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अपनी आर्थिक स्तिथि को कैसे सुधारें

अपनी आर्थिक स्तिथि को कैसे सुधारें
अभाव में बीता बचपन

How to improve credit Score: इन तरीकों से सुधारें अपना खराब क्रेडिट स्कोर, लोन लेने में नहीं आएगी कोई समस्या

किसी भी व्यवसाय की शुरुआत करने, उसे बढ़ाने या किसी भी प्रकार की आर्थिक गतिविधियों को संचालित करने के लिए पूँजी (Capital) की आवश्यकता होती है लेकिन कई परिस्थितियों में किसी व्यक्ति या कंपनी के पास आवश्यक पूँजी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध नहीं होती और इस स्थिति में ऋण (क्रेडिट) आवश्यक आर्थिक गतिविधियों को सुचारु रूप से चलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

बड़े-बड़े व्यवसायों से लेकर एक सामान्य व्यक्ति तक सभी को किसी न किसी कार्य के लिए क्रेडिट की आवश्यकता होती है और किसी व्यक्ति या संस्थान को कितना ऋण देना सुरक्षित होगा इसके लिए बनाई गई व्यवस्था ही क्रेडिट स्कोर है। क्रेडिट स्कोर की गणना आपकी क्रेडिट हिस्ट्री का उपयोग करके की जाती है, जिसमें आपके समस्त भुगतनों का इतिहास, आपके द्वारा लिए गए ऋणों की संख्या, क्रेडिट कार्डों की संख्या जैसी जानकारी शामिल होती है। भारत में 4 प्रमुख क्रेडिट सूचना कंपनियां CIBIL, Experian, Equifax और Highmark हैं।

कैसे बढ़ाएं बिगड़ा क्रेडिट स्कोर?

एक उच्च क्रेडिट स्कोर आपके लोन या क्रेडिट कार्ड प्राप्त करने की संभावनाओं को कई गुना तक बढ़ा देता है और एक कम स्कोर आपको ऋण मिलने की संभावनाओं को पूरी तरह से खत्म कर देता है। बैंक या कोई भी वित्तीय संस्थान कम क्रेडिट स्कोर वाले लोगों को लोन / क्रेडिट कार्ड देना पसंद नहीं करते क्योंकि किसी खराब आर्थिक प्रबंधन वाले व्यक्ति पर भरोसा करना मुश्किल होता है।

इसके साथ ही कई परिस्थितियों में यदि कम क्रेडिट स्कोर वाले व्यक्ति को ऋण मिल भी जाए तो उसे सामान्य से अधिक ब्याज चुकाना पड़ता है। यदि आपका क्रेडिट स्कोर भी कम है तो घबराने की बात नहीं है आपको बस यहाँ बताए गए तरीकों का पालन करना होगा और एक समय के बाद आपका क्रेडिट स्कोर में सुधार हो जाएगा।

अपनी Credit Report चैक करें

अपने खराब क्रेडिट स्कोर को सुधारने के लिए सबसे पहले आवश्यक है कि, आप अपनी क्रेडिट रिपोर्ट चैक करें। ऐसा अपनी आर्थिक स्तिथि को कैसे सुधारें करने से आपको अपनी रिपोर्ट में उपलब्ध त्रुटियों को पहचानने में मदद मिलेगी। यदि आपको अपनी रिपोर्ट में ऐसी गलतियाँ मिलती हैं, जो आपके खराब क्रेडिट स्कोर का अपनी आर्थिक स्तिथि को कैसे सुधारें कारण हैं तो आपको इसे तुरंत ठीक करना चाहिए। चूंकि क्रेडिट रिपोर्ट में उल्लिखित अपनी आर्थिक स्तिथि को कैसे सुधारें जानकारी के आधार पर क्रेडिट स्कोर की गणना की जाती है, इसलिए आपके लिए यह सुनिश्चित करना बहुत महत्वपूर्ण है कि यह रिपोर्ट त्रुटियों से मुक्त है।

