टेक्निकल एनालिसिस क्या है?

Technical Analysis Vs. Fundamental Analysis in Hindi | टेक्निकल एनालिसिस और फंडामेंटल एनालिसिस बीच का अंतर
Technical Analysis Vs. Fundamental Analysis
यह एक बड़ा मुद्दा है और इन दोनों के उपयोग कर्ता के बिच बहोत बार इस विषय में तनातनी होती रहती है की कौन बहेतर है| जब भी किसी दो वस्तुओ में अंतर देखना हो तब सबसे पहले उन वस्तु या विषय को अच्छे से समजना चाहिए| Technical Analysis और Fundamental Analysis के बिच में अंतर समजने के लिए हमे Technical Analysis और Fundamental Analysis को अच्छे से समजना पड़ेंगे|
What is Technical Analysis in Hindi?
टेक्निकल एनालिसिस(Technical Analysis in Hindi) को आसान भाषा में समझे तो “बाजार में घटने वाली टेक्निकल एनालिसिस क्या है? घटनाओं के आधार पर या शेयर के भूतकाल के भाव और वॉल्यूम का एनालिसिस करके भविष्य में शेयर का मूल्य तय करने की एक प्रक्रिया को Technical Analysis कहा जाता है| “ Technical Analysis के बारेमे अधिक पढने के लिए यहाँ क्लीक करे|
What is Fundamental Analysis in Hindi?
फंडामेंटल एनालिसिस में किसी भी कंपनी की बैलेंस शीट देखकर उसका भविष्य देखा जाता है| कंपनी के द्वारा अच्छा या बुरा प्रदर्शन करने पर उसके शेयर के प्राइस पर उसकी असर देखने को मिलती है| यहाँ हमने आपसे फंडामेंटल एनालिसिस की बारे में सबकुछ जानकारी दी है जिसे पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करे|
Technical Analysis और Fundamental Analysis के बिच में अंतर
Technical Analysis | Fundamental Analysis |
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टेक्निकल एनालिसिस माँ शेयर का भाव उसमे होने वाले उतर चढ़ाव के माध्यम से किया जाता है| | फंडामेंटल एनालिसिस में शेयर का भाव शेयर की Intrinsic value के आधार पर किया जाता है| |
टेक्निकल एनालिस्ट स्टॉक खरीदने के लिए टेक्निकल एनालिसिस करने के टूल को देखता है और उसके माध्यम से वह तय करता है की शेयर को कब खरीदना चाहिए| | फंडामेंटल एनालिस्ट स्टॉक को खरीदने से पहले कंपनी के सभी फंडामेंटल को देखता है उसके अलावा वह सेक्टर और कंपनी के मनाग्मेंट को भी देखता है| |
टेक्निकल एनालिस्ट स्टॉक चार्ट का उपयोग पैटर्न और रुझानों की पहचान करने के लिए करते हैं जो यह सुझाव देते हैं कि भविष्य में स्टॉक क्या करेगा। | फंडामेंटल एनालिस्ट द्वारा कमाई, खर्च, संपत्ति और देनदारियां सभी जांच करते है। |
यहाँ हमने आपसे Technical Analysis Vs. Fundamental Analysis in Hindi (टेक्निकल एनालिसिस और फंडामेंटल एनालिसिस बीच का अंतर) क्या है उस पर जानकारी दी है|हमें आशा है की आपको यहाँ दी गयी जानकारी पसंद आई होगी
क्या है टेक्निकल और फंडामेंटल एनालिसिस? किसी शेयर में निवेश से पहले जानें इसकी अहमियत
