क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या है?

एक क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज शुरू करना? पहले खुद से पूछने के लिए प्रश्न
क्रिप्टोकरेंसी बाजार हाल के वर्षों में काफी अस्थिर रहा है। क्रिप्टोकरेंसी अभी भी एक अपेक्षाकृत नई संपत्ति वर्ग है, और उनकी कीमतें समाचार और घटनाओं के लिए अतिसंवेदनशील हो सकती हैं। भले ही क्रिप्टोकरेंसी बाजार हाल के वर्षों में अशांत रहा हो, लोग बनाना चाहते हैं क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज। हालांकि, इससे पहले कि आप अपना खुद का क्रिप्टो एक्सचेंज शुरू करें पर विचार करने के लिए कुछ चीजें हैं। यह लेख होगा उनमें से कुछ चीजों की रूपरेखा तैयार करें।
एक क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज एक ऐसा मंच है जहां लोग डिजिटल मुद्राओं को खरीद, बेच या व्यापार कर सकते हैं। कई अलग-अलग एक्सचेंज उपलब्ध हैं, जिनमें से प्रत्येक की अपनी ताकत और कमजोरियां हैं। कुछ शुरुआती लोगों के लिए अधिक उपयुक्त हैं, जबकि अन्य अधिक अनुभवी व्यापारियों के लिए तैयार हैं। यदि आप अपना खुद का क्रिप्टो एक्सचेंज शुरू करना चाहते हैं, तो आपको उस प्रकार के एक्सचेंज के बारे में सोचना चाहिए जो आप करना चाहते हैं।
अपसाइड्स और डाउनसाइड्स
कई लाभ एक क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज खोलने के साथ आते हैं। उदाहरण के लिए, आप निम्न में सक्षम हो सकते हैं:
1। लेनदेन शुल्क के माध्यम से राजस्व उत्पन्न करें: जब उपयोगकर्ता आपके एक्सचेंज पर क्रिप्टोकरेंसी खरीदते और बेचते हैं तो आप एक छोटा लेनदेन शुल्क ले सकते हैं। क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज आमतौर पर प्रत्येक व्यापार पर 0.25-0.50% शुल्क लेते हैं। यह राजस्व उत्पन्न करने का एक शानदार तरीका हो सकता है तुम्हारा व्यापार।
2। एक अनूठी सेवा प्रदान करें: क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज एक अनूठी सेवा प्रदान करते हैं जो उपयोगकर्ताओं को डिजिटल मुद्राओं का व्यापार करने की अनुमति देता है। एक एक्सचेंज मालिक के रूप में, आप इस सेवा की पेशकश करके अपने व्यवसाय को अलग कर सकते हैं। आप एक अनूठी सेवा प्रदान करके अपने एक्सचेंज में अधिक उपयोगकर्ताओं को आकर्षित कर सकते हैं। . यह, बदले में, आपके व्यवसाय के लिए अधिक व्यापारिक गतिविधि और अधिक राजस्व का कारण बन सकता है।
3। बढ़ते बाजार में टैप करें: हाल के वर्षों में क्रिप्टोकरेंसी बाजार में अविश्वसनीय वृद्धि देखी गई है। एक क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज शुरू करके, आप इस बढ़ते बाजार में टैप कर सकते हैं और उपयोगकर्ताओं को एक मूल्यवान सेवा प्रदान कर सकते हैं। क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज उपयोगकर्ताओं को क्रिप्टोकरेंसी खरीदने और बेचने की अनुमति देते हैं।आमतौर पर USD या EUR जैसी फिएट मुद्राओं के बदले। उनका उपयोग एक क्रिप्टोकरेंसी को दूसरे के लिए व्यापार करने के लिए भी किया जा सकता है। साथ ही, क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों की मात्रा लोकप्रियता में बढ़ रही है क्योंकि अधिक लोग बिटकॉइन, एथेरियम और लाइटकोइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करते हैं।
