बोनस और बोनस खाता प्रकार

बोनस और बोनस खाता प्रकार
नागरिक सुरक्षा पॉलिसी
पॉलिसी की बीमा अनुसूची के अंतर्गत निर्दिष्ट किए गए अनुसार यह पॉलिसी व्यक्तिगत (मृत्यु/अंग/अंगों) की स्थायी समस्त विकलांगता तथा स्थायी आंशिक विकलांगता तथा अस्पताल में भर्ती के दौरान हुए खर्चों की प्रतिपूर्ति प्रदान करती है। पॉलिसी केवल भारतीय नागरिकों बोनस और बोनस खाता प्रकार के लिए ही उपलब्ध है।
- पॉलिसी की बीमा अनुसूची के अंतर्गत निर्दिष्ट किए गए अनुसार यह पॉलिसी व्यक्तिगत (मृत्यु/अंग/अंगों) की स्थायी समस्त विकलांगता तथा स्थायी आंशिक विकलांगता तथा अस्पताल में भर्ती के दौरान हुए खर्चों की प्रतिपूर्ति प्रदान करती है। पॉलिसी केवल भारतीय नागरिकों को ही उपलब्ध है।
- इस पॉलिसी के व्यक्तिगत दुर्घटना खण्ड के अंतर्गत किसी दावे को पात्र बनने के लिए विकलांगता को औसतन 40% से कम नहीं होना चाहिए।
बीमे की अवधि के दौरान दर्ज किए गए सभी दावों के संबंध में कंपनी की कुल देयता बीमें की अवधि के दौरान 12 महीनों की प्रत्येक पूर्ण विधि में पॉलिसी की अनुसूची में खण्ड-I (व्यक्तिगत दुर्घटना) में निर्दिष्ट बीमा राशि तथा खण्ड-II (अस्पतालीकरण) में निर्दिष्ट बीमाराशि से अधिक नहीं होनी चाहिए।
अब यह पॉलिसी इस बात की साक्षी है कि इसमें निहित या पृष्ठांकित या अन्यथा कहीं भी व्यक्त नियमों शर्तों, अपवर्जंनों एवं परिभाषाओं के तहत कंपनी बीमित की यहाँ उल्लिखित राशि का भुगतान बीमित को करेगी।
युद्ध जोखिम, आक्रमण, विदेशी शत्रु के कृत्य, शत्रुता (चाहे यह घोषित किया गया हो या नहीं) गृह युद्ध, विद्रोह, क्रांति, राजद्रोह, सैनिक या बलपूर्वक हथियाई गई शक्ति, अधिग्रहण, राष्ट्रीयकरण, नागरिक उपद्रव या लूटपाट या डकेती के कारण प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से पहुँची शारीरिक चोट।
किसी सरकारी, सार्वजनिक या स्थानीय प्राधिकारण के आदेशानुसार अधिग्रहण, विद्रोह या विनाश के कारण बीमित व्यक्ति को पहुँची शारीरिक चोट।
किसी भी बीमाकृत व्यिक्ति को निम्नक द्वारा प्रत्य्क्ष या अप्रत्यणक्ष रूप से हुई या पहुंची या उत्पधन्न, शारीरिक चोट, परिणामी हानि, कानूनी देयता::
क) किसी न्यूकलीय ईंधन के जलने के फलस्वरूप बचे किसी न्यूकलीय अवशेष या न्यूकलीय ईंधन के कारण रेडियोधर्मिता द्वारा संदूषण या आयनकारी विकिरणों नाभिकीय घटकों, संयोजकों के फलस्वरूप।.