शेयर मार्केट में निवेश के समय टेक्निकल एनालिसिस करते समय कुछ फंडामेंटल भी देखना चाहिए और इसी प्रकार फंडामेंटल एनालिसिस करते समय टेक्निकल पर ध्यान देना चाहिए। साथ ही स्टॉक मार्केट में निवेश को लेकर कई रिकमंडेशन या टिप्स मिलते हैं जिससे आपको खुद एनालिसिस करना चाहिए।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। स्टॉक मार्केट में इन्वेस्टमेंट के लिए बेहतरीन शेयरों का चयन करना पहला स्टेप होता है। इसके लिए मुख्य रूप से दो प्रकार के एनालिसिस होते हैं। पहला फंडामेंटल एनालिसिस और दूसरा टेक्निकल एनालिसिस। लेकिन कभी-कभी ऐसा होता है कि इन दोनों ही एनालिसिस के जरिए शेयरों का चयन किया जाता है व कभी एक एनालिसिस के जरिए स्टॉक मार्केट से मुनाफे की रणनीति को अपनाया जाता है।
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शेयर मार्केट में निवेश के समय टेक्निकल एनालिसिस करते समय कुछ फंडामेंटल भी देखना चाहिए और इसी प्रकार फंडामेंटल एनालिसिस करते समय टेक्निकल पर ध्यान देना चाहिए। साथ ही, स्टॉक मार्केट में निवेश को लेकर कई रिकमंडेशन या टिप्स मिलते हैं जिससे आपको खुद एनालिसिस करना चाहिए। तो ऐसे में आइए जानते हैं कि फंडामेंटल एनालिसिस और दूसरा टेक्निकल एनालिसिस क्या है और दोनों में क्या फर्क है।
टेक्निकल एनालिसिस
टेक्निकल एनालिसिस फंडामेंटल एनालिसिस की तुलना में अधिक कांप्लेक्स है। इसके तहत रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI), बोलिंजर बैंड्स (Bollinger Bands) जैसे 30-40 टेक्निकल इंडिकेटर का एनालिसिस किया जाता है। इस एनालिसिस में स्टॉक की मजबूती और रुझानों ध्यान टेक्निकल एनालिसिस क्या है? में रखकर का अनुमान लगाया जाता है।
फंडामेंटल एनालिसिस
इसमें कंपनी के फाइनेंशियल्स और P/E Ratio और P/B Ratio जैसे रेशियो को पर ध्यान देते हैं। इसके अलावा और भी रेशियो को एनालाइज करते हैं। अब अगर जैसे P/E Ratio की बात करें तो इसकी वैल्यू अगर कम है तो इसका मतलब है कि इसमें ग्रोथ की बहूत उम्मीद है जब P/B Ratio कम होता है तो स्टॉक अंडरवैल्यूड है। साथ ही, इसके अलावा फंडामेंटल एनालिसिस में बीटा को भी ध्यान देखते हैं जो अगर एक से ज्यादा होता है तो इसका अर्थ हुआ कि मार्केट की तुलना में यह अधिक वोलेटाइल है। जो कंपनियां हाई डिविडेंड यील्ड वाली होती हैं और कर्ज से मुक्त होती हैं, वे फंडामेंटली रूप से बहुत मजबूत होते हैं।
इन दोनों तरीकों से आप शेयर की प्राइस का सही अनुमान और भविष्य से जुड़ी संभावनाओं के बारे में पता लगा सकते हैं। साथ ही स्टॉक कब खरीदें और कब बेचें, यह निर्णय लेने में भी आपको काफी मदद मिलेगी।
What is technical analysis in hindi – टेक्निकल एनालिसिस क्या होता है और निवेश करने से पहले टेक्निकल एनालिसिस क्यों करना चाहिए
What is technical analysis in hindi – टेक्निकल एनालिसिस क्या होता है और निवेश करने से पहले टेक्निकल एनालिसिस क्यों करना चाहिए: कोई भी निवेशक स्टॉक मार्केट में निवेश करने से पहले टेक्निकल एनालिसिस जरूर करता है। यदि स्टॉक मार्केट का बिना टेक्निकल एनालिसिस किए निवेशक निवेश करता है, तो उसे घाटे का सामना करना पड़ता है। तो चलिए दोस्तों आज के इस आर्टिकल में जानते हैं कि टेक्निकल एनालिसिस (Technical analysis) क्या होता है और निवेश करने से पहले निवेशकों को टेक्निकल एनालिसिस करना क्यों जरूरी है इसके फायदे क्या है जानते हैं सब-कुछ आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें।
