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निवेश के बिना विकल्पों पर कमाई

निवेश के बिना विकल्पों पर कमाई
    वह बताते हैं कि निवेश के तरीके बदलने के साथ अब कोई प्रॉपर्टी खरीदने के लिए बड़ी पूंजी की जरूरत भी नहीं है। आपके पास जितनी पूंजी है, उससे ही रियल एस्टेट में निवेश कर सकते हैं सीधे रियल एस्टेट में निवेश के बजाय अप्रत्यक्ष तरीके से पैसे लगाकर अधिक लिक्विडिटी का भी फायदा पा सकते हैं।

घर बैठे सिर्फ 15 मिनट में ई-मेल पढ़कर कमाएं पैसा, महीने में होगी ₹10 हजार की कमाई

रोजाना कई तरह की ईमेल सर्विस का इस्तेमाल आप भी करते हैं. लेकिन, क्या कभी सोचा है कि आप ई-मेल पढ़कर भी पैसा कमा सकते हैं. दुनियाभर में ऐसी कई वेबसाइट्स हैं.

ई-मेल मार्केटिंग के बारे में बात की जाए तो वर्चुअल वर्ल्ड में इसका खास निवेश के बिना विकल्पों पर कमाई महत्व है.

कम आमदनी और छोटी सेविंग्स के जरिए घर खर्च चलाना बेहद मुश्किल होता है. खासकर मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए पैसा कमाने के कम ही ऑप्शन हैं. ऐसे में इंटरनेट एक ऐसा जरिया है, जिससे घर बैठे भी कमाई की जा सकती है. अगर ई-मेल मार्केटिंग के बारे में बात की जाए तो वर्चुअल वर्ल्ड में इसका खास महत्व है.

रोजाना कई तरह की ईमेल सर्विस का इस्तेमाल आप भी करते हैं. लेकिन, क्या कभी सोचा है कि आप ई-मेल पढ़कर भी पैसा कमा सकते हैं. दुनियाभर में ऐसी कई वेबसाइट्स हैं, जो ई-मेल और सर्वे करने का पैसा देती हैं, यहां रोजाना काम करने की भी पाबंदी नहीं होती. मतलब जब आपका मन चाहे काम करें और पैसा कमाएं. ऐसी ही कुछ वेबसाइट हमने शॉर्टलिस्ट की हैं. इन वेबसाइट्स से महिला या पुरुष कोई भी पैसा कमा सकता है.

Fixed Deposit की तुलना में इन निवेश विकल्‍पों पर मिलेगा ज्‍यादा रिटर्न, जानें क्‍या कहते हैं एक्‍सपर्ट

आप FD के अलावा भी अन्य कई सारी निवेश योजनाओं में अपना पैसा लगा सकते हैं।

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। हर किसी के लिए अपने खर्चों को बेहतर तरीके से मैनेज करने के लिए बचत करना बेहद ही जरूरी होता है। अगर आप अपने बचत के पैसों को सही जगह पर इनवेस्ट करते हैं तो इससे आप भविष्य में और भी बेहतर पैसा कमा सकते हैं। कई सारे लोग बिना जोखिम वाली बचत और निवेश योजनाओं में अपना पैसा लगाने को वरियता देते हैं। Bank Fixed Deposit बिना जोखिम वाली निवेश योजनाओं में से एक है और कई सारे लोग अपना पैसा FD में जमा करते हैं। लेकिन, पिछले कुछ सालों से देखा जा रहा है कि, बैंकों ने FD योजनाओं पर ब्याज दर को घटाया है, इसके अलावा आपको इन पर हासिल होने वाली रकम पर टैक्स भी चुकाना पड़ता है। जिस वजह से निवेश के लिहाज से मौजूदा वक्त में FD की बजाय लोग अन्य निवेश विकल्पों की ओर भी ध्यान दे रहे हैं। अगर आप भी छोटी समय अवधि के लिए बेहतर लाभ के नजरिए से अपना पैसा लगाना चाहते हैं तो आप FD के अलावा अन्य कई सारी निवेश योजनाओं में अपना पैसा लगा सकते हैं।

ऑप्टिमा मनी मैनेजर्स के फाउंडर और CEO पंकज मठपाल के अनुसार अगर आप कम समय के लिए बिना जोखिम वाली निवेश योजना में अपना पैसा लगना चाहते हैं और तो आप पोस्ट ऑफिस की टाइम डिपॉजिट में अपना पैसा लगा सकते हैं। इसमें आपको गारंटीड और FD से ज्यादा रिटर्न मिलता है। लेकिन अगर आप थोड़ा ज्यादा जोखिम उठा सकते हैं, तो आप डेट फंड में निवेश कर सकते हैं। अगर आप 2 या 3 साल के लिए फ्लोटर फंड में निवेश कर सकते हैं। या फिर आप शॉर्ट ड्यूरेशन फंड के अंतर्गत भी निवेश कर सकते हैं। इसके साथ ही आप छोटी अवधि के लिए म्युचुअल फंड के अंतर्गत हाइब्रिड फंड में भी निवेश कर सकते हैं।

