शुरुआती के लिए विस्तृत निर्देश

भारतीय संसद द्वारा वर्ष 1985 में दल-बदल अधिनियम को भारतीय संविधान में शामिल किया गया था। भारतीय संविधान में दल-बदल अधिनियम को 52वें संविधान द्वारा वर्ष 1985 में जोड़ा गया था जिससे की दल-बदल को हतोत्साहित किया जा सके। भारतीय संविधान की 10वीं अनुसूची दल-बदल अधिनियम से सम्बंधित है जिसके तहत निर्वाचित सदस्यों के दल-बदल सम्बंधित प्रावधानों की विस्तृत जानकारी प्रदान की गयी है। वर्ष 1991 एवं वर्ष 2003 में दल-बदल अधिनियम में संशोधन के माध्यम से इस कानून को और भी मजबूत बनाया गया है।
Mukhyamantri Work From Home Yojana 2022 राजस्थान वर्क फ्रॉम होम योजना
Mukhyamantri Work From Home Yojana 2022 | Rajasthan Work From Home Yojana 2022 | CM | महिलाओं के लिए सरकारी योजनाएं राजस्थान में | मुख्यमंत्री वर्क फ्रॉम होम योजना | उदेश्य | पात्रता | आयु सीमा | आवेदन.
Mukhyamantri Work From Home Yojana 2022: राजस्थान सरकार के द्वारा राज्य की महिलाओ को रोजगार प्रदान करने के लिए राजस्थान शुरुआती के लिए विस्तृत निर्देश वर्क फ्रॉम होम योजना का संचालन किया गया है। इस योजना के माध्यम से राज्य की महिला घर बैठे कार्य कर सकेंगी और एक अच्छी आमदनी अर्जित कर सकेंगे।
Rajasthan Work From Home Yojana 2022
राजस्थान वर्क फ्रॉम होम योजना 2022 का नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। रोजगार व आजीविका के क्षेत्र में महिलाओं के योगदान को बढाने, महिलाओं को आत्मनिर्भर व स्वावलम्बी बनाने के लिए महिलाओं को वर्क फ्रॉम होम जॉब वर्क के अवसर उपलब्ध करवाये जाने के उद्देश्य से वित्तीय वर्ष 2022-23 में ऐसी महिलायें जो Work from Home कर अपने परिवार की आजीविका में योगदान दे सकती हैं, उनके लिए राजस्थान में मुख्मंत्री वर्क फ्रॉम होम जॉब वर्क योजना शुरू कर दी है।
23 फरवरी 2022 को राजस्थान सरकार ने अपने राज्य की महिलाओं के लिए राजस्थान वर्क फ्रॉम होम शुरुआती के लिए विस्तृत निर्देश योजना की शुरुआत की है। राजस्थान वर्क फ्रॉम होम स्कीम के तहत राज्य की महिलाओं को घर से ही काम करने के लिए रोजगार प्रदान किया जाएगा। प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी के द्वारा यह भी जानकारी प्रदान की गई है कि इस योजना के तहत सरकार द्वारा 100 करोड़ों रुपए के बजट का आवंटन किया गया है। प्रदेश की लगभग 20000 महिलाओं को इस योजना के तहत लाभान्वित किया जाएगा।
CM Work From Home Yojana 2022 के अंतर्गत किए जाने वाले कार्य
विभिन्न विभागो जैसे वित्त विभाग, महिला अधिकारिता विभाग, कार्मिक विभाग, विद्यालय एवं उच्च व तकनीकि शिक्षा और सूचना प्रौधोगिकी एवं संचार विभाग के स्तर से वर्क फ्रॉम होम के माध्यम से करवाएं जा सकने वाले कार्यों यथा टाईपिंग, डिक्टेशन, डॉक्यूमेंटेशन इत्यादि का चिन्हिकरण कर निर्देश जारी करना।
- वित्त विभाग- समस्त राजकीय विभागों, स्वायत्तशासी निकायो, राजकीय एजेन्सियों एवं सार्वजनिक उपक्रमों में सीए शुरुआती के लिए विस्तृत निर्देश ऑडिट अकाउटिंग से सम्बंधित कार्य महिलाओं से वर्क फ्रॉम होम – जॉब वर्क के रूप में करवाये जा सके इस बाबत आवश्यक दिशा निर्देश जारी किये जायेगे।
- सूचना प्रौधोगिकी एवं संचार विभाग– सूचना प्रौधोगिकी से सम्बन्धित कार्य यथा प्रोग्रामिंग, software शुरुआती के लिए विस्तृत निर्देश designing, data analysis, Web Designing, ई मित्र आवंटन में महिलाओ को प्राथमिकता देना तथा शुल्क मे छूट प्रदान कर इन्हे प्रोत्साहित करना ।
- विद्यालय एवं उच्च व तकनीकि शिक्षा – नियमित अध्ययनरत तथा दूरस्थ शिक्षा से जुड़े हुए विद्यार्थियो को महिला विषय विशेषज्ञों से ऑन लाईन प्रशिक्षण, विद्यार्थियों को दी जाने वाली शुरुआती के लिए विस्तृत निर्देश स्कूल ड्रेस की सिलाई, राजकीय छात्रावासों में उपयोग में लिये जाने वालें वस्त्रों बेडसीटो, पद, इत्यादि की धुलाई.