क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज के मालिक होने के साथ कुछ जोखिम आते हैं। उदाहरण के लिए, आप इसके अधीन हो सकते हैं:
1. अस्थिर बाजार: क्रिप्टोकरेंसी बाजार अपनी अस्थिरता के लिए कुख्यात है। इसका मतलब है कि क्रिप्टोकरेंसी के मूल्य में बेतहाशा उतार-चढ़ाव हो सकता है, और परिणामस्वरूप आपका व्यवसाय प्रभावित हो सकता है। यह आपके व्यवसाय के लिए कई चुनौतियां पेश कर सकता है, जिसमें आवश्यकता भी शामिल है। बाजार की स्थितियों की निगरानी करने और अपनी रणनीतियों को लगातार तदनुसार अनुकूलित करने के लिए यह आपकी सेवाओं को प्रतिस्पर्धात्मक रूप से मूल्य देना भी मुश्किल बना सकता है, क्योंकि आपकी व्यापारिक संपत्तियों के मूल्य में तेजी से उतार-चढ़ाव हो सकता है।
2. हैकिंग जोखिम: क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज अतीत में हैकर्स का लक्ष्य रहा है। यदि आपका एक्सचेंज हैक हो गया है, तो आप उपयोगकर्ता फंड खो सकते हैं और अपनी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
3. नियामक जोखिम: क्रिप्टोकरेंसी उद्योग वर्तमान में अनियमित है। इसका मतलब है कि एक जोखिम है कि भविष्य में नियम पेश किए जा सकते हैं जो आपके व्यवसाय पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकते हैं।
एक क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज शुरू करने से पहले, जोखिमों और लाभों पर ध्यान से विचार करना आवश्यक है। यदि आप एक एक्सचेंज शुरू करने का निर्णय लेते हैं, तो यह समझना सुनिश्चित करें कि इसमें बहुत काम होता है। सुनिश्चित करें कि आप लंबे समय तक काम करने के लिए तैयार हैं यदि आप सफल होना चाहते हैं क्रिप्टो एक्सचेंज बनाने से पहले आइए कुछ सवालों पर एक नज़र डालें जो आपको खुद से पूछना चाहिए
विचार करने के लिए प्रश्न
क्रिप्टो एक्सचेंज बनाने से पहले, कुछ सवाल हैं जो आपको खुद से पूछने चाहिए।
सबसे पहले, एक्सचेंज का उद्देश्य क्या है? क्या आप लोगों को क्रिप्टोकरेंसी का व्यापार करने के लिए एक मंच प्रदान करने की कोशिश कर रहे हैं, या आप अपनी खुद की परियोजनाओं के लिए पूंजी जुटाने के लिए एक्सचेंज का उपयोग करना चाहते हैं? यदि आप एक्सचेंज का उपयोग करना चाहते हैं पूंजी जुटाने के तरीके के रूप में, आपको यह विचार करना होगा कि आप राजस्व कैसे उत्पन्न करेंगे। ऐसा करने के कुछ तरीके हैं, जैसे लेनदेन शुल्क, लिस्टिंग शुल्क, या प्रीमियम सुविधाओं की पेशकश।
दूसरा, आप किस प्रकार का एक्सचेंज बनाना चाहते हैं? कई अलग-अलग प्रकार के एक्सचेंज हैं, जिनमें से प्रत्येक के अपने फायदे और कमियां हैं। आपको ध्यान से विचार करना चाहिए कि आपकी जरूरतों के क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या है? क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या है? लिए किस प्रकार का एक्सचेंज सबसे अच्छा होगा।
तीसरा, आपको किन नियामक आवश्यकताओं का पालन करने की आवश्यकता है? आप जहां स्थित हैं, उसके आधार पर, अलग-अलग नियम हो सकते हैं जिनका आपको पालन करने की आवश्यकता है। सुनिश्चित करें कि आप शुरू करने से पहले अपने एक्सचेंज पर लागू होने वाले सभी नियमों को जानते हैं। कुछ सामान्य नियामक एक्सचेंजों के लिए आवश्यकताओं में अपने ग्राहक को जानिए (KYC) और एंटी-मनी लॉन्ड्रिंग (AML) अनुपालन शामिल हैं।
