स्विंग ट्रेडिंग के लिए किस टाइम फ्रेम का उपयोग करें?

स्टॉक मार्केट में अनुशासन का महत्व (importance of discipline in stock market)
अनुशासन का उपयोग जीवन के हर क्षेत्र में, समस्त ब्रह्मांड में होता है, यह संपूर्ण सृष्ठि और यहां के हर चीज किसी ना किसी अनुशासन से बंधी हुई है, सारी दुनिया में हर देश का एक नियम कानून है, डिसिप्लिन है, जिसके दायरे में ही समस्त क्रियाकलाप होते हैं,यही तो अनुशासन है, जब भी कोई उस दायरे को तोड़ता है तो उसे गैरकानूनी माना जाता है और उसके स्विंग ट्रेडिंग के लिए किस टाइम फ्रेम का उपयोग करें? लिए दंड के प्रावधान हैं, अनुशासन के बिना एक सभ्य समाज की परिकल्पना नहीं की जा सकती| इंसान तो इंसान लगातार प्रशिक्षण से जानवरों को भी अनुशासित किया जा सकता है, सर्कस में जानवरों का प्रदर्शन अनुशासन का एक उत्कृष्ट नमूना है, संपूर्ण प्रकृति एक अनुशासित दायरे में व्यवहार करती है, जब यह अनुशासन को तोड़ती है तो विनाश होता है, इसी तरह जब भी अनुशासन को तोड़ते हैं या नहीं मानते हैं तो कहीं ना कहीं नुकसान उठाना पड़ सकता है या सफलता की कल्पना नहीं की जा सकती है, हमारे जीवन में अनुशासन बहुत ही ज्यादा आवश्यक है, जीवन के हर क्षेत्र में, हर अवस्था में अनुशासन की जरूरत है| हम बात करेंगे स्टॉक मार्केट में अनुशासन के महत्व की|
स्टॉक मार्केट में अनुशासन का महत्व (importance of discipline in stock market)
मेरा मानना है कि स्टॉक मार्केट में बिना डिसिप्लिन या अनुशासन के आप सफल हो ही नहीं सकते, अगर आप अनुशासित रहकर काम नहीं करेंगे तो आपको नुकसान ही होगा स्टॉक मार्केट से आप कभी भी पैसा नहीं कमा पाएंगे, स्टॉक मार्केट में आप कई तरह की स्टडी करते हैं, जैसे- फंडामेंटल एनालिसिस, टेक्निकल एनालिसिस, कई तरह के इंडिकेटर की स्टडी करते हैं, सीखते हैं और समझते हैं, इसके बाद आप इनको बैक टेस्ट करते हैं, और फिर जाकर आप डिसाइड करते स्विंग ट्रेडिंग के लिए किस टाइम फ्रेम का उपयोग करें? हैं कि मेरे लिए कौन सा इंडिकेटर या कौन सा टेक्निकल एनालिसिस उपयुक्त है उसके हिसाब से आप अपने लिए कुछ नियम बनाते हैं और उसके अनुसार मार्केट में काम करते हैं, आप अपने लिए जो नियम बनाते हैं वही तो अनुशासन है|
हर किसी के लिए अनुशासन अलग हो सकता है (Discipline may be different for everyone)
यह आवश्यक नहीं है कि सबके लिए एक ही प्रकार का अनुशासन हो हर किसी का अपना अलग अनुशासन होता है, यह उसकी जरूरत और स्थिति के हिसाब से तय होता है, जैसे- किसी के पास लाखों- करोड़ों रुपए हैं और वह लॉन्ग टर्म इन्वेस्टर है तो उसका डिसिप्लिन उस हिसाब से होगा, वहीं पर अगर किसी के पास कम पैसे हैं और वह इंट्राडे ट्रेडर है तो उसका डिसिप्लिन अलग होगा, अगर कोई स्विंग ट्रेडर है तो उसका अपना अनुशासन होगा|
इसी तरह से आप कौन सा टेक्निकल इंडिकेटर उपयोग कर रहे हो उस इंडिकेटर के हिसाब से आपको अपने लिए डिसिप्लिन बनाना होगा, कब आपको एंट्री बनानी है कब आपको एग्जिट करना है, आपका स्टॉप लॉस कितना होगा आप का टारगेट क्या होगा इन सब चीजों के लिए आपको नियम बनाने होंगे और उन नियमों पर अनुशासित रहकर काम करना स्विंग ट्रेडिंग के लिए किस टाइम फ्रेम का उपयोग करें? होगा तभी आप मार्केट से पैसे कमा पाएंगे और सफलता प्राप्त कर पाएंगे|
