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निवेशकों के लिए क्या है एक्सपर्ट्स की सलाह

निवेशकों के लिए क्या है एक्सपर्ट्स की सलाह
प्रसिद्ध कहावत है- ‘अपने सभी अंडों को एक टोकरी में नहीं रखना चाहिए’। निवेशकों को इसी का पालन करना चाहिए। एक संतुलित पोर्टफोलियो का निर्माण तभी हो सकता है जब आप अपने निवेश को कई सेक्टर में निवेश करें। बाजार आर्थिक उथल-पुथल से गुजर रहा है। निवेशकों की भावनाओं में उतार-चढ़ाव हो रहा है। इससे अनिश्चितता बढ़ रही है। यदि पोर्टफोलियो में विविधता रहती है तो गारंटीड रिटर्न प्राप्त करने में मदद मिलती है।

कैसे करें एसेट एलोकेशन

आने वाले हफ्ते में कैसा रहेगा शेयर बाजार का हाल, जानें एक्सपर्ट्स क्या दे रहे हैं सलाह

आने वाले हफ्ते में कैसा रहेगा शेयर बाजार का हाल, जानें एक्सपर्ट्स क्या दे रहे हैं सलाह

TV9 Bharatvarsh | Edited By: राघव वाधवा

Updated on: Oct 16, 2022 | 8:31 PM

इस हफ्ते घरेलू शेयर बाजारों की दिशा तिमाही नतीजों और वैश्विक रुझानों से तय होगी. इसके अलावा विदेशी पूंजी का प्रवाह भी बाजार की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभाएगा. विश्लेषकों ने यह राय जताई है. उन्होंने कहा है कि रुपये में उतार-चढ़ाव और अंतरराष्ट्रीय तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड में रुझान भी कारोबार को प्रभावित करेंगे.

दूसरी तिमाही के नतीजों का होगा असर

स्वस्तिका इन्वेस्टमेंट लिमिटेड में शोध प्रमुख संतोष मीणा ने कहा कि बाजार की नजर दूसरी तिमाही के नतीजों और वैश्विक रुझानों पर होगी. उन्होंने आगे कहा कि इस हफ्ते कई वित्तीय कंपनियों और सीमेंट निवेशकों के लिए क्या है एक्सपर्ट्स की सलाह कंपनियों के दूसरी तिमाही के नतीजे जारी होने वाले हैं. वैश्विक बाजारों में अस्थिरता बहुत है, जिसका असर हमारे बाजार पर भी पड़ सकता है.

मीणा ने कहा कि वैश्विक स्तर पर अमेरिका और चीन के व्यापक आंकड़े महत्वपूर्ण होंगे. इसके अलावा डॉलर सूचकांक, कच्चा तेल निवेशकों के लिए क्या है एक्सपर्ट्स की सलाह और अमेरिकी बॉन्ड के परिणामों पर भी नजर रखनी होगी. रेलिगेयर ब्रोकिंग के उपाध्यक्ष-शोध अजित मिश्रा ने कहा कि एसीसी, अल्ट्राटेक सीमेंट, इंडसइंड बैंक, एक्सिस बैंक, एशियन पेंट्स, बजाज फाइनेंस, आईटीसी और हिंदुस्तान यूनिलीवर जैसी बड़ी कंपनियां और कई अन्य कंपनियां नतीजे घोषित करने वाली हैं.

बैंक के नतीजे भी डालेंगे प्रभाव

HDFC बैंक ने शनिवार को सितंबर तिमाही के नतीजे घोषित किए. इनके मुताबिक फंसे कर्ज के निवेशकों के लिए क्या है एक्सपर्ट्स की सलाह लिए प्रावधान घटाने से उसका कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट 22.30 फीसदी बढ़कर 11,125.21 करोड़ रुपये हो गया है. सैमको सिक्योरिटीज के बाजार आउटलुक प्रमुख अपूर्व सेठ ने कहा कि इस हफ्ते सारा ध्यान कंपनियों के तिमाही नतीजों पर रहेगा और भावी आय वृद्धि के बारे में जानना दिलचस्प रहने वाला है. विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने अक्टूबर के पहले दो हफ्तों में भारतीय शेयर बाजारों से करीब 7,500 करोड़ रुपये निकाले हैं.

अमेरिका का केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व और दुनिया भर के दूसरे केंद्रीय बैंकों द्वारा मौद्रिक नीति सख्ती की चिंताएं धारणा को प्रभावित कर रही हैं. डिपॉजिटरी के आंकड़े बताते हैं कि विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने 2022 में अब तक 1.76 लाख करोड़ रुपये निकाले हैं. भारतीय बाजार के सेंटिमेंट में विदेशी निवेशकों का बड़ा योगदान होता है. बीते सप्ताह निफ्टी में 0.74 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई और यह 17185 के स्तर पर बंद हुआ. बैंक निफ्टी 0.33 फीसदी की निवेशकों के लिए क्या है एक्सपर्ट्स की सलाह गिरावट के साथ 39305 के स्तर पर बंद हुआ.