चौथा, आपको कौन से सुरक्षा उपाय करने की आवश्यकता है? क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज अक्सर हैकर्स के लिए लक्ष्य होते हैं, इसलिए मजबूत सुरक्षा उपायों का होना महत्वपूर्ण है। कुछ सामान्य सुरक्षा उपायों में दो-कारक प्रमाणीकरण, मल्टीसिग वॉलेट और कोल्ड स्टोरेज शामिल हैं।
दो-कारक प्रमाणीकरण सुरक्षा की एक अतिरिक्त परत जोड़ता है, जिसके लिए उपयोगकर्ताओं को दूसरे कारक के साथ अपनी पहचान की पुष्टि करने की आवश्यकता होती है, जैसे कि उनके मोबाइल फोन पर भेजा गया कोड।
मल्टीसिग वॉलेट को लेनदेन को अधिकृत करने के लिए एक से अधिक हस्ताक्षर की आवश्यकता होती है, जिससे सुरक्षा का एक और स्तर जुड़ जाता है।
कोल्ड स्टोरेज का मतलब है कि आप अपनी क्रिप्टोकरेंसी को किसी भौतिक रूप से सुरक्षित स्थान, जैसे USB ड्राइव या पेपर वॉलेट में ऑफ़लाइन रखें।
यह सबसे अच्छा होगा यदि आप अपने एक्सचेंज के सुरक्षा उपायों की समीक्षा करने के लिए एक सुरक्षा सलाहकार को नियुक्त करने पर भी विचार करें और सुनिश्चित करें कि वे पर्याप्त हैं।
आप इन सावधानियों को अपनाकर अपने एक्सचेंज को संभावित हमलों से बचाने में मदद कर सकते हैं।
पांचवां, आप ग्राहक सहायता को कैसे संभालेंगे? एक्सचेंज उपयोगकर्ताओं के पास अक्सर ऐसे प्रश्न या मुद्दे होंगे जिन्हें संबोधित करने की आवश्यकता है। सुनिश्चित करें कि आपके पास ग्राहक सहायता पूछताछ को संभालने की योजना है। क्या आपके पास ग्राहक के सवालों का जवाब देने के लिए स्टाफ होगा? क्या आप इसका उपयोग करेंगे एक चैटबॉट? आप उन प्रश्नों को कैसे संभालेंगे जिनके लिए अधिक गहन उत्तर की आवश्यकता होती है?
स्वयं से ये प्रश्न पूछकर और अपने उत्तरों पर ध्यान से विचार करने के लिए समय निकालकर, आप सफलता की संभावना बढ़ा सकते हैं जब आप एक प्रारंभ करें क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज। अपने लक्ष्यों को समझकर, सही प्रकार का एक्सचेंज चुनकर, और अपने एक्सचेंज की सुरक्षा के लिए उपाय करके, आप एक सफल व्यवसाय का बेहतर निर्माण कर सकते हैं।
Crypto Exchange: क्रिप्टो एक्सचेंज की तबाही से भारत में भी भय का माहौल, देश में क्रिप्टोकरेंसी को मान्यता नहीं
दुनियाभर में क्रिप्टोकरेंसी बाजार में भारी गिरावट से निवेशकों के अरबों डॉलर डूब गए। हालांकि, सरकार और आरबीआई के सतर्क रुख से भारतीय निवेशकों पर इसका कोई असर नहीं हुआ है। आरबीआई क्रिप्टोकरेंसी को मान्यता देने से बार-बार इनकार करता रहा है। साथ ही क्रिप्टोकरेंसी लेनदेन पर चेतावनी भी दी है।
क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज एफटीएक्स के प्रमुख सैम बैंकमैन-फ्राइड दो दिन पहले तक टेक की दुनिया के सुपरस्टार थे। उन्हें क्रिप्टो का रक्षक, डेमोक्रेटिक राजनीति में नवीनतम शक्ति और संभावित रूप से दुनिया के पहले खरबपति जैसे विशेषणों से नवाजा जाता था, लेकिन आज वह क्रिप्टो जगत के सबसे बड़े खलनायक हैं। 30 वर्षीय बैंकमैन-फ्राइड द्वारा चलाया जा रहा क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज शुक्रवार को दिवालिया हो गया और निवेशकों और ग्राहकों ने खुद को ठगा महसूस किया। अगर आप भी क्रिप्टो में निवेश के बारे में सोच रहे हैं तो अच्छी तरह से जान लें कि आप एक ऐसी अंधी गली में प्रवेश कर रहे हैं, जिसमें कब क्या हो जाए किसी को नहीं मालूम।
भारतीयों के लिए क्या हैं मायने
