विपणन रणनीतियों

ग्राहक संबंध विपणन (crm) क्या है? - टेक्नोपेडिया से परिभाषा
परिभाषा - ग्राहक संबंध विपणन (CRM) का क्या अर्थ है?
ग्राहक संबंध विपणन (CRM) एक व्यावसायिक प्रक्रिया है जिसमें ग्राहक संबंध, ग्राहक निष्ठा और ब्रांड वैल्यू का निर्माण विपणन रणनीतियों और गतिविधियों के माध्यम से किया जाता है। सीआरएम कॉर्पोरेट प्रदर्शन को बेहतर बनाने में मदद करते हुए व्यवसायों को स्थापित और नए ग्राहकों के साथ दीर्घकालिक संबंध विकसित करने की अनुमति देता है। CRM कर्मचारी प्रशिक्षण, विपणन योजना, संबंध निर्माण और विज्ञापन के माध्यम से वाणिज्यिक और ग्राहक-विशिष्ट रणनीतियों को शामिल करता है।
Techopedia ग्राहक संबंध विपणन (CRM) की व्याख्या करता है
सीआरएम की कोर ताकत ग्राहक प्रतिक्रिया से बढ़ी हुई अंतर्दृष्टि बनाने की क्षमता है, जो ठोस और केंद्रित विपणन और ब्रांड जागरूकता पैदा करती है। अधिक अभिनव सीआरएम रणनीतियों के विकास के लिए प्रमुख प्रेरक चालक वेब प्रौद्योगिकियां और ग्राहक निष्ठा पर एक तेज वैश्विक फोकस हैं।
- ग्राहक मूल्य का सीधे मूल्यांकन करने का एक तरीका प्रदान करता है। उदाहरण के लिए, एक व्यवसाय जो वास्तव में अपने ग्राहकों में रुचि रखता है, उसे ग्राहक और ब्रांड निष्ठा से पुरस्कृत किया विपणन रणनीतियों जाता है। क्योंकि सीआरएम पारस्परिक रूप से लाभप्रद है, बाजार में ध्वनि की गति पर व्यवहार्यता अग्रिम है।
- क्रॉस-सेलिंग के अवसर प्रदान करता है, जहां, ग्राहक की मंजूरी के आधार विपणन रणनीतियों पर, एक व्यवसाय एक से अधिक क्लाइंट के लिए विपणन या ब्रांड रणनीतियों को साबित विपणन रणनीतियों कर सकता है।
ग्राहक संबंध विपणन को "ग्राहक संबंध प्रबंधन, " एक संबंधित, लेकिन अद्वितीय अवधारणा के साथ भ्रमित नहीं किया जाना चाहिए जो सीआरएम के परिचितों को साझा करता है।
ग्राहक संबंध प्रबंधन में शीर्ष 6 रुझान (crm)
बहुत पहले नहीं, ग्राहक संबंध प्रबंधन (सीआरएम) में गिरावट पर विचार किया गया था। लेकिन यह CRM सॉफ्टवेयर के लिए खत्म नहीं हुआ है। सभी CRM रुझानों के बारे में जानें।
ओपन डेटा प्लेटफ़ॉर्म क्या है और हडूप से इसका क्या संबंध है?
ओपन डेटा प्लेटफ़ॉर्म (ODP) एक उद्योग-स्तर की पहल है जो Apache Hadoop पारिस्थितिकी तंत्र को अपनाने को मजबूत करने और पारिस्थितिकी तंत्र के साथ बड़े डेटा समाधानों को आगे बढ़ाने के लिए सक्षम करने पर केंद्रित है। इस पर बनाता है .