- कार्मिक विभाग – विभिन्न विभागो के स्तर से वर्क फ्रॉम होम के माध्यम से करवाएं जा सकने वाले कार्यों तथा शुरुआती के लिए विस्तृत निर्देश टाईपिंग, डिक्टेशन, डॉक्यूमेंटेशन इत्यादि का चिन्हिकरण कर निर्देश जारी करना।
- महिला अधिकारिता विभाग – विभाग के अन्तर्गत काउंसलिंग सेवाएं वर्क फ्रॉम होम- जॉब वर्क के तहत शुरुआती के लिए विस्तृत निर्देश करवाना।
जामिया मिलिया इस्लामिया में PhD की प्रवेश प्रक्रिया शुरू, कैसे करें आवेदन?
देश के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में से एक जामिया मिलिया इस्लामिया (JMI) विश्वविद्यालय से PhD करने के इच्छुक उम्मीदवारों के लिए राहतभरी खबर है। इसके लिए 22 नवंबर से शैक्षणिक सत्र 2022-23 के PhD प्रोग्राम में दाखिला पाने के लिए आवेदन प्रक्रिया की शुरुआत कर दी जाएगी। ऐसे में इच्छुक एवं पात्रता पूरी करने वाले उम्मीदवार विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर संबंधित सभी जानकारी देखकर अपनी पंजीकरण प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं।
क्या है आधिकारिक सूचना?
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, विश्वविद्यालय ने हाल ही में जारी नोटिस में कहा है कि विश्वविद्यालय द्वारा शीघ्र ही पूरा कार्यक्रम घोषित किया जाएगा। जिसमें स्पष्ट रूप से सभी नियम साझा किए जाएंगे। घोषणा के बाद योग्य आवेदक 22 नवंबर से 22 दिसंबर के बीच PhD प्रोग्राम में प्रवेश के लिए आवेदन जमा करा सकेंगे। इसके अलावा प्रवेश प्रक्रिया में किसी भी तरह के परिवर्तन होने पर सभी जानकारी वेबसाइट पर साझा कर दी जाएगी।
JMI में PhD कोर्स में दाखिला लेने के शुरुआती के लिए विस्तृत निर्देश लिए केवल वह उम्मीदवार ही पात्र माने जाएंगे, जिन्होंने 2021-22 को या उससे पहले (ग्रेजुएशन या अन्य अनिवार्य शैक्षणिक मानदंड़) संबंधी अपनी योग्यता परीक्षा पास कर ली हो। ऐसे अभ्यर्थी को ही विश्वविद्यालय में PhD कार्यक्रम के लिए आवेदन करने का मौका दिया जाएगा। इस बारे में विस्तृत जानकारी के लिए अभ्यर्थी विश्वविद्यालय द्वारा जारी की गई अधिसूचना को अवश्य देख लें। उसका प्रकाशन भी कर दिया गया है।
किन-किन क्षेत्र में कर सकते हैं PhD?