ख) रेडियोधर्मी, विषैली या खतरनाक लक्षणों के कारण या द्वारा प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से उत्पन्न बोनस और बोनस खाता प्रकार कानूनी देयता, परिणामी हानि या बीमित व्यक्ति को पहुँची शारीरिक चोट।
- किसी भी प्रकार की परिणामी हानि
बीमा अवधि के दौरान 12 माह की प्रत्येक पूर्व दावामुक्त अवधि के लिए, पॉलिसी के व्यक्तिगत दुर्घटना हितलाभों की सारणी तथा अस्पतालीय प्रतिपूर्ति के अंतर्गत कंपनी की देयता की सीमाओं के अंतर्गत देय क्षतिपूर्ति में 5% की वृद्धि की जाएगी। बशर्ते कि बढ़ी हुई ऐसी अधिकतम राशि बीमा अनुसूची में निर्दिष्ट बीमाराशि के 20% से अधिक नहीं होगी। लेकिन यदि पॉलिसी की समाप्ति के 30 दिनों के भीतर यदि इसे नवीकृत नहीं कराया जाता तो संचित बोनस समाप्त हो जाएगा।
- शव को ले जाने तथा दाह संस्काेर संबंधी खर्चे
(दुर्घटना के कारण मृत्यु तथा पॉलिसी के व्यक्तिगत दुर्घटना खण्ड के अंतर्गत अन्य व देय दावा होने पर) बीमित के मृतक शरीर को उसके आवास के स्थान तक ले जाने व दाह संस्कापर में हुए खर्च की प्रतिपूर्ति की जाएगी लेकिन यह पॉलिसी के व्यक्तिगत दुर्घटना खण्ड के अंतर्गत बीमे की अनुसूची में निर्दिष्ट बीमाराशि के 2% या 2500/- रूपए जो भी कम हो, से अधिक न हो।
दुर्घटना के कारण बीमित की स्थायी समग्र अपंगता या मृत्यु होने पर बीमित व्यक्ति, द्वारा ली गई पॉलिसियों की संख्या को ध्यान में न रखते हुए जो क्षतिपूर्ति लेने का पात्र है, उसी व्यक्ति की पॉलिसी के व्यक्तिगत दुर्घटना खण्ड के अंतर्गत बीमा अनुसूची में निर्दिष्ट बीमाराशि के अलावा आश्रित बच्चों की शिक्षा हेतु निम्नानुसार क्षतिपूर्ति प्रदान की जाएगी:
- दुर्घटना की तिथि पर यदि बीमित व्यक्ति या 23 वर्ष से कम आयु का एवं आश्रित बच्चा है तो पॉलिसी के व्यक्तिगत दुर्घटना खण्ड में निर्दिष्ट मूल बीमाराशि के 10% के समान राशि लेकिन अधिकतम 5000/- रूपए।
- दुर्घटना की तिथि पर यदि बीमित व्यक्ति के एक से अधिक के 23 वर्ष से अधिक आयु के बच्चे हैं, तो पॉलिसी के व्यक्तिगत दुर्घटना खण्ड में निर्दिष्ट मूल बीमाराशि के 10% लेकिन अधिकतम 10000/- रूपए।
- यह हितलाभ हितलाभार्थी को उपलब्ध होगा बशर्ते कि दावा पॉलिसी के व्यक्तिगत दुर्घटना खण्ड में देय हों।
स्थायी समस्त विकलांगता के कारण बीमित व्यक्ति के नियोजन की हानि होने पर बोनस और बोनस खाता प्रकार इस पॉलिसी के व्यक्तिगत दुर्घटना खण्ड की बीमा अनुसूची में निर्दिष्ट बीमा राशि के साथ मूल बीमा राशि का 1% का भुगतान कियका जाएगा बशर्ते कि दावा खण्ड के व्यक्तिगत दुर्घटना खण्ड के अंतर्गत अन्यथा देय हो।
धान का पैसा आया कि नहीं कैसे चेक करें
धान का पैसा आया कि नहीं कैसे चेक करें : आप सभी जानते हैं कि सरकार किसानों को सहायता प्रदान करने के लिए धान में बोनस देते हैं। इसके साथ ही सरकार किसानों के धान को समर्थन मूल्य पर खरीदते हैं इससे किसानों को धान की अच्छी कीमत प्राप्त होती है। छत्तीसगढ़ सरकार किसानों का बोनस हाल ही में जारी किये हैं तो आप धान का पैसा आया कि नहीं कैसे चेक करें इसकी जानकारी इस आर्टिकल से ले सकते हैं। इसके लिए आप इस आर्टिकल का पूरा अवलोकन करें।
सरकार द्वारा दिया गया बोनस ग्रामीण बैंक में भेजा जाता है जिसे चेक करने के लिए बैंक में घंटो लाइन लगाना पड़ता है। तो आज हम आपको इस आर्टिकल में कुछ जानकारी बताएंगे जिससे आप आसानी से बैंक में आये पैसे की जानकारी ले सकते हैं। धान का बोनस सरकार किसानो को कृषि के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए प्रदान करते हैं। इससे किसानों का कृषि के प्रति उत्साह बढ़ता है। तो आप इस आर्टिकल से जानकारी ले , नीचे सभी जानकारी दिया गया है।
धान का पैसा आया कि नहीं कैसे चेक करें ?
