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विदेशी मुद्रा करियर

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3.85 अरब डॉलर की गिरावट के बाद देश का विदेशी मुद्रा भंडार 2 साल के सबसे निचले स्तर 524.52 अरब डॉलर रह गया है.

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रुपये में रिकॉर्ड गिरावट, दिसंबर तक 83 रुपये प्रति डॉलर तक जा सकता है भाव, विदेशी मुद्रा भंडार में कमी

मौजूदा वित्त वर्ष (FY23) के दौरान देश की जीडीपी विकास दर का अनुमान 7.2 फीसदी के स्तर पर बरकरार रहने की उम्मीद है। लेकिन रुपये में आ रही गिरावट की वजह से विदेशी मुद्रा भंडार में काफी कमी आने की आशंका है।

रुपये में रिकॉर्ड गिरावट, दिसंबर तक 83 रुपये प्रति डॉलर तक जा सकता है भाव, विदेशी मुद्रा भंडार में कमी

Rupee vs Dollar: भारतीय रुपये में लगातार गिरावट हो रही है। बुधवार को भारतीय रुपया डॉलर की तुलना में कमजोर होकर 81.93 डॉलर पर पहुंच गया, जो उसका अब तक का सबसे निचला स्तर है। साल 2022 में भारतीय रुपये में 10 फीसदी की गिरावट आ चुकी है, और गिरावट का सिलसिला जारी है। परेशानी की बात ये है कि अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट का विदेशी मुद्रा करियर सिलसिला आने वाले दिनों में और तेज़ होने के आसार हैं। रेटिंग एजेंसी इक्रा (ICRA) ने बुधवार को जारी अपनी रिपोर्ट में अनुमान जताया है कि दिसंबर तक एक डॉलर का भाव 83 रुपये तक जा सकता है। माना जा रहा है कि ग्लोबल इक्विटी और करेंसी मार्केट में गिरावट का असर भारतीय करेंसी पर भी दिखाई दे रहा है।

क्या होगा इसका असर?

2008 और 2013 में डॉलर के मुकाबले रुपये में आई कमजोरी के बाद जिस रफ्तार से विदेशी मुद्रा भंडार में तब कमी आई थी उससे भी तेज गति से इस बार विदेशी मुद्रा भंडार में कमी आई है। एक साल पहले आरबीआई के पास 642 अरब डॉलर विदेशी मुद्रा भंडार था, जिसमें अब 100 अरब डॉलर की कमी आ गई है और ये घटकर 545 अरब डॉलर रह गया है। माना जा रहा है कि दिसंबर तक इसमें और कमी आ सकती है और विदेशी मुद्रा भंडार 500 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है।

क्या हैं इसके उपाय?

इस बीच बुधवार को आरबीआई की मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) की 3 दिवसीय बैठक शुरू हो चुकी है। शुक्रवार को इसमें लिए गए फैसलों का एलान हो सकता है। बाजार के विशेषज्ञों के मुताबिक रुपये की गिरावट पर नियंत्रण के लिए आरबीआई की ओर से ब्याज दरों में बढ़ोतरी किए जाने का ऐलान हो सकता है। डॉलर (Dollar) के मुकाबले रुपये हर रोज आ रहे रिकॉर्ड गिरावट को थामने के लिए आरबीआई ( RBI) को दखल देना पड़ सकता है। ऐसे में भारत के विदेशी मुद्रा भंडार ( Forex Reserves) में भारी कमी आने की आशंका है।

इस सप्ताह मजबूत हुआ रुपया लेकिन विदेशी मुद्रा भंडार में आई गिरावट, जानिए रिजर्व बैंक के खजाने में कितना है

डॉलर के मुकाबले विदेशी मुद्रा करियर रुपए में तेजी देखी जा रही है. इंडियन करेंसी के लिए यह अच्छी खबर है. इस बीच देश का विदेशी मुद्रा भंडार 22 जुलाई को समाप्त सप्ताह में 1.152 अरब डॉलर घटकर 571.56 अरब डॉलर रह गया.