Sarkari Yojana: 80 करोड़ लोगों के लिए बुरी खबर, बंद होने जा रही है ये योजना
PM Garib Kalyan Anna Yojana: PMGKAY को दिसंबर के बाद बढ़ाने के संबंध में कोई निर्णय नहीं लिया विपणन रणनीतियों गया है। इस वित्तीय वर्ष में, खाद्य सब्सिडी 3 ट्रिलियन रुपये को पार कर जाएगी। विपणन रणनीतियों आइये जानते है इसके बारे में पूरी जानकारी।
HR Breaking News (ब्यूरो) : सरकार ने वित्त वर्ष 2011 में एफसीआई के ऋणों का भुगतान किया था और बजट के बाहर सब्सिडी के एक हिस्से का भुगतान करने की प्रथा को समाप्त करते हुए बजट में सभी खाद्य सब्सिडी खर्च शामिल किए थे।
चालू वित्त वर्ष में सरकार के लिए खाद्य सब्सिडी व्यय 3.1 ट्रिलियन रुपये से अधिक होने का अनुमान है, जो प्रारंभिक आवंटन से 50% अधिक है।
कम क्षमता उपयोग और आम तौर पर अविश्वसनीय आर्थिक वातावरण के कारण, अधिकांश उद्यमों ने इस वित्तीय वर्ष की पहली छमाही (H1) के दौरान ‘wait and watch’ रणनीति को चुना।
अब तक सात बार बढ़ाई गई योजना
खाद्य मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार, मुफ्त राशन कार्यक्रम, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (PMGKAY) के परिणामस्वरूप चालू वित्त वर्ष के लिए बजट अनुमान से अधिक 1.24 ट्रिलियन रुपये की अतिरिक्त लागत का अनुमान है। बता दें कि यह योजना दिसंबर तक चालू है और इसे अंत तक सातवीं बार बढ़ाया जा चुका है।
एक अधिकारी ने मीडिया को बताया, ‘चालू विपणन सीजन (2022-23) में गेहूं की कम खरीद से चालू वित्त वर्ष में 15,000 से 20,000 करोड़ रुपये की बचत होगी। वित्त मंत्रालय और राज्यों के साथ बजट पूर्व परामर्श अभी भी जारी।’
फ्री राशन को लेकर अभी कुछ तय नहीं
प्रशासन ने अभी तक यह तय नहीं किया है कि दिसंबर 2022 के बाद के मुफ्त राशन कार्यक्रम को जारी रखा जाए या नहीं। कोविड महामारी के दौरान लोगों के दुखों को कम करने के लिए, पीएमजीकेएवाई को अप्रैल 2020 में शुरू किया गया था ताकि हर महीने प्रति व्यक्ति 5 किलो खाद्यान्न मुफ्त में वितरित किया जा सके। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (एनएफएसए) द्वारा कवर किए गए 8000 मिलियन व्यक्तियों को यह सुविधा मिली है।
खाद्य मंत्रालय के अधिकारियों का दावा है कि सरकार पहले ही मुफ्त राशन कार्यक्रम पर 3 ट्रिलियन रुपये से अधिक खर्च कर चुकी है, जिसे 2020 में महामारी की पहली लहर के दौरान पेश किया गया था।
इंदौर में बोले मुख्यमंत्री शिवराज- बदल रहा है मध्य प्रदेश, भंवरकुआं और खजराना फ्लाईओवर का करेंगे भूमिपूजन
इंदौर । इंदौर में भंवरकुआं और खजराना चौराहे पर भी फ्लाईओवर बनेंगे। दोनों का निर्माण इंदौर विकास प्राधिकरण (आइडीए) करेगा। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान दोनों फ्लाईओवर के लिए भूमिपूजन करेंगे। भंवरकुआं पर शाम करीब 6.30 बजे और खजराना पर रात करीब 8 बजे भूमिपूजन कार्यक्रम होंगे।भारतीय जनता पार्टी के नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का नगर आगमन पर एयरपोर्ट पर स्वागत किया।मुख्यमंत्री ने विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 3 के विद्यालय में कंप्यूटर और एलइडी वितरण कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इससे पहले सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग द्वारा कुछ निजी बैंकों के साथ रोजगार देने के लिए एमओयू किया गया। कार्यक्रम में मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा और ऊषा ठाकुर भी उपस्थित हैं। इसके अलावा अन्य जनप्रतिनिधि भी समारोह में शिरकत कर रहे हैंं। कार्यक्रम में आइडीए अध्यक्ष जयपाल सिंह चावड़ा और इंदौर महापौर पुष्यमित्र भार्गव भी मौजूद रहे। अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश में तेजी से विकास हो रहा है और मध्य प्रदेश बदल रहा है।