निवेश करने का परिचय

सीएम योगी ने गौतमबुद्धनगर में यूनेस्को-इंडिया-अफ्रीका हैकथॉन का किया शुभारंभ
हम जानते हैं भारतीय मनीषा में सदैव से विश्व कल्याण के जिन भावों को व्यक्त किया है, आज भी वह विश्व कल्याण का माध्यम बन सकता है। भारतीय मनीषा की अभिव्यक्ति वसुधैव कुटुम्बकम् के भावों का प्रतिनिधित्व करती है। भारत सदैव इसको अनुसरण करते हुए विश्व बंधुत्व के भाव को प्रबल करता रहा है।
हैकथॉन भी हमारी इसी लोककल्याणकारी नीति का प्रतीक है। यह बातें मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गौतमबुद्धनगर में आयोजित यूनेस्को-इंडिया-अफ्रीका हैकथॉन का शुभारंभ करते हुए कहीं। इस अवसर पर उन्होंने इंडो-अफ्रीकी देशों की कल्चरल परेड को भी देखा।
श्रीराम, श्रीकृष्ण और बुद्ध की धरती है उत्तर प्रदेश
अफ्रीका के कई देशों से आए डेलिगेट्स, छात्रों का अभिनंदन करते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि भारत ने कभी भी तलवार के बल पर किसी पर प्रभुत्व स्थापित नहीं किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र में भारत की नीति पर प्रकाश डालते हुए बहुत स्पष्ट शब्दों में कहा था, भारत ने दुनिया को युद्ध नहीं बुद्ध दिया है। भारत ने पूरी दुनिया को शांति का संदेश दिया है। भगवान श्रीराम की गाथा विश्व समुदाय के समक्ष मानव जीवन के सच्चे आदर्शों को व्यक्त करती है। अफ्रीका महाद्वीप के मारीशस में भगवान राम की आराधना और रामायण का प्रभाव सर्वविदित है। उत्तर प्रदेश भगवान श्रीराम, श्रीकृष्ण और महात्मा बुद्ध की धरती है।
नई ऊंचाइयों को छू रहे हैं भारत-अफ्रीका संबंध
दक्षिण अफ्रीका के साथ भारत के संबंधों की मधुरता पर चर्चा करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ब्रिटिश साम्राज्य के खिलाफ अपने अहिंसक आंदोलन की शुरुआत दक्षिण अफ्रीका से की थी। दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला ने महात्मा गांधी को अपना आदर्श मानकर और अहिंसा को आधार बनाकर रंगभेद के खिलाफ अभियान शुरू किया और भेदभावपूर्ण व्यवस्था का अंत किया। भारत में उनका नाम अत्यंत आदर के साथ लिया जाता है। वर्तमान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रूप में भारत और अफ्रीका महाद्वीप के संबंध एक नई ऊंचाइयों को प्राप्त कर रहे हैं। हाल ही में भारत से विलुप्त हो चुके चीतों को सितंबर 2022 में मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा गया था। ये चीते अफ्रीकन देश नामीबिया ही से लाए गए थे।
36 घंटे तक चलेगा हैकथॉन
सीएम योगी ने हैकथॉन के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारत अफ्रीका के साथ सहयोग और साझेदारी के नए आयाम स्थापित कर रहा है। इसी कड़ी में यूनेस्को-भारत-अफ्रीका हैकथॉन के पहले संस्करण का आयोजन हो रहा है। 36 घंटे के इस हैकथॉन का आयोजन 25 नवंबर तक किया जा रहा है। इस हैकथान में प्रतिभाग करने के लिए 22 देशों के 400 से अधिक छात्र-छात्राएं और प्रतिनिधि यहां उपस्थिति हुए हैं। सभी छात्र छात्राएं भारत के छात्र छात्राओं के साथ मिलकर अलग-अलग टीमों के माध्यम से विभिन्न प्रॉब्लम स्टेटमेंट्स पर समाधान बनाने का प्रयास करेंगे। यह आयोजन अफ्रीका के छात्र छात्राओं को भारत में शिक्षा एवं जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में नवाचार के नए अवसरों का लाभ उठाने का भी अवसर प्रदान करता है। हैकथॉन के दौरान वो नवीन प्रौद्योगिकी आधारित समाधानों की संकल्पना और संरचना भी करेंगे। यह आयोजन पीएम मोदी की मंशा के अनुरूप है। पीएम मोदी का मानना है कि मुख्य धारा की व्यापक समस्याओं के समग्र समाधान में युवाओं की भागीदारी होनी चाहिए।
