इंट्रा डे ट्रेडिंग

आपने जो शेयर खरीदा है, जब उसका दाम बढ़ जाए तो उसे आप बेच सकते हैं. शेयर मार्केट में ट्रेडिंग की शुरुआत बहुत कम रकम से की जा सकती है.
Intraday Trading In Hindi | Intraday Trading Tips In Hindi In 2022
नमस्कार दोस्तों आज हम शेयर मार्किट के बहुत ही महत्वपूर्ण ट्रेडिंग ऑप्शन के बारे में बात करेंगे जिसे Intraday Trading के नाम से जाना जाता है और इस ट्रेडिंग में Square off करने का ऑप्शन मिलता है और यह ट्रेडिंग करने का सबसे अच्छा फीचर भी है यहाँ पर एक ट्रेडर लाभ प्राप्त करने के लिए काफी मात्रा में शेयरों को खरीदता है और खरीदे गए शेयर को उसी दिन के अंत तक अपने सभी शेयरों को बेचना होता है यानी कि स्क्वायर ऑफ करना होता है और इसी को ही इंट्रा डे ट्रेडिंग व डे ट्रेडिंग कहते हैं
दोस्तों सीधी से बात है एक ही दिन स्टॉक या शेयर को खरीदना व बेचना इंट्रा डे ट्रेडिंग कहलाता है और दोस्तों आप इंट्रा डे ट्रेडिंग में रणनीति से तहत जल्दी अच्छा पैसा बन सकते है डिलीवरी ट्रेडिंग के मुकाबले
उदाहरण के लिए मान लीजिये
Intraday Trading Tips in Hindi 2022
- इंट्राडे ट्रेडिंग करते वक्त हमेशा सही शेयरो का चुनाव करना चाहिए जिसमे लिक्विडिटी ज्यादा हो और आप इस तरह के दो इंट्रा डे ट्रेडिंग या तीन शेयरो को चुन सकते है
- आप इंट्राडे ट्रेडिंग में शेयर को खरीदते वक्त यह जरूर तय कर ले कि आप किस प्राइस में शेयर को खरीदना चाहते है और उस कंपनी की पोर्टफोलियो जरूर चेक ले और आपको रणनीति के तहत ट्रेडिंग करनी होगी
- इंट्राडे ट्रेडिंग करते वक्त स्टॉप लॉस जरूर तय कर ले और स्टॉप लॉस लगाने से निवेशकों का होने वाला नुकसान को कुछ हद तक सीमित कर सकता है
- दोस्तों इंट्राडे ट्रेडिंग करते वक्त आपको टारगेट सेट करना होगा कि आप किस भाव में खरीदना है और शेयर का लक्ष्य कितना है जैसे ही लक्ष्य पूरा होते दिखे तो आपने शेयर को बचे भी सकते है
- दोस्तों आपको वोलेटाइल शेयरो से दुरी रखनी होगी और निवेशको को उतार – चढ़ाव वाले शेयरो से दुरी भी रखनी चाहिए इसलिए किसी शेयरो में इन्वेस्ट करने से पहले आप बाजार का ट्रेड जरूर चेक कर ले
इंट्राडे ट्रेडिंग क्या होती है Intraday Trading Details Hindi
What Is Intraday Trading :- इंट्राडे ट्रेडिंग का मतलब है कि आप एक ही ट्रेडिंग दिन पर स्टॉक खरीदते और बेचते हैं। इंट्राडे ट्रेडिंग को डे ट्रेडिंग के नाम से भी जाना जाता है। शेयर की कीमतों में पूरे दिन उतार-चढ़ाव होता रहता है और इंट्राडे ट्रेडर एक ही ट्रेडिंग दिन के दौरान शेयर खरीद और बेचकर इन मूल्य आंदोलनों से लाभ प्राप्त करने का प्रयास करते हैं
इंट्राडे ट्रेडिंग से तात्पर्य बाजार बंद होने से एक ही दिन पहले शेयरों की खरीद और बिक्री से है यदि आप ऐसा करने में विफल रहते हैं, तो आपका ब्रोकर आपकी स्थिति को स्क्वायर-ऑफ कर सकता है या इसे डिलीवरी ट्रेड में बदल सकता है इस तरह का व्यापार हमेशा फायदेमंद होता है
इंट्राडे ट्रेडिंग की मूल बातें:
Basics of Intraday Trading:- Day trading से तात्पर्य एक ही दिन में शेयरों की खरीद और बिक्री से है। यह ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म का उपयोग करके किया जाता है मान लीजिए कि कोई व्यक्ति किसी कंपनी के लिए स्टॉक खरीदता है तो उन्हें इस्तेमाल किए गए प्लेटफॉर्म के पोर्टल में विशेष रूप से ‘इंट्राडे’ का उल्लेख करना होगा। यह उपयोगकर्ता को बाजार बंद होने से पहले उसी दिन एक ही कंपनी के शेयरों की समान संख्या को खरीदने और बेचने में सक्षम बनाता है। उद्देश्य बाजार सूचकांकों की गति के माध्यम से लाभ अर्जित करना है। इसे कई लोग डे ट्रेडिंग भी कहते हैं
अगर आप लंबी अवधि के निवेशक हैं तो शेयर बाजार आपको अच्छा रिटर्न देता है। लेकिन Short Term में भी, वे आपको मुनाफा कमाने में मदद कर सकते हैं मान लीजिए कोई शेयर सुबह 500 रुपये पर ट्रेड खोलता है। जल्द ही, यह रुपये तक चढ़ जाता है। एक या दो घंटे के भीतर 550। यदि आपने सुबह 1,000 स्टॉक खरीदे और 550 रुपये में बेचे तो आपको 50,000 रुपये का अच्छा लाभ हुआ होगा – सब कुछ कुछ ही घंटों में इसे इंट्राडे ट्रेडिंग कहते हैं।