सरकार द्वारा दिया जाने वाला धान का बोनस चेक करने के बहुत से तरीके हैं , नीचे कुछ तरीके की जानकारी दिया गया है आप उसका अवलोकन कर सकते हैं।
एमएमएस के माध्यम से बोनस चेक करने का तरीका
अगर आप अपने बोनस की जानकारी घर बैठे लेना चाहते हैं तो आपके बैंक में आपका मोबाइल नंबर लिंक होना चाहिए। उसके बाद आपके मोबाइल में बोनस की जानकारी आपको इनबॉक्स में मिल जायेगा। आपके मोबाइल में एसएमएस आएगा कि आपका बोनस बैंक में आ गया है।
एटीएम के माध्यम से बोनस चेक करने का तरीका
आप सभी जानते हैं कि सरकार अब सभी माध्यमों को ऑनलाइन किये है जिससे नागरिक इसका लाभ उठा सके। इसलिए अगर आपने एटीएम के लिए आवेदन किया है और आपके पास ग्रामीण बैंक का एटीएम है तो आप एटीएम मशीन में जाकर बोनस देख सकते हैं।
बैंक पासबुक के माध्यम से बोनस चेक करने का तरीका
इसके लिए आपको उस ग्रामीण बैंक में जाना होगा जहाँ आपका खाता है और साथ ही आपको अपने ग्रामीण बैंक खाते के पासबुक का फोटोकॉपी भी साथ ले जाना है। इससे भी आप अपना धान का बोनस आसानी से चेक कर सकते हैं।
सारांश -:
धान का पैसा आया कि नहीं यह चेक करने का बहुत से तरीके हैं , जैसे आप अपने मोबाइल नंबर को बैंक से लिंक करके एसएमएस के माध्यम से देख सकते है। इसके आलावा ग्रामीण बैंक से एटीएम प्राप्त करके एटीएम मशीन द्वारा चेक कर सकते हैं। या पासबुक के माध्यम से बैंक में जाकर आसानी से धान का बोनस देख सकते हैं। इस प्रकार आप आसानी से धान का पैसा आया या नहीं पता कर सकते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न ( FAQ )
सरकार ने किसानो के धानो का उचित मूल्य देने के लिए अब समर्थन मूल्य 2800 रूपये कर दिया है। इससे किसानो को धान का उचित मूल्य प्राप्त होगा।
सरकार किसानो के धान का बोनस ग्रामीण बैंक में भेजते हैं इसे आप कई तरीके से चेक कर सकते हैं। यहाँ बहुत से तरीका दिया गया है।
सरकार ने किसानो की धान का क़िस्त भेज दिया है इसका अगला क़िस्त भी जल्द सरकार किसानों के बैंक खाते में भेजेंगे।
धान का पैसा आया कि नहीं कैसे चेक करें , इसकी सभी जानकारी हमने आपको इस आर्टिकल में विस्तार से दिया है जिससे आप आसानी से धान का बोनस चेक कर सकते हैं। धान का बोनस घर बैठे चेक करने के लिए आपका मोबाइल नंबर बैंक से लिंक होना चाहिए।
हमने आपको इस आर्टिकल में धान का बोनस चेक करने से संबंधित जानकारी दे दिया है , उम्मीद है आपको जानकारी समझ आई होगी। आपको ऐसी और भी जानकारी इस वेबसाइट के माध्यम से मिल जायेगा। इस आर्टिकल को शेयर अवश्य करें , धन्यवाद।
व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा का होना ज़रूरी होता है
अधिकतर लोगों को सामान्य जीवन बीमा और हेल्थ बीमा योजना के बारे में तो काफी ज्ञान होता है लेकिन व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा के बारे में उनकी जानकारी थोड़ी सीमित होती है। एक सामान्य जीवन बीमा पॉलिसी में मृत्यु से होने वाली हानि को और हेल्थ बीमा योजना में अस्पताल में भर्ती होने पर किए जाने वाले खर्चे के भार से सुरक्षा प्रदान की जाती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा का क्या उद्देश्य होता है?
