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स्टॉक एक्सचेंज में किसी व्यक्ति की कमाई कैसे करें?

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Explainer: क्‍या है स्‍टॉक मार्केट का Pump And Dump घोटाला? कैसे बचें इससे

नई दिल्‍ली. स्‍टॉक मार्केट (Stock Market) में निवेश करने वाला हर व्‍यक्ति बाजार से पूरी तरह वाकिफ नहीं होता है. यही कारण है कि अधिकतर निवेशक विशेषज्ञों की राय को शेयर बेचते और खरीदते समय काफी तव्‍वजो देते हैं. कुछ लोग खुद को बाजार सलाहकार बनकर निवेशकों की इसी आदत का फायदा उठाते हुए उनके साथ ठगी करते हैं. वे अपने द्वारा पहले से खरीदे गए शेयरों के बारे में गलत जानकारी देकर, निवेशकों का पैसा उनमें लगवाते हैं. कीमत बढ़ने पर खुद अपने शेयर बेच देते हैं. शेयर बाजार में इसे पम्‍प एंड डम्‍प (Pump and Dump) घोटाला कहा जाता है. पम्‍प एंड डम्‍प शेयर बाजार के सबसे पुराने घोटालों में शामिल है.

आज भी पम्‍प एंड डम्‍प के माध्‍यम से इनवेस्‍टर्स को चूना लगाया जा रहा है. टेलीग्राम, यूट्यूब, वॉट्सऐप जैसे प्लेटफॉर्म पर फर्जी शेयर टिप्स का गोरखधंधा खूब फलफूल रहा है. मार्केट गुरु के चोले में बैठे घोटालेबाज यहां फर्जी शेयर टिप्‍स के सहारे अपनी दुकान चला रहे हैं. जनवरी 2022 में ही सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) ने टेलीग्राम (Telegram) पर ‘बुल रन’ नाम से चल रहे चैनल पर शिकंजा कसा था. इस चैनल को 6 लोग चला रहे थे. ये पहले खुद शेयर खरीदते थे फिर ग्रुप में डालकर प्राइस बढ़ने का इंतजार करते थे और प्राइस के बढ़ते ही इन शेयरों को बेच देते थे. ऐसा करके इन 6 लोगों ने 2.84 करोड़ रुपए का अवैध लाभ कमाया था.

क्‍या है पंप एंड डंप घोटाला?

इस घोटाले का अंजाम देने वाले लोगों को बस एक ही मकसद होता है- पहले शेयरों के दाम खूब बढ़ाओ, फर्जी टिप्‍स देकर भोले-भाले निवेशकों को उन्‍हें खरीदने को राजी करो और फिर एक दिन मुनाफा काटकर निकल लो. एक रणनीति के तहत ये फर्जी मार्केट गुरु पहले से बल्क में कुछ शेयर खरीदकर बैठे होते हैं. फिर ये टेलीग्राम, यूट्यूब, वॉट्सऐप और फेसबुक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इन शेयरों को खरीदने की सलाह देते हैं.

ये खुद भी थोड़ी खरीदारी करते रहते हैं, ताकि शेयर में हलकी तेजी बनी रहे. ठगों के मंसूबों से अनजान आम निवेशक लगातार तेजी देखकर शेयर में पैसा लगाते हैं. इससे शेयरों के दाम कई गुना बढ़ जाते हैं. फिर पहले से कौड़ियों के भाव शेयर खरीदे बैठे ये ठग प्रॉफिट बुक कर निकल जाते हैं. बड़ी मात्रा में शेयर बिक्री से शेयर का भाव औंधे मुंह गिर जाता है. इससे आम निवेशक को खूब घाटा होता है और उसके पास सिवाय पछताने के कुछ नहीं बचता है. कुछ मामलों में तो शेयर में 90 फीसदी तक गिरावट दर्ज की गई. ऐसे कुछ घोटाले ही सामने आ पाते हैं. अधिकतर मामले दबे ही रह जाते हैं.