इंट्राडे ट्रेडिंग- विशेषताएं
Intraday Trading- Features :- ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर, आपको यह specify करना होगा कि कोई ऑर्डर इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए specific है या नहीं। उस स्थिति में, आप स्टॉक पर एक पोजीशन लेते हैं और उसी दिन ट्रेडिंग घंटों के भीतर इसे बंद कर देते हैं। यदि आप इसे स्वयं बंद नहीं करते हैं, तो बाजार बंद होने की कीमत पर पोजीशन अपने आप चुकता हो जाती है।
इंट्राडे ट्रेडिंग में आपके द्वारा इंट्रा डे ट्रेडिंग खरीदे और बेचे जाने वाले शेयरों का स्वामित्व आपको नहीं मिलता है। इंट्राडे ट्रेडिंग का लक्ष्य शेयरों का मालिक होना नहीं है, बल्कि दिन के दौरान कीमतों में उतार-चढ़ाव का लाभ उठाकर मुनाफा कमाना है।
Leverage: Leverage का अर्थ है निवेश पर संभावित रिटर्न को बढ़ाने के उद्देश्य से, अपनी Purchasing Power को बढ़ाने के लिए अपने ब्रोकर से पैसे उधार लेना। ओपन पोजीशन के एक Share का भुगतान करते हुए बड़ा एक्सपोजर लेने के लिए आप इंट्राडे ट्रेडिंग में लीवरेज का लाभ उठा सकते हैं। लीवरेजिंग से जुड़े नियम और शर्तें हैं जिनका लाभ उठाने के लिए आपको अपने ब्रोकर से परिचित होना चाहिए।
क्या आप शेयर ट्रेडिंग के बारे में ये बातें जानते हैं?
शेयरों की खरीद-बिक्री की सुविधा ऑनलाइन उपलब्ध है. आप किसी ब्रोकरेज फर्म में अपना ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट खोलकर शेयरों की खरीद और बिक्री कर सकते हैं.
आपको यह ध्यान में रखना होगा कि शेयरों में निवेश से काफी जोखिम जुड़ा होता है. अगर आप खुद कंपनियों के नतीजे समझने, उसके शेयरों का मूल्यांकन करने और बाजार की चाल समझ सकते सकते हैं तभी आपको शेयरों में सीधे निवेश करना चाहिए.
किसी कंपनी के शेयर में निवेश करने से पहले उसके कारोबार, शेयरों की सही कीमत (मूल्यांकन) और उसके कारोबार की संभावनाओं को जानना जरूरी है. शेयर बाजार में शेयरों के भाव स्थिर नहीं रहते. आम तौर पर जब शेयर का भाव कम होता है या बाजार में कमजोरी पर शेयर खरीदने के लिए सबसे अच्छा समय माना जाता है.
इंट्रा डे ट्रेडिंग (intraday trading) करने से पहले इन बातो का रखे ध्यान - Intraday Trading for Beginners in Hindi
शेयर मार्किट एक ऐसी जगह है जहा लोग अपना पैसा इन्वेस्ट करके एक अच्छा मुनाफ़ा लेते है किन्तु शेयर मार्किट में ट्रेडिंग करने का अलग अलग तरिका होता है । जिसमे से एक तरिका है इंट्रा डे ट्रेडिंग (intraday trading) । इंट्रा डे ट्रेडिंग (intraday trading) करना शेयर मार्किट में नए लोगो के लिए काफी कठिन होता है इंट्रा डे ट्रेडिंग क्यूंकि अगर आपको इंट्रा डे ट्रेडिंग (intraday trading) के बारेमे कुछ पता नही है तो यह आपको नुकशान भी करवा सकता है ।
- इंट्रा डे ट्रेडिंग (intraday trading) क्या है ?
स्टॉक ब्रोकर्स को इंट्रा-डे ट्रेडिंग में पीक मार्जिन बढ़ाने पर आपत्ति, सेबी के खिलाफ केंद्र सरकार को लिखी चिट्ठी
- News18Hindi
- Last Updated : May 28, 2021, 03:35 IST
नई दिल्ली. पूंजी बाजार नियामक सेबी (SEBI) और स्टॉक ब्रोकर्स के संगठन एसोसिएशन ऑफ नेशनल एक्सचेंजेज मेंबर्स ऑफ इंडिया (ANMI) के बीच खींचतान शुरू हो गई है. दरअसल, एएनएमआई ने सेबी के एक प्रस्ताव के विरोध में वित्त मंत्रालय को चिट्ठी लिखी है. सेबी की ओर से प्रस्तावित इंट्रा-ड्रे ट्रेडिंग (Intra-Day Trading) के लिए 100 फीसदी का पीक मार्जिन (Peak Margin) तय करने के प्रस्ताव को लेकर एएनएमआई का कहना है कि यह वास्तविक मार्जिन से 300 फीसदी ज्यादा है. एएनएमआई ने लेटर में कहा है 20 मई को सेबी की ओर से जारी प्रस्ताव पर फिर से विचार किया जाना चाहिए.