ब्रोकिंग चार्जेस क्या होते हैं?

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- Zerodha - Discount Broker .
उम्मीद है, आपको इस आर्टिकल से Stock Broker and Brokrage fee के बारे में काफी महत्वपूर्ण जानकारी मिली होगी। अगर आपको ये आर्टिकल पसंद आये। तो आप इसे सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करें। यदि शेयर बाजार से सम्बंधित आपका कोई सवाल या सुझाव देना चाहते हैं तो आप कमेंट करके पूछ सकते है।
DP Charges क्या होता है?
स्टॉक मार्केट में जब हम इनवेस्टमेंट करते हैं तो हमें कई तरह के चार्जेज देने होते हैं। कई बार कुछ चार्ज के बारे में हमें ठीक से पता नहीं होता। हम आज कि इस पोस्ट में ऐसे ही एक चार्ज को जानेंगे जिसे DP Charges कहा जाता है। हम जानेंगे कि DP Charges क्या होते हैं यह हमें कैसे देना होता है और डीपी चार्जेज कितना होता है। तो आप इस बेहद इंपोर्टेंट टॉपिक को आखिर तक देखे और डीपी चार्जेज को अच्छे से समझे।
नमस्कार दोस्तो आपका स्वागत है हमारी वेबसाइट the-gyan.in पर। आइए चलते हैं पहले सवाल पे डीपी चार्जेज क्या होते हैं।
DP Charges क्या है?
दोस्तो DP Charges का पुरा नाम होता है डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट चार्जेस। और डीपी चार्जेज को समझने से पहले हमें depositary को समझना होगा। स्टॉक मार्केट में डिपॉजिटरी का मतलब होता है वह जगह जहां पर हमारे शेयर्स डिपॉजिट होते हैं। जब हम किसी भी ब्रोकर के प्लेटफॉर्म से शेयर डिलिवरी पर बाय करते हैं तो वह शेर डिजिटली हमारे डीमैट एकाउंट में सेव होते हैं और डीमैट एकाउंट सिर्फ और सिर्फ एक डिपॉजिटरी ही ओपन कर सकती हैं।
दोस्तो इंडिया में सिर्फ दो ही डिपॉजिटरी हैं जो डीमैट अकाउंट प्रोवाइड करती हैं। एक का नाम है सीडीएसएल यानी सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज लिमिटेड और दूसरी का नाम है एनएसडीएल यानी नैशनल सिक्युरिटी डिपॉजिटरी लिमिटेड। हम चाहे किसी भी ब्रोकर के जरिए इनवेस्टमेंट करें हमारा डीमैट एकाउंट इन्हीं दो डिपॉजिट्रीस में से किसी एक में होगा।
दोस्तो जब हम शेयर्स बाय करते हैं तो हमारे शेयर्स इन्हीं दो डिपॉजिटरी के डीमैट अकाउंट में से होते हैं और जब हम अपने डीमैट एकाउंट में होल्ड के शेयर्स को सेल करते हैं तो हमारे शेयर्स यही से सेल होते हैं। यानी कि हमारे बाय करने से लेकर सेल करने के टाइम तक हमारे शेयर्स इन डिपॉजिटरी के डीमैट अकाउंट में होते हैं। और अगर हम जिस भी ब्रोकर के जरिए शेयर्स बाय करते हैं उस ब्रोकर के बिजनेस बंद हो गया तो घर सीडीएसएल से या एनएसडीएल के अपने डीमैट एकाउंट से अपने शेयर ऐक्सेस कर सकते हैं।
इसलिए डिपॉजिटरी हमारी इन्वेस्टमेंट को सेफ रखने का काम करती है और इसी इंपोर्टेंट सर्विस के लिए दोनो डिपॉजिटरी हमसे छोटी फीस लेती है। इस फीस को ही हम डीपी चार्जेज कहते हैं।
Parts of DP Charges
दोस्तो डीपी चार्जेज में डिपॉजिटरी के अलावा अगर ब्रोकर चाहें तो वो भी कुछ फीस add करके ले सकता है। क्योंकि ब्रोकर को भी अपनी डिपॉजिटरी को कई तरह की फीस की पेमेंट करनी होती है और अगर ब्रोकर्स की ब्रोकरेज चार्जेज कम हैं तो फिर डीपी चार्जेज के जरिए अक्सर ऐसे ब्रोकर कुछ फीस लेते हैं।
इसका मतलब है दोस्तो डीपी चार्जेज के दो भाग होते हैं:
पहला चार्ज जो डिपोजिटरी चार्ज करती है और वो हमें हर ब्रोकर के पास देना ही होता है और दूसरा चार्ज ब्रोकर का चार्ज जो ब्रोकर टू ब्रोकर अलग अलग होता है।
DP Charges में कितनी फीस देनी होती है?