पर्सनल फाइनेंस: शेयर बाजार में निवेश करते हैं तो जानिए इन 5 नियमों के बारे में, आपको खतरे से बचा सकते हैं

शेयर बाजार में निवेश से पैसा बनाने की संभावना एक ऐसा आइडिया है, जो हर नए निवेशक को उत्साहित करता है। साथ ही उन लोगों के लिए निवेशकों के लिए क्या है एक्सपर्ट्स की सलाह भी जो कम अवधि में फायदा कमाना चाहते हैं। हालांकि जब बाजार उतार-चढ़ाव के माहौल में हो, तब किसी भी तरह के तुरंत रिटर्न की संभावना काफी कम हो जाती है। ऐसे में आपको हम बता रहे हैं कि निवेश के समय कौन से नियम का आपको पालन करना चाहिए।

खुद निर्णय न लें

एंजल ब्रोकिंग के इक्विटी स्ट्रैटेजिस्ट ज्योति रॉय कहते हैं कि आप खुद निर्णय लेकर अपने लाभ को बढ़ाने के लालच को छोड़ दीजिए। पोर्टफोलियो मैनेजर्स और एक्सपर्ट्स की सलाह पर ध्यान दें। सतर्कता से व सोच-समझकर निवेश करें।

सोने में निवेश करने का अच्छा मौका! जमकर कमा सकते हैं पैसा, निवेशकों के लिए क्या है एक्सपर्ट्स की सलाह जानें एक्सपर्ट्स का क्या है सलाह

सोने में निवेश करने का अच्छा मौका! जमकर कमा सकते हैं पैसा, जानें एक्सपर्ट्स का क्या है सलाह

TV9 Bharatvarsh | Edited By: राघव वाधवा

Updated on: Oct 10, 2022 | 4:57 PM

देश में फेस्टिव सीजन शुरू हो गया है. ऐसे में बड़ी संख्या में लोग सोने की खरीदारी करते हैं. इसी बीच सोने की कीमतें बढ़ रही हैं. पिछले महीने सोने का भाव 50 हजार रुपये से नीचे चल रहा था, जिसमें अब तेजी देखने को मिल रही है. सोने में उछाल की वजह है कि फेस्टिव सीजन होने की वजह से इसकी डिमांड में बढ़ोतरी हुई है. इसके साथ ही वैश्विक बाजार में भी कई चीजों के असर में सोने में तेजी आई है. अब जानकार भी लोगों को सोने में निवेश करने का सुझाव दे रहे हैं.

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एसेट एलोकेशन स्ट्रेटेजी को समझें

नथानी ने बताया, “निवेश की कुल राशि से एक अलग बचत खाते और/या एक लिक्विड फंड (जो आपकी आपातकालीन जरूरतों का ख्याल रखेगा) में 12 महीने के नियमित खर्चों (ऋणों पर ईएमआई सहित) को रखें। पूरे पोर्टफोलियो के लगभग 20 प्रतिशत का निवेश सोना (गोल्ड फंड्स या गोल्ड ईटीएफ के माध्यम) में रखें, जिससे आप अपने पोर्टफोलियो को बेहतर तरीके से डायवर्सिफाई कर सकें। शेष निवेशकों के लिए क्या है एक्सपर्ट्स की सलाह 80 प्रतिशत पोर्टफोलियो को, इक्विटी म्यूचुअल फंड की अलग-अलग सब-कैटेगरी में निवेश करें, जो संभावित रूप से महंगाई का मुकाबला करने और निवेशकों के लिए क्या है एक्सपर्ट्स की सलाह अनुमानित वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने में आपकी मदद करेगा। यह एसेट एलोकेशन स्ट्रेटेजी संभावित रूप से आपके पोर्टफोलियो को स्थिरता, ग्रोथ और सुरक्षा प्रदान कर सकती है।”

तो एक्सपर्ट की सलाह मानते हुए अपनी बचत का एक बचत खाते में इतनी रकम रखें जो एक साल तक आपकी नियमित ज़रूरतों को पूरा कर सके। इसके अलावा कुल निवेश का 20 प्रतिशत सोने में निवेश करें। सोना हमेशा से निवेश के लिए लोगों की पसंद रहा है और बाकी का 80 प्रतिशत म्यूचुअल फंड में निवेश करें जिसे प्रोफेशनल फंड मैनेजर्स प्रबंधित करते हैं।

अनुभवी निवेशकों के लिए सही हैं थीमैटिक और सेक्टर फंड्स

ऐसे फंड्स में निवेश करने के लिए सेक्टोरल साइकिल की समझ होना जरूरी है, इसलिए एक्सपर्ट्स नए निवेशकों को इनसे दूर रहने की सलाह देते हैं

थीमैटिक और सेक्टर फंड्स के शानदार हिस्टॉरिकल रिटर्न को देखते हुए इनमें निवेश करने के इच्छुक रिटेल इनवेस्टर्स की संख्या आसमान छू रही है। पिछले साल टॉप परफॉर्मिंग कैटेगरी बनने के बाद इंटरनेशनल इक्विटी फंड्स में उनकी दिलचस्पी काफी बढ़ी है। इनके आउटपरफॉर्मेंस की सबसे बड़ी वजह ग्लोबल मार्केट में रैली और डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट रही। इसी तरह खासतौर पर HDFC बैंक और कोटक बैंक जैसे रिटेल लेंडर्स के चलते बैंकिंग और फाइनेंशियल सर्विसेज फंड का परफॉर्मेंस पिछले तीन साल से काफी अच्छा रहा है। कैटेगरी एवरेज लेवल पर बैंकिंग और फाइनेंशियल सर्विसेज सेक्टर फंड्स का रिटर्न पिछले एक और तीन साल में क्रमश: 15.64% और 15.54% चक्रवृद्धि दर से बढ़ा है। एनर्जी फंड्स के टॉप परफॉर्मेंस में सबसे ज्यादा योगदान पिछले पांच साल में रिलायंस इंडस्ट्रीज का रहा है।

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