बाजार साधन

प्रतापगढ़ के साधन सहकारी समितियों से डीएपी गायब है, गेहू और आलू की बोवाई पिछड़ने से किसान परेशान
प्रतापगढ़ के कई इलाकों में साधन सहकारी समितियों में डीएपी का अभाव है। मजबूरी में किसानों को बाजारों में दुकानों पर महंगे दामों पर डीएपी बेची जा रही है। किसान बोले कि कृषि विभाग के अधिकारी चेकिंग कर कार्रवाई नहीं कर रहे हैं जिससे दुकानदारों की मनमानी जारी है।
प्रतापगढ़, जेएनएन। आलू, मटर, चना, सरसों की बोवाई अंतिम दौर में है। गेहूं की बोवाई भी शुरू हो गई है, लेकिन किसानों को साधन सहकारी समितियों पर डीएपी नहीं मिल पा रही है। यह हाल प्रतापगढ़ में है। इससे किसान परेशान हैं। मजबूरी में किसानों को बाजार में नकली व महंगी डीएपी खरीद रहे हैं।
समितियों में डीएपी की स्थिति : 10 नवंबर से गेहूं की बोवाई भी शुरू हो जाती है। शिवगढ़ ब्लाक में साधन सहकारी समिति लच्छीपुर, जामताली, दरियापुर, सहित आठ साधन सहकारी समिति है। गौरा ब्लाक में नौड़ेरा, पटहटिया कला, सुलतानपुर, रामापुर, कौलापुरनंद पट्टी सहित नौ समितियां हैं। गौरा व शिवगढ़ के सभी समितियों पर डीएपी नहीं है। शिवगढ़ बाजार साधन ब्लाक के साधन सहकारी समिति लच्छीपुर में 360 बोरी डीएपी आई थी, जो बांट दी गई।
दुकानदारों की मनमानी : संडिला, रानीगंज, लच्छीपुर, जामताली रामापुर, फतनपुर, सुवंसा, बीरापुर, शाहपुर, दुर्गागंज सहित बाजारों में दुकानों पर महंगे दामों पर डीएपी बिक्री जा रही है, लेकिन कृषि विभाग के अधिकारी चेकिंग कर कार्रवाई नहीं कर रहे हैं, जिससे दुकानदारों की मनमानी जारी है। एडीओ कोआपरेटिव गौरा एवं शिवगढ़ दिलीप सिंह का कहना है कि लच्छीपुर समिति पर 360 बोरी डीएपी आई थी, जिसका वितरण किया गया है।
क्या बोले किसानों के बोल : तिवारीपुर के बाजार साधन अवधेश तिवारी बोले कि संडिल के सोनू रजक बोले कि समिति में डीएपी नहीं है। इससे गेहूं और आलू की बोआई नहीं हो पा रही है। संडिल के सोनू रजक बोले कि जब खेती किसानी की सीजन आता है तो डीएपी मौजूद नहीं रहती है। काफी दुखद है। संडिला के काली प्रसाद ने कहा कि साधन सहकारी समिति पर जब खाद नहीं मिली तो बाजार गया। मनमाना दाम लिया जा रहा है। निधि पट्टी के सुरेश चंद्र बोले कि जिला प्रशासन को चाहिए कि जब आलू और गेहूं की बोआई की सीजन आए तो पहले से ही पर्याप्त डीएपी की व्यवस्था करें।
भारत में मुद्रा और वित्त बाजार के साधन
मुद्रा बाजार एक ऐसा सेंटर है जहाँ अल्प कालीन स्वभाव की मौद्रिक संपत्तियों या प्रतिभूतियों (सामान्यतः एक वर्ष से कम अवधि की) का व्यापार होता है, जबकि वित्त बाजार, मध्यम और दीर्घकालीन फण्ड का बाजार है जहाँ लम्बी अवधि के लिए बचत बिकती है।