क्रेडिट स्कोर के खराब होने का सबसे पहला कारण लिए गए लोन की EMI या क्रेडिट कार्ड का बकाया समय पर ना चुकाना है। यदि आप अपने ऋण का अपनी आर्थिक स्तिथि को कैसे सुधारें भुगतान करने में विलंब करते हैं, तो आपका स्कोर कम होगा। अतः यदि आपने भी अपने किसी लोन / क्रेडिट कार्ड के बकाये का भुगतान नहीं किया है तो आपको अपने क्रेडिट स्कोर को सुधारने के लिए इसे तुरंत चुकाना होगा।

छत्तीसगढ़: महिलाओं ने कमाया दो लाख से ज्यादा का लाभ, तरबूज की खेती बना आय का जरिया

छत्तीसगढ़। चाह को राह मिले तो मंजिले भी आसान हो जाती हैं। ऐसी ही कहानी है 04 महिलाओं की जिन्होंने अपने पैरों पर खड़े होने की चाह को बिहान के जरिये मिले प्रशिक्षण से पूरा कर दिखाया है। इन महिलाओं ने गांव में तरबूज की खेती का काम चालू किया। जिसके बदौलत आज ये अच्छा मुनाफा अपनी आर्थिक स्तिथि को कैसे सुधारें कमा रही है। धरमजयगढ़ विकासखंड में ग्राम पंचायत दुर्गापुर स्थित है। यहां जय अम्बे मां महिला समूह से पूर्णिमा मंडल, रिंकी भाड़ाली, दुर्गा ढाली, अनीता भाड़ाली जुड़ी हुई है। समूह में जुडऩे से पहले इनकी आर्थिक स्थिति सही नहीं थी। अपने बुनियादी जरूरतों को पूरा करने के लिए भी काफी जद्दोजहद करना पड़ता था। एक दिन गांव में बिहान से जुड़ी चार दीदियों ने इन महिलाओं से मिलकर इन्हें बिहान के बारे में बताया। बिहान के 11 सूत्रों को विस्तार से समझाते हुए अपनी आर्थिक स्थिति कैसे सुधारें इस पर जानकारी दी। इसके साथ ही समूह अवधारणा पर 15 दिवसीय प्रशिक्षण भी महिलाओं को मिला। जिसके पश्चात चारों महिलाओं ने अपने अपनी आर्थिक स्तिथि को कैसे सुधारें ही पारा/टोला से 10 सदस्यों को मिलाकर एक समूह का निर्माण किया, जिसका नाम जय माँ अम्बे स्व-सहायता समूह रखा गया। समूह ने लघु एवं बड़े बचत ऋण लेकर आजीविका गतिविधि करने का निर्णय लिया। उनकी यह मेहनत अब रंग ला रही है। पूर्णिमा दीदी ने समूह के माध्यम से 40 हजार रूपये ऋण लेकर तरबूज की खेती शुरू की। उन्होंने अब तक 9 रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से लगभग 8.5 टन तरबूज बिक्री कर लिया है, साथ ही 4 टन और तरबूज निकलने की संभावना है। इन्होंने पूरी लागत निकाल ली है और अब तक लगभग 36 हजार 500 रूपये की आमदनी कर ली है। आगे निकलने वाले 04 टन की फसल बेचने से जो पैसे मिलेंगे वो पूर्णिमा को शुद्ध मुनाफा अपनी आर्थिक स्तिथि को कैसे सुधारें होगा।

IAS Success Story: क्या जॉब के साथ यूपीएससी की तैयारी करना सही है? आईएएस अफसर Namrata Jain से जान लीजिए

By: एबीपी न्यूज़ | Updated at : 25 Aug 2021 07:38 PM (IST)

आईएएस नम्रता जैन

Success Story Of IAS Topper Namrata Jain: तमाम लोग यूपीएससी (UPSC) की तैयारी करते वक्त अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए जॉब करते हैं. कुछ लोग मजबूत आर्थिक स्थिति होने के बावजूद जॉब के साथ तैयारी करना पसंद करते हैं. ऐसे में क्या यूपीएससी की तैयारी करते वक्त जॉब करना सही है? इस सवाल को लेकर अक्सर लोग कंफ्यूज रहते हैं. आज आपको इस मामले पर आईएएस अफसर नम्रता जैन (Namrata Jain) के नजरिया के बारे में बता रहे हैं.