नवाचार और स्टार्टअप को बढ़ावा दे रही प्रदेश सरकार
उत्तर प्रदेश में असीमित संभावनाओं के बारे में सीएम योगी ने कहा कि वर्तमान में उत्तर प्रदेश देश के अग्रणी राज्यों में सम्मिलित है। प्रदेश में देश और विदेश के बड़े उद्यमी और अंतर्राष्ट्रीय कंपनियां बड़ी मात्रा में निवेश कर रही हैं। प्रदेश सरकार ने कई फोकस सेंटर तय किए हैं। इसमें स्टार्टअप, आईटी, इलेक्ट्रॉनिक्स, एग्रो फूड प्रोसेसिंग, डेयरी, टेक्सटाइल, नवीनीकरण ऊर्जा आदि शामिल हैं। उत्तर प्रदेश की वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट योजना वर्तमान में एक स्टार्टअप की तरह उभरकर विशिष्ट एवं प्रसिद्ध उत्पादों को जनमानस तक पहुंचाने का काम कर रही है। यह योजना न सिर्फ प्रदेश के जनपदों को एक नई पहचान दे रही है, बल्कि लाखों युवाओं को रोजगार के अवसर भी प्रदान कर रही है। प्रदेश सरकार नवाचार और स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए कृत संकल्पित है। इस संबंध में हमारी नीति भी स्पष्ट है। स्टार्टअप, इंक्यूबेटर, मेंटरशिप, सेंटर ऑफ एंटरप्रेन्योरशिप, इनोवेशन हब जैसे प्रयासों के माध्यमों से उत्तर प्रदेश एक सक्षम, उन्नत और अभिनव स्टार्ट इकोसिस्टम स्थापित करने के लिए कटिबद्ध है। इसी तरह, हैकथॉन स्टार्टअप कल्चर को न सिर्फ निवेश करने का परिचय मजबूत नींव प्रदान करते हैं, बल्कि छात्र-छात्राओं के जीवन पर भी सकारात्मक प्रभाव डालते हैं। हैकथॉन के माध्यम से बच्चे तकनीक का इस्तेमाल करते हुए नए-नए इनोवेशन करते हैं जो भविष्य में स्टार्ट अप बनकर देश को नवीन दिशा प्रदान कर सकते हैं।
विश्वस्तरीय स्टार्टअप इकोसिस्टम की ओर अग्रसर है प्रदेश
इनोवेशन और स्टार्टअप को लेकर सीएम योगी ने कहा कि वर्तमान में भारत ने इनोवेशन एवं स्टार्ट अप के माध्यम से विश्व पटल पर एक विशिष्ट पहचान बनाई है। हमारा देश स्टार्ट अप की दुनिया का विशिष्ट देश बन चुका है। यूनीकॉर्न यानी वन बिलियन डॉलर से अधिक वैल्यूएशन के स्टार्टअप तेजी से उभरकर सामने आ रहे हैं। इससे देश की अर्थव्यवस्था तो सुदृढ़ हो ही रही है, हमारे युवाओं को बड़ी संख्या में रोजगार के नए अवसर भी प्राप्त हो रहे हैं। पीएम मोदी के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश मजबूत बुनियादी ढांचा विकसित करते हुए अनुकूल नीतिगत वातावरण प्रदान करके विश्वस्तरीय स्टार्टअप इकोसिस्टम स्थापित करने की ओर तेजी से अग्रसर है। नीति आयोग द्वारा जारी किए गए इंडिया इनोवेशन इंडेक्स 2021 के परफॉर्मर कैटेगरी के तहत बड़े निवेश करने का परिचय राज्यों की सूची में उत्तर प्रदेश देश के टॉप-5 राज्यों में सम्मिलित है। हम जल्द ही शीर्ष स्थान पर पहुंचने के लिए पूरी मजबूती से आगे बढ़ रहे हैं।
भारत की विशिष्ट धरोहरों का जरूर करें भ्रमण
प्रदेश में आए मेहमानों से सीएम योगी ने अपील की और कहा कि सभी सम्मानित अतिथियों से मेरा अनुरोध है कि इस हैकथॉन के पश्चात आप प्रदेश में स्थिति भारत की विशिष्ट धरोहरों काशी, मथुरा, अयोध्या, प्रयागराज, आगरा आदि का भ्रमण कर हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से भी परिचय प्राप्त करें। आप सभी युवा जिस तरह की प्रतिभा और नवाचार के धनी हैं मुझे आशा है कि हम सब मिलकर समाज की बेहतरी एवं अंत्योदय के संबंध में विभिन्न समस्याओं का समाधान कर सकते हैं।