ऐसे बचें धोखे से

स्‍टॉक मार्केट में पैसा लगाने वाले निवेशकों को इस बात की गांठ बांध लेनी चाहिए कि स्टॉक मार्केट में पैसा लगाकर रातों-रात अमीर नहीं बना जा सकता. अगर वास्‍तव में कुछ अच्छा है तो वह आगे भी अच्‍छा ही रहेगा. इसलिए जल्‍दबाजी में कोई निवेश निर्णय न लें. ट्विटर, यूट्यूब, वाट्सऐप आदि पर मिले टिप्स पर तुरंत न तो शेयर बेचें और न ही खरीदें.

अगर आपको किसी कंपनी में निवेश करने के टिप्स मिल रहे हैं तो सबसे पहले कंपनी के बारे में जानकारी लें. आमतौर पर स्‍कैमर अनजान सी कंपनियों के शेयर खरीदने को कहते हैं. इनके शेयर सस्‍ते भी होते हैं और कंप‍नी के बारे में भी ज्‍यादा जानकारी पब्लिक डोमेन में नहीं होती है. इसीलिए हमेशा किसी भी कंपनी के शेयरों में पैसा लगाने से पहले छानबीन जरूर कर लें. अगर आप शेयर बाजार में निवेश करने के मामले में नए हैं तो सीधे शेयरों में निवेश की बजाय म्यूचुअल फंड्स या ईटीएफ से निवेश शुरू करें.

कहां करें शिकायत?

SEBI और दोनों बड़े स्टॉक एक्सचेंज BSE और NSE की साइट पर ऐसे टिप्स की शिकायत के लिए ईमेल आईडी और फोन नंबर दिए गए हैं. [email protected] या +91 8291833676. आप शिकायत कर सकते हैं. शिकायतों के आधार पर बीएसई और एनएससी ऐसी संदिग्ध कंपनियों की लिस्ट बनाते और उसमें नए नाम जोड़ते जाते हैं, जिनमें निवेश के टिप्स ज्‍यादा सर्कुलेट हुए हों. सेबी या एक्‍सचेंजों को अगर बड़ी गड़बड़ लगती है तो ऐसी कंपनियों में तब तक के लिए ट्रेडिंग भी रोक दी जाती है, जब तक वे विवादों से पूरी तरह उबर नहीं जाती है.

शेयर मार्केट क्या है ? कैसे काम करता है ? What Is Share Market In Hindi

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दोस्तों आपने कही न कही शेयर मार्केट (Share Market), सेंसेक्स (Sensex), निफ्टी (Nifty), NSE, BSE जैसे शब्दों के बारे में सुना होंगा। समाचार पत्रों, न्यूज़ चैनलों आदि में सुना होंगे की आज शेयर मार्केट में गिरावट आई , आज सेंसेक्स इतने अंक ऊपर बंद हुआ , आज निफ़्टी इतने अंक निचे बंद हुआ। तो क्या आपके मन में इन सभी के बारे में जानने की जिज्ञासा होती है। तो आइये आज की इस पोस्ट में जानते है शेयर मार्केट क्या है (What Is Share Market In Hindi), सेंसेक्स (Sensex) क्या है ? निफ्टी (Nifty) क्या है ? NSE, BSE क्या है। शेयर मार्केट कैसे काम करता है (How does stock market work?) जैसे शेयर मार्केट के बारे में बहुत सारी जानकारी।

शेयर मार्केट क्या है (What Is Share Market In Hindi)

दोस्तों हर एक वस्तु विशेष को खरीदने – बेचने के लिए एक बाज़ार (Market) होता है जैसे शब्जी के लिए अलग बाजार , कपड़ो का बाजार , घर के काम की वस्तु के लिए बाजार , इसी तरह से कंपनियों के शेयर (shear) को खरीदने बेचने के लिए शेयर मार्केट (Share Market) होता है। यह दूसरे अन्य बाजारों की तरह ही सामान्य बाजार होता है जंहा से आप शेयर को खरीद और बेच सकते है और बिच का मुनाफा कमा सकते है।