आइए हम देखते हैं कि आखिर हमें DP Charges में कितनी फीस देनी होती है। दोस्तो डीपी चार्ज हमेशा तभी लगता है जब हम अपनी होल्डिंग्स यानी डीमैट अकाउंट के शेयर सेल करते हैं। और पर कंपनी पर सेलिंग डे का सीडीएसएल हमसे 5 रुपये 50 पैसे चार्ज करती है और एनएसडीएल हमसे 4 रुपये 50 पैसे पर कंपनी पर सेलिंग डे का चार्ज लेती है। यानी कि अगर हमारा डीमैट एकाउंट सीडीएसएल में है तो एक दिन में हमें एक कंपनी के शेयर सेल करने पर 5 रुपये 50 पैसे सीडीएसएल को देने होंगे।
यहां पर इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि हम एक कंपनी के एक दिन में एक शेयर सेल करे या 1000 शेयर्स सीडीएसएल हमसे हर कंपनी के शेयर्स पर 5 रुपये 50 पैसे ही चार्ज करेगी।
डिपॉजिटरी के अलावा हर ब्रोकर के चार्ज अलग अलग हो सकते हैं। आइए हम कुछ ब्रोकर्स की टोटल डीपी चार्जेस को देखते हैं।
DP ब्रोकिंग चार्जेस क्या होते हैं? Charges by different brokers
- अगर हम zerodha की बात करें तो वह सीडीएसएल से लिंक है। इस वजह से सीडीएसएल के 5 रुपये 50 पैसे के अलावा zerodha हमसे 8 रुपये पर कंपनी पर सेलिंग डे डीपी चार्जेज लेती है। यानी कि अगर हम zerodha पर अपनी एक कंपनी की होल्डिंग सेल करते हैं तो हमारा टोटल डीपी चार्ज 8 रुपये + 5 रुपये 50 पैसे यानी 13 रुपये 50 पैसे होगा। और इसके ऊपर हमें 18 पर्सेंट का जीएसटी भी देना होता है। इस वजह से टोटल डीपी चार्जेज zerodha पर 15 रुपये 93 पैसे पर कंपनी पर डे हो जाएगा।
- ठीक इसी तरह अगर हम upstox की बात करें तो डिपॉजिटरी सीडीएसएल के 5 रुपए 50 पैसे के अलावा upstox हम से 13 रुपए पर कंपनी पर सेलिंग डे चार्ज जांच करती है। यानी की अगर हम अब स्टॉक्स पर अपनी एक कंपनी की होल्डिंग सेल करते हैं तो हमारा टोटल डीपी चार्ज 13 रुपए ब्रोकिंग चार्जेस क्या होते हैं? + 5 रुपए 50 पैसे यानि 18 रुपए 50 पैसे होगा और इसके ऊपर हमें 18 परसेंट gst मिलाकर टोटल डीपी चार्जेज upstox पर 21 रुपए 83 पैसे पर कंपनी पर डे हो जाएगा।
DP Charges से Related ध्यान रखने योग्य कुछ बातें
दोस्तो ये ध्यान देने वाली बात है कि DP Charges हमे पर कंपनी पर सेलिंग डे देने होते हैं और इसका इससे कोई मतलब नहीं है कि हमें कंपनी के एक दिन में कितने शेयर सेल करते हैं। हम चाहें तो एक दिन में कंपनी के एक् शेयर सेल करें या 10 शेयर या 1 लाख शेयर्स हमें एक कंपनी के लिए दिन में एक ही बार डीपी चार्जेस देने होंगे।
पर अगर हम पांच अलग अलग कंपनी के शेयर सेल करते हैं तो हमें पांच बार डीपी चार्जेस देने होंगे। फिर चाहे हमने पांचों कंपनी के एक शेयर सेल किए हों या 1000 शेयर्स। इस तरह दोस्तों डीपी चार्जर्स एक नॉर्मल चार्जेज है। जो हमें demat शेर के safe storage के लिए देना होता है। ये हर ब्रोकिंग कंपनी में अलग अलग हो सकता है। इस वजह से हमें अपने ब्रोकर से एक बार डीपी चार्जेस जरूर अच्छे से कन्फर्म कर लेना चाहिए।
तो दोस्तों यह था हमारा आज का पोस्ट DP Charges के ऊपर। इस पोस्ट में जाना कि डीपी चार्जेस क्या होते हैं। ये हमें कैसे देना होता है और डीपी चार्जेज कितना होता है। अगर आपको ये पोस्ट पसंद आया तो इसे जरूर शेयर किजिए। अगर आप इस पोस्ट से रिलेटेड कोई भी चीज समझना चाहते हैं तो नीचे कमेंट बॉक्स में जरूर लिखें।
What is Stock Broker and Brokrage fee-in Hindi .