निवेश करने का परिचय
नए भारत के नए उत्तर प्रदेश में दुनिया भर के निवेशकों का स्वागत है : योगी
नई दिल्ली, 22 नवंबर(आईएएनएस)। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 के आयोजन की औपचारिक घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने मंगलवार को नई दिल्ली स्थित सुषमा स्वराज प्रवासी भारतीय भवन में आयोजित एक भव्य कर्टेन रेजर सेरेमनी में राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय औद्योगिक जगत के अनेक प्रतिष्ठित जनों, औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधियों, सार्वजनिक क्षेत्र की अनेक कम्पनियों के प्रतिनिधियों आदि की गरिमामयी उपस्थिति में मुख्यमंत्री ने दुनिया भर के औद्योगिक निवेशकों को उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए आमंत्रित किया।
नई दिल्ली, 22 नवंबर(आईएएनएस)। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 के आयोजन की औपचारिक घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने मंगलवार को नई दिल्ली स्थित सुषमा स्वराज प्रवासी भारतीय भवन में आयोजित एक भव्य कर्टेन रेजर सेरेमनी में राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय औद्योगिक जगत के अनेक प्रतिष्ठित जनों, औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधियों, सार्वजनिक क्षेत्र की अनेक कम्पनियों के प्रतिनिधियों आदि की गरिमामयी उपस्थिति में मुख्यमंत्री ने दुनिया भर के औद्योगिक निवेशकों को उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए आमंत्रित किया।
जीआईएस 2023 के लोगो का अनावरण करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश आज एक प्रगतिशील परिवर्तनकारी यात्रा के शिखर पर है। प्रधानमंत्री द्वारा निर्धारित आत्मनिर्भर भारत का विजन इस कायाकल्प का प्रमुख स्तंभ है। भारत को पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का देश बनाने के प्रधानमंत्री के विजन का अनुकरण करते हुए, उत्तर प्रदेश ने अपने लिए 1 ट्रिलियन का लक्ष्य रखा है। इस क्रम में हमारी सरकार 10 से 12 फरवरी, 2023 तक लखनऊ में एक ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन कर रही है, ताकि राज्य में उपलब्ध असीम व्यावसायिक अवसरों से देश और दुनिया लाभान्वित हो सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह इन्वेस्टर्स समिट वैश्विक औद्योगिक जगत को आर्थिक विकास में सहयोग करने के लिए एक एकीकृत मंच प्रदान करने में उपयोगी सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि इस तीन दिवसीय वैश्विक सम्मेलन में विश्व स्तर के नीति निर्धारकों, कॉपोर्रेट जगत के शीर्ष नेतृत्व, व्यापारिक प्रतिनिधिमंडलों, एकेडेमिया, विचार मंच एवं प्रबुद्धजनों द्वारा प्रतिभाग किया जाएगा तथा सामूहिक रूप से व्यावसायिक संभावनाओं एवं सहभागिता के अवसरों पर मंथन किया जाएगा। बड़े उद्देश्य वाले इस विशिष्ट आयोजन के लिए उत्तर प्रदेश दुनिया भर के निवेशकों को आमंत्रित कर रहा है। उन्होंने कहा कि इस बार इस समिट के माध्यम से प्रदेश ने 10 लाख करोड़ के वैश्विक निवेश का लक्ष्य रखा है।
समिट की अब तक की तैयारियों की जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि समिट के भव्य आयोजन में हमारे साथ भागीदारी करने के लिए अब तक लगभग 21 देशों ने उत्साह जताया है। यह बताते हुए प्रसन्नता हो रही है कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में नीदरलैंड, डेनमार्क, सिंगापुर, यूनाइटेड किंगडम और मॉरीशस हमारे साथ पार्टनर कंट्री के रूप में सहभागिता करेंगे। इसके अलावा, दुनिया भर के औद्योगिक निवेशकों को समिट में आमंत्रित करने के लिए प्रदेश सरकार भी 18 देशों एवं भारत के सात प्रमुख नगरों में रोड-शो भी आयोजित कर रही है।