लेकिन शेयर मार्केट (Share Market) में ऐसे दुकाने नहीं लगती बल्कि यह सब ऑनलाइन चलता है. शेयर बाजार में आप अपने हिसाब से शेयर को, पैसे देकर खरीदते है और जब उन शेयर की कीमत बढ़ जाती है तब उन्हें बेचकर पैसे कमा सकते है, इसके अलावा ट्रेडिंग, सेल ट्रेडिंग से भी पैसे कमा सकते है। इसके लिए आपके पास एक बैंक सेविंग अकाउंट, ट्रेडिंग आकउंट और शेयर को खरीदने बेचने के लिए किसी एक ब्रोकरेज कम्पनी में डीमैट खाता खोलना होता है। जैसे की Groww, एंजेल ब्रोकिंग, अप्सटॉक, 5 पैसा, Zerodha आदि ऐसे कई कंपनिया है जहा आप शेयर खरीदने बेचने के लिए खाता खोल सकते है। यह सब कैसे काम करता है इसके बारे में भी हम आगे बात करेंगे। पहले इसके कुछ और जरुरी बातो को समझते है।

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शेयर मार्केट कैसे काम करता है (How does stock market work)

दोस्तों ये तो आप अच्छे से समझते होंगे की किसी भी कंपनी, बिज़नेस को चलाने, तरक्की करने के लिए पैसो की भी ज्यादा जरुरत होती है। जब कोई कंपनी मार्केट में आती है तो उसका एक उद्देश्य होता है। कौन सा प्रोडक्ट बनाना है , कितनी क्षमता और कितनी मात्रा में बनाना है। उसके हिसाब से ही उसे पैसो की जरुरत भी होती है। अब कम्पनी को पैसो के लिए या तो लोन लेना होता है। या तो अपनी कंपनी की कुछ प्रतिशत हिस्सेदारी बेचकर पैसे बना सकती है और उस हिस्सेदारी को वह शेयर मार्केट में लिस्ट कर सकती है।

मान लीजिए किसी के पास एक अच्छा बिजनेस आइडिया है। लेकिन उस बिज़नेस आइडिआ को परिणाम देने के लिए पैसे नहीं है। ऐसे में वह अपनी कंपनी को SEBI (Securities and Exchange Board of India) के पास जाकर, कागजी कार्यवाही पूरी कर शेयर मार्केट (Share Market) में लिस्ट हो सकती है और वहा से अपने बिजनेस के लिए पैसे जुटा सकती है।

अब यहाँ शेयर का मतलब हिस्सा है. इसका मतलब जो कंपनियां शेयर मार्केट (Share Market) या स्टॉक मार्केट में लिस्टेड होती हैं उनकी हिस्सेदारी वह बेचती है। जब कोई निवेशक शेयर खरीदता है वो उस कंपनी में हिस्सेदार हो जाता है. ये हिस्सेदारी खरीदे गए शेयरों की संख्या पर निर्भर करती है. शेयर खरीदने और बेचने का काम ब्रोकर्स करते है यह शेयरहोल्डर्स और कंपनी, बाजार में एक महत्पूर्ण कड़ी का काम करते है।

मान लो किसी कम्पनी को अपना बिज़नेस चलाने के लिए 10000 रुपये की जरुरत है। अब कंपनी अपने शेयर, उन्हके भाव के साथ बाजार में पेस करती है। कंपनी उतने ही शेयर बाजार में बेचती है जितने पैसो की उसे जरुरत हो और यह टोटल शेयर वेलु से 50% से कम ही होता है। तभी कंपनी के पास मालिकाना हक़ रहता है। अब जब कोई व्यक्ति उस कंपनी के शेयर खरीदता है तो उसे उस शेयर के भाव के आधार पर पैसे चुकाने होते है। अब यदि कंपनी अच्छा काम करती है, या और अधिक संख्या में लोग उस शेयर को खरीदने की जिज्ञासा जताते है तो उसके शेयर के भाव भी स्टॉक एक्सचेंज में किसी व्यक्ति की कमाई कैसे करें? बढ़ते है। और कंपनी अच्छा काम नहीं करती है तो उसके शेयर के भाव कम होते है। ऐसे में शेयर मार्केट में व्यक्ति शेयर खरीदकर और बेचकर पैसे बना सकता है। ऐसे में कंपनी को अपने बिजनेस को आगे बढ़ाने के लिए पैसे मिल जाते है और शेयर होल्डर्स को ख़रीदे और बेचे गए शेयर्स के बिच का मुनाफा।