Post Office Time Deposit

अगर आप पोस्ट ऑफिस की टाइम डिपॉजिट योजना के तहत 1 से 3 साल की अवधि के लिए अपना पैसा लगाते हैं तो इस पर आपको 5.5 फीसद का ब्याज मिलता है। वहीं, अगर आप इसमें 5 साल के लिए अपना पैसा लगाते हैं तो इस पर आपको 6.7 फीसद का ब्याज हासिल होता है।

डेट फंड

डेट फंड एक ऐसा फंड है, जिसमें आपको कोई फिक्स रिटर्न की गारंटी नहीं मिलती है, लेकिन आप इसमें कम समय के लिए अपना पैसा लगा सकते हैं। निश्चित आय देने वाली निवेश योजनाओं के मुकाबले डेट फंट आपको काफी बेहतर रिटर्न देने की क्षमता रखते हैं। आप डेट फंड के अंतर्गत लिक्विड फंड, अल्ट्रा-शॉर्ट ड्यूरेशन फंड और मनी मार्केट फंड जैसी योजनाओं में निवेश कर सकते हैं।

कितना फायदेमंद: कैसे करें बिना प्रॉपर्टी खरीदे रियल एस्टेट में निवेश, पढ़ें पूरी रिपोर्ट

पोर्टफोलियो में विविधता लाने के लिए आप प्रॉपर्टी में निवेश करना चाहते हैं तो सोने के बाद रियल एस्टेट अच्छा विकल्प है। इसमें लंबी अवधि के लिए निवेश फायदेमंद होता है। हालांकि, रियल्टी में निवेश के लिए प्रॉपर्टी खरीदनी जरूरी नहीं है। बिना इसके भी रियल एस्टेट में कई तरीकों से निवेश कर सकते हैं। पूरा गणित बताती कालीचरण की रिपोर्ट.

प्रॉपर्टी

लंबी अवधि के लिए पैसा लगाना हमेशा फायदेमंद
ईआईएफएल सिक्योरिटीज के उपाध्यक्ष (रिसर्च) अनुज गुप्ता का कहना है कि अगर कोई अपने आ पोटॅफोलियो में विविधता लाने के लिए प्रॉपर्टी में निवेश करना चाहता है तो सोने के बाद रियल एस्टेट अच्छा विकल्प बन सकता है। इसमें सीधे निवेश या प्रॉपर्टी में पैसा लगाना लंबी अवधि के लिए फायदेमंद है। रियल एस्टेट में निवेश करने के कई विकल्प हैं सीधे प्रॉपर्टी खरीद सकते हैं या फिर इन्फ्रास्ट्रक्चर बॉन्ड खरीदकर प्रॉपर्टी में अप्रत्यक्ष निवेश कर सकते हैं। रियल एस्टेट म्यूचुअल फंड्स, रीट और फ्रैक्शनल रियल एस्टेट आदि के जरिये भी इस क्षेत्र में पैसे लगा सकते हैं।

  • वह बताते हैं कि निवेश के तरीके बदलने के साथ अब कोई प्रॉपर्टी खरीदने के लिए बड़ी पूंजी की जरूरत भी नहीं है। आपके पास जितनी पूंजी है, उससे ही रियल एस्टेट में निवेश कर सकते हैं सीधे रियल एस्टेट में निवेश के बजाय अप्रत्यक्ष तरीके से पैसे लगाकर अधिक लिक्विडिटी का भी फायदा पा सकते हैं।
  • इस समय आवासीय प्रॉपर्टी से किराये के रूप में कमाई कम हो रही है, लेकिन वाणिज्यिक प्रॉपर्टी से आमदनी ठीक है। अप्रत्यक्ष रूप से रियल एस्टेट में निवेश से इसका फायदा उठा सकते हैं।

रीट: इक्विटी की तरह खरीद बिक्री
रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट (रीट) रियल एस्टेट में निवेश का आकर्षक विकल्प है। इसके जरिये निवेशकों से पैसे जुटाकर निवेश होता है। इसमें निवेशकों को उसी अनुपात में यूनिट मिलते हैं, जो एक्सचेंज पर सूचीबद्ध होते हैं। इनकी खरीद-बिक्री इक्विटी शेयरों जैसी होती है। रीट एक्सचेंज ट्रेडेड फंड की तरह है, जिसका पैसा कई हिस्सों में बांटकर रियल एस्टेट में लगाया जाता है। इसकी 90 फीसदी करयोग्य कमाई को निवेशकों के बीच डिविडेंड के रूप में बांटा जाता है। कमाई मालिकाना हक वाली प्रॉपर्टी से मिलने वाले किराये और कुछ हद तक दाम बढ़ने से होती है। इसमें आप एक यूनिट भी खरीद सकते हैं।