मुद्रा बाजार एक ऐसा सेंटर है जहाँ अल्प कालीन स्वभाव की मौद्रिक संपत्तियों या प्रतिभूतियों (सामान्यतः एक वर्ष से कम अवधि की) का व्यापार होता है, जबकि वित्त बाजार साधन बाजार, मध्यम और दीर्घकालीन फण्ड का बाजार है जहाँ लम्बी अवधि के लिए बचत बिकती है। मुद्रा बाजार में ट्रेज़री बिल, वाणिज्यिक पत्र/पेपर और बैंकरों की स्वीकृतियां आदि खरीदे और बेचे जाते हैं।
मुद्रा बाजार साधन (Money Market Instruments): मुद्रा बाजार अल्पकालीन पैसे के लिए एक बाजार है और वित्तीय परिसंपत्तिया पैसे की सबसे नजदीकी विकल्प होती हैं। लघु अवधि शब्द का आमतौर पर एक 1 वर्ष से अधिक की अवधि के बाजार साधन लिए प्रयोग किया जाता है ।
मुद्रा बाज़ार के मुख्य साधन इस प्रकार है:-
कॉल/ नोटिस मनी मार्केट (Call Money Market): कॉल/ नोटिस मनी वह पैसा है जो एक लघु अवधि के लिए उधार दिया या लिया जाता है। जब पैसा एक दिन के लिए उधार दिया या लिया जाता है तो इसे कॉल (ओवरनाइट) मनी के रूप में जाना जाता है, इस तरह के पैसे को एक दिन के लिए उधार लिया जाता है और अगले कार्यदिवस (छुट्टियों की संख्या की परवाह किए बगैर) पर चुकता कर दिया जाता है, इसे "कॉल मनी" कहा जाता है। जब पैसा 1 या उससे अधिक अथवा 14 दिनों से ज्यादा समय के लिए उधार लिया जाता है तो इसे "नोटिस मनी" कहा जाता है। इस बाजार साधन तरह के लेनदेन के लिए किसी प्रकार की सुरक्षा की आवश्यकता नहीं होती है।
इंटर- बैंक टर्म मनी (Inter- Bank Term Money): 14 दिनों से अधिक की अवधि की परिपक्व जमा राशि के लिए अंतर-बैंक बाजार को मुद्रा बाजार (Money Market) के रूप में जाना जाता है। इसके लिए वहीं नियम लागू होते हैं है जो कॉल/नोटिस मनी के लिए होते हैं, सिवाय कि मौजूदा नियम जिसमें निर्दिष्ट संस्थाओं को 14 दिनों से अधिक की अवधि के लिए उधार देने के लिए अनुमति नहीं होती है।
ट्रेजरी बिल्स (Treasury बाजार साधन Bills): भारत में ट्रेज़री बिल्स की शुरुआत 1917 में पहली बार की गयी थी । लघु अवधि के लिए (एक वर्ष तक) केंद्र सरकार द्वारा उधार लेने के साधनों को ट्रेजरी बिल्स कहा जाता है। सरकार इसी के माध्यम से उधार लेती है । ये सर्वाधिक तरल प्रतिभूतियां होती हैं । इनका निर्गमन रिज़र्व बैंक के द्वारा सरकार के लिए किया जाता है। यह सरकार द्वारा किया गया एक वादा है जिसमें जारी होने की तिथि के एक वर्ष से कम अवधि के भीतर राशि का भुगतान करना होता है। इन्हें अंकित मूल्य के लिए एक छूट के तहत जारी किया जाता है
जमाराशियों का प्रमाण पत्र (Certificate of Deposits): जमाराशि के प्रमाणपत्र (सीडी) एक विनिमेय मुद्रा बाजार साधन है। यह डीमैट के रूप या एक बैंक में जमा राशि के लिए एक प्रमाणपत्र के रुप में या एक निर्धारित समय अवधि के लिए किसी अन्य वित्तीय संस्थान द्वारा जारी किया गया एक वचनबद्ध प्रमाणपत्र होता है।