तकनीकी विश्लेषण यानी टेक्निकल एनालिसिस क्या है- (What is technical analysis in hindi)
टेक्निकल एनालिसिस द्वारा शेयर मार्केट में हुए उतार-चढ़ाव के बारे में पता लगाया जाता है। निवेशक टेक्निकल एनालिसिस (Technical analysis) का उपयोग ट्रेडर्स कम समय में ट्रेडिंग करके ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए करते हैं। हम आपको बता दें कि शॉर्ट टर्म में किसी भी शेयर की प्राइस बहुत तेजी से कम ज्यादा होता रहता है। ऐसे में निवेशक आइडिया लेने के लिए की किस प्राइस में हम शेयर को खरीदें तो हमें मुनाफा होगा। इसी प्रॉब्लम को सॉल्व करने के लिए जिस तकनीकी का टेक्निकल एनालिसिस क्या है? उपयोग होता है। उसे टेक्निकल एनालिसिस कहते हैं।
टेक्निकल एनालिसिस निवेशकों के लिए उपयोगी क्यों है- (Why technical analysis is useful for investors)
कम समय के लिए निवेश और ट्रेडिंग के मामले में टेक्निकल एनालिसिस निवेशकों के लिए उपयोगी होता है। क्योंकि टेक्निकल एनालिसिस (Technical analysis) निवेशकों को यह बताता है कि ट्रेडिंग में कब पैसा लगाने से आपको मुनाफा ज्यादा हो सकता है। टेक्निकल एनालिसिस के माध्यम से निवेशक किसी भी स्टॉक को उचित मूल्य पर खरीद या बेच सकते हैं।
टेक्निकल एनालिसिस करने की प्रक्रिया (Process of Technical analysis)
टेक्निकल एनालिसिस करने की प्रक्रिया
टेक्निकल एनालिसिस करने के निम्नलिखित पैरामीटर का उपयोग किया जाता है-
चार्ट (Chart)
टेक्निकल एनालिसिस यानी तकनीकी विश्लेषण (Technical analysis) में चार्ट का इस्तेमाल स्टॉक के पास्ट प्राइस (Past price) गतिविधियों को जानने के लिए किया जाता है। चार्ट के माध्यम से यह पता लगाया जाता है कि किस स्टॉक का प्राइस ऊपर या नीचे जाने वाला है।
मूल्य कार्यवाही (Price action)
प्राइस एक्शन टेक्निक टेक्निकल एनालिसिस क्या है? द्वारा केवल स्टॉक के कीमतों का विश्लेषण किया जाता है। क्योंकि शॉर्ट टर्म (short term) में ट्रेडिंग करते के समय निवेशक प्राइस टेक्निकल एनालिसिस क्या है? को ज्यादा महत्त्व देते हैं।
चार्ट पैटर्न (Chart pattern)
किसी भी शेयर या स्टॉक की प्राइस एक सीधी रेखा में आगे की तरफ नहीं बढ़ती बल्कि वह ऊपर नीचे होती रहता है। इसी ऊपर नीचे होने की प्रक्रिया में चार्ट में छोटे-बड़े कई पैटर्न बन जाते हैं। जिस चार्ट पैटर्न (Chart pattern) को देखकर निवेशक समझ जाते हैं कि कब स्टॉक खरीदना है और बेचना है।
सूचक (Indicator)
इंडिकेटर एक तरह का सॉफ्टवेयर प्रोग्राम (Software program) होता है, जो किसी भी शेयर के पास्ट प्राइस, या वैल्यू को देखकर एनालिसिस करता है टेक्निकल एनालिसिस क्या है? कि आने वाले भविष्य में इस शेयर का ट्रेड क्या होगा। इससे निवेशक अच्छा लाभ कमा पाएंगे कि नहीं।
शेयर वॉल्यूम (Share volume)
शेयर वैल्यू से यह पता चलता है कि किसी शेयर के स्टाक एक्सचेंज पर कितना खरीद-बिक्री हो रहा है। इसे आसान शब्दों में कहें तो Share volume से यह पता चलता है कि उस स्टॉक की खरीद-बिक्री कितनी है। जिसके आधार पर स्टॉक का टेक्निकल एनालिसिस करना आसान हो जाता है।