Stock Market में काम करने वाले बहुत से लोग stock broking service के बारे में जानना चाहते है, कि स्टॉक ब्रोकर क्या है और ये क्या काम करते है? लोग ब्रोकरेज फीस के बारे में जानना चाहते है। इस आर्टिकल में आप What is Stock Broker and Brokrage Fee के बारे में विस्तार से जानेगे।
स्टॉक ब्रोकर
Stock Broker रजिस्टर्ड फाइनेंसियल रिप्रजेंटेटिव पेशेवर होते हैं। शेयर ब्रोकर एक इन्वेस्टमेंट सलाहकार और साधारण ब्रोकर का कार्य करता है। Stock Broker, शेयर और दूसरी securities के Stock Market में अपने ग्रहकों की ओर से buy और sell के ऑर्डर पूरे करते हैं। स्टॉक ब्रोकर ब्रोकरेज फर्म से जुडे होते हैं तथा वह इन्टीटूशनल और रिटेल कस्टमर के ट्रांजेक्शन हैंडल करते हैं। स्टॉक ब्रोकर को एक निवेश सलाहकार के रूप में भी जाना जाता है।
(1) Full -service broker
Full-service broker
फुल सर्विस ब्रोकर लइसेंसयुक्त बड़ी ब्रोकर डीलर फर्म होती है। जो अपने क्लाइंटो को रिसर्च रिपोर्ट आधारित निवश सलाह, ट्रेडिंग टिप्स, टेक्स प्लानिंग सलाह आदि मुहैया कराती है। Full-service broker की ब्रोकरेज फीस Discount broker की तुलना में ज्यादा होती है। इनकी Brokrage fee 0.50 % से 0.75 % तक हो सकती है। इसे भी पढ़ें-How to Buy and Sell Stocks Online - In hindi
फुलसर्विस स्टॉक ब्रोकर उन लोगो के लिए ठीक है, जिन्हे निवेश तथा ट्रेडिंग के लिए सलाहकार की जरूरत होती है। जिन्हे शेयर मार्केट के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होती। ऐसे इन्वेस्टर जिनका बड़ा पोर्टफोलियो होता है। उनके लिए फुलसर्विस ब्रोकर सही होते है।
Discount broker
टेक्नोलॉजी के उत्थान से पहले केवल धनी लोग ही Share market में काम कर पाते थे। इंटरनेट केआगमन के बाद कोई भी सामान्य पढ़ा लिखा व्यक्ति, जिसे शेयर बाजार का ज्ञान हो छोटी सी धन-राशि से Discount broker के यहां बहुत कम Brokrage fee में इन्वेस्ट तथा ट्रेडिंग कर सकता है।
डिस्काउंट ब्रोकिंग सर्विस में शेयर ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग करने पहले, आपको शेयर मार्केट ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग खुद करना आना चहिये। इधर-उधर से टिप्स लेकर मार्केट में ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग नहीं चाहिए। जिससे नुकसान ना हो। ये भी पढ़ें- शेयर बाजार से पैसे कमाने के दस सबसे अच्छे तरीके
डिस्काउंट शेयर ब्रोकर, buy और sell के ऑर्डर को फूलसर्विस ब्रोकर की तुलना में कम ब्रोकरेज पर पूरा करते ब्रोकिंग चार्जेस क्या होते हैं? ह। ये 0.10 % से 0. 01% तक हो सकती है। लेकिन डिस्काउंट ब्रोकर निवेश तथा के लिए सलाह नहीं देते तथा ना ही रिसर्च रिपोर्ट प्रकाशित करते है।