कई लोग आते हैं इंट्राडे करने उस हिसाब से उनका सारा सेटअप चार्ट, इंडिकेटर, टाइम फ्रेम सब कुछ इंट्राडे ट्रेडिंग के हिसाब से सेट होता है लेकिन अगर उनके हिसाब से ट्रेड नहीं जाता है तो वह लोग अपनी पोजीशन को कैरी कर लेते हैं और वह पोजीशन स्विंग ट्रेडिंग या लॉन्ग टर्म इन्वेस्टिंग मैं बदल जाती है, जबकि ऐसा नहीं होना चाहिए, आपको यह मालूम होना चाहिए कि आप ट्रेडर है या इन्वेस्टर? अगर आपको यह मालूम है तो फिर आपको अनुशासित रहते हुए उसी दायरे में काम करना चाहिए, अगर आप इंट्राडे ट्रेडर है तो आपको डिसिप्लिन में रहते हुए उसी दिन अपने टारगेट प्रॉफिट हो या स्टॉप लॉस अपनी पोजीशन को क्लोज कर देना चाहिए, मेरा मतलब है कि आपको अपने लिए कोई ना कोई अनुशासन जरूर बनाना चाहिए और उस पर कड़ाई के साथ कायम रहना चाहिए तभी आप मार्केट में सफल हो पाएंगे अन्यथा असमंजस की स्थिति में भटकते रह जाएंगे|
स्टॉक मार्केट में सफल होने के लिए जितनी आवश्यकता इसकी संपूर्ण जानकारी की, स्टडी की होती है उतनी ही आवश्यकता अपने लिए एक निश्चित अनुशासन बनाने की भी होती है सफल होने के लिए नॉलेज के साथ-साथ अनुशासित रहकर काम करना भी आवश्यक है तभी आप सफल हो पाएंगे वरना सफलता नहीं मिल पाएगी, आपको मालूम होना चाहिए कि आपके पास जो पूंजी है स्विंग ट्रेडिंग के लिए किस टाइम फ्रेम का उपयोग करें? स्विंग ट्रेडिंग के लिए किस टाइम फ्रेम का उपयोग करें? उसके हिसाब से आप कितना नुकसान बर्दाश्त कर सकते हैं, और उतने नुकसान के बाद आपको अपनी पोजीशन काट देनी है, आपको यह क्लियर होना चाहिए कि आप का टारगेट कितना और किस अनुपात में होगा और टारगेट हिट होने पर भी आपको अपनी पोजीशन को काट देना है, ज्यादा लालच या हताशा को अपने ऊपर हावी ना होने दें स्ट्रिक्टली अनुशासित रहते हुए काम करें, आपको यह पता होना चाहिए कि आपको किस इंडिकेटर के साथ किस टाइम फ्रेम में काम करना है और उस हिसाब से आपको अपनी स्ट्रेटजी बनानी है और उस पर कायम रहना है चाहे प्रॉफिट हो या लॉस हो अपने अनुशासन को किसी भी हाल में तोड़ना नहीं है, लोग अपने बनाए नियमों पर अनुशासित नहीं रह पाते हैं और अपनी स्ट्रेटजी को बदलते रहते हैं और उन्हें नुकसान ही उठाना पड़ता है, अपनी स्टडी, कौनसे इंडिकेटर पर आपको भरोसा है, आप किस स्ट्रेटजी- सपोर्ट रजिस्टेंस, मूविंग एवरेज, ट्रेंड लाइन या अन्य किसी इंडिकेटर की स्ट्रेटजी के साथ काम करना चाहते हैं, कौन सी स्ट्रेटजी आपको सूट करती है जिसमें आप कॉन्फिडेंट होते हैं उसी स्ट्रेटजी पर काम कीजिए उसके हिसाब से अपने लिए कुछ निश्चित नियम बनाइए और उन पर अनुशासित रहते हुए काम कीजिए, आपको सफलता अवश्य मिलेगी|
समय के साथ अनुशासन में बदलाव भी करने पड़ते हैं (Changes have to be made in discipline with time)
बदलते समय, टेक्नोलॉजी और तरीकों के साथ आपको अपने बनाए नियमों और डिसीप्लिन में बदलाव भी करने पड़ते हैं, कोई भी स्ट्रेटजी हमेशा काम नहीं करती है, हर इंडिकेटर का अपना एक दायरा होता है जैसे कुछ इंडिकेटर बुल और बियर मार्केट में अच्छी तरह से काम करते हैं लेकिन साइड बेस मार्केट में वह काम नहीं करते हैं, कोई इंडिकेटर वॉल्यूम के साथ, कोई प्राइस एक्शन के साथ, कोई इंडिकेटर सपोर्ट और रेजिस्टेंस के साथ अच्छा काम करते हैं, लेकिन एक ही इंडिकेटर हर स्थिति में हर स्ट्रेटजी में काम करेगा यह जरूरी नहीं है, तो आपको उसी साहब से अपने नियमों के मुताबिक डिसिप्लिन में बदलाव करना पड़ेगा, अधिकतर लोग इंडिकेटर्स का या टेक्निकल एनालिसिस का सही तरह से उपयोग नहीं करते हैं किसी भी इंडिकेटर के पीछे कौन सा सिद्धांत काम कर रहा है, वह किन स्थितियों पर काम करेगा इसका उन्हें अच्छी तरह से ज्ञान नहीं होता है, किसी ने बता दिया या कहीं पर थोड़ा सा पढ़ लिया और लोग उसी को सच मानकर काम करने लगते हैं, जबकि होना यह चाहिए कि आप जिस भी स्ट्रेटजी के साथ काम कर रहे हैं उसके बारे में गहराई से और सावधानीपूर्वक पूरी तरह से जानिए और समझिए साथ ही उसका बैक टेस्ट करिए तभी उसके साथ काम शुरू करिए|
