मोमबत्ती योजना

मोमबत्ती बनाने का प्रशिक्षण (Candle Making Training) देशभर में सरकारी और निजी संस्थान देते हैं. आप भी अपने नजदीकी प्रशिक्षण संस्थान से अगर प्रशिक्षण लेकर यह काम करेंगे तो ज्यादा अच्छा होगा. मल्टी डिसिप्लिनरी ट्रेनिंग सेंटर, देहरादून, वुलन होजरी ट्रेनिंग सेंटर, लखनऊ, मल्टी डिसिप्लिनरी ट्रेनिंग सेंटर, राजघाट, नई दिल्ली, डॉ राजेन्द्र प्रसाद मल्टी डिसिप्लिनरी ट्रेनिंग सेंटर, पटना, खादी ग्रामोद्योग विद्यालय, बाराबंकी और खादी ग्रामोद्योग विद्यालय वीरापंडी मोमबत्ती निर्माण मोमबत्ती योजना में प्रशिक्षण देने वाले कुछ प्रमुख संस्थान हैं.
स्वरोजगार मोमबत्ती उद्योग योजना | पूरी जानकारी | msy.uk.gov.in | कैसे करें आवेदन
॥ मुख्यमंत्री स्वरोजगार मोमबत्ती उद्योग योजना | Mukhyamantri Swarojgar Candle Industry Yojana | उत्तराखंड स्वरोजगार मोमबत्ती उद्योग योजना | Swarojgar Candle Industry Yojana | लाभ / पात्रता / उद्देश्य / विशेषताएं | How to apply ॥
उत्तराखंड सरकार दवारा राज्य के युवाओ को अपना विजनेस / व्यापार शुरु करने के लिए स्वरोजगार मोमबत्ती उद्योग योजना को लागु किया गया है। जिसके जरिए राज्य मे वेरोजगार युवाओ की आय मे वढोतरी करने के लिए सरकार दवारा लोन उपलव्ध करवाया जाएगा। जिसकी मदद से लाभार्थी मोमबत्ती उदयोग का बिजनेस शुरु कर सकते हैं। कैसे किया जाएगा बिजनेस, लाभ कैसे प्राप्त होगा और योजना के लिए आवेदन कैसे किया जाएगा। इसके लिए आपको ये आर्टीकल अंत तक पढना होगा। तो आइए जानते हैं – स्वरोजगार मोमबत्ती उद्योग योजना के वारे मे।
Swarojgar Candle Industry Yojana
उत्तराखंड राज्य के मुख्यमंत्री दवारा वेरोजगार युवाओं को रोजगार से जोडने और उन्हे आत्म-निर्भर वनाने के लिए स्वरोजगार मोमबत्ती उद्योग योजना को शुरु किया गया है। जिसके तहत राज्य मे वेरोजगार / नौकरी की तलाश करने वाले लाभार्थीयो को मोमबत्ती का बिजनेस शुरु करने के लिए लोन दिया जाएगा। इसके अलावा निर्माण क्षेत्र में 25 लाख और सेवा क्षेत्र में अधिकतम 10 लाख के प्रोजेक्ट को 15 से मोमबत्ती योजना 25% तक सब्सिडी भी लाभार्थीयो को दी जाएगी। मोमबत्ती उद्योग एक ऐसा व्यवसाय है, जिसको शुरू करने में बहुत ज्यादा लागत की जरुरत नहीं पड़ती है। इसका प्रयोग होली, दीपवाली, बर्थडे, क्रिसमस-डे , उद्धाटन या धार्मिक स्थलो आदि के अवसरों मे अधिक होता है। जिससे लाभार्थी की आमदनी निरंतर वढती है। इस बिजनेस को लाभुक अपने घर या किराये पर 12 बाई12 की एक छोटे से कमरे के साथ शुरु कर सकते है। इस व्यवसाय की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसको शुरू करने के लिए बहुत बड़ी जगह की आवश्यकता नहीं पड़ती है। लाभार्थी को केवल इसके रखरखाव का ध्यान रखना पडता है। योजना का लाभ लेने के लिए लाभार्थी को ऑनलाइन आवेदन करना होगा। आवेदन के उपरांत लाभार्थी के बैंक खाते मे लोन की राशि को स्थानातरित किया जाएगा। जिससे वह मोमबत्ती उद्योग का बिजनेस शुरु कर अपनी इनकम को वढा सकता है।