निवेश करने से पहले टेक्निकल एनालिसिस करना क्यों जरूरी है (Why it is important to do technical analysis before investing)
- एक सफल निवेशक बनने के लिए टेक्निकल एनालिसिस (Technical analysis) करना बेहद जरूरी है। क्योंकि आप स्टॉक का टेक्निकल एनालिसिस क्या है? जितना टेक्निकल एनालिसिस करेगे उतना ही सफल निवेशक बनेंगे।
- शॉर्ट टर्म में स्टॉक कितना बेहतरीन प्रदर्शन करेगा इसके लिए टेक्निकल एनालिसिस (technical analysis) करना जरूरी होता है। ऐसे में स्टॉक, इंडेक्स, इन्वेस्टमेंट इंस्ट्रूमेंट, में निवेश करने से पहले टेक्निकल एनालिसिस जरूरी करे।
- शेयर बाज़ार में तुक्का काम नहीं करता। शेयर मार्केट में बिना टेक्निकल एनालिसिस (Technical analysis) किए निवेश करना शराब पीकर गाड़ी चलाने के बराबर है। टेक्निकल एनालिसिस क्या है? इसलिए शेयर बाज़ार में निवेश करने से पहले टेक्निकल एनालिसिस करना आवश्यक होता है।
- बगैर जानकारी के शेयर बाज़ार में निवेश करना, घाटे का सौदा होता है। इसलिए शेयर मार्केट (Share market) में निवेश करने से पहले टेक्निकल एनालिसिस अवश्य करना चाहिए। ताकि आपको शेयर मार्केट के बारे में संपूर्ण जानकारी मिल सके और आप अपने निवेश पर अच्छा लाभ प्राप्त कर सके।
टेक्निकल एनालिसिस करने के फायदे (Benefits of technical analysis)
टेक्निकल एनालिसिस करने के फायदे (Benefits of technical analysis)
- निवेशकों द्वारा टेक्निकल एनालिसिस (Technical analysis) करने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि निश्चित अंतराल में बाज़ार के रुझान का पता चलता है। इसके अलावा चार्ट एनालिसिस द्वारा ऊपर, नीचे एवं साइड के रुझानों के बारे में पता चलता है।
- टेक्निकल एनालिसिस (Technical analysis) के आधार पर किए गए ट्रेड की अवधि 1 मिनट से लेकर 1 हफ्ते के लिए भी हो सकती है। लेकिन कम समय के अवधि के लिए टेक्निकल एनालिसिस करना काफी फायदेमंद साबित होता है।
- शॉर्ट टर्म निवेश के लिए टेक्निकल एनालिसिस उपयोगी होता है। हम आपको बता दें कि टेक्निकल एनालिसिस (Technical analysis) का उपयोग शॉर्ट टर्म ट्रेड की पहचान करने के लिए की जाती है।
- टेक्निकल एनालिसिस चार्ट पैटर्न, इंडिकेटर जैसे अन्य टेक्निकल टूल्स प्रदान करता है, जो ट्रेडिंग करने वाले को प्राइस मोमेंट एनालिसिस करने एवं महत्त्वपूर्ण ट्रेडिंग निर्णय लेने में मदद करता है।
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अंतिम शब्द
दोस्तों हमने इस आर्टिकल (What is technical analysis in hindi – टेक्निकल एनालिसिस क्या होता है और निवेश करने से पहले टेक्निकल एनालिसिस क्यों करना चाहिए) के माध्यम बताया है कि टेक्निकल एनालिसिस (Technical analysis) क्या होता है शेयर मार्केट में निवेश करने से पहले टेक्निकल एनालिसिस क्यों करना चाहिए। इसके फायदे क्या है। हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह आर्टिकल जरूर पसंद आया होगा।
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टेक्निकल एनालिसिस क्या है? Technical analysis kya hai?