ऐसा रहा नम्रता का सफर
नम्रता मूल रूप से छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा की रहने वाली हैं. उनकी हाईस्कूल तक की पढ़ाई यहीं से हुई और उसके बाद वह पढ़ाई के लिए भीलवाड़ा चली गईं. इंटरमीडिएट के बाद उन्होंने इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की और इसके बाद नौकरियों के तमाम ऑफर छोड़ दिए और यूपीएससी की तैयारी करने का फैसला किया. पहले प्रयासों में उन्हें असफलता मिली, लेकिन दूसरे प्रयास में उन्होंने परीक्षा पास कर ली और ऑल इंडिया रैंक 99 प्राप्त की. हालांकि इससे उन्हें आईपीएस सेवा मिली. ऐसे में उन्होंने एक और प्रयास किया और तीसरे प्रयास में ऑल इंडिया रैंक 12 हासिल कर आईएएस बनने का सपना पूरा कर लिया.

Success Story: कभी स्कूल की फीस भरने के लिए नहीं थे पैसे, अब हैं Deloitte के CEO, जानें हरियाणा के गांव से निकलकर USA पहुंचने वाले पुनीत रंजन के प्रेरक सफर के बारे में

Success Story: कभी स्कूल की फीस भरने के लिए नहीं थे पैसे, अब हैं Deloitte के CEO, जानें हरियाणा के गांव से निकलकर USA पहुंचने वाले पुनीत रंजन के प्रेरक सफर के बारे में

सपने उनके ही सच अपनी आर्थिक स्तिथि को कैसे सुधारें होते हैं, जिनके सपनों में जान होती है, पंखों से कुछ नहीं होता हौसलों से उड़ान होती है। इस लाइन को सार्थक करने का काम किया है हरियाणा के एक छोटे से गांव से निलकर डेलॉइट ग्लोबल के सीईओ बनने वाले पुनीत रंजन ने। जो अपने सपनों को पूरा करने के लिए मेहनत करने से कभी पीछे नहीं हटे। एक समय परिवार के आर्थिक हालात इस कदर बुरे थे कि अपनी आर्थिक स्तिथि को कैसे सुधारें उनके पास स्कूल की फीस भरने के लिए भी पैसे नहीं थे। लेकिन उन्होंने विपरीत परिस्थिति में भी उम्मीद की किरण ढूंढी। उन्होंने अपनी काबिलियत के दम पर स्कॉलरशिप हासिल की और जमकर पढ़ाई की। उनकी प्रतिभा को देखते हुए डेलॉइट ग्लोबल ने उन्हें अपने साथ काम करने के लिए जोड़ा और आज वो उसी कंपनी के CEO के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने अपनी ज़िंदगी में कठिन संघर्ष किया है। यही कारण है कि आज वो अपनी सफलता की कहानी लिखने में कामयाब हो पाएं हैं। तो आइए जानते हैं अब तक कैसे रहा है फर्श से अर्श तक पहुंचने वाले पुनीत रंजन के जीवन का प्रेरक सफर।

कैसे खुद को सुधारें? अपने जीवन को बेहतर बनाने के लिए 7 आसान आदतें

दोस्तों, हम सब अपनी किसी न किसी बुरी आदत के कारण परेशान रहते हैं। एक बार बुरी लत लग गयी, तो हम चाह कर भी उससे छुटकारा नहीं पा पाते हैं। इसीलिए अच्छी आदतें डालना जितना आवश्यक है, बुरी आदतें छोड़ कर खुद को सुधारना भी उतना ही आवश्यक है।

यदि आप भी इस सवाल का जवाब ढूँढ रहे हैं, अपनी आर्थिक स्तिथि को कैसे सुधारें तो इन 7 आसान आदातों को अपना कर अपना जीवन पहले से बेहतर बनाएं :

1. कभी समय नष्ट न करें !

दोस्तों समय की कीमत तब पता चलती है, जब वो हमारे हाथों से निकल जाता है। समय बर्बाद करने की आदत आपकी सफलता में बहुत बड़ा रोड़ा है।

2. हर हाल में सच बोलने की आदत लगाएं, झूठ का साथ कभी न दें !

एक झूठ को छुपाने के लिए 100 झूठ बोलने पड़ते हैं। ऐसा न करने से हम खुद को, और दूसरों को भी तकलीफ से बचा सकते हैं।

3. हर दिन कुछ न कुछ पढ़ें !

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