विभिन्न देशों के राजदूतों/उच्चायुक्तों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सभी आएं, भागीदारी करें तथा ग्लोबल समिट को सफल बनाएं। मुख्यमंत्री ने सार्वजनिक क्षेत्र की प्रतिष्ठित इकाइयों के शीर्ष प्रबंधन एवं भारत सरकार के अधिकारियों के सहयोग के लिए भी आभार जताया।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश ने पिछले कुछ वर्षों में सक्षम नीतिगत समर्थन एवं विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचा प्रदान करके अपने कारोबारी माहौल में बड़े पैमाने पर सुधार किया है। प्रोएक्टिव इनवेस्टर कनेक्ट तथा हैंडहोल्डिंग के लिए, हमारी सरकार ने समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर करने एवं उनके कार्यान्वयन की निगरानी के लिए निवेश सारथी के नाम से एक नई ऑनलाइन प्रणाली विकसित की है, साथ ही एक ऑनलाइन इंसेंटिव मैनेजमेंट सिस्टम भी विकसित किया गया है।
प्रदेश की नवीनतम औद्योगिक नीति व सेक्टरोल पॉलिसी से परिचय कराते हुए उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने आईटी/आईटीईएस, डेटा सेंटर, ईएसडीएम, डिफेंस एवं एयरोस्पेस, इलेक्ट्रिक वाहन, वेयरहाउसिंग एवं लॉजिस्टिक्स, पर्यटन, टेक्सटाइल, एमएसएमई, आदि सहित विभिन्न क्षेत्रों में निवेश आकर्षित करने के लिए लगभग 25 नीतियों को तैयार करके नीति संचालित शासन के माध्यम से औद्योगिक विकास के लिए एक समय पारिस्थितिकी तंत्र बनाने की दिशा में अनेक सुधारात्मक कदम उठाए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रणनीतिक रूप से राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के निकट स्थित उत्तर प्रदेश आकार में भारत का चौथा सबसे बड़ा राज्य है। हमारे राज्य में 24 करोड़ नागरिक निवास करते हैं, जो इसे भारत का सबसे बड़ा श्रम एवं उपभोक्ता बाजार बनाते हैं। उत्तर प्रदेश सरकार वायु, जल, सड़क एवं रेल नेटवर्क के माध्यम से निर्बाध कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने के लिए त्वरित गति से बुनियादी ढांचे का विकास कर रही है, जिससे उद्योगों को वैश्विक एवं घरेलू बाजार तक पहुंच बनाने में लॉजिस्टिक्स की सुलभता में वृद्धि होगी।
अपराध और अपराधियों के लिए जीरो टॉलरेंस के साथ, यूपी ने उद्योग के लिए सुरक्षा की भावना पैदा की है: योगी आदित्यनाथ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने अपराध और अपराधियों के प्रति ‘जीरो टॉलरेंस’ का रुख अपनाकर उद्योग के लिए सुरक्षा की भावना पैदा की है। साथ ही निवेशकों को आमंत्रित करने के लिए 18 देशों में रोडशो की योजना की बात भी कही
योगी ने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश अपनी पारदर्शी नीतियों के कारण निवेशकों के लिए सबसे पसंदीदा स्थलों में से एक के रूप में उभरा है, जो व्यापार करने में आसानी को बढ़ाता है। उन्होंने लखनऊ में अगले वर्ष 10 से 12 फरवरी तक होने वाले उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 से पूर्व आयोजित कार्यक्रम की शुरूआत को संबोधित करते हुए कहा कि यह आयोजन वैश्विक औद्योगिक जगत को आर्थिक विकास में सहयोग के लिए एक एकीकृत मंच प्रदान करने में उपयोगी सिद्ध होगा। .