यदि आप शेयर मार्केट में नुकसान नहीं उठाना चाहते तो आपको बेंजामिन ग्राहम द्वारा लिखित बुक 'द इंटेलिजेंट इन्वेस्टर बुक (हिंदी) को एक बार जरूर पढ़ना चाहिए। इस बुक को शेयर मार्केट की बाइबिल भी कहा जाता है। The intelligent investors book को आप इस लिंक द इंटेलिजेंट इन्वेस्टर पर क्लिक करके बहुत आसानी से खरीद सकते हैं।
डिस्काउंट ब्रोकर अपने कस्टमर के लिए टेक्स प्लानिंग भी नहीं करते है। Discount stock broker उन इन्वेस्टर तथा ट्रेडर दोनों के लिए उपयोगी है। एक्टिव ट्रेडर जो लगातार ट्रेड करते हैं, उन्हें डिस्काउंट ब्रोकर यहाँ खता खुलवाना चाहिए। क्योकि कम ब्रोकरेज उनके प्रॉफिट को नहीं खाती और इससे उनको ज्यादा प्रॉफिट होता है।
ऐसे इन्वेस्टर तथा ट्रेडर जो शेयर बाजार के जानकर होते है। जिनका छोटा पोर्टफोलियो होता है,उनके लिए Discount stock broker फायदे का सौदा है। जो लोग Share market के जानकर हैं और अपने शेयर ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग के निर्णय खुद हैं,उन्हें डिस्काउंट ब्रोकर यहाँ खाता खुलवाने में ही फायदा है। ये भी पढ़ें- फंडामेंटल एनालिसिस और टेक्निकल एनालिसिस में क्या अन्तर है ?
सही Stock broker तथा Brokrage cost कैसे चुनें?
शेयर खरीदने तथा बेचने की लागत बहुत ही पेचीदा होती है। ब्रोकिंग हाउस के रिलेशनशिप मैनेजर से कमीशन (Brokrage ) के बारे पूछे। ज्यादातर मैनेजर ब्रोकिंग चार्जेस क्या होते हैं? आपको ब्रोकरेज .05% इंट्राडे के लिए तथा .50% डिलीवरी के लिए बतायगे। यदि आप इसे नहीं मानेगे या दूसरी जगह ट्राई करेंगे तो ये कम हो सकती है। जैसे कि .01% इंट्राडे के लिए तथा .10% डिलीवरी बेस खरीदारी करने के लिए।
जब आप एक ब्रोकर चुन लेते है, तो यह पक्का करे कि क्या वो वही ब्रोकरेज ले रहा है। जिसकी उसने आपसे शुरू में पेशकश की थी। समय-समय पर Brokrage fee को चेक करते रहे।
Stock broker आपके अकाउंट के अमाउंट से एनुअल मेंटेनेंस चार्ज करते है। इसे AMC भी कहते है। यदि इसे आपका ब्रोकर मंथली चार्ज करेगा तो यह आपकी बेलेंश शीट को खाता रहेगा। इसका बेस्ट ऑप्शन इसे लम्प्शम्प पे करना चाहिए। यह लाइफटाइम के लिए 600-700 /- रूपये के आसपास होना चाहिए। शेयर मार्केट निवेश के दौरान ध्यान देने योग्य बातें
इंडिया के कुछ मुख्य स्टॉक ब्रोकर
स्टॉक ब्रोकर को SEBI (सेबी ) में रजिस्टर्ड होना चाहिए। आप सेबी की वेबसाइट पर जाकर ब्रोकिंग चार्जेस क्या होते हैं? ब्रोकर की रजिस्ट्रेशन डिटेल चेक कर सकते। प्रत्येक Stock broker की वेबसाइट पर उसका रजिस्ट्रेशन नम्बर लिखा होता है।उस रजिस्ट्रेशन नंबर को सेबी की वेबसाइट पर डालकर स्टॉक ब्रोकर के बारे में डिटेल जान सकते है।
यहां पर इंडिया के कुछ मुख्य स्टॉक ब्रोकर के नाम दिए गए है। इनमे से कुछ अंतरराष्ट्रीय मार्केट में भी है-
- Angel Broking
- Geojit Securities
- Icici Direct
- HDFC
- Motilal Oswal
- Share Khan
- Religare
- Zerodha - Discount Broker .
उम्मीद है, आपको इस आर्टिकल से Stock Broker and Brokrage fee के बारे में काफी महत्वपूर्ण जानकारी मिली होगी। अगर आपको ये आर्टिकल पसंद आये। तो आप इसे सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करें। यदि शेयर बाजार से सम्बंधित आपका कोई सवाल या सुझाव देना चाहते हैं तो आप कमेंट करके पूछ सकते है।
How to Invest In Share Market: शेयर मार्केट में इन्वेस्ट कैसे करते हैं, आइये प्रेम से समझते हैं
How to Invest in Share Market: शेयर मार्केट ये नाम सुन कर ऐसा लगता है कि ये कोई जुआं है जिसमे लोग पैसा लगाते हैं और भाग्य साथ दिया तो लॉटरी लग गई और नहीं दिया तो कंगाल हो गए, लेकिन ऐसा कतई नहीं है, शेयर मार्केट की दुनिया को आप अच्छे से ब्रोकिंग चार्जेस क्या होते हैं? समझ लें इसी लिए हम आपको इधर प्रेम से एक-एक पहलु के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसके बाद आपको इन्वेस्ट करने के लिए किसी और से बार-बार कुछ पूछना नहीं पड़ेगा।
शेयर में इन्वेस्ट कैसे करते हैं (How To Invest In Share Market)
शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने के लिए आपको एक ब्रोकर की ज़रूरत पड़ती है, कोई भी बिना किसी ब्रोकर के अपने शेयर ना तो खरीद सकता है और ना ही बेच सकता ब्रोकिंग चार्जेस क्या होते हैं? है, आज कल कई शेयर मार्केट ब्रोकिंग कंपनियों ने अपने एप्लीकेशन बना दिए हैं, जिसमे इन्वेस्ट करना और शेयर बेचना काफी आसान हो गया है।
इन्वेस्ट करने के लिए क्या चाहिए (How To Start Investing In Share Market)
सबसे ब्रोकिंग चार्जेस क्या होते हैं? पहले आपके पास एक DE Mat Account होना चाहिए, इसी अकाउंट के माध्यम से आप शेयर खरीदेंगे और बेचेंगे, डीमेट अकाउंट आपकी चुनी हुई ब्रोकिंग कंपनी बनाती है, ये किसी बैंक में नहीं खुलता, बल्कि बैंक खाते का ही डीमेट अकाउंट खुलता है।
ये DE Mat अकाउंट क्या होता है (What is De Mat Account)
De Mat Account का मतलब होता है De-Materialized account, इसमें आपके द्वारा खरीदे गए शेयर को इलेक्ट्रॉनिक रूप कह लीजिये कि डिजिटली रूप से रखा जाता है, इसके ज़रिये Mutual Fund, Bond, Government Securities, भी रखी जाती है, De Mat account से SEBI के गाइडलाइन पर ही शेयर खरीदा या बेचा जाता है।
What Is Trading Account
Trading Account के ज़रिये ही आप स्टॉक खरीद या बेच सकते हैं। ब्रोकिंग फर्म आपको एक ट्रेडिंग अकाउंट बना कर देती है, जिसमे आपको यूजर आईडी और पासवर्ड मिलता है, इसके बाद आप ब्रोकिंग फर्म के ऐप से शेयर मार्केट में ट्रेडिंग कर सकते हैं। ट्रेडिंग अकाउंट डीमैट खाते के लिए एक मिडयम की तरह काम करता है
मान लीजिये आप 10 शेयर खरीदना चाहते हैं, तो पहले आप अपने बैंक सेविंग अकाउंट से पैसा ट्रेडिंग अकाउंट में ट्रांसफर करेंगे, इस प्रोसेस को फंड एडेड कहा जाता है।
What Is Share