म्यूचुअफ फंड: देश के बाहर भी निवेश
म्यूचुअल फंड- निवेश के बिना विकल्पों पर कमाई ऑफ-फंड्स के पैसे एशिया-प्रशांत क्षेत्र में रीट में निवेश होता है। इसके पैसे अधिकत्तर सिंगापुर और ऑस्ट्रेलिया के रियल एस्टेट निवेश के बिना विकल्पों पर कमाई में लगाए जाते हैं। इसका मतलब है कि निवेशकों को देश के बाहर भी रीट मार्केट में निवेश का मौका मिलता है, जो अधिक विकसित है।

फ्रैक्शनल रियल एस्टेट पूंजी की रहती है समस्या
फ्रैक्शनल रीयल एस्टेट (एफआरई) असंगठित स्ट्रक्चर है। इसमें रियल एस्टेट कारोबार या सर्विसेज की कंपनी कई निवेशकों से लीगल दस्तावेजों के जरिये पैसे जुटाकर किसी संपत्ति में निवेश करती है। यह रीट की तरह है, लेकिन दोनों में अंतर है कि एफआरई के तहत एक्सचेंज पर यूनिट सूचीबद्ध नहीं होते। इसमें लिक्विडिटी की समस्या आती है। हालांकि, इसमें प्रॉपर्टी को जानने का अधिक मौका मिलता है।

विस्तार

लंबी अवधि के निवेश के बिना विकल्पों पर कमाई लिए पैसा लगाना हमेशा फायदेमंद


ईआईएफएल सिक्योरिटीज के उपाध्यक्ष (रिसर्च) अनुज गुप्ता का कहना है कि अगर कोई अपने आ पोटॅफोलियो में विविधता लाने के लिए प्रॉपर्टी में निवेश करना चाहता है तो सोने के बाद रियल एस्टेट अच्छा विकल्प बन सकता है। इसमें सीधे निवेश या प्रॉपर्टी में पैसा लगाना लंबी अवधि के लिए फायदेमंद है। रियल एस्टेट में निवेश करने के कई विकल्प हैं सीधे प्रॉपर्टी खरीद सकते हैं या फिर इन्फ्रास्ट्रक्चर बॉन्ड खरीदकर प्रॉपर्टी में अप्रत्यक्ष निवेश कर सकते हैं। रियल एस्टेट म्यूचुअल फंड्स, रीट और फ्रैक्शनल रियल एस्टेट आदि के जरिये भी इस क्षेत्र में पैसे लगा सकते हैं।

    वह बताते हैं कि निवेश के तरीके बदलने के साथ अब कोई प्रॉपर्टी खरीदने के लिए बड़ी पूंजी की जरूरत भी नहीं है। आपके पास जितनी पूंजी है, उससे ही रियल एस्टेट में निवेश कर सकते हैं सीधे रियल एस्टेट में निवेश के बजाय अप्रत्यक्ष तरीके से पैसे लगाकर अधिक लिक्विडिटी का भी फायदा पा सकते हैं।

रीट: इक्विटी की तरह खरीद बिक्री
रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट (रीट) रियल एस्टेट में निवेश का आकर्षक विकल्प है। इसके जरिये निवेशकों से पैसे जुटाकर निवेश होता है। इसमें निवेशकों को उसी अनुपात में यूनिट मिलते हैं, जो एक्सचेंज पर सूचीबद्ध होते हैं। इनकी खरीद-बिक्री इक्विटी शेयरों जैसी होती है। रीट एक्सचेंज ट्रेडेड फंड की तरह है, जिसका पैसा कई हिस्सों में बांटकर रियल एस्टेट में लगाया जाता है। इसकी 90 फीसदी करयोग्य कमाई को निवेशकों के बीच डिविडेंड के रूप में बांटा जाता है। कमाई मालिकाना हक वाली प्रॉपर्टी से मिलने वाले किराये और कुछ हद तक दाम बढ़ने से होती है। इसमें आप एक यूनिट भी खरीद सकते हैं।

म्यूचुअफ फंड: देश के बाहर भी निवेश
म्यूचुअल फंड- ऑफ-फंड्स के पैसे एशिया-प्रशांत क्षेत्र में रीट में निवेश होता है। इसके पैसे अधिकत्तर सिंगापुर और ऑस्ट्रेलिया के रियल एस्टेट में लगाए जाते हैं। इसका मतलब है कि निवेशकों को देश के बाहर भी रीट मार्केट में निवेश का मौका मिलता है, जो अधिक विकसित है।