JMI से विभिन्न प्रकार के क्षेत्रों में PhD की जा सकती है। इसमें राजनीति विज्ञान, सामाजिक कार्य, सिविल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार इंजीनियरिंग, भूगोल, कंप्यूटर विज्ञान, गणित और उर्दू शुरुआती के लिए विस्तृत निर्देश माध्यम के क्षेत्र शामिल हैं। इसके लिए अनिवार्य है कि उम्मीदवार ने संबंधित क्षेत्र से ही अपनी अन्य डिग्री भी पूरी की हों। इसके बाद अभ्यर्थी कॉलेज या फिर विश्वविद्यालय में प्रोफेसर या फिर लेक्चरर बन सकते हैं। साथ ही रिसर्च और एनालिसिस के क्षेत्र में भी करियर बना सकते हैं।
देश में PhD बेहद प्रसिद्ध कोर्सेज में गिना जाता है जिसके लिए न केवल गहन अध्ययन की जरूरत होती है, बल्कि संबंधित क्षेत्र में आपकी रुचि होना भी जरूरी है। इसमें आवेदन के लिए आपको उसी क्षेत्र में स्नातक और परास्नातक की डिग्री पूरी करनी होती है, जिसमें PhD करना चाहते हैं। इसकी समयावधि तीन साल की होती है। इस डिग्री को हासिल कर लेने के बाद अभ्यर्थी के नाम के साथ डॉक्टर की उपाधि जुड़ जाती है।
शुरुआती के लिए विस्तृत निर्देश
बंगाल में भाजपा की सांगठनिक गतिविधियों में मिथुन की बड़ी भूमिका
कोलकाता, 21 नवंबर (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल में किसी भी चुनाव से पहले प्रचार का चेहरा होने के अलावा सुपरस्टार मिथुन चक्रवर्ती अब राज्य में भाजपा की संगठनात्मक गतिविधियों में जमीनी स्तर पर बड़ी भूमिका निभाएंगे।
कोलकाता, 21 नवंबर (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल में किसी भी चुनाव से पहले प्रचार का चेहरा होने के अलावा सुपरस्टार मिथुन चक्रवर्ती अब राज्य में भाजपा की संगठनात्मक गतिविधियों में जमीनी स्तर पर बड़ी भूमिका निभाएंगे।
दल-बदल अधिनियम सम्बंधित अकसर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
दल-बदल अधिनियम भारतीय संसद द्वारा वर्ष 1985 में भारतीय संविधान के शामिल किया गया कानून है जिसके तहत निर्वाचित जनप्रतिनिधियों के दल-बदल को प्रतिबंधित करने हेतु उचित प्रावधान बनाये गए है।
निर्वाचित जनप्रतिनिधियों के मध्य दल-बदल की प्रकृति को हतोत्साहित करने एवं मंत्रीपद, वित्तीय लाभ के लालच एवं हॉर्स ट्रेडिंग जैसी राजनैतिक बुराईयों को दूर करने हेतु दल-बदल अधिनियम को लागू करना आवश्यक है।
दल-बदल अधिनियम को संविधान में वर्ष 1985 में 52वें संविधान संसोधन के द्वारा शामिल किया गया है। दल-बदल अधिनियम के तहत जनप्रतिनिधियों के मध्य वित्तीय लाभ के लिए दल-बदलने की प्रवृति पर अंकुश लगाया गया है साथ ही इसमें जनप्रतिनिधियों के अयोग्यता सम्बंधित प्रावधानों का विस्तृत वर्णन किया गया है।
भारत के संविधान की 10वीं अनुसूची दल-बदल अधिनियम से सम्बंधित है जिसे की वर्ष 1985 में 52वें संविधान संशोधन द्वारा संविधान में शामिल किया गया है।
शुरुआती के लिए विस्तृत निर्देश
बंगाल में भाजपा की सांगठनिक गतिविधियों में मिथुन की बड़ी भूमिका
कोलकाता, 21 नवंबर (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल में किसी भी चुनाव से पहले प्रचार का चेहरा होने के अलावा सुपरस्टार मिथुन चक्रवर्ती अब राज्य में भाजपा की संगठनात्मक गतिविधियों में जमीनी स्तर पर बड़ी भूमिका निभाएंगे।
कोलकाता, 21 नवंबर (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल में किसी भी चुनाव से पहले प्रचार का चेहरा होने के अलावा सुपरस्टार मिथुन चक्रवर्ती अब राज्य में भाजपा की संगठनात्मक गतिविधियों में जमीनी स्तर पर बड़ी भूमिका निभाएंगे।