किसी भी कंपनी को अपना बिज़नेस बढ़ाने के लिए पैसों की ज़रूरत होती है, इसी लिए वो अपना शेयर जारी करती है, आप जितना शेयर खरीदते हैं उतने परसेंट के मालिक बन जाते हैं, लेकिन इसका मतलब ये नहीं होता है कि आपने रिलायंस का शेयर खरीदा है तो आप अगले दिन कंपनी के ऑफिस में घुस कर शेखी बघारने लगे. अगर कंपनी को प्रॉफिट होता है तो आपको भी प्रॉफिट होगा और अगर कंपनी को घाटा होता है तो आपको भी होगा।
शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने के लिए क्या दस्तावेज चाहिए (Documents Required For Investing In Share Market)
1. आपके पास PAN Card होना चाहिए,
2. KYC होनी चाहिए, इससे संस्था अपने ग्राहक के पहचान और पते को वेरिफाई करती है,
ब्रोकर को कैसे चुनें (How To Choose Broking Firm)
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) में लिस्टेड कंपनी के शेयर में इन्वेस्ट करने के लिए आपको एक भरोसेमंद ब्रोकिंग फर्म की जरूरत होती है। जैसे Angel Brokering, Sharekhan, आईसीआईसीआई या फिर India Bulls,
ब्रोकिंग फर्म कैसे काम करती हैं (How Broking Firm Works)
किसी भी शेयर की ट्रेडिंग के लिए ब्रोकिंग फर्म ही आपका माध्यम होते हैं। आपको शेयर खरीदने और बेचने के लिए ब्रोकिंग फर्म आपसे चार्ज लेते हैं, जैसे टोटल अमाउंट का 0.1 से लेकर 0.5% तक, ब्रोकिंग फर्म भी 2 तरह की होती ब्रोकिंग चार्जेस क्या होते हैं? हैं एक Full Time Broker, और दूसरा Discounting Service Broking,
Full Time Broker आपको कॉल कर के शेयर मार्केट की जानकरी देते रहते हैं, और अन्य फेसिलिटी भी देते हैं, आपके कहने पर आपका पैसा लगा देते हैं। लेकिन कुछ Full Time Broker कंपनी इसके बदले 0.10% तक ब्रोकिंग लेती है
Discounting Service Broking में आप सिर्फ ट्रेडिंग का काम करते हैं, कंपनी आपको कुछ नहीं बताती,
इन्वेस्ट करने का तरीका (Investing Category)
इन्वेस्ट करने के 2 तरीके होते हैं पहला Intraday Trading, और दूसरा Delivery Base Trading.
What Is Intraday Trading In Hindi
इन्वेस्ट करने का यह एक तरीका होता है, जिसे Intraday Trading कहते हैं। इसमें आप उसी दिन शेयर खरीद कर उसी दिन बेचते हैं, अगर शेयर की वेल्यू बढ़ गई और आपने उस वक़्त उसे बेच दिया फिर तो कमाई हो गई, और अगर आप मार्केट बंद होने के बाद भी शेयर नहीं बेच पाते तो जो शेयर की करेंट वेल्यू रहती है उसमे वह खुद बिक जाते हैं।
What Is Delivery Base Trading
इसमें आप शेयर को होल्ड कर के रख सकते हैं, जबतक आपका मन करे तबतक, इसे लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट कह लीजिये, इसमें रिस्क कम रहता है और हो सकता है जो शेयर आप आज 10 रुपए का खरीदें वो 10 साल बाद 2 हाज़र रुपए का हो जाए।
List Of Share Market Investing Platforms
आज के समय में शेयर में इन्वेस्ट करना बहुत आसान हो गया है, आप किसी भी ब्रोकिंग कंपनी का ऐप डाउनलोड कर के उसमे रेजिस्टर कर सकते हैं।
6. Kotak Stock Trader App
8. Motilal Oswal Trading App
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Manappuram Personal Loan 2022 : आकर्षक ब्याज दर में तुरंत प्राप्त करें।
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About Manappuram Personal Loan.