स्वरोजगार मोमबत्ती उद्योग योजना का उद्देश्य
योजना का मुख्य उद्देश्य बेरोजगार और नौकरी की तलाश करने वाले लाभार्थीयो को रोजगार से जोडने के लिए सरकार दवारा लोन के तोर पर वित्तिय सहायता उपलव्ध करवाना है।
- उत्तराखंड राज्य के स्थायी निवासी
- बेरोजगार युवा वर्ग
- आर्थिक रुप से कमजोर वर्ग
- शैक्षिक योग्यता की बाध्यता नहीं है।
- आवेदक किसी भी राष्ट्रीयकृत बैंक/वित्तीय संस्था / सहकारी बैंक या संस्था इत्यादि का चूककर्ता (defaulter) नहीं होना चाहिए।
- लाभार्थी को 5 वर्ष के भीतर भारत तथा राज्य सरकार द्वारा संचालित किसी अन्य स्वरोजगार योजना का लाभ प्रदान नहीं होना चाहिए।
- लाभार्थी अथवा उसके परिवार के किसी एक सदस्य को योजना के तहत केवल एक बार ही लाभान्वित किया जायेगा।
स्वरोजगार मोमबत्ती उद्योग योजना के लिए चयन प्रक्रिया
लाभार्थियों का चयन अधिक आवेदन प्राप्त होने पर प्रोजेक्ट व्यवहार्यता देखते हुए “पहले आयें पहले पायें” (First Come First Serve) के आधार पर किया जायेगा।
- न्युनतम – 18 वर्ष
- अधिकतम – 35+
Business Idea: लोगों का घर रोशनी से और आपका पैसों से भर देगा ये बिजनेस, कैसे और कितनी लागत में होगी शुरुआत
मोमबत्ती बनाने के व्यवसाय (Candle Making Business) की सबसे अच्छी बात यह है कि यह ऐसा काम है जो बहुत कम पैसा लगाकर शुरू किया जा सकता है.
मोमबत्ती बनाने के व्यवसाय (Candle Making Business) की सबसे अच्छी बात यह है कि इसे बहुत कम पैसा लगाकर शुरू किया जा सक . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : April 06, 2022, 12:48 IST
नई दिल्ली. Business Idea: आज के समय में मोमबत्ती (Candle) का उपयोग केवल रोशनी करने के लिए नहीं होता है, बल्कि यह सजावट और थेरेपी में भी इस्तेमाल होने लगी है. अब मोमबत्ती का उपयोग लोग त्योहारों, जन्मदिन, शादी की सालगिरह, और घर की सजावट के लिए भी करते हैं. कैंडल लाइट डिनर का चलन भी आजकल बढ़ रहा है. इस कारण आजकल होटलों और रेस्टोरेंट्स में भी डिजाइनर मोमबत्तियों की मांग बढ़ रही है.
आजकल अरोमाथेरेपी (Aromatherapy) के लिए सुगंधित मोमबत्तियों (Fragrance Candles) का खासतौर से उपयोग होता है. इस तरह मोमबत्ती की मांग आज कई कामों और क्षेत्रों में है. इसी कारण यह मोमबत्ती निर्माण का बिजनेस (Candle Making Business) भी एक पैसा कमाने का एक बढ़िया माध्यम बन गया है. मोमबत्ती बनाने के व्यवसाय की सबसे अच्छी बात यह है कि यह ऐसा काम है जो बहुत कम पैसा लगाकर शुरू किया जा सकता है. यह एक ऐसा बिजनेस है, जिसमें आप अपने बजट के अनुसार कम या ज्यादा लागत लगाकर आसानी से घर से शुरू कर सकते हैं और मोटी कमाई कर सकते हैं.
मोमबत्ती योजना
त्रिवेन्द्र सरकार की मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, ऐसे शुरू करें मोमबत्ती उद्योग योजना
प्रदेश के बेरोजगार युवाओं के लिए राज्य सरकार लगातार रोजगार मुहैया कराने में जुटी है। इन युवाओं को रोजगार से जोडऩे के लिए त्रिवेन्द्र सिंह रावत सरकार ने मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना शुरू की है। जिसके अंतर्गत अधिक से अधिक लोगों को स्वरोजगार से जोडऩा है। जिससे वह आत्मनिर्भर बन सकें। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर
प्रदेश के बेरोजगार युवाओं के लिए राज्य सरकार लगातार रोजगार मुहैया कराने में जुटी है। इन युवाओं मोमबत्ती योजना को रोजगार से जोडऩे के लिए त्रिवेन्द्र सिंह रावत सरकार ने मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना शुरू की है। जिसके अंतर्गत अधिक से अधिक लोगों को स्वरोजगार से जोडऩा है। जिससे वह आत्मनिर्भर बन सकें। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के सपने को पूरा करने लिए त्रिवेन्द्र सरकार द्वारा मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत कई योजनाओं में लोन दिया जा रहा है।
युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने का संकल्प
त्रिवेन्द्र सरकार की मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत मोमबत्ती उद्योग योजना का अभी तक प्रदेश के कई युवा लाभ उठा चुके हैं। जिसमें सरकार बड़ी आसानी से इस योजना को गांव-गांव तक पहुंचा रही है। जिससे युवा आत्मनिर्भर बन सकें। अगर आप भी इस योजना का लाभ उठाना चाहते है और मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना से जुड़कर अपना व्यवसाय शुरू करना चाहते है तो आज ही उत्तराख्ंाड सरकार की वेबसाइट https://msy.uk.gov.in पर जाकर पंजीकरण करने के बाद आवेदन कर सकते है।
मोमबत्ती उद्योग योजना
मोमबत्ती का व्यावसाय एक ऐसा व्यावसाय है, जो नए उद्धमियों या स्टार्टअप के लिए एक सुनहरा अवसर हो सकता है, जिसको शुरू करने में बहुत ज्यादा लागत की भी जरुरत नहीं पड़ती है और ये ऐसी चीज है कि इसकी मांग भी कभी कम नहीं हो सकती है। क्योंकि लोग धार्मिक कार्यों, घर की सजावटों इत्यादि के लिए मोमबत्ती का उपयोग करते है। कुछ पर्यटक स्थलों में डेकोरेटिभ डेकोरेटिभ तथा सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में जलाने वाली मोमबत्ती का प्रचलन आज भी है। होली, दीपवाली, बर्थडे, क्रिसमस-डे , उद्धाटन आदि के अवसरों पर इसकी उपयोगिता है।
इस उद्योग की शुरुआत अपने घर से या किराये पर 12 बाई12 की एक छोटे से कमरे के साथ भी कर सकते है। इस व्यवसाय की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसको शुरू करने के लिए बहुत बड़ी जगह की आवश्यकता नहीं पड़ती है, लेकिन घर से या बड़े रूप से भी शुरू करने के लिए इस बात का ध्यान रखना जरुरी है, कि आपके पास मोम को पिघलाने की पर्याप्त जगह हो। उसकी कच्ची सामग्रियों के रख रखाव के लिए भी स्थान हो। साथ ही तैयार मोमबत्ती को भी स्टोर करने के लिए जगह हो। अगर आप भी मोमबत्ती उद्योग शुरू करना चाहते है तो मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत आप यह काम शुरू कर सकते है। त्रिवेन्द्र सरकार स्वरोजगार के लिए लोगों को लोन उपलब्ध करा रही है