किसी भी कंपनी को शेयर बाजार में लिस्ट होने के लिए अलग अलग मार्केट है उन मार्केट्स के नियमो के मुताबित कंपनी अपने आप को शेयर बाजार में लिस्ट कर सकती है। हमारे देश भारत की बात करे तो यह शेयर बाजार के लिए दो मार्केट उपलब्ध है। आइये इनके बारे में जानते है।

NSE Kya Hai ? एनएसई क्या है ?

NSE का मतलब या Full Form “national stock exchange” है। वर्ष 1992 में स्थापित, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) बाजार पूंजीकरण के मामले में भारत का सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है। एनएसई भारत में इलेक्ट्रॉनिक और पूरी तरह से स्वचालित व्यापार की प्रणाली में लाया गया पहला स्टॉक एक्सचेंज था। कुछ ही वर्षों में, व्यापार की इस इलेक्ट्रॉनिक प्रणाली ने प्राकृतिक शेयर प्रमाणपत्रों को शामिल करते हुए कागज आधारित शेयर ट्रेडिंग सिस्टम को पूरी तरह से बदल दिया है।

स्टॉक एक्सचेंज में एक बेंचमार्क इंडेक्स भी होता है जिसे निफ्टी (Nifty) के नाम से जाना जाता है। निफ़्टी के अंतर्गत सबसे अधिक कारोबार वाली 50 कंपनियों को सूचीबद्ध किया जाता है। और इनके मार्केट के आधार पर निफ़्टी (Nifty) के अंक ऊपर निचे होते है। इसके अलावा, एनएसई को थोक व्यापार की शर्तें पे दुनिया के सबसे बड़े एक्सचेंज के रूप में चुना गया है। स्टॉक एक्सचेंज में किसी व्यक्ति की कमाई कैसे करें? और नेशनल स्टॉक की ग्लोबल रैंक 11 है।

BSE Kya Hai ? बीएसई क्या है ?

BSE का मतलब या full Form “Bombay stock exchange” होता है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) नेशनल स्टॉक एक्सचेंज से भी पुराना शेयर मार्केट (Share Market) है। बीएसई ने वर्ष 1875 में “द नेटिव शेयर एंड स्टॉक ब्रोकर्स एसोसिएशन” के नाम से अपना परिचालन शुरू किया। यह बीएसई को पूरे एशिया में सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज बनाता है। एनएसई के विपरीत, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज केवल ओपन-क्राय सिस्टम से पूरी तरह से इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग (बोल्ट) में 1995 में स्थानांतरित हो गया।

निफ्टी की तरह ही बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का भी अपना बेंचमार्क इंडेक्स है जिसे सेंसेक्स (Sensex) के नाम से जाना जाता है। इस सूचकांक को पहली बार वर्ष 1986 में पेश किया गया था। इसके अंतर्गत मूलतः कारोबार की 30 कंपनियों के औसतन परिणामो को अंको में पेस कर प्रस्तुत किया जाता है। यह दुनिया का 12वा बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है.