हम सभी स्कूल जाते हैं, कॉलेज जाते हैं या कहीं पर नौकरी करते हैं, कोई भी काम करते हैं बल्कि जीवन के हर एक क्षेत्र में हम अनुशासन के साथ उसके दायरे में रहकर ही कोई कार्य करते हैं हमारी सफलता इस बात पर निर्भर करती है कि हमने कितना अनुशासित रहकर कार्य को किया है|
इसी प्रकार से स्टॉक मार्केट में आप अपने हिसाब से अपनी स्थिति, अपने फंड, अपनी स्टडी, अपनी स्ट्रेटजी और अपने स्विंग ट्रेडिंग के लिए किस टाइम फ्रेम का उपयोग करें? नेचर के हिसाब से अपने लिए कुछ निश्चित नियम बनाइए और उन पर कायम रहिए और डिसिप्लिन स्विंग ट्रेडिंग के लिए किस टाइम फ्रेम का उपयोग करें? के साथ काम करिए अपने बनाये अनुशासन को किसी भी कीमत पर तोड़िए मत आप देखेंगे कि आप सफलता के मार्ग पर आगे बढ़ने लगे हैं सफल होने लगे हैं|
स्विंग ट्रेडिंग के लिए किस टाइम फ्रेम का उपयोग करें?
Technical Analysis of Stocks | Technical Analysis by SIDDHARTH BHANUSHALI in Hindi
- Post author: admin
- Post published: October 16, 2021
- Post category: Stock Market
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सभी ट्रेडर किसी भी मार्किट में इन्वेस्ट या ट्रेड करने के लिए Technical analysis का प्रयोग करते है ताकि वो स्टॉक प्राइस का पता कर सके की अब वो किस दिशा में जाने वाली है।
बेसिकली technical analysis of stocks हर निवेशक स्टॉक का विश्लेषण करने का सबसे अच्छा तरीका है ताकि वे शेयर बाजार की गतिविधियों को जान सकें और स्टॉक की कीमत का अनुमान (Prediction)लगा सकें।
यह Technical analysis Siddharth Bhanushali Sir के द्वारा प्रदत है।
Technical analysis Basics | By Siddharth Bhanushali
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तकनीकी विश्लेषण क्या है? What is Technical Analysis?
Technical Analysis एक तरीका है जो व्यापारियों द्वारा किसी स्टॉक की पास्ट के प्राइस गतिविधि का विश्लेषण करके स्टॉक की भविष्य की कीमत दिशा की भविष्यवाणी करने के लिए उपयोग किया जाता है। तकनीकी विश्लेषकों द्वारा चार्ट पैटर्न और स्विंग ट्रेडिंग के लिए किस टाइम फ्रेम का उपयोग करें? आंकड़ों का व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है।
दूसरे शब्दों में
तकनीकी विश्लेषण को पिछले मूल्य की गति की जांच के आधार पर भविष्य की कीमत की भविष्यवाणी करने की कला और विज्ञान के रूप में परिभाषित किया जा सकता है।
1 Art & Science
2 To Predict The Future Price Movement
3 To know Future by Examining Past
तकनीकी विश्लेषण मूल रूप से कला और विज्ञान का मिश्रण है। जिसमें कला और विज्ञान के महत्वपूर्ण विषेशता शामिल हैं जो बाजार को एक शैक्षिक दृष्टिकोण प्रदान करते हैं।
तकनीकी विश्लेषण का यह मिश्रण आपको वास्तविक समझ देगा कि बाजार कैसे व्यवहार करता है।
बाजार की संभावना क्या है और साथ ही तकनीकी विश्लेषण के इस मिश्रण का उपयोग बाजार की स्थितियों में सांख्यिकीय रूप से मान्य पैटर्न को पकड़ कर और उसके पास्ट के प्राइस मूवमेंट की जाँच करके, उसके प्राइस की दिशा को प्रिडिक्ट किया जा सकता है की प्राइस किस दिशा में जा सकता है।
किसी भी स्टॉक और उसके झुकाव (trend) का पता करने के लिए टेक्निकल एनालिसिस में हमे चार्ट पर price और volume को डालना (put) होता है। बाकि सब price और volume से लिया जाता है।ये दोनों ही हमे raw form में मिलते है।