वर्तमान में सीडी जारी करने के लिए दिशा-निर्देशों का नियंत्रण भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा किया जाता है जिसमें समय -समय पर संशोधन भी किया जाता है। सीडी को निम्न संस्थान जारी कर सकते हैं:(I) निर्धारित क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (आरआरबी) बाजार साधन को छोड़कर वाणिज्यिक बैंक और स्थानीय क्षेत्रीय बैंक (एलएबी); (ii) तथा अखिल भारतीय वित्तीय संस्थान जिन्हें भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा यह अनुमति प्रदान होती है कि वे एक लघु अवधि के भीतर भारतीय रिजर्व बाजार साधन बाजार साधन बैंक द्वारा तय नीतियों के तहत संसाधन जुटाएं। बैंकों को अपनी आवश्यकताओं के आधार पर सीडी जारी करने की स्वतंत्रता है। एक वित्तीय संस्थान (एफआई) कुल मिलाकर भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा तय निर्देशों के आधार पर सीडी जारी कर सकता है। इसे 1989 में शुरू किया गया था।
वाणिज्यिक पत्र (Commercial Paper) (सीपी):
इसे मूलतः वाघुल समिति की संस्तुति पर मार्च 1989 को शुरू किया गया था। C.P. एक प्रतिज्ञा बाजार साधन पत्र युक्त अल्प अवधि का प्रपत्र है जिसकी अवधि 7 से 90 दिन की होती है । सीपी की न्यूनतम परिपक्वता अवधि 7 दिनों की होती है। इसका निर्गमन बट्टा आधार पर होता है । सीपी साफ तौर पर एक समर्थन करने और वितरण से संबंधित समझौता है।
एक कंपनी जो सी.पी. जारी करने के लिए पात्र होगी- (क) कंपनी का कुल मूल्य, नवीनतम आडिटे की बैलेंस शीट के अनुसार 4 बाजार साधन करोड़ रुपये से कम नहीं होनी चाहिए (ख) बैंकिग प्रणाली में कंपनी की कार्यशील पूंजी (निधि आधारित) की सीमा 4 करोड़ रुपये से कम नहीं होनी चाहिए और (ग) कंपनी के ऋण खाते को वित्तपोषण बैंक/ बैंको द्वारा तय एक मानक परिसंपत्ति के रूप में वर्गीकृत किया गया है। न्यूनतम क्रेडिट रेटिंग क्रिसिल द्वारा पी -2 या अन्य एजेंसियों द्वारा तय इसी प्रकार की रेंटिंग होनी चाहिए।
पूंजी बाजार साधन (Capital Market Instruments): पूंजी बाजार में आम तौर पर निम्नलिखित दीर्घकालिक अवधि होती है, जैसे- एक वर्ष से अधिक की अवधि, वित्तीय साधनों; इक्विटी खंड में इक्विटी शेयर, प्रमुख शेयर, परिवर्तनीय मुख्य शेयर, गैर-परिवर्तनीय प्रमुख शेयर और ऋण खंड डिबेंचर, जीरो कूपन बांड, भीरी डिस्काउंट बांड आदि बाजार साधन ।
हाइब्रिड साधन (Hybrid Instruments): हाइब्रिड साधनों में इक्विटी और डिबेंचर, दोनों विशेषताएं होती हैं। इस तरह के साधन को हाईब्रिड साधन कहा जाता है। उदाहरण के तौर पर, परिवर्तनीय डिबेंचर, वारंट आदि।
बाजार साधन
Q. Consider the following statements with reference to the capital market in India:Which of the statements given above are correct?Q. भारत में पूंजी बाजार के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:उपर्युक्त कथनों में से कौन से सही हैं?