शेयर कैसे ख़रीदा और बेचा जाता है (How to sell and buy shares)

दोस्तों शेयर मार्केट (Share Market) में शेयर खरीदने और बेचने के लिए आपके पास Demat Account और ट्रेडिंग आकउंट का होना बहुत जरुरी है। यह डीमैट आकउंट आप किसी भी ब्रोकरेज कंपनी से खोल सकते है आप इन्हे शेयर मार्किट अप्प भी कह सकते है जैसे की –

Stock Market में निवेश करने के लिए बैंक एकाउंट, Demat एकाउंट, Trading एकाउंट का होना अनिवार्य है. किसी भी ब्रोकरेज कंपनी में खाता खोलने के लिए आपको निम्न दस्तावेज लगेंगे।

  • PAN Card
  • Address Proof
  • Passport Size Photos
  • Account Check Book
  • 6 महीनो की अकाउंट ट्रांजेक्शन हिस्ट्री (किसी किसी कंपनी में)

इन दस्तावेजों की मदद से किसी भी ब्रोकरेज कम्पनी में आप अपना डीमैट खाता खुलवा सकते है। और जिसके बाद आपको अपने बैंक खाते से अपने ब्रोकरेज कम्पनी के वॉइलेट में पैसे डालने होंगे जिनसे आप शेयर खरीद और बेच सकते है। और इन पैसो को अपने बैंक खाते में निकाल भी सकते है। कुछ ब्रोकरेज कंपनियों के नाम मैंने आपको ऊपर दिए है जो आपको समय समय पर कौन से शेयर खरीदना है कौन से बेचना है। किस कंपनी में क्या चल रहा है पूरी जानकारिया देते रहते है। जो आपको इन्वेस्टमेंट में मदद करती है।

Share Market Books Hindi & English

शेयर बाजार को अधिक बारीकी से समझने के लिए आपको इन बुक्स को पढ़ना चाहिए।

दोस्तों उम्मीद करता हूँ आज की इस पोस्ट में आपको शेयर मार्केट क्या है (What Is Share Market In Hindi), सेंसेक्स (Sensex) क्या है ? निफ्टी (Nifty) क्या है ? NSE, BSE क्या है। शेयर मार्केट कैसे काम करता है (How does stock market work?) आदि शेयर बाजार के बारे में बेसिक जानकारिया मिली होंगी। इससे जुड़े आपको कोई सवाल हो तो आप कमैंट्स कर सकते है।

ऐसे करें Investment, होंगे कई फायदे!

ऐसे करें Investment, होंगे कई फायदे!

आज अपनी कमाई और संपत्ति के हिसाब से हर कोई कहीं न कहीं कोई निवेश यानी Investment जरूर करता है। यह एक वस्तु या संपत्ति होती है, जिसे आप भविष्य में आय कमाने के लिए खरीदते हैं या उपयोग करते हैं। इससे आपको अपने जीवन के मुश्किल दौर में भी काफी राहत मिलती है। इसलिए हर व्यक्ति को अपनी क्षमता के अनुसार कोई न कोई निवेश जरूर करना चाहिए।आइये जानते हैं इसके बारे में खास बातें -

क्या होता है निवेश (What is investment)

इसका आसान अर्थ यह होता है कि आप अपने पैसों या संपत्ति को किसी ऐसे जगह पर लगाना, जहाँ से आपको भविष्य में एक बेहतर रिटर्न हासिल हो। इसे आप अपनी एक संपत्ति भी मान सकते हैं, जो आपके पैसे को बढ़ाने का काम करते हैं।

इसे इस तरह से समझा जा सकता है कि मान लीजिए कि आपके पास 500 रुपये हैं और आप इसे कहीं निवेश कर देते हैं। यदि यह पैसा 5 वर्षों में 1000 रुपया बन जाता है, तो यह समझा जाता है कि यह आपके लिए फायदे का सौदा रहा। यदि 500 का 480 हो गया, तो इसे नुकसान माना जाता है।

इस तरह, निवेश (Investment) हमेशा जोखिमों से भरा होता है। इसलिए कहीं भी पैसा लगाने से पहले इसके बारे में अच्छी तरह से जान और समझ लें। अन्यथा आपको काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है।