इस सप्ताह मजबूत हुआ रुपया लेकिन विदेशी मुद्रा भंडार में आई गिरावट, जानिए रिजर्व बैंक के खजाने में कितना है

TV9 Bharatvarsh | Edited By: शशांक शेखर

Updated on: Jul 30, 2022 | 9:00 AM

इस सप्ताह डॉलर के मुकाबले रुपए (Dollar vs Rupees) में तेजी दर्ज की गई. अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने बाजार के अनुरूप इंट्रेस्ट रेट में बढ़ोतरी की जिसके बाद डॉलर में कमजोरी आई और अन्य करेंसी में उछाल आया है. इस बीत देश का विदेशी मुद्रा भंडार 22 जुलाई को समाप्त सप्ताह में 1.152 अरब डॉलर घटकर 571.56 अरब डॉलर रह गया. डॉलर के मुकाबले रुपए की विनिमय दर में निरंतर उतार चढ़ाव के बीच विदेशी मुद्रा भंडार घटा है. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के आंकड़ों के अनुसार इससे पहले समाप्त सप्ताह के दौरान, विदेशी मुद्रा भंडार 7.541 अरब विदेशी मुद्रा करियर डॉलर घटकर 572.712 अरब डॉलर रह गया था. विदेशी मुद्रा भंडार में आई गिरावट का कारण विदेशी मुद्रा आस्तियों का घटना है जो कुल मुद्रा भंडार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है.

भारतीय रिजर्व बैंक के शुक्रवार को जारी किये गये भारत के साप्ताहिक आंकड़ों के अनुसार समीक्षाधीन सप्ताह में विदेशी मुद्रा आस्तियां (एफसीए) 1.426 अरब डॉलर घटकर 510.136 अरब डॉलर रह गयी. डॉलर में अभिव्यक्त विदेशी मुद्रा भंडार में रखे जाने वाली विदेशी मुद्रा आस्तियों में यूरो, पौंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी मुद्राओं में मूल्यवृद्धि अथवा मूल्यह्रास के प्रभावों को शामिल किया जाता है.

गोल्ड रिजर्व में आई 14.5 करोड़ डॉलर की गिरावट

आंकड़ों के अनुसार, आलोच्य सप्ताह में स्वर्ण भंडार का मूल्य भी 14.5 करोड़ डॉलर बढ़कर 38.502 अरब डॉलर हो गया. समीक्षाधीन सप्ताह में, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के पास जमा विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 10.6 करोड़ डॉलर बढ़कर 17.963 अरब डॉलर हो गया. आईएमएफ में रखे देश का मुद्रा भंडार भी 2.3 करोड़ डॉलर बढ़कर 4.96 अरब डॉलर हो गया.

रुपया तीन सप्ताह के उच्चतम स्तर पर पहुंचा

अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में शुक्रवार को नौ महीनों में विदेशी मुद्रा करियर पहली बार रुपए में एक दिन की सबसे अधिक 45 पैसे की तेजी आई और यह तीन सप्ताह के उच्च स्तर 79.24 प्रति डॉलर पर बंद हुआ. घरेलू शेयर बाजार में जोरदार तेजी तथा वैश्विक बाजार में डॉलर के कमजोर होने से रुपए को मजबूती मिली है. रुपए में 45 पैसे की तेजी आई, जो 20 अक्टूबर, 2021 के बाद से एक दिन की सबसे बड़ी बढ़त है.विदेशी मुद्रा करियर

डॉलर इंडेक्स में कमजोरी का असर

एलकेपी सिक्यॉरिटीज के शोध विश्लेषक और उपाध्यक्ष, जतिन त्रिवेदी ने कहा, डॉलर इंडेक्स विदेशी मुद्रा करियर में कमजोरी के कारण रुपया मजबूत हुआ…कच्चा तेल की कीमत में उतार-चढ़ाव ने रुपए के लाभ को कुछ हद तक सीमित रखा. एचडीएफसी सिक्यॉरिटीज के शोध विश्लेषक, दिलीप परमार ने कहा, डॉलर की गिरावट और शेयर बाजार में तेजी के कारण रुपए में 20 अक्टूबर के बाद सबसे बड़ा एक दिन का लाभ दर्ज किया गया.

क्रूड ऑयल 110 डॉलर पर बंद हुआ

दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर की मजबूती को आंकने वाला डॉलर इंडेक्स 105.707 के स्तर पर बंद हुआ. लगातार दूसरे सप्ताह इस इंडेक्स में गिरावट आई है. इंटरनेशनल मार्केट में क्रूड ऑयल का भाव इस सप्ताह 110 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर बंद हुआ. WTI क्रूड का भाव 98.62 डॉलर के स्तर पर बंद हुआ. शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल रहे. उन्होंने शुक्रवार को 1046 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे.

Foreign Exchange Reserves: देश का विदेशी मुद्रा भंडार 2 साल के निचले स्तर पर, 524.52 अरब डॉलर रह गया रिजर्व

RBI के आंकड़ों के अनुसार देश का फॉरेन करेंसी असेट्स 465.075 अरब डॉलर और गोल्ड रिजर्व 37,206 अरब डॉलर रह गया.

Foreign Exchange Reserves: देश का विदेशी मुद्रा भंडार 2 साल के निचले स्तर पर, 524.52 अरब डॉलर रह गया रिजर्व

3.85 अरब डॉलर की गिरावट के बाद देश का विदेशी मुद्रा भंडार 2 साल के सबसे निचले स्तर 524.52 अरब डॉलर रह गया है.

Foreign Exchange Reserves: भारत का विदेशी मुद्रा भंडार पिछले दो साल के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया द्वारा जारी आंकड़े के मुताबिक 21 अक्टूबर को खत्म हुए हफ्ते में देश का विदेशी मुद्रा भंडार में 3.85 अरब डॉलर घटकर 524.52 अरब डॉलर रह गया है. जुलाई 2020 के बाद यह सबसे निचले स्तर पर है. इससे पिछले हफ्ते में विदेशी मुद्रा भंडार 4.50 अरब डॉलर की गिरावट के बाद 528.37 अरब डॉलर रह गया था. पिछले कई महीनों से विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट दर्ज की जा रही है.

एफसीए और गोल्ड रिजर्व में भी गिरावट

आरबीआई द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार 21 अक्टूबर को समाप्त सप्ताह में मुद्राभंडार का महत्वपूर्ण घटक मानी जाने वाली फॉरेन करेंसी एसेट्स (FCA) 3.593 अरब डॉलर घटकर 465.075 अरब डॉलर रह गई है. इसके साथ ही देश के गोल्ड रिजर्व 24.7 करोड़ डॉलर घटकर 37,206 अरब डॉलर रह गया. केंद्रीय बैंक के मुताबिक स्पेशल ड्राइंग राइट्स (SDRs) 70 लाख डॉलर बढ़कर 17.44 अरब डॉलर हो गया है.

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रुपये में गिरावट को रोकने के प्रयास जारी

विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट की प्रमुख वजह अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये की गिरावट को रोकने के लिए RBI मुद्रा भंडार से मदद ले रहा है. अक्टूबर 2021 में देश का विदेश मुद्रा भंडार 645 अरब डॉलर के साथ सबसे ऊंचे स्तर पर था. आरबीआई द्वारा घरेलू करंसी के मूल्य को गिरावट से बचाने के लिए पिछले एक साल में अब तक 115 अरब डॉलर की बिकवाली कर चुका है.

विदेशी मुद्रा भंड़ार में गिरावट का असर

कोई भी देश जरूरत पड़ने पर अपने देश की करंसी में आई तेज गिरावट को रोकने के लिए विदेशी मुद्रा भंड़ार की मदद लेता है. हालांकि इसमें गिरावट के नुकसान भी हैं. अगर मुद्रा भंड़ार ज्यादा कम हो जाता है, तो करंसी में अनियंत्रित गिरावट हो सकती है. इससे आयात पर निर्भर देशों पर बुरा असर पड़ता है, क्योंकि करंसी में गिरावट की वजह से आयात पर दिये जाने वाली लागत बढ़ जाती है.

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