विकल्प पर संशय बना हुआ है, क्योंकि पिछले साल की प्रति क्विंटल के हिसाब से 160 रुपए की बोनस राशि किसानों को अभी तक नहीं दी गई है। इससे जिलेभर के करीब 56 हजार से अधिक किसान वंचित हैं। इस बार भी शासन की तरफ से कोई घोषणा नहीं की गई है कि किसानों को समर्थन मूल्य 1925 रुपए के अलावा बोनस के रूप में कितनी राशि दी जाएगी।

पिछले साल 1840 रुपए समर्थन मूल्य का विकल्प प्रति क्विंटल थे दाम
जानकारी के अनुसार इस बार किसानों से समर्थन मूल्य पर 1925 रुपए प्रति क्विंटल की दर से गेहूं की खरीदी की जाएगी। यह राशि पिछले साल से 85 रुपए ज्यादा है। गत समर्थन मूल्य का विकल्प वर्ष 1840 रुपए प्रति क्विंटल की दर से गेहूं की खरीदी की गई थी। इस साल सरकार को गेहूं बेचने पर किसानों को ज्यादा दाम मिलेंगे।

ऑनलाइन होगा पंजीयन
2021-22 में न्यूनतम समर्थन मूल्य 1975 रुपए प्रति क्विंटल पर गेहूं उपार्जन के लिए पंजीयन 25 जनवरी से शुरू करेंगे। जो कि 20 फरवरी तक चलेगा। जिला खाद्य अधिकारी शैलेष शर्मा ने बताया कि जिले सभी अधिकृत केंद्रों पर पंजीयन का काम शुरू होगा। भू-स्वामी किसान पंजीयन केंद्रों के अतिरिक्त कियोस्क, लोक सेवा केंद्र व गिरदावरी एप के माध्यम से भी पंजीयन किसान करा सकते हैं।

न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद : मध्यप्रदेश में ई-उपार्जन पर रबी फसल के रजिस्ट्रेशन की तिथि बढ़ाई

न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद : मध्यप्रदेश में ई-उपार्जन पर रबी फसल के रजिस्ट्रेशन की तिथि बढ़ाई

मध्यप्रदेश में ई-उपार्जन पर रबी फसल के रजिस्ट्रेशन की तिथि बढ़ाई

मध्यप्रदेश में इस समय रबी की फसल खरीदने के लिए सरकार की ओर से ई-उपार्जन पर रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया जारी है। इसके लिए यहां के किसान ई-उपार्जन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करा रहे हैं। पहले इसमें रजिस्ट्रेशन की तिथि 20 फरवरी तक थी। लेकिन कई किसान अभी भी इस पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन नहीं करा पाएं हैं। इसकी सुविधा के लिए प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार ने इस तिथि को बढ़ाकर 25 फरवरी तक कर दिया है। सरकार के इस निर्णय से प्रदेश के कई हजार किसानों को लाभ पहुंचेगा। अब किसान अपनी रबी फसल को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर बेचने के लिए 25 फरवरी तक रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे। बता दें कि इस बार मध्यप्रदेश में 15 मार्च से फसलों की खरीदी काम शुरू कर दिया जाएगा।

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इस बार एक साथ खरीदी जाएगी ये चार फसलें-

इस बार शिवराज सरकार ने चना, सरसों, मसूर और गेहूं की फसल की खरीदी एक साथ करने का फैसला किया है। जिसके चलते 1 फरवरी से फसलों की खरीदी के लिए पंजीयन भी शुरू हो चुके हंै, जो अब 25 फरवरी तक किए जाएंगे। सरकार अब तक गेहूं की फसल खरीदी का काम पहले करती थी। उसके बाद दूसरी फसलों की खरीदी शुरू होती थी, लेकिन इस बार सरकार ने एक साथ सभी फसलों को खरीदने का फैसला किया है। फसलों की खरीद को लेकर पिछले दिनों कृषि मंत्री कमल पटेल का कहना था कि अब तक मार्च के महीने में केवल गेहूं की फसल खरीदी होती थी। जबकि चना, सरसों और मसूर की फसल मई-जून के महीने में खरीदी जाती थी। लेकिन देखने में आ रहा है कि चने की फसल भी अब गेहूं के साथ ही आ जाती र्है। इसलिए सरकार ने यह फैसला लिया है कि किसानों को समर्थन मूल्य का विकल्प फसल बेचने के लिए मई-जून तक का इंतजार न करना पड़े।