आइये जानते है लोन के लिए क्या-क्या पात्रता है-
पात्रता-
1. आवेदक की आयु आवेदन के समय कम से कम 18 वर्ष होनी चाहिए।
2. शैक्षिक योग्यता की बाध्यता नहीं है।
3. योजनान्तर्गत उद्योग सेवा एवं व्यवसाय क्षेत्र में वित्त पोषण सुविधा उपलब्ध होगी।
4. आवेदक या इकाई किसी भी राष्ट्रीयकृत बैंक/वित्तीय संस्था / सहकारी बैंक या संस्था इत्यादि का चूककर्ता (defaulter) नहीं होना चाहिए।
5. आवेदक द्वारा विगत 5 वर्ष के भीतर भारत सरकार अथवा राज्य सरकार द्वारा संचालित किसी अन्य स्वरोजगार योजना का पूर्व में लाभ प्राप्त नहीं किया गया हो, किन्तु यदि किसी आवेदक द्वारा 5 वर्ष पूर्व भारत सरकार या राज्य सरकार की किसी अन्य स्वरोजगार योजना में लाभ प्राप्त किया गया और वह चूककर्ता (defaulter) नहीं है, तो वह अपने उद्यम के विस्तार के लिए योजनान्तर्गत वित्त पोषण प्राप्त कर सकता है।
आइये जानते है लोन के लिए क्या-क्या पात्रता है-
पात्रता-
1. आवेदक की आयु आवेदन के समय कम से कम 18 वर्ष होनी चाहिए।
2. शैक्षिक योग्यता की बाध्यता नहीं है।
3. योजनान्तर्गत उद्योग सेवा एवं व्यवसाय क्षेत्र में वित्त पोषण सुविधा उपलब्ध होगी।
4. आवेदक या इकाई किसी भी राष्ट्रीयकृत बैंक/वित्तीय संस्था / सहकारी बैंक मोमबत्ती योजना या संस्था इत्यादि का चूककर्ता (defaulter) नहीं होना चाहिए।
5. आवेदक द्वारा विगत 5 वर्ष के भीतर भारत सरकार अथवा राज्य सरकार द्वारा संचालित किसी अन्य स्वरोजगार योजना का पूर्व में लाभ प्राप्त नहीं किया गया हो, किन्तु यदि किसी आवेदक द्वारा 5 वर्ष पूर्व भारत सरकार या राज्य सरकार की किसी अन्य स्वरोजगार योजना में लाभ प्राप्त किया गया और वह चूककर्ता (defaulter) नहीं है, तो वह अपने उद्यम के विस्तार के लिए योजनान्तर्गत वित्त पोषण प्राप्त कर सकता है।
Women Empowerment News: फास्ट फूड के अलावा मोमबत्ती और अगरबत्ती बनाना सीखेंगी बिलासपुर की महिलाएं
बिलासपुर। Women Empowerment News: केंद्र सरकार की अति महत्वाकांक्षी योजना में से एक ग्रामीण स्वरोजगार योजना से अब महिलाओं को जोड़ने और स्वरोजगार की दिशा में आगे कदम मोमबत्ती योजना बढ़ाने काम शुरू हो गया है। कोनी प्रशिक्षण संस्थान में विशेषज्ञ प्रशिक्षकों द्वारा महिलाओं व युवतियों को उन कुटीर उद्योगों का प्रशिक्षण दिया जाएगा जिसके जरिए स्वावलंबी बनाकर एक उदाहरण पेश कर सकें।
भारतीय स्टेट बैंक स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान में प्रथम चरण में महिलाओं को मोमबत्ती और अगरबत्ती बनाने के अलावा फास्ट फूड बनाना सिखाया जाएगा। स्व सहायता समूह की महिलाओं के अलावा गांव की पढ़ी लिखी युवतियों को इस अभियान से जोड़ने की योजना बनाई गई है। महिला सशक्तीकरण की दिशा में इसे बड़ा कदम माना जा रहा है। ग्रामीण स्वराज केंद्र कोनी में महिलाओं को स्वावलंबी बनाने योजना की शुरुआत हो रही है। भारतीय स्टेट बैंक स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान कोनी में महिलाओं को फास्ट फूड के अलावा मोमबत्ती और अगरबत्ती बनाना सिखाएंगे।