राज्य सरकार ने शिखर सम्मेलन के लिए निवेशकों को आमंत्रित करने के लिए 18 देशों और भारत के सात प्रमुख शहरों में रोड शो आयोजित करने की योजना बनाई है। राज्य ने आयोजन के माध्यम से 10 लाख करोड़ रुपये के निवेश को आकर्षित करने का लक्ष्य रखा है।
आदित्यनाथ ने कहा कि भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने में मदद निवेश करने का परिचय करने के लिए, उत्तर प्रदेश एक विकास इंजन के रूप में काम करेगा, उन्होंने कहा कि उनके राज्य ने भी अगले पांच वर्षों में 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने का लक्ष्य रखा है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश ने निवेश को आकर्षित करने के लिए लगभग 25 नीतियां बनाकर नीति-संचालित शासन के माध्यम से औद्योगिक विकास के लिए एक पारिस्थितिकी तंत्र बनाने की दिशा में कई सुधारात्मक कदम उठाए हैं। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि सरकार राज्य में कई औद्योगिक परियोजनाओं पर काम कर रही है।
उन्होंने कहा, "डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर उत्तर प्रदेश में विकसित किया जा रहा है। इसके तहत छह नोड आगरा, अलीगढ़, कानपुर, लखनऊ, झांसी और चित्रकूट में से अलीगढ़ नोड का उद्घाटन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर चुके हैं, जबकि जमीन आवंटन का काम चल रहा है।"
यमुना एक्सप्रेसवे के पास राज्य के पहले मेडिकल डिवाइस पार्क का उद्घाटन किया गया है। इसी तरह यमुना एक्सप्रेसवे क्षेत्र में फिल्म सिटी, टॉय पार्क, अपैरल पार्क, हैंडीक्राफ्ट पार्क और लॉजिस्टिक्स हब विकसित किया जा रहा है। 'निवेशकों की आसानी' को मजबूत करने के लिए, मुख्यमंत्री ने 'ऑनलाइन प्रोत्साहन प्रबंधन पोर्टल' और 'ग्राहक संबंध प्रबंधन पोर्टल (निवेश सारथी)' लॉन्च किया। उन्होंने शिखर सम्मेलन के लोगो का भी अनावरण किया।
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CM योगी ने यूनेस्को-इंडिया-अफ्रीका हैकथॉन का किया शुभारंभ, बोले- दोनों देशों के संबंध एक अद्भुत मिसाल
सीएम योगी ने कहा कि यह आयोजन पीएम मोदी की मंशा के अनुरूप है. पीएम मोदी का मानना है कि मुख्य धारा की व्यापक समस्याओं के समग्र समाधान में युवाओं की भागीदारी होनी चाहिए.
सीएम ने मेहमानों से काशी, मथुरा, अयोध्या, प्रयागराज, आगरा आदि जगहों पर घूमने का भी अनुरोध किया.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (UP CM Yogi Adityanath) ने गौतमबुद्धनगर में यूनेस्को-इंडिया-अफ्रीका हैकथॉन का शुभारंभ किया. इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से भारत और अफ्रीका महाद्वीप के संबंध एक नई ऊंचाइयों को प्राप्त कर रहे हैं. 22 देशों के 400 से अधिक छात्र-छात्राएं और प्रतिनिधि हैकथॉन में भाग लेने के लिए यहां आए हुए हैं.
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मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत-अफ्रीका के रिश्ते संयोग वाले संबंधों की एक अद्भुत मिसाल हैं. उपनिवेशवाद के खिलाफ एकजुटता, विकासशील देशों के बीच सहयोग की सच्ची भावना भारत-अफ्रीका महाद्वीप के मजबूत रिश्तों की आधारशिला रही है. हम जानते हैं भारतीय मनीषा में सदैव से विश्व कल्याण के जिन भावों को व्यक्त किया है, आज भी वह विश्व कल्याण का माध्यम बन सकता है. भारतीय मनीषा की अभिव्यक्ति वसुधैव कुटुम्बकम् के भावों का प्रतिनिधित्व करती है. भारत सदैव इसको अनुसरण करते हुए विश्व बंधुत्व के भाव को प्रबल करता रहा है. हैकथॉन भी हमारी इसी लोककल्याणकारी नीति का प्रतीक है.
अफ्रीका के कई देशों से आए डेलिगेट्स, छात्रों का अभिनंदन करते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि भारत ने कभी भी तलवार के बल पर किसी पर प्रभुत्व स्थापित नहीं किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र में भारत की नीति पर प्रकाश डालते हुए बहुत स्पष्ट शब्दों में कहा था, भारत ने दुनिया को युद्ध नहीं बुद्ध दिया है. भारत ने पूरी दुनिया को शांति का संदेश दिया है. भगवान श्रीराम की गाथा विश्व समुदाय के समक्ष मानव जीवन के निवेश करने का परिचय सच्चे आदर्शों को व्यक्त करती है. अफ्रीका महाद्वीप के मॉरिशस में भगवान राम की आराधना और रामायण का प्रभाव सर्वविदित है. उत्तर प्रदेश भगवान श्रीराम, श्रीकृष्ण और महात्मा बुद्ध की धरती है.
दक्षिण अफ्रीका के साथ भारत के संबंधों की मधुरता पर चर्चा करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ब्रिटिश साम्राज्य के खिलाफ अपने अहिंसक आंदोलन की शुरुआत दक्षिण अफ्रीका से की थी. दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला ने महात्मा गांधी को अपना आदर्श मानकर और अहिंसा को आधार बनाकर रंगभेद के खिलाफ अभियान शुरू किया और भेदभावपूर्ण व्यवस्था का अंत किया. भारत में उनका नाम अत्यंत आदर के साथ लिया जाता है. वर्तमान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रूप में भारत और अफ्रीका महाद्वीप के संबंध एक नई ऊंचाइयों को प्राप्त कर रहे हैं. हाल ही में भारत से विलुप्त हो चुके चीतों को सितंबर 2022 में मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा गया था. ये चीते अफ्रीकन देश नामीबिया ही से लाए गए थे.
सीएम योगी ने हैकथॉन के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारत अफ्रीका के साथ सहयोग और साझेदारी के नए आयाम स्थापित कर रहा है. इसी कड़ी में यूनेस्को-भारत-अफ्रीका हैकथॉन के पहले संस्करण का आयोजन हो रहा है. 36 घंटे के इस हैकथॉन का आयोजन 25 नवंबर तक किया जा रहा है. इस हैकथान में प्रतिभाग करने के निवेश करने का परिचय लिए 22 देशों के 400 से अधिक छात्र-छात्राएं और प्रतिनिधि यहां उपस्थिति हुए हैं. सभी छात्र छात्राएं भारत के छात्र छात्राओं के साथ मिलकर अलग-अलग टीमों के माध्यम से विभिन्न प्रॉब्लम स्टेटमेंट्स पर समाधान बनाने का प्रयास करेंगे. यह आयोजन अफ्रीका के छात्र छात्राओं को भारत में शिक्षा एवं जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में नवाचार के नए अवसरों का लाभ उठाने का भी अवसर प्रदान करता है. हैकथॉन के दौरान वो नवीन प्रौद्योगिकी आधारित समाधानों की संकल्पना और संरचना भी करेंगे.
उत्तर प्रदेश में असीमित संभावनाओं के बारे में सीएम योगी ने कहा कि वर्तमान में उत्तर प्रदेश देश के अग्रणी राज्यों में सम्मिलित है। प्रदेश में देश और विदेश के बड़े उद्यमी और अंतर्राष्ट्रीय कंपनियां बड़ी मात्रा में निवेश कर रही हैं. प्रदेश सरकार ने कई फोकस सेंटर तय किए हैं. इसमें स्टार्टअप, आईटी, इलेक्ट्रॉनिक्स, एग्रो फूड प्रोसेसिंग, डेयरी, टेक्सटाइल, नवीनीकरण ऊर्जा आदि शामिल हैं. उत्तर प्रदेश की वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट योजना वर्तमान में एक स्टार्टअप की तरह उभरकर विशिष्ट एवं प्रसिद्ध उत्पादों को जनमानस तक पहुंचाने का काम कर रही है. यह योजना न सिर्फ प्रदेश के जनपदों को एक नई पहचान दे रही है, बल्कि लाखों युवाओं को रोजगार के अवसर भी प्रदान कर रही है.
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार नवाचार और स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए कृत संकल्पित है. इस संबंध में हमारी नीति भी स्पष्ट है. स्टार्टअप, इंक्यूबेटर, मेंटरशिप, सेंटर ऑफ एंटरप्रेन्योरशिप, इनोवेशन हब जैसे प्रयासों के माध्यमों से उत्तर प्रदेश एक सक्षम, उन्नत और अभिनव स्टार्ट इकोसिस्टम स्थापित करने के लिए कटिबद्ध है. इसी तरह, हैकथॉन स्टार्टअप कल्चर को न सिर्फ मजबूत नींव प्रदान करते हैं, बल्कि छात्र-छात्राओं के जीवन पर भी सकारात्मक प्रभाव डालते हैं. हैकथॉन के माध्यम से बच्चे तकनीक का इस्तेमाल करते हुए नए-नए इनोवेशन करते हैं जो भविष्य में स्टार्ट अप बनकर देश को नवीन दिशा प्रदान कर सकते हैं.
इनोवेशन और स्टार्टअप को लेकर सीएम योगी ने कहा कि वर्तमान में भारत ने इनोवेशन और स्टार्ट अप के माध्यम से विश्व पटल पर एक विशिष्ट पहचान बनाई है. हमारा देश स्टार्ट अप की दुनिया का विशिष्ट देश बन चुका है. यूनीकॉर्न यानी वन बिलियन डॉलर से अधिक वैल्यूएशन के स्टार्टअप तेजी से उभरकर सामने आ रहे हैं. इससे देश की अर्थव्यवस्था तो सुदृढ़ हो ही रही है, हमारे युवाओं को बड़ी संख्या में रोजगार के नए अवसर भी प्राप्त हो रहे हैं. पीएम मोदी के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश मजबूत बुनियादी ढांचा विकसित करते हुए अनुकूल नीतिगत वातावरण प्रदान करके विश्वस्तरीय स्टार्टअप इकोसिस्टम स्थापित करने की ओर तेजी से अग्रसर है. नीति आयोग द्वारा जारी किए गए इंडिया इनोवेशन इंडेक्स 2021 के परफॉर्मर कैटेगरी के तहत बड़े राज्यों की सूची में उत्तर प्रदेश देश के टॉप-5 राज्यों में सम्मिलित है. हम जल्द ही शीर्ष स्थान पर पहुंचने के लिए पूरी मजबूती से आगे बढ़ रहे हैं.
प्रदेश में आए मेहमानों से सीएम योगी ने अपील की और कहा कि सभी सम्मानित अतिथियों से मेरा अनुरोध है कि इस हैकथॉन के पश्चात आप प्रदेश में स्थिति भारत की विशिष्ट धरोहरों काशी, मथुरा, अयोध्या, प्रयागराज, आगरा आदि का भ्रमण कर हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से भी परिचय प्राप्त करें. आप सभी युवा जिस तरह की प्रतिभा और नवाचार के धनी हैं मुझे आशा है कि हम सब मिलकर समाज की बेहतरी निवेश करने का परिचय एवं अंत्योदय के संबंध में विभिन्न समस्याओं का समाधान कर सकते हैं.
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Srikanth Bolla Biography in Hindi
पूरा नाम | श्रीकांत बेला |
जन्मतिथि | 7 जुलाई 1992 |
जन्मस्थान | आंध्र प्रदेश |
पिता का नाम | दामोदर राव वेंकटप्पा |
उम्र | 2022 के मुताबिक 30 साल |
धर्म | हिंदू धर्म |
माता का नाम | वेंकटप्पा |
कुल संपत्ति | जानकारी उपलब्ध नहीं है |
श्रीकांत बोला का जीवन परिचय
श्रीकांत बोला का जन्म 7 जुलाई 1952 को आंध्र प्रदेश केशहर मछलीपट्टनम के सीतारामपुरम में बच्चे के जन्म के समय हुआ था । उनका परिवार मुख्य रूप से खेती पर निर्भर था इनके बारे में कहा जाता है कि जब इनका जन्म हुआ तो इनके पिता और माता ने इनका पालन-पोषण normal बच्चों की तरह किया और हर मुकाम पर उनका साथ दिया कई लोगों ने इनके माता-पिता को कहा कि श्रीकांत को नाले में फेंक दो इस बच्चे का कोई भविष्य नहीं है लेकिन उनके माता-पिता ने लोगों की बात की परवाह किए बिना श्रीकांत की पढ़ाई लिखाई का पूरा इंतजाम किया इसलिए बचपन से ही श्रीकांत बोला संघर्ष और परिश्रम कर रहे हैं इसलिए उनका पूरा जीवन ही संघर्ष पर आधारित है इसलिए हम सब को उनके जीवन परिचय के बारे में विस्तारपूर्वक जाना चाहिए कि किस प्रकार एक अंधा लड़का अपने मेहनत संघर्ष के बल पर 150 टन ओवर वाले कंपनी का सीईओ बन गया जो अपने आप में एक मिसाल है I
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श्रीकांत बोला की शिक्षा | Shrikanth Bolla Education