गुरुग्राम के इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर ब्रजेश शर्मा ने पांच साल पहले क्रिप्टोकरेंसी में दो लाख रुपये का निवेश किया था। पिछले साल तक वह निवेश से काफी उत्साहित थे, लेकिन अब डर सताने लगा है। ऐसा ही कुछ बंगलूरू में सॉफ्टवेयर इंजीनियर रितेश कुमार का सोचना है। उनका कहना है कि भारत में क्रिप्टोकरेंसी को न तो मान्यता है और न ही क्रिप्टो एक्सचेंज चलाने वाली कंपनियां अपने बारे में कुछ खुलकर बताती हैं। ऐसे में अगर पैसा डूबा तो हम कोई दरवाजा भी नहीं खटखटा सकते। हैं।
- सितंबर में भारतीय क्रिप्टो मार्केट लूना और टेरा में करोड़ों डॉलर की क्रिप्टोकरेंसी गंवा चुके हैं।
- सरकार ने क्रिप्टो के विनिमय पर टैक्स शुरू किया, तो मार्केट में स्थिरता लौटने की उम्मीद थी लेकिन एफटीएक्स मामले से संभावनाओं पर पानी फिर गया।
- भारत सरकार क्रिप्टो विनिमय पर टैक्स तो लेती है, लेकिन क्रिप्टोकरेंसी को मान्यता नहीं दी है। जानकार कहते हैं कि क्रिप्टोकरेंसी जोखिमभरा जुआ है।
- जानकारों के अनुसार, पहले से मंदे बाजार को अब इस नई अनिश्चितता से निपटना होगा।
- एफटीएक्स के ढहने के बाद मार्केट में नकदी का संकट पैदा हो सकता है, जिसका खामियाजा दूसरी क्रिप्टोकरेंसी को भुगतना पड़ेगा।
- भारत के सबसे बड़े क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज वजीरएक्स के उपाध्यक्ष राजगोपाल मेनन को डर है कि सबसे बुरा अभी खत्म नहीं हुआ है और कुछ भी हो सकता है। उन्होंने कहा कि पहले से मंदे बाजार को इस नई अनिश्चितता से निपटना होगा।
सरकार और आरबीआई की सर्तकता से बचे निवेशक
दुनियाभर में क्रिप्टोकरेंसी बाजार में भारी गिरावट से निवेशकों के अरबों डॉलर डूब गए। हालांकि, सरकार और आरबीआई के सतर्क रुख से भारतीय निवेशकों पर इसका कोई असर नहीं हुआ है। आरबीआई क्रिप्टोकरेंसी को मान्यता देने से बार-बार इनकार करता रहा है। साथ ही क्रिप्टोकरेंसी लेनदेन पर चेतावनी भी दी है। इसके अलावा, सरकार ने क्रिप्टोकरेंसी पर 30 फीसदी का भारी-भरकम टैक्स और लेनदेन पर एक फीसदी का अतिरिक्त टीडीएस भी लगाया है। आंकड़ों के मुताबिक, वैश्विक क्रिप्टोकरेंसी बाजार का पूंजीकरण 2021 में 3 लाख करोड़ डॉलर (234.7 लाख करोड़ रुपये) था। एक साल में ही इसका कुल बाजार मूल्य 2 लाख करोड़ डॉलर (165 लाख करोड़ रुपये) घटकर अब एक लाख करोड़ डॉलर (81.23 लाख करोड़ रुपये) रह गया है।
16 अरब डॉलर स्वाहा
एफटीएक्स के पतन से इसके सह-संस्थापक सैम बैंकमैन फ्राइड के 16 अरब डॉलर (करीब 1.3 लाख करोड़ रुपये) स्वाहा हो गए।
भारत में सिर्फ 3 फीसदी निवेश
- उद्योग का अनुमान है कि क्रिप्टो की संपत्तियों में भारतीय निवेशकों का निवेश केवल 3 फीसदी है।
- वहीं, ग्लोबल क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज कूकॉइन की सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में 11.5 करोड़ से ज्यादा क्रिप्टो निवेशक हैं।
विस्तार
क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज एफटीएक्स के प्रमुख सैम बैंकमैन-फ्राइड दो दिन पहले तक टेक की दुनिया के सुपरस्टार थे। उन्हें क्रिप्टो का रक्षक, डेमोक्रेटिक राजनीति में नवीनतम शक्ति और संभावित रूप से दुनिया के पहले खरबपति जैसे विशेषणों से नवाजा जाता था, लेकिन आज वह क्रिप्टो जगत के सबसे बड़े खलनायक हैं। 30 वर्षीय बैंकमैन-फ्राइड द्वारा चलाया जा रहा क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज शुक्रवार को दिवालिया हो गया और निवेशकों और ग्राहकों ने खुद को ठगा महसूस किया। अगर आप भी क्रिप्टो में निवेश के बारे में सोच रहे हैं तो अच्छी तरह से जान लें कि आप एक ऐसी अंधी गली में प्रवेश कर रहे हैं, जिसमें कब क्या हो जाए किसी को नहीं मालूम।