मध्यप्रदेश में गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) तय -

मध्यप्रदेश में इस बार समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर गेहूं खरीदी की दाम 1,975 रुपए प्रति क्विंटल तय किया गया है। सरकार का अनुमान है कि इस साल प्रदेश के करीब 20 लाख किसान समर्थन मूल्य पर गेहूं विक्रय करेंगे। इसे देखते हुए सरकार ने पिछली बार की अपेक्षा इस बार गेहूं के लिए खरीद केंद्रों की संख्या बढ़ा दी है।

चना, सरसों, मसूर के लिए तय न्यूनतम समर्थन मूल्य 2021-22 (एमएसपी)-

मध्यप्रदेश में गेहूं के साथ ही चना, सरसों व मसूर की फसल के लिए भी रजिस्ट्रेशन किए जा रहे हैं। इसकी खरीद भी गेहूं के साथ ही सरकार करेगी। इसके लिए चना- 5100 रुपए प्रति क्विंटल, मसूर- 5100 प्रति क्विंटल व सरसों के लिए 4650 रुपए प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य तय है।

फसल खरीद को लेकर राज्य सरकार की तैयारी-

इस बार प्रदेश में गेहूं की बंपर पैदावार के समर्थन मूल्य का विकल्प चलते सरकार फसल की खरीद की तैयारियों को लेकर जुट गई है। सरकार का अनुमान है कि इस बार किसान बड़े पैमाने पर गेहूं की बिक्री करेंगे। इसे देखते हुए गेहूं खरीदी के लिए इस बार पूरे मध्य प्रदेश में 4,529 खरीद केंद्र बनाए जा रहे हैं ताकि किसानों को परेशान न होना पड़े।

एमपी ई-उपार्जन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन के लिए आवश्यक दस्तावेज-

एमपी-ई उपार्जन पोर्टल पर किसानों को रजिस्ट्रेशन कराने के लिए अपनी समग्र आईडी, निवास प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, बैंक अकाउंट पासबुक, ऋण पुस्तिका, मोबाइल नंबर, पासपोर्ट साइज फोटो आदि दस्तावेजों की आवश्यकता होगी।
एमपी ई-उपार्जन पोर्टल पर कैसे करें ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन?

यदि आप एमपी ई उपार्जन पोर्टल पर पंजीकरण करना चाहते हैं तो आपको ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना होगा। इसके लिए सबसे पहले आपको एमपी ई उपार्जन पोर्टल की आधिकारिक वेबसाइट mpeuparjan.nic.in/ पर जाना होगा। यहां आपके सामने होम पेज खुल कर आएगा। इस होम पेज पर आपको रबी 2021 -2022 का विकल्प दिखाई देगा। समर्थन मूल्य का विकल्प आपको इस विकल्प पर क्लिक करना होगा। विकल्प पर क्लिक करने के बाद आपके सामने अगला पेज खुल जाएगा। जिसमें एमपी-ई- उपार्जन रजिस्ट्रेशन पर आपको किसान पंजीयन /आवेदन सर्च का विकल्प दिखाई देगा। आपको किसान पंजीयन समर्थन मूल्य का विकल्प समर्थन मूल्य का विकल्प विकल्प पर क्लिक करना होगा। विकल्प पर क्लिक करने के बाद आपके सामने अगला पेज खुल जाएगा। इस पेज पर आपको एक फॉर्म दिखाई देगा आपको इस फॉर्म में पूछी गई सभी जानकारी जैसे किसान का नाम, मोबाइल नंबर, समग्र आईडी आदि सभी जानकारी भरनी होगी। इसके बाद आपको सबमिट के बटन पर क्लिक करना होगा। इस प्रकार आपका रजिस्ट्रेशन हो जाएगा।

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