देश की प्रतिष्ठित शासकीय एवं गैर-शासकीय 10 संस्था के साथ एमओयू किया गया। प्रदेश में स्टार्टअप्स और MSME को व्यावसायिक एवं तकनीकी रूप से सक्षम तथा सुदृढ़ बनाने और विपणन के नये अवसर देने के उद्देश्य से MoU किये जा रहे हैं। स्टार्टअप्स एवं MSME से जुड़ी या उनके लिये कार्य कर रही संस्थाओं का सहयोग लिये जाने के दृष्टिगत यह महत्वपूर्ण पहल है। विपणन रणनीतियों विधानसभा क्षेत्र इंदौर-3 के 22 सरकारी स्कूलों और आंगनवाड़ी केंद्रों में कंप्यूटर, एलसीडी प्रोजेक्टर और फर्नीचर आदि सामग्री का भी वितरण किया गया। यह सामग्री विधायक आकाश विजयवर्गीय द्वारा प्रदान की गई है।कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कन्या पूजन भी किया।
88 करोड़ से अधिक के होंगे दोनों फ्लाईओवर
आइडीए अध्यक्ष जयपालसिंंह चावड़ा ने बताया कि भंवरकुआं और खजराना चौराहे पर प्रस्तावित फ्लाईओवर 88 करोड़ रुपये से अधिक लागत के होंगे। इनमें भंवरकुआं फ्लाईओवर की लागत 47.27 करोड़ और खजराना फ्लाईओवर की लागत 41.18 करोड़ रुपये होगी। दोनों ब्रिज लगभग एक साल में पूरे करने का लक्ष्य है। बताया जाता है कि भंवरकुआं का ब्रिज दो अलग-अलग हिस्सों में बनेगा और बीच में बीआरटीएस रहेगा। खजराना चौराहे पर बनने वाले ब्रिज पर मेट्रो ट्रेन का स्टेशन भी बनेगा।
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जयराम पहले लैपटॉप के उस्ताद थे, अब पदयात्रा के भी उस्ताद हो गए हैं: बुरहानपुर में बोले दिग्विजय सिंह
मीडिया पर सरकार का काफी दबाव है, बावजूद मध्य प्रदेश में कई ऐसे पत्रकार हैं, इसके बावजूद एमपी में कई ऐसे पत्रकार हैं जो ईमानदारी से काम कर रहे हैं: दिग्विजय सिंह
बुरहानपुर। भारत जोड़ो यात्रा का आज 77 वां दिन है। बुरहानपुर के बोरदली गांव से यात्रा आज सुबह मध्य प्रदेश में प्रवेश कर चुकी है। बोरदली गांव में राहुल गांधी और भारत यात्रियों के लिए भव्य स्वागत समारोह का विपणन रणनीतियों आयोजन किया गया था। दोपहर पड़ाव के दौरान विश्राम कैंप में पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह और जयराम रमेश ने मीडिया को संबोधित करेंगे।
मीडिया को संबोधित करते हुए जयराम रमेश ने कहा कि, ' यात्रा ने राहुल गांधी के अलावा सिर्फ दिग्विजय सिंह ही हैं, जो पूरा पैदल चलते हैं। उन्हें देखकर युवाओं को प्रेरणा मिलती है। मैं भी अब उनसे सीखकर पैदल चलने लगा हूं। वे सबसे अधिक युवा हैं।' इसपर दिग्विजय सिंह ने कहा कि ये अतिशयोक्ति है।
इस दौरान सिंह ने कहा कि, 'जयराम रमेश पहले लैपटॉप के उस्ताद थे अब पदयात्रा के भी उस्ताद हो गए हैं। जयराम और मैं, हम एक दूसरे के पूरक हैं। हम बेचारे ग्रुप के सदस्य हैं।' सिंह ने कहा कि, ' हम सभी धर्म का सम्मान करते हैं। हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सभी धर्म का मूल मानवता है।' सिंह ने पीएम मोदी को लेकर कहा कि, 'उनमें अहंकार हो गया है, वे कहते हैं कि मेरे कारण गुजरात का विकास हुआ।'
राहुल गांधी को लेकर असम के सीएम हिमांता बिस्वा शर्मा के निम्न स्तरीय बयान पर दिग्विजय सिंह ने आपत्ति जताई। सिंह ने कहा कि, 'मैं उस राज्य (असम) का प्रभारी रह चुका हूं। हिमांता ने शर्मनाक बयान दिया है। मुझे यह बताने कि जरूरत नहीं है की वह आज जहां हैं वहां कैसे पहुंचे।' इंदौर में सिख समुदाय के विरोध पर सिंह ने कहा कि बीजेपी जो चाहती है, वह कराती है, यह फासीज्म का उदाहरण है।
बता दें कि भारत जोड़ो यात्रा को लेकर मध्य प्रदेश विपणन रणनीतियों के लोगों में जबरदस्त उत्साह है। खास बात यह है कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी यात्रा में शामिल हो रही हैं। यह पहली बार है जब प्रियंका गांधी भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी के साथ कदमताल करेंगी। प्रियंका सपरिवार यात्रा में शामिल हो रहे हैं।