फ्रैक्शनल रियल एस्टेट पूंजी की रहती है समस्या
फ्रैक्शनल रीयल एस्टेट (एफआरई) असंगठित स्ट्रक्चर है। इसमें रियल एस्टेट कारोबार या सर्विसेज की कंपनी कई निवेशकों से लीगल दस्तावेजों के जरिये पैसे जुटाकर किसी संपत्ति में निवेश करती है। यह रीट की तरह है, लेकिन दोनों में अंतर है कि एफआरई के तहत एक्सचेंज पर यूनिट सूचीबद्ध नहीं होते। इसमें लिक्विडिटी की समस्या आती है। हालांकि, इसमें प्रॉपर्टी को जानने का अधिक मौका मिलता है।

PPF अकाउंट में ब‍िना पैसा जमा किए भी होगी बंपर कमाई, यहां जानिए सुपरह‍िट फार्मूला

पीपीएफ अकांउट में इस समय 7.1 फीसदी की दर से ब्‍याज म‍िल रहा है. इस खाते में न‍िवेश कर आप इनकम टैक्‍स र‍िबेट ले सकते हैं. साथ ही इसमें मैच्‍योर‍िटी पर मिलने वाला पैसा टैक्‍स फ्री होता है. PPF अकाउंट में जमा रकम पर भारत सरकार गारंटी देती है.

  • PPF में 15 साल के लिए जमा होते हैं पैसे
  • PPF में 7.1 प्रत‍िशत का मिल रहा सालाना ब्‍याज
  • खाते में जमा पैसे पर सरकार देती है गारंटी

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PPF अकाउंट में ब‍िना पैसा जमा किए भी होगी बंपर कमाई, यहां जानिए सुपरह‍िट फार्मूला

नई द‍िल्‍ली: पीपीएफ में निवेस कर एक बहुत ही सुरक्षित और मुनाफे वाला निवेश माना जाता है. दरअसल, इसकी सुरक्षा की गारंटी सरकार देती है, यही वजह है कि इसे सुरक्षित निवेश माना जाता है. आपको शायद जान कर यकीन नहीं होगा कि आप पीपीएफ अकाउंट (PPF Account) में पैसा जमा किए ब‍िना भी इसका फायदा उठा सकते हैं. पीपीएफ अकाउंट में यह व‍िकल्‍प होता है क‍ि आप ब‍िना न‍िवेश किए भी ब्‍याज का फायदा ले सकते हैं. आइये बताते हैं कैसे?

पीपीएफ अकाउंट क्‍या है?

पीपीएफ अकाउंट पोस्‍ट ऑफिस के साथ कुछ चुन‍िंदा शाखाओं में 15 साल की अवध‍ि के लिए खोला जा सकता है. हर साल इसमें कम से कम 500 और अध‍िकतम डेढ़ लाख रुपये जमा कर सकते हैं. डेढ़ लाख से ज्‍यादा की राश‍ि पर खाताधारक को ब्‍याज नहीं मिलता.

15 साल के बाद दो व‍िकल्‍प

15 साल पूरे होने पर आप पीपीएफ अकाउंट से पैसे न‍िकाल सकते हैं. लेकिन इस समय आपके पास दो व‍िकल्‍प होते हैं. पहला यह क‍ि आप पूर्व की तरह न‍िवेश करते हुए 5-5 साल के लिए खाते को आगे बढ़ा सकते हैं. इसके लिए आपको ल‍िखित आग्रह करना होता है.

इस तरह ब‍िना न‍िवेश के मिलेगा ब्‍याज

15 साल के बाद दूसरे व‍िकल्‍प के तौर पर आप ब‍िना न‍िवेश के पीपीएफ खाते को चला सकते हैं. इसमें आपके न‍िवेश के साथ 15 साल में जो रकम मैच्‍योर हो गई, उस पर हर साल सरकार की तरफ से तय ब्‍याज मिलता रहेगा. इसमें आपको कोई पैसा जमा नहीं करना है.

पीपीएफ अकांउट के 5 फायदे

- पीपीएफ अकांउट में इस समय 7.1 फीसदी की दर से ब्‍याज म‍िल रहा है.
- PPF खाते में जमा पैसे पर इनकम टैक्‍स र‍िबेट ले सकते हैं.
- मैच्‍योर‍िटी पर PPF अकाउंट से मिलने वाला पैसा टैक्‍स फ्री होता है.
- PPF अकाउंट में 15 साल का लॉकइन पीर‍ियड होता है.
- इस खाते में जमा रकम पर भारत सरकार गारंटी देती है.

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