कंपनी की स्थापना 1949 में त्रिशूर जिले में स्वर्गीय वी.सी.पद्मनाभन द्वारा की गई थी। कंपनी ने मुख्य रूप से बहुत मामूली पैमाने पर धन उधार देने की गतिविधि के साथ, वलपद में अपना परिचालन शुरू किया। समूह की प्रमुख कंपनी, मैगफिल की स्थापना 1992 में भारत सरकार द्वारा शुरू किए गए आर्थिक सुधारों के मद्देनजर की गई थी। मणप्पुरम की उत्पत्ति 1949 में हुई जब इसकी स्थापना ब्रोकिंग चार्जेस क्या होते हैं? वलपद (केरल के त्रिशूर जिले का एक तटीय गाँव) में स्वर्गीय वी.सी. नंदकुमार के पिता पद्मनाभन। इसकी गतिविधि मुख्य रूप से प्यादा ब्रोकिंग और मामूली पैमाने पर पैसे उधार देने की थी।
मणप्पुरम फाइनेंस लिमिटेड, या MAFIL, एक भारतीय गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (NBFC) है जो वलपद, त्रिशूर, केरल में स्थित है। मणप्पुरम की 25 राज्यों में 4190+ से अधिक शाखाएँ हैं।
Manappuram Personal Loan Features क्या है ?
- पूर्णता 100% ऑनलाइन प्रक्रिया के द्वारा आवेदन।
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- अनुपालन आवश्यकता के रूप में, आपका भुगतान रिकॉर्ड क्रेडिट रेटिंग एजेंसियों के साथ साझा किया जाएगा। आपके रिकॉर्ड के आधार पर, आपका क्रेडिट स्कोर बढ़ / घट सकता है।
- भुगतान के लिए न्यूनतम और अधिकतम अवधि: 12 महीने – 36 महीने (बिना किसी दंड शुल्क के फौजदारी की अनुमति)।
- अधिकतम वार्षिक प्रतिशत दर (एपीआर): 35.03% (2% की प्रोसेसिंग फीस सहित)।
Manappuram Personal Loan Eligibility Criteria क्या है ?
- आवेदक भारत का नागरिक होना चाहिए।
- आवेदक की न्यूनतम आयु सीमा 20 वर्ष एवं अधिकतम आयु सीमा 60 वर्ष तक होनी चाहिए।
- वेतन भोगी आवेदकों के लिए मासिक सैलरी ₹15000/ होनी चाहिए।
- स्व-व्यवसायी पेशेवर/गैर-पेशेवर: न्यूनतम मासिक आय ₹20,000/
Manappuram Personal Loan Documents Requirements क्या है ?
वेतनभोगी श्रेणी में
- अपना पैन आईडी और ओवीडी संभाल कर रखें।
- आधार कार्ड, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट आदि
- नवीनतम 3 महीने की सैलरी स्लिप या इनकम प्रूफ।
- नवीनतम 6 महीने का बैंक स्टेटमेंट।
- एक पासपोर्ट साइज फोटो।
- आवेदक के पास वर्तमान नौकरी में न्यूनतम 6 महीने का कार्य अनुभव और न्यूनतम 2 वर्ष का कुल रोजगार अनुभव होना चाहिए
- स्व-व्यवसायी पेशेवरों/गैर-पेशेवरों को अतिरिक्त रूप से आयकर रिटर्न/जीएसटी/लेखा-परीक्षित आय विवरण जमा करने की आवश्यकता होती है और वर्तमान व्यवसाय में न्यूनतम 2 वर्ष का अनुभव होता है।
Manappuram Personal Loan Apply Online Process क्या है ?
मणप्पुरम फाइनेंस पर्सनल लोन के लिए आवेदक को सरल ऑनलाइन एवं ऑफलाइन दोनों ही प्रक्रिया के द्वारा आवेदन कर सकते हैं।
ऑफलाइन आवेदन प्रक्रिया के लिए आवेदक को नजदीकी मणप्पुरम फाइनेंस की शाखा में जाना होगा।
ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया के लिए आवेदक को मणप्पुरम फाइनेंस की वेबसाइट या मोबाइल एप्लीकेशन में जाकर दिए गए आसान निर्देशों का पालन करके आवेदन ब्रोकिंग चार्जेस क्या होते हैं? करना है।
Manappuram Personal Loan Customer Care Number क्या है ?