क्या होता है स्मार्ट इन्वेस्टमेंट

कहीं भी निवेश करने के दौरान आपके मन में सबसे ज्यादा चिन्ता रिटर्न और जोखिमों को लेकर रखती है। लेकिन एक स्मार्ट इनवेस्टर को यह बात अच्छी तरह से पता होता है कि बाजार को लेकर कोई भी भविष्यवाणी करना खतरे से खाली नहीं है। छोटी अवधि वाले किसी भी इन्वेस्टमेंट पर अधिक फायदा या नुकसान हो सकता है। लेकिन अधिक रिटर्न की चाह रखने वाले लोग लंबी अविध के निवेश को चुनना पसंद करते हैं। इसे लेकर, बाजार में टाइम इन द मार्केट और टाइमिंग द मार्केट बेहद जरूरी है।

कई लोग बाजार में पैसा लगाते समय स्टॉक वैल्यू का अनुमान लगाने की कोशिश करते हैं। लेकिन इसमें जोखिम अधिक होता है। निवेश की इस रणनीति को ही टाइमिंग द मार्केट कहा जाता है। वहीं, ठीक इसके विपरीट कई लोग लंबी अवधि के लिए निवेश करते हैं। ऐसे लोग कोई अनुमान लगाए बिना स्टॉक खरीदते हैं कि बाजार में कब तेजी या मंदी होगी। इस रणनीति को टाइम इन द मार्केट कहा जाता है।

म्यूचुअल फंड में निवेश कैसे करें? (How to investment in mutual funds)

यदि आप पहली बार म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) में निवेश कर रहे हैं, तो इसके लिए कुछ बातों को ध्यान रखना जरूरी है। जैसे कि यदि आप पैसे लगा रहे हैं, तो इसका अर्थ यह नहीं है कि आपको इसका वैसा ही लाभ मिल सकता है, जैसा कि दावा किया जा रहा है। क्योंकि यह बिजनेस पूरी तरह से बाजार जोखिमों के अधीन है। इसलिए इसमें निवेश करने से पहले किसी जानकार से जरूर बात करें।

हालांकि इसमें बेहतर रिटर्न के लिए आप लंबी अवधि के निवेश को चुन सकते हैं। कई मायनों में यह बैंक एफडी से होता है। आप इसमें 100 रुपये से 500 रुपये की एसआईपी से भी शुरुआत कर सकते हैं.

बता दें कि इसमें निवेश करने के लिए आपको अपना एक डिमैट अकाउंट बनाना होगा। इसके लिए आप इंटरनेट पर उपलब्ध कई ऑनलाइन ट्रेडिंग ऐप का इस्तेमाल कर सकता है। इसके अलावा, इसे खुलवाने के लिए आप अपने आस पास के किसी एजेंट की भी मदद ले सकते हैं। यदि आप डिमैट अकाउंट से डायरेक्ट फंड में इन्वेस्टमेंट करते हैं, तो कमीशन कम या ना के बराबर लगता है।

लेकिन किसी इसे खुलवाने के लिए आप किसी एजेंट की मदद लेते हैं, तो इसे रेगुलर फंड कहा जाता है और आपको कमीशन एजेंट को भी देना होगा।

कहाँ कर सकते हैं निवेश

1. LIC - एलआईसी भारत की सबसे सुरक्षित और भरोसेमंद बीमा कंपनियों में से एक है। यदि आप कोई रिस्क लिए बिना ही और बिल्कुल आसान निवेश करने के लिए सोच रहे हैं, तो आप एलआईसी को चुन सकते हैं।

2. Mutual Fund - यह कम समय में बेहतर रिटर्न हासिल करने का एक बेहतर जरिया है। यदि आप 4-5 वर्षों में ही अच्छी आय हासिल करना चाहते हैं, तो इसे चुन सकते हैं।

3. FD - इसका अर्थ है - Fixed Deposit। यह एक कम जोखिम वाला निवेश साधन है, जो आपको अच्छा रिटर्न, कