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बिटकॉइन के उपयोग

बिटकॉइन के उपयोग
बिटकॉइन के खतरों से भी रूबरू हो लीजिए-

What is Bitcoin | How to buy Bitcoin | बिटकॉइन क्या है

बिटकॉइन क्या है, बिटकॉइन कैसे ख़रीदे, फायेदे, फैक्ट्स, डेवलपर, रिलीज़ डेट, सातोशी नाकामोटो, बिटकॉइन सिंबल (What is Bitcoin in Hindi, How to buy bitcoin, bitcoin facts, release date, satoshi nakamoto, symbol)

नमस्कार मेरे प्यारे मित्रो , हमारी वेबसाइट last-date.com पर आप सबका स्वागत है । दोस्तों आज मैं आप सबको बिटकॉइन से जुडी सभी जानकारिया अपने इस Article में देने वाली हूँ । बिटकॉइन क्या है, बिटकॉइन कैसे ख़रीदे, फायेदे, फैक्ट्स, डेवलपर, रिलीज़ डेट, सातोशी नाकामोटो, बिटकॉइन सिंबल इन सब बातो को जानने के लिए आपको बस हमारे आर्टिकल को पूरा पढ़ना है । यहां पर हम देंगे आपको बिटकॉइन से जुडी हर एक खबर । अगर आपका भी interest है बिटकॉइन में और अगर आपको भी जानना बिटकॉइन के उपयोग है बिटकॉइन से जुडी तमाम महत्वपूर्ण बाते तो बने रहिये हमारे साथ आर्टिकल के अंत तक ।

बिटकॉइन के फायदे (Benefits of bitcoin)

bitcoins

  • बिटकॉइन account में block होने की समस्या नहीं होती है यानि कि बिटकॉइन account भी block नहीं होता है।
  • Bitcoin का लेन देन किया जा सकता है मतलब इसे sale भी किया जा सकता है और purchase भी किया जा सकता है।
  • बिटकॉइन transaction fees बहुत कम होती है।

पहले बिटकॉइन का उपयोग Laszlo Honecz द्वारा किया गया था Laszlo Honecz ने coin का प्रयोग Pizza खरीदने के लिए किया था और इसलिए 22 मई को बिटकॉइन Pizza Day के रूप में भी celebrate किया जाता है Laszlo Honecz के द्वारा pizza के टुकड़े के लिए 10,000 बिटकॉइन चुकाए थे और pizza खरीदते वक्त 10,000 बिटकॉइन का मूल्य लगभग 41 dollar था यानि indian rupees में लगभग ₹2664 था।

बिटकॉइन कैसे खरीदे (How to Buy Bitcoin)

Bitcoin purchase करने के लिए आप Coin Switch Kuber App का इस्तेमाल कर सकते हैं। आपको इसे install करना है तथा नीचे दिए गए step को follow करना है।

  • Coin Switch Kuber App open करें और अब अपना mobile number fill करें।
  • फिर अब आपके mobile number पर एक OTP आएगा उसे fill करे और next के button पर click करें।
  • आपको अपने account के लिए एक Pin set करनी होगी इसे set करने के बाद आपको इसे फिर से enter करके confirm करना होगा।
  • अब आपका account बन जाएगा।
  • इसके बाद easily आप इस app का प्रयोग कर सकते है ।

Coin Switch Kuber App में KYC कैसे करें?

  • option पर click करें।
  • अब user verification पर click करें।
  • इसके बाद आपको 3 step को follow करना है और उसके बाद आप KYC complete हो जाएगी।
  • आपको अब basic verification पर click करें और अपनी basic details एंटर करे।
  • Pan card verification के option पर click करें और अपनी details fill करे।
  • Identity card verification पर click करें और अपनी details fill करे।

क्या होता है बिटकॉइन? इसकी शरुआत कैसे हुई? पूरे बैंकिंग सिस्टम को हिला कर रख देने वाले बिटकॉइन के बारे में सब कुछ जानिए

क्या होता है बिटकॉइन? इसकी शरुआत कैसे हुई? पूरे बैंकिंग सिस्टम को हिला कर रख देने वाले बिटकॉइन के बारे में सब कुछ जानिए

आज इंटरनेट पर कई वेबसाइट्स, काई सारे ऐसे एप्स मौजूद हैं जो बिटकॉइन खरीदते और बेचते हैं. साधारण भाषा में कहें, तो कई ऑनलाइन मार्केट प्लेस से बिटकॉइन खरीदे या बेचे जा सकते हैं.

जब से बिटकॉइन का जन्म हुआ है तब से ही बिटकॉइन की खूब चर्चा हो रही है. शुरुआत में तो ये हालात थे कि चारों तरफ हर किसी के मुंह से बिटकॉइन ही बिटकॉइन सुनाई देता था. कई देशों की सरकारों के विरोध के बाद इसकी बातें बहुत कम हो गई थीं लेकिन अब एक बार फिर से बिटकॉइन की चर्चा ज़ोरों पर है और इसके पीछे का कारण है बिटकॉइन की कीमत। दरअसल, बिटकॉइन की कीमत बढ़कर रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है. जानकारी हो कि मौजूदा वक्त में एक बिटकॉइन की कीमत करीब 26 लाख रुपए हो चुकी है लगातार बढ़ती ही जा रही है यही वजह है कि निवेशक इन दिनों बिटकॉइन में भर-भर के निवेश कर रहे हैं.

एक Bitcoin की ट्रांजेक्शन में खर्च हो जाती है 13000 रुपए से ज्यादा की बिजली

बिटकॉइन माइनिंग पर अब सालाना 204.50 Tbh बिजली की खपत हो रही है.

बिटकॉइन माइनिंग पर अब सालाना 204.50 Tbh बिजली की खपत हो रही है.

क्रिप्‍टोकरेंसी Bitcoin बहुत ज्‍यादा बिजली की खपत कर रही है. इसी को देखते हुए कई देशों ने बिटकॉइन की माइनिंग पर प्रतिब . अधिक पढ़ें

  • News18Hindi
  • Last Updated : January 10, 2022, 11:33 IST

नई दिल्‍ली. बिटकॉइन (Bitcoin) अब कई देशों की बिजली व्‍यवस्‍था के लिए भी खतरा बनता जा रहा है. बिटकॉइन की माइनिंग (Bitcoin mining) में बेतहाशा बिजली खपत से परेशान कई देशों ने इसकी माइनिंग पर प्रतिबंध लगाया है. इस सूची में अब कोसोवो का नाम भी जुड़ गया है. चीन और ईरान पहले ही माइनिंग पर रोक लगा चुके हैं. बिटकॉइन पर बिजली खर्च बढ़ता जा रहा है. 8 जनवरी 2022 का सामने आये आंकड़ों के अनुसार बिटकॉइन माइनिंग पर अब सालाना 204.50 Tbh बिजली की खपत हो रही है. एक बिटकॉइन ट्रांजेक्‍शन पर 2293.37 kwh बिजली खर्च हो रही है.

इतनी बिजली की खपत थाइलैंड पूरे साल में करता है. वर्ष 2021 में आई एक रिसर्च के अनुसार बिटॅकाइन फेसबुक (Facebook) से 8 गुणा ज्‍यादा बिजली का प्रयोग कर रहा है. दिनोंदिन यह खपत बढ़ता जा रहा है. पिछले दिनों बिटकॉइन के उपयोग ईरान में पैदा हुए गंभीर बिजली संकट के पीछे भी बिटकॉइन माइनिंग का हाथ माना गया था.

एक ट्रांजेक्‍शन पर 13,186 रुपये बिजली खर्च

digiconomist.net के अनुसार Cryptocurrency बिटकॉइन का एक ट्रांजेक्‍शन (Bitcoin transaction), यानि कॉइन खरीदने, बेचने या ट्रांसफर करने में 2293.37 kwh बिजली खर्च होती है. वर्ष 2021 में भारत में औसत घरेलू बिजली दर 5.75 रुपये थी. इस दर से अगर हिसाब लगाया जाये तो एक बिटकॉइन ट्रांजेक्‍शन पर लगभग 13,बिटकॉइन के उपयोग 186 रुपये का बिजली खर्च हो रहा है. इतनी बिजली खर्च करके 2,414,380 VISA ट्रांजेक्‍शन किये जा सकते हैं या‍ फिर 181,559 घंटे Youtube वीडियो देखे जा सकते हैं.

यही नहीं बिटकॉइन का वार्षिक कार्बन फुटप्रिंट भी बहुत ज्‍यादा है. बिटकॉइन हर साल 97.14 Mt CO2 कार्बब फुटप्रिंट पैदा कर रहा है जो कुवैत द्वारा किये जा रहे कार्बन फुटप्रिंट के बराबर है. इलेक्‍ट्रॉनिक कचरा फैलाने में भी बिटकॉइन आगे है. इससे सालाना 26.31 kt इलेक्‍ट्रॉनिक कचरा पैदा कर रहा है. इतना कचरा नीदरलैंड्स की स्‍माल आईटी इंडस्‍ट्री हर साल निकालती है.

क्‍यों होती है इतनी बिजली खर्च

क्रिप्टोकरंसी की माइनिंग के लिए कई कंप्यूटर लगाए जाते हैं. कॉइन्स अपनी खुद की ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर चलती है. ब्लॉकचेन (blockchain) एक डिजिटल बहीखाता है. जिसपर ब्लॉक पर होने वाले ट्रांजेक्शन का डेटा स्टोर होता है. इसका कहीं भी कोई सेंट्रलाइज्‍ड डेटा सेंटर नहीं होता है. इसका डेटा दुनियाभर में फैले करोड़ों कंप्‍यूटर्स पर होता है.

बिटकॉइन माइनिंग में पजल का उपयोग होता है. इस पजल को सॉल्‍व करने के बाद ही अगला ब्‍लॉक बनता है. हर ब्लॉक अपने पिछले ब्लॉक से एक यूनीक हैश कोड के जरिए जुड़ा होता है. इस पजल को सॉल्‍व करने के लिए शक्तिशाली कंप्यूटरों से भरे गोदाम हैं, जो बड़ी संख्या में पजल सॉल्‍व करने के लिए तेज स्पीड से काम कर रहे हैं और इस प्रक्रिया में जबरदस्त मात्रा में बिजली खपत कर रहे हैं। इसके अलावा आज बिटकॉइन माइनिंग के लिए अत्यधिक विशिष्ट मशीनों, एक बड़ी जगह और लगातार चलने वाले हार्डवेयर को ओवरहीटिंग से बचाने के लिए पर्याप्त कूलिंग पावर की आवश्यकता है। इनमें भी खूब बिजली खर्च हो रही है.

क्रिप्टो करेंसी की कब हुई थी शुरुआत, क्या हैं इसके फायदे और नुकसान, समझिए पूरा हिसाब

क्रिप्टो करेंसी की कब हुई थी शुरुआत, क्या हैं इसके फायदे और नुकसान, समझिए पूरा हिसाब

TV9 Hindi | Edited By: रोहित ओझा

Updated on: Dec 23, 2020 | 9:13 AM

डिजिटल होती दुनिया में हर चीज वर्चुअल होती जी रही है. डिजिटल पेंमेट की सुविधा ने लोगों की लाइफ को काफी आसान बना दिया है. डिजिटल होते इस वर्ल्ड में क्रिप्टो करेंसी का क्रेज बढ़ गया बिटकॉइन के उपयोग है. दुनिया के हर एक देश की अपनी मुद्रा है. जैसे-भारत में रुपया, अमेरिका में डॉलर और ब्रिटेन में पाउंड. लेकिन इन दिनों जिस क्रिप्टो करेंसी का जलवा है, ये डिजिटल करेंसी है. इसे आप छू नहीं सकते, लेकिन हां अमीर जरूर हो सकते हैं. आइए अब समझ लेते हैं इस क्रिप्टो करेंसी का पूरा हिसाब.

जापान के एक इंजीनियर ने की थी शुरुआत

सबसे पहले साल 2009 में क्रिप्टो करेंसी की शुरुआत हुई थी, जो बिटकॉइन थी. जापान के इंजीनियर सतोषी नाकमोतो ने इसे बनाया था. शुरुआत में इसे कोई खास सफलता नहीं मिली, लेकिन धीरे-धीरे इसकी कीमत आसमान छूने लगी और ये पूरी दुनिया में छा गया.

क्रिप्टो करेंसी के कई फायदे हैं और इसके नुकसान भी हैं. पहला फायदा ये है कि डिजिटल करेंसी होने के कारण धोखाधड़ी की गुंजाइश ना के बराबर है. दूसरा ये कि इसकी कोई नियामक संस्था नहीं है. इसलिए नोटबंदी या करेंसी के अवमूल्यन जैसी स्थितियों असर इसपर नहीं पड़ता. क्रिप्टोकरेंसी में मुनाफा अधिक होता है और ऑनलाइन खरीदारी से लेन-देन आसान होता है. इसका सबसे बड़ा नुकसान है कि वर्चुअल करेंसी में भारी उतार-चढ़ाव आपके माथे पर पसीना ला देगा.

एक रिपोर्ट के अनुसार, पिछले पांच साल में बिटकॉइन जैसी वर्चुअल करेंसी एक ही दिन में बिना किसी चेतावनी के 40 से 50 प्रतिशत गिर गई थी. इसका सबसे बड़ा नुकसान ये होता है कि वर्चुअल करेंसी होने के कारण इसमें सौदा जोखिम भरा होता है. इस करेंसी का इस्तेमाल ड्रग्स सप्लाई और हथियारों की अवैध खरीद-फरोख्त जैसे अवैध कामों के लिए किया जा सकता है. , इसका एक और नुकसान यह है कि यदि कोई ट्रांजेक्शन आपसे गलती से हो गया तो आप उसे वापस नहीं मंगा सकते हैं.

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