मान लीजिये, एक व्यक्ति किसी दुर्घटना में शारीरिक रूप से विकलांग हो गया है। इस स्थिति में जीवन बीमा का लाभ केवल (पीड़ित पे निर्भर व्यक्तियों को ) मृत्यु होने पर ही मिलता है और हेल्थ बीमा पॉलिसी में केवल अस्पताल के खर्चों से आने वाली लागत की भरपाई ही होती है। कुछ जीवन बीमा पॉलिसी व्यक्तिगत दुर्घटना अतिरिक्त लाभ के रूप में भी प्रदान करती हैं लेकिन यह अतिरिक्त लाभ व्यापक नहीं होते हैं। इसके अलावा दुर्घटना के कारण होने वाले प्रभाव, जैसे मृत्यु, आय पर पड़ने वाले प्रभाव जैसे गंभीर भी हो सकते हैं जो कुछ हफ्तों से लेकर कुछ माह या फिर कुछ वर्षों तक प्रभावी हो सकते हैं। इस प्रकार की स्थिति में व्यक्तिगत दुर्घटना पॉलिसी में क्या उपचार हो सकता है?
सामान्य रूप से एक व्यक्तिगत दुर्घटना पॉलिसी वह बीमा योजना होती है जो किसी भी प्रकार की दुर्घटना घटने की स्थिति में होने वाले किसी शारीरिक नुकसान जैसे आंशिक या पूर्ण रूप से अपंगता या अंग-भंग और इसके कारण प्रत्यक्ष रूप से आय पर पड़ने दुष्प्रभाव की क्षति पूर्ति करती हैं। यह पॉलिसी नामित व्यक्ति को बीमा धारक की मृत्यु होने की स्थिति में भी क्षतिपूर्ति करती है। इसके अलावा यह व्यक्ति और उसके परिवार को, दुर्घटना के कारण बीमा धारक के अस्थायी रूप से विकलांग हो जाने की स्थिति में भी एक वित्तीय स्थिरता प्रदान करती है और इसकी यही विशेषता इसे किसी भी व्यक्ति के बीमा लेने के उद्देश्य के प्रति आकर्षित करती है। अनेक समानताएँ होने के बावजूद, व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा, सामान्य जीवन बीमा और हेल्थ बीमा में काफी अंतर होता है। जीवन बीमा की भांति, व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा का प्रीमियम बीमा धारक के व्यवसाय के आधार पर बोनस और बोनस खाता प्रकार भिन्न हो सकता है न कि उसकी उम्र के आधार पर निर्धारित होता है।
व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा प्रत्येक व्यक्ति से लिए महत्वपूर्ण होता है लेकिन यह शहर में रहने वाले वेतनभोगी कर्मचारियों के लिए अधिक महत्वपूर्ण माना जाता है। आमतौर पर वेतनभोगी कर्मचारी को घर और दफ्तर के बीच प्रतिदिन, महीनों और वर्षों तक आना-जाना करना होता है। इस प्रकार की जीवनशैली में बीमार पड़ने या मृत्यु होने की अपेक्षा दुर्घटना होने की संभावना अधिक होती है। हर प्रकार की सावधानी बरतने के बावजूद दुर्घटना घट ही जाती है। इसके परिणामस्वरूप आंशिक रूप से अंगभंग हो सकता है या फिर मृत्यु भी हो सकती है। इस स्थिति में, एक दुर्घटना बीमा पॉलिसी, एक सामान्य जीवन बीमा और हेल्थ बीमा की ही भांति ही महत्वपूर्ण मानी जाती है।
व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा का सबसे अच्छा पक्ष यह है कि इसकी लागत किसी भी व्यक्ति के लिए वहन योग्य होती है इसलिए इसे बिना जेब पर अतिरिक्त भार डाले कोई भी व्यक्ति सरलता से ले सकता है। एक 15 लाख की व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा (एच डी एफ सी ) की लागत के लिए प्रतिवर्ष लगभग 3,000 रु का प्रीमियम जा सकता है। अब क्योंकि व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा का प्रीमियम व्यक्ति की आय के अनुसार निर्धारित नहीं होता है इसलिए यह एक 50 वर्षीय व्यक्ति के लिए भी वही होगा जो बोनस और बोनस खाता प्रकार उस समय 25 वर्षीय व्यक्ति के लिए हो सकता है। व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा का प्रीमियम व्यक्ति के व्यवसाय और उसकी प्रकृति पर निर्भर करता है। इसके अतिरिक्त व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा को व्यापक रूप में एक पॉलिसी के रूप में पूरे परिवार के लिए भी लिया जा सकता है।
यह सही है कि व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा का प्रीमियम बहुत कम दर का होता है लेकिन उसके बावजूद भारत में अभी लोग इस बीमा योजना को कम लेते हैं। दरअसल व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा की विशेषताएँ, जीवन बीमा और हेल्थ बीमा के अंदर घुली-मिली हैं। अब क्योंकि अधिकतर व्यक्तियों के पास इनमें से एक या दोनों पॉलिसी होती है इसलिए वे इसे व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा का विकल्प मानकर और इस बीमा को एक अतिरिक्त खर्चा मानकर बचने का प्रयास करते हैं। लोगों द्वारा इस बीमा योजना को कम लेने का कारण यह भी है कि भारत में अभी भी इस बीमा योजना के बारे में जागरूकता बहुत कम है। अधिकतर लोग गैर जीवन बीमा को हेल्थ बीमा के या फिर मोटर बीमा के रूप में ही पहचानते हैं । बहुत से लोगों को इस प्रकार की बीमा की जरूरत होती है लेकिन वो शायद इस प्रकार की बीमा योजना के बारे में जानते भी नहीं हैं। जो लोग इस बीमा योजना की जानकारी रखते हैं वो यह सोचते हैं कि उन्हें इसकी जरूरत नहीं है। दरअसल, लोग अपने बारे में अति-विश्वासी होते हैं जो यह मानते हैं कि उनके साथ कभी कोई दुर्घटना घट ही नहीं सकती है। जबकि सत्यता तो यह है कि दुर्घटना कभी भी किसी के साथ और कहीं भी घट सकती है, बोनस और बोनस खाता प्रकार चाहे वह हर किसी के साथ न भी घटे। इसलिए स्वयं को और अपने परिवार को दुर्घटना के परिणामों से बचाने के लिए एक उपयुक्त व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा का होना जरूरी होता है।
करण चोपड़ा – सदस्य- कार्यकारी प्रबन्धन एवं अध्यक्ष -रिटेल बिजनेस एचडीएफसी जनरल इंश्योरेंस कंपनी
बोनस और बोनस खाता प्रकार
14 अक्टूबर (भाषा) राजस्थान सरकार ने दीपावली पर राज्य कर्मचारियों को बोनस देने का फैसला किया है।
एक सरकारी बयान के अनुसार, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के इस निर्णय से राज्य के करीब 6 लाख कर्मचारी लाभान्वित होंगे। राज्य सरकार इस पर 500 करोड़ रूपए का अतिरिक्त वित्तीय भार वहन करेगी।
बयान के अनुसार, यह लाभ राज्य सेवा के अधिकारियों (राजपत्रित) को छोड़कर उन राज्य कर्मचारियों को मिलेगा, जो राजस्थान सिविल सेवा (पुनरीक्षित वेतन) नियम, 2017 के ‘पे-मैट्रिक्स लेवल-12’ अथवा ग्रेड पे-4800 और इससे निचले स्तर का वेतन ले रहे हैं।
यह बोनस पंचायत समिति, जिला परिषद के कर्मचारियों तथा कार्य प्रभारित कर्मचारियों को भी देय होगा। बोनस की गणना वर्ष 2021-22 के लिए अधिकतम परिलब्धियों 7000 रूपए तथा 31 दिन के माह के आधार पर की जाएगी। यह बोनस 30 दिन की अवधि के लिए देय होगा। इस प्रकार प्रत्येक कार्मिक को अधिकतम 6774 रूपए तदर्थ बोनस मिलेगा।
उल्लेखनीय है कि बोनस की 75 प्रतिशत राशि का नकद भुगतान एवं शेष 25 प्रतिशत सामान्य प्रावधायी निधि खाते में जमा की जाएगी।