भारतीयों के लिए क्या हैं मायने
गुरुग्राम के इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर ब्रजेश शर्मा ने पांच साल पहले क्रिप्टोकरेंसी में दो लाख रुपये का निवेश किया था। पिछले साल तक वह निवेश से काफी उत्साहित थे, लेकिन अब डर सताने लगा है। ऐसा ही कुछ बंगलूरू में सॉफ्टवेयर इंजीनियर रितेश कुमार का सोचना है। उनका कहना है कि भारत में क्रिप्टोकरेंसी को न तो मान्यता है और न ही क्रिप्टो एक्सचेंज चलाने वाली कंपनियां अपने बारे में कुछ खुलकर बताती हैं। ऐसे में अगर पैसा डूबा तो हम कोई दरवाजा भी नहीं खटखटा सकते। हैं।
- सितंबर में भारतीय क्रिप्टो मार्केट लूना और टेरा में करोड़ों डॉलर की क्रिप्टोकरेंसी गंवा चुके हैं।
- सरकार ने क्रिप्टो के विनिमय पर टैक्स शुरू किया, तो क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या है? मार्केट में स्थिरता लौटने की उम्मीद थी लेकिन एफटीएक्स मामले से संभावनाओं पर पानी फिर गया।
- भारत सरकार क्रिप्टो विनिमय पर टैक्स तो लेती है, लेकिन क्रिप्टोकरेंसी को मान्यता नहीं दी है। जानकार कहते हैं कि क्रिप्टोकरेंसी जोखिमभरा जुआ है।
हालात और बुरे होने की आशंका
- जानकारों के अनुसार, पहले से मंदे बाजार को अब इस नई अनिश्चितता से निपटना होगा।
- एफटीएक्स के ढहने के बाद मार्केट में नकदी का संकट पैदा हो सकता है, जिसका खामियाजा दूसरी क्रिप्टोकरेंसी को भुगतना क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या है? पड़ेगा।
- भारत के सबसे बड़े क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज वजीरएक्स के उपाध्यक्ष राजगोपाल मेनन को डर है कि सबसे बुरा अभी खत्म नहीं हुआ है और कुछ भी हो सकता है। उन्होंने कहा कि पहले से मंदे बाजार को इस नई अनिश्चितता से निपटना होगा।
सरकार और आरबीआई की सर्तकता से बचे निवेशक
दुनियाभर में क्रिप्टोकरेंसी बाजार में भारी गिरावट से निवेशकों के अरबों डॉलर डूब गए। हालांकि, सरकार और आरबीआई के सतर्क रुख से भारतीय निवेशकों पर इसका कोई असर नहीं क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या है? हुआ है। आरबीआई क्रिप्टोकरेंसी को मान्यता देने से बार-बार इनकार करता रहा है। साथ ही क्रिप्टोकरेंसी लेनदेन पर चेतावनी भी दी है। इसके अलावा, सरकार ने क्रिप्टोकरेंसी पर 30 फीसदी का भारी-भरकम टैक्स और लेनदेन पर एक फीसदी का अतिरिक्त टीडीएस भी लगाया है। आंकड़ों के मुताबिक, वैश्विक क्रिप्टोकरेंसी बाजार का पूंजीकरण 2021 में 3 लाख करोड़ डॉलर (234.7 लाख करोड़ रुपये) था। एक साल में ही इसका कुल बाजार मूल्य 2 लाख करोड़ डॉलर (165 लाख करोड़ रुपये) घटकर अब एक लाख करोड़ डॉलर (81.23 लाख करोड़ रुपये) रह गया है।
16 अरब डॉलर स्वाहा
एफटीएक्स के पतन से इसके सह-संस्थापक सैम बैंकमैन फ्राइड के 16 अरब डॉलर (करीब 1.3 लाख करोड़ रुपये) स्वाहा हो गए।
Crypto Currency में निवेश का है इरादा, तो जान लें इनकी ट्रेडिंग पर लगती है कौन-कौन सी फीस
अगर आप क्रिप्टो करेंसी में निवेश की योजना बना रहे हैं तो इनकी ट्रेडिंग के लिए लगने वाली तीन तरह की ट्रांजैक्शन फीस के बारे में जरूर जान लें.