Q. Consider the following statements with reference to the capital market in India:
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आप पुडुचेरी में मनाये जाने वाले त्यौहारों एवं वहाँ के मेलों के बारे में जानकारी यहाँ से प्राप्त कर सकते हैं। यह जानकारी पुडुचेरी के पर्यटन विभाग द्वारा उपलब्ध करवाई गई है। आप पुडुचेरी के त्योहारों, अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव, पोंगल त्यौहार इत्यादि के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। मासी मगम, विल्लिनौर मंदिर कार त्यौहार एवं वीरमपट्टनम कार त्यौहार से संबंधित जानकारी यहाँ दी गई है। नव वर्ष दिवस, चितरई कलाई विझा, अयुधा पूजा, कर्थिगाई दीपम.
पुदुच्चेरी सरकार के कला एवं संस्कृति विभाग की वेबसाइट देखें
पुदुच्चेरी सरकार के कला एवं संस्कृति विभाग का उद्देश्य विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से भारतीय संस्कृति, कला एवं भाषा को बढ़ावा देना एवं इसके संरक्षण के लिए कार्य करना है। आप इस विभाग, इसके प्रशासन एवं इसकी विभिन्न गतिविधियों इत्यादि के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। विभाग की योजनाओं, पुरस्कारों एवं इसके समारोहों के बारे में विस्तृत जानकारी यहाँ दी गई है। आप इसके पुस्तकालय, संग्रहालय, अध्ययन कक्ष इत्यादि के बारे में भी जानकारी प्राप्त.
निम्नलिखित में से कौन मुद्रा बाजार का साधन नहीं है?
Key Points
- मुद्रा बाजार का उपयोग उस बाजार को परिभाषित करने के लिए किया जाता है जहां एक वर्ष तक की परिपक्वता वाली अल्पकालिक वित्तीय परिसंपत्तियों का कारोबार होता है।
- मुद्रा बाजार साधन एक निवेश तंत्र है जो बैंकों, व्यवसायों और सरकार को उनकी अल्पकालिक आवश्यकताओं को पूरा करने और उधारदाताओं को आसान तरलता प्रदान करने की अनुमति देता है।
- मुद्रा बाजार साधनों के उदाहरण निम्नलिखित हैं:
- बैंकर्स एक्सेप्टेन्स
- ट्रेजरी बिल
- री परचेस एग्रीमेंट्स
- सर्टिफिकेट डिपॉजिट
- कमर्शियल पेपर
इस प्रकार, हम कह सकते हैं कि बॉन्ड्स एक मुद्रा बाजार साधन का उदाहरण नहीं है।
Additional Information
- ट्रेजरी बिलों की अल्पकालिक परिपक्वता अवधि अधिकतम एक वर्ष तक होती है।
- बड़ी कंपनियां और व्यवसाय अल्पकालिक व्यावसायिक जरूरतों को पूरा करने के लिए पूंजी जुटाने के लिए वचन पत्र जारी करते हैं, जिन्हें कमर्शियल पेपर के रूप में जाना जाता है।
- सर्टिफिकेट डिपॉजिट वित्तीय संपत्ति हैं जो बैंकों और वित्तीय संस्थानों द्वारा जारी किए जाते हैं। वे निवेश की गई राशि पर एक निश्चित ब्याज दर प्रदान करते हैं।
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Last updated on Oct 19, 2022
The Application Links for the DSSSB TGT will remain open from 19th October 2022 to 18th November 2022. Candidates should apply between these dates. The Delhi Subordinate Services Selection Board (DSSSB) released DSSSB TGT notification for Computer Science subject for which a total number of 106 vacancies have been released. The candidates can apply from 19th October 2022 to 18th November 2022. Before applying for the recruitment, go through the details of DSSSB TGT Eligibility Criteria and make sure that you are meeting the eligibility. Earlier, the board has released 354 vacancies for the Special Education Teacher post. The selection of the DSSSB TGT is based on the Written Test which will be held for 200 marks.