आज का हमारा टॉपिक रहेगा टेक्निकल एनालिसिस क्या है, कैसे करते है,और इसका उपयोग क्या है?
टेक्निकल एनालिसिस (Technical analysis) कैसे करे :-
देखिए किसी भी शेयर का चार्ट खोलो और उसमे ट्रेंडलाइन खींचे
या फिर होरिजेंटल लाइन लाइन खींचे या कोई भी मूविंग एवरेज लगाए
किसी भी प्रकार के इंडिकेटर्स लगाए ये सभी टेक्निकल एनालिसिस (Technical analysis) करने के तरीके है
इनसे हमे क्या पता चलता है इनसे हमे केवल और केवल प्राइस का सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल का पता चलता है।
नोट :- सबसे पहले तो आप को पास एक डीमैट अकाउंट ( Demat account) होना चाहिए नही तो टेक्निकल एनालिसिस क्या है? आप शेयर खरीद और बेच नही सकते तो आप यहा click कर के अपना डीमैट अकाउंट जेरोधा (Zerodha) में खोल ले ।
अगर आप के पास पहले से ही zerodha का अकांउट है तो भी आप अपने फैमिली में से किसी का account खोल ले
अब इससे होगा क्या आप को जो हमारी वेबसाइट www. niftycharting.com में टेक्निकल एनालिसिस मिलते है
वो कुछ ही होते है आप को बड़ा फ्रॉफिट चाहिए तो zrodha में अकाउंट खोल के अपनी यूजर आईडी (user ID) हमे मेल कर दे या कमेंट्स कर दे
और इसके बाद हमारी वेबसाइट पर फ्री में रजिस्टर करे और स्टॉक,निफ्टी, बैंकनिफ्टी, सभी के बेहतर टेक्निकल एनालिसिस फ्री में पाए।
टेक्निकल एनालिसिस का उपयोग टेक्निकल एनालिसिस क्या है? हम intraday और swing treding (short term) के लिए करते है।
इससे हम ये पता लगाते है की कब हमे शेयर खरीदने है और कब बेचने है।
ट्रेडर के प्रकार-
1.इंट्राडे ट्रेडर –इंट्राडे ट्रेडर (intraday) वो होते है जो उसी दिन शेयर खरीदते है
और मुनाफा हो या घाटा उसी दिन उसे बेच देते है।
2.स्विंग ट्रेडर — स्विंग ट्रेडर (swing trader) वो होते है जो किसी भी शेयर को खरीद कर एक से अधिक दिन अपने पास रखते है
मतलब आज खरीदा और वो कल बेचे या परसों बेचे या फिर 25 दिन बाद बेचे उन्हें हम स्विंग ट्रेडर कहते
चार्ट टाइमफ्रेम –
इंट्राडे ट्रेडर (intraday) के लिए सबसे अच्छा टाइम फ्रेम 5 मिनट का होता है
या 15 मिनट भी देख सकते है। गलती से भी इंट्राडे ट्रेडर (intraday)को
1घंटा का टाइम ,या 1दिन का टाइम में ट्रेड नहीं करना है।
स्विंग ट्रेडर (swing trader)–
स्विंग ट्रेडर (swing trader) के लिए सबसे अच्छा टाइम फ्रेम जो उनको देख कर ट्रेड करना है
वो है 1घंटा का टाइम।
Note—- फॉरेक्स और क्रिप्टो या जिनमे 24 घंटे ट्रेडिंग होती है उनमें हम 4घंटा का टाइम फ्रेम देखते है