श्रीकांत बोला ने अपनी प्राथमिक शिक्षा अपने स्कूल के स्कूलों से प्राप्त किए दसवीं के कक्षा में उन्होंने 90% नंबर प्राप्त किए थे श्रीकांत बोला पहले ऐसे नेत्रहीन छात्र थे जिन्होंने 10वीं की कक्षा पास की थी इसके बाद आगे की वह पढ़ाई इंजीनियर कॉलेज से करना चाहते थे लेकिन उनको वहां पर दाखिला नहीं दिया गया क्योंकि श्रीकांत बोला अंधे थे फिर भी उन्होंने हार नहीं मानी और अमेरिका के उन्होंने मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी संस्थान उन्होंने दाखिला लिया और वहीं से उन्होंने इंजीनियर की पढ़ाई पूरा किया I ऐसा कर कर श्रीकांत भोले पहले ऐसे अंधे छात्र बन गए जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय संस्थान से इंजीनियर की पढ़ाई पूरा किया I श्रीकांत जब स्कूल में पढ़ा करते थे तो बच्चे उनका मजाक उड़ाया करते थे लेकिन श्रीकांत ने उनकी बातें की कभी परवाह नहीं किया था I
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श्रीकांत बोला की पत्नी का नाम | वीरा स्वाति |
श्रीकांत बोला कैसे बने करोड़पति
श्रीकांत बोला ने अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद अपने घर वापस आ गए और उन्होंने निवेश करने का परिचय वहां पर एक छोटा फूड पैकेजिंग कंपनी स्थापित की जो खाने-पीने की चीजों का पैकिंग करने का काम करती है जब उन्होंने अपनी कंपनी की शुरुआत की थी तो उस समय उनके कंपनी में 8 लोग थे और आज की तारीख में उनके कंपनी में 650 लोग काम करते हैं और उनके कंपनी का टर्नओवर 150 करोड़ पर है उन्होंने अपनी कंपनी की जब शुरुआत की और कंपनी उनका अच्छा प्रदर्शन करने लगी तो उनके काम की तारीफ टाटा ग्रुप के मालिक रतन टाटा ने किया था और उन्होंने उनके कंपनी में पैसे में निवेश किए थे I उनके कंपनी में जितने भी लोग काम करते हैं वह किसी न किसी विकलांगता से पीड़ित है I शुरुआत के दिनों में उन्हें पैसे की काफी दिक्कत का सामना करना पड़ा लेकिन उन्होंने कठिनाइयों और अपने परिश्रम के बल पर पैसे की दिक्कत को दूर किया और कई बैंकों और दूसरे प्रकार संस्थान से फंड इकट्ठा कर उन्होंने अपने बिजनेस की शुरुआत किया था I
श्रीकांत बोला के कंपनी का नाम वं कार्य
श्रीकांत बोला ने साल 2012 में देश में ही बौलैंट इंडस्ट्री (Bollant Industries Pvt. Ltd) नामक कंज्यूमर फूड पैकेजिंग कंपनी (bollant industries consumer food packaging company) का निर्माण किया. उनकी कंपनी पत्ती और कागज के माध्यम से पैकेजिंग करने का काम करती है ताकि वातावरण को प्रदूषित होने से बचाया जा सके निर्माण किया जाता है. उन्होंने कंपनी की स्थापना की तो एक जगह ही उनका मैन्युफैक्चरिंग यूनिट था आज की तारीख में कुल मिलाकर साथ 7 उनके मैन्युफैक्चरिंग यूनिट है और कंपनी 20% वार्षिक दर से उन्नति कर रही है आज की तारीख में कंपनी का टर्नओवर 200 करोड़ के ऊपर है और मार्केट में अ कंपनी की वैल्यू अगर लगाई जाए तो 400 करोड़ रुपए के ऊपर है I
श्रीकांत की कंपनी ने इतनी तरक्की कर ली है कि साल 2021 के दौरान ही forbes नामक संस्थान से उन्हें अंडर 30 बिजनेसमैन एशिया लिस्ट में जगह दी गई थी
श्रीकांत बोला की कंपनी का नाम | Shrikanth Bolla Company Name
श्रीकांत बोला की कंपनी का नाम Bollant Industries Pvt. Ltd है (http://www.bollant.com/) जो प्रमुख तौर पर खाने पीने की चीजों की पैकेजिंग करने का काम करती है I
श्रीकांत बोला सोशल मीडिया लिंक्स | Shrikanth Bolla Social media links
श्रीकांत बोला के सोशल मीडिया link के बारे में हम चर्चा करें तो उनके सोशल मीडिया लिंक का विवरण हम आपको नीचे बिंदु अनुसार दे रहे हैं आइए जानते हैं-
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FAQ’s Srikanth Bolla Biography in Hindi
Q. श्रीकांत बोला कौन है?
Ans. श्रीकांत बोला एक दृष्टिहीन बिजनेसमैन है I
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