मणप्पुरम फाइनेंस के द्वारा भी ग्राहकों की सुविधा के लिए ग्राहक सेवा नंबर एवं ईमेल आईडी उपलब्ध करवाई गई है।
Land Line: 0487 3050449 Email: [email protected]
उदाहरण के माध्यम से जानने का प्रयास करते हैं :
लोन राशि: 10,000 रुपये प्रति वर्ष 17% की ब्याज दर पर।
लोन अवधि : 12 महीने
कुल ब्याज = रु.945/-
प्रोसेसिंग फीस (पीएफ) + जीएसटी = 200/- रुपये + 36/- रुपये = 236/-
इन-हैंड राशि: लोन राशि – कुल कटौती ((पीएफ) + जीएसटी) = रु 10,000 – 236 = रु। 9,764 / –
कुल भुगतान राशि: रु 10,945/-
मासिक ईएमआई चुकाने योग्य: रु 912/-
* Manappuram Personal Loan संबंधित अधिक जानकारी के लिए मणप्पुरम फाइनेंस की नजदीकी शाखा में जाकर या वेबसाइट एवं मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से प्राप्त कर सकते हैं, बीमा लोन के द्वारा यह ब्लॉग पोस्ट आर्थिक जागरूकता के उद्देश्य से लिखी गई है लोन आवेदन करने से पूर्व आवेदक को पूर्णता ब्रोकिंग चार्जेस क्या होते हैं? जांच पड़ताल करनी चाहिए एवं पूर्ण संतुष्टि के पश्चात ही आवेदन करना चाहिए हमारे द्वारा उपलब्ध जानकारी आधिकारिक वेबसाइट से प्राप्त जानकारी के आधार पर उपलब्ध करवाई गई है।
FAQ – Manappuram Personal Loan
Manappuram Personal Loan Interest Rate क्या है ?
मणप्पुरम फाइनेंस पर्सनल लोन 13% की वार्षिक दर से प्रारंभ ब्याज दर पर उपलब्ध होता है।
Manappuram Personal Loan Processing Fees क्या है ?
मणप्पुरम फाइनेंस पर्सनल लोन के लिए स्वीकृत लोन राशि की 2% तक प्रोसेसिंग फीस देनी पड़ती है।
Manappuram Personal Loan कितने रुपए तक मिलता है ?
मणप्पुरम फाइनेंस पर्सनल लोन अधिकतम ₹500000 तक का पर्सनल लोन उपलब्ध करवाया जाता है।
Manappuram Finance Personal Loan भुगतान के लिए कितनी समय सीमा देते हैं ?
मणप्पुरम फाइनेंस पर्सनल लोन के द्वारा न्यूनतम 12 महीने एवं अधिकतम 60 महीने तक की समय सीमा लोन भुगतान के लिए दी जाती है।
Manappuram Finance Personal Loan App से भी लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं ?
मणप्पुरम फाइनेंस पर्सनल लोन के द्वारा आसान आवेदन प्रक्रिया के माध्यम से बिना शाखा में जाए आवेदन किया जा सकता है।
Manappuram Finance Personal Loan के द्वारा किन-किन को पर्सनल लोन उपलब्ध करवाया जाता है ?
मणप्पुरम फाइनेंस पर्सनल लोन के द्वारा वेतन भोगी एवं स्वरोजगार करने वाले सभी आवेदकों को पर्सनल लोन उपलब्ध करवाया जाता है।
Manappuram Finance Personal Loan Minimum Salary कितनी होनी चाहिए ?
मणप्पुरम फाइनेंस पर्सनल लोन लेने के लिए वेतन भोगी आवेदक की न्यूनतम मासिक सैलरी ₹15000 होनी चाहिए एवं स्वरोजगार करने वाले आवेदक के लिए ₹20000 प्रतिमाह होनी चाहिए।