जिस तरह से स्टॉक एक्सचेंज पर शेयर खरीदे और बेचे जाते हैं, वैसे ही क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज पर एक निश्चित प्राइस पर क्रिप्टोकरेंसी खरीद सकते हैं और जब मुनाफा मिले तो इसे बेच सकते हैं. (Representative Image)
Trading in Crypto Currencies: दुनिया भर में निवेशकों के बीच क्रिप्टो करेंसी में निवेश को लेकर आकर्षण बढ़ रहा है. इसमें क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज के जरिए ट्रेडिंग होती है. इस एक्सचेंज पर मौजूदा मार्केट वैल्यू के आधार पर क्रिप्टो करेंसीज को खरीदा-बेचा जाता है. जहां इनकी कीमत मांग और आपूर्ति के हिसाब से तय होती है. जिस तरह से स्टॉक एक्सचेंज पर शेयर खरीदे और बेचे जाते हैं, वैसे ही क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज पर एक निश्चित प्राइस पर क्रिप्टो करेंसी खरीद सकते हैं और जब मुनाफा मिले तो बेच सकते हैं. स्टॉक एक्सचेंज की तरह ही क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज पर भी ट्रेडिंग के लिए फीस चुकानी होती है. इसलिए अगर आपने क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो पहले इनकी ट्रेडिंग पर लगने वाली तीन तरह की ट्रांजैक्शन फीस के बारे में जरूर जान लें.
एक्सचेंज फीस
- क्रिप्टो खरीद या बिक्री ऑर्डर को पूरा करने के लिए एक्सचेंज फीस चुकानी होती है. भारत में अधिकतर क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज का फिक्स्ड फीस मॉडल है, लेकिन ट्रांजैक्शन की फाइनल कॉस्ट उस प्लेटफॉर्म पर निर्भर होती है जिस पर ट्रांजैक्शन पूरा हुआ है. ऐसे में इसे लेकर बेहतर रिसर्च करनी चाहिए कि कौन सा क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज सबसे कम ट्रांजैक्शन फीस ले रहा है. क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या है?
- फिक्स्ड फीस मॉडल के अलावा क्रिप्टो एक्सचेंज में मेकर-टेकर फी मॉडल भी है. क्रिप्टो करेंसी बेचने वाले को मेकर कहते हैं और इसे खरीदने वाले को टेकर कहते हैं. इस मॉडल के तहत ट्रेडिंग एक्टिविटी के हिसाब से फीस चुकानी होती है.
नेटवर्क फीस
- क्रिप्टोकरेंसी माइन करने वालों को नेटवर्क फीस चुकाई जाती है. ये माइनर्स शक्तिशाली कंप्यूटर्स के जरिए किसी ट्रांजैक्शन को वेरिफाई और वैलिडेट करते हैं और ब्लॉकचेन में जोड़ते हैं. एक तरह से कह सकते हैं कि कोई ट्रांजैक्शंन सही है या गलत, यह सुनिश्चित करना इन माइनर्स का काम है. एक्सचेंज का नेटवर्क फीस पर सीधा नियंत्रण नहीं होता है. अगर नेटवर्क पर भीड़ बढ़ती है यानी अधिक ट्रांजैक्शन को वेरिफाई और वैलिडेट करना होता है तो फीस बढ़ जाती है.
- आमतौर पर यूजर्स को थर्ड पार्टी वॉलेट का प्रयोग करते समय ट्रांजैक्शन फीस को पहले से ही सेट करने की छूट होती है. लेकिन एक्सचेंज पर इसे ऑटोमैटिक एक्सचेंज द्वारा ही सेट किया जाता है ताकि ट्रांसफर में कोई देरी न हो. जो यूजर्स अधिक फीस चुकाने के लिए तैयार हैं, उनका ट्रांजैक्शन जल्द पूरा हो जाता है और जिन्होंने फीस की लिमिट कम रखी है, उनके ट्रांजैक्शन पूरा होने में कुछ समय लग सकता है. माइनर्स को इलेक्ट्रिसिटी कॉस्ट और प्रोसेसिंग पॉवर के लिए फीस दी जाती है.
वॉलेट फीस
- क्रिप्टो करेंसी को एक डिजिटल वॉलेट में रखा जाता है. यह वॉलेट एक तरह से ऑनलाइन बैंक खाते के समान होता है जिसमें क्रिप्टो करेंसी को सुरक्षित रखा जाता है. अधिकतर वॉलेट में क्रिप्टो करेंसी के डिपॉजिट और स्टोरेज पर कोई फीस नहीं ली जाती है, लेकिन इसे निकालने या कहीं भेजने पर फीस चुकानी होती है. यह मूल रूप से नेटवर्क फीस है. अधिकतर एक्सचेंज इन-बिल्ट वॉलेट की सुविधा देते हैं.
- क्रिप्टो वॉलेट्स सिस्टमैटिक क्रिप्टो करेंसी खरीदने का विकल्प देते हैं और इसके इंटीग्रेटेड मर्चेंट गेटवे के जरिए स्मार्टफोन व डीटीएस सर्विसेज को रिचार्ज कराया जा सकता है.
(Article: Shivam Thakral, CEO, BuyUcoin)
(स्टोरी में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर दिए गए सुझाव लेखक के हैं. फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन इनकी कोई जिम्मेदारी नहीं लेता. निवेश से पहले अपने सलाहकार से जरूर परामर्श कर लें.)
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क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज पर ED का बड़ा एक्शन, Vauld की 370 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त
क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज कंपनियों के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय ने अपनी जांच का दायरा बढ़ा दिया है. पहले WazirX की संपत्तियां जब्त की गईं, अब जांच एजेंसी ने Cryptocurrency Exchange Vauld की संपत्तियों को भी जब्त कर दिया है.
मुनीष पांडे
- नई दिल्ली,
- 11 अगस्त 2022,
- (अपडेटेड 11 अगस्त 2022, 10:10 PM IST)
- एक्सचेंज के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग की जांच
- NBFC की पार्टनर फिनटेक ने की हेरा-फेरी
भारत में क्रिप्टोकरेंसी का फ्यूचर क्या होगा? ये सवाल पहले से खड़ा हुआ है. इस बीच देश में क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज की सुविधाएं देने वाली कंपनियों के खिलाफ जांच का दायरा बढ़ता जा रहा है. प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पहले WazirX नाम के एक्सचेंज की संपत्तियां जब्त की थीं और इसके कुछ ही दिन बाद आज यानी गुरुवार को Vauld के एसेट को भी जब्त कर लिया गया है.
Vauld की 370 करोड़ की संपत्ति जब्त की
मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ी जांच को अंजाम दे रही ईडी ने गुरुवार को Vauld की 370 करोड़ रुपये मूल्य की परिसंपत्ति (एसेट) जब्त कर ली. इस बीच वैश्विक क्रिप्टो एक्सचेंज Binance ने सोमवार को ऐलान किया था कि वह WazirX के साथ अपने ऑफ-चेन फंड ट्रांसफर को बंद कर रही है. WazirX के खिलाफ ईडी की कार्रवाई पहले से चल रही है. ईडी वजीरएक्स के अज्ञात वॉलेटस में 2,790 करोड़ रुपये मूल्य की क्रिप्टो एसेट बाहर भेजे जाने की जांच कर रही है.
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क्रिप्टो एक्सचेंज के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग की जांच
इतना ही नहीं ईडी कई भारतीय गैर-बैंकिंग फाइनेंस कंपनियों (NBFC) और उनके फिनटेक पार्टनर्स के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रही है. ये जांच NBFCs की सहयोगी फिनटेक कंपनियों के खिलाफ RBI के लोन देने के दिशानिर्देशों के उल्लंघन और निजी डेटा के दुरुपयोग को लेकर की जा रही है. साथ ही लोन पर ज्यादा ब्याज वसूलने के लिए कर्जदारों के साथ अभद्र भाषा में बात करने और धमकाने की जांच भी जारी है.
जांच एजेंसी का कहना है कि कई फिनटेक कंपनियों में चीनी कंपनियों का निवेश है और वो आरबीआई से एनबीएफसी का लाइसेंस नहीं ले सकी. ऐसे में कर्ज का कारोबार करने के लिए उन्होंने MoU का रास्ता अपनाया और बंद हो चुकी एनबीएफसी क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या है? कंपनियों के साथ करार किया, ताकि उनके लाइसेंस पर काम कर सकें.
फिनटेक कंपनियों ने की हेरा-फेरी
जब इस मामले में आपराधिक जांच शुरू हुई, तो इनमें से कई फिनटेक कंपनियों ने अपनी दुकानें बंद कर दी और इससे कमाए गए भारी मुनाफे के पैसे की हेरा-फेरी की. जांच में ये भी पाया गया कि फिनटेक कंपनियों ने इस पैसे से बड़े स्तर पर क्रिप्टो करेंसी खरीदी और फिर इन पैसों को विदेश भेज दिया. ईडी का कहना है कि अभी इन कंपनियों और वर्चुअल एसेट का कोई सुराग नहीं मिल पा रहा है.
WazirX के दावों में आ रहा फर्क
जांच एजेंसी ने इस मामले में क्रिप्टो एक्सचेंज कंपनियों को समन जारी किए हैं. ये देखा गया है कि सबसे ज्यादा पैसों का लेन-देन वजीरएक्स के साथ हुआ और खरीदे गए क्रिप्टो एसेट किसी अनाम विदेशी वॉलेट में डाइवर्ट कर दिए गए.
ईडी का कहना है कि वजीर क्रिप्टो एक्सचेंज ने अमेरिका, सिंगापुर की कई क्रिप्टो एक्सचेंज कंपनियों के साथ वेब एग्रीमेंट किए. लेकिन अब वजीरएक्स के एमडी निश्चल शेटटी से मिली जानकारी और जैनमई के दावों में अंतर पाया गया है. इसी को ध्यान में रखते हुए ईडी ने अपनी जांच का दायरा बढ़ाते हुए कंपनी के बैंक खातों को कुर्क कर दिया है.
Crypto-crisis: क्रिप्टो एक्सचेंज FTX में फंड के संकट से कारोबार ठप, जानिए क्या करें निवेशक
क्रिप्टोकरेंसी के जानकारों का कहना है कि मौजूदा समय में निवेशकों के पास इंतजार करने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं है। जब एक्सचेंज से निवेश निकालने की अनुमति होगी तभी निवेशक कुछ कर पाएंगे।
Edited By: Alok Kumar @alocksone
Published on: November 13, 2022 11:18 IST
Photo:FILE क्रिप्टो एक्सचेंज
Crypto-crisis: दुनिया की तीसरे सबसे बड़े क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज FTX में संकट गहराता जा रहा है। अब एफटीएक्स ने खातों तक 'गैरकानूनी पहुंच' और फंड का अभाव होने से निवेशकों के लिए कारोबार या निकासी का विकल्प बंद करने के साथ ही दिवाला प्रक्रिया से बचने की अर्जी लगा दी है। इस खबर के बाद इस एक्सचेंज से क्रिप्टोकरेंसी में पैसा लगाने वाले दुनियाभर के निवेशक परेशानी में है। क्रिप्टोकरेंसी के जानकारों का कहना है कि मौजूदा समय में निवेशकों के पास इंतजार करने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं है। जब एक्सचेंज से निवेश निकालने की अनुमति होगी तभी निवेशक कुछ कर पाएंगे।
47.7 करोड़ डॉलर की बड़ी राशि गायब
अभी यह नहीं पता चल पाया है कि एफटीएक्स के खातों तक अनधिकृत पहुंच होने से कितनी राशि खतरे में आई है लेकिन विश्लेषक फर्म एलिप्टिक का मानना है कि एक्सचेंज से 47.7 करोड़ डॉलर की बड़ी राशि गायब हो चुकी है। इस बारे में सोशल मीडिया पर ऐसी चर्चाएं तेज हो गई हैं कि कहीं एफटीएक्स के खातों की हैकिंग तो नहीं हो गई थी। इसके अलावा किसी भीतरी शख्स के ही इस गड़बड़ी में शामिल होने की भी आशंका जताई जा रही है। महज दो हफ्ते पहले तक एफटीएक्स दुनिया का सबसे बड़ा क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज था।
सीईओ ने इस्तीफा दे दिया
एफटीएक्स के नए मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) जॉन रे तृतीय ने शनिवार को कहा कि एफटीएक्स अपने ग्राहकों को मंच पर क्रिप्टोकरेंसी के कारोबार या फंड निकासी की सुविधा बंद कर रहा है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ग्राहकों की परिसंपत्तियों को सुरक्षित रखने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। कंपनी के वकील राएन मिलर ने कहा कि एफटीएक्स कानूनी एजेंसियों एवं नियामक संस्थाओं के साथ ही सहयोग कर रही है। लेकिन कुछ दिनों में ही इसके परिसंपत्ति आकार में भारी गिरावट आई और शुक्रवार को इसके संस्थापक एवं सीईओ सैम बैंकमैन-फ्राइड ने इस्तीफा दे दिया। इसके साथ ही एक्सचेंज ने दिवाला प्रक्रिया से बचने की अर्जी भी लगा दी है। इसने अपनी परिसंपत्तियों का मूल्य 10 अरब डॉलर से लेकर 50 अरब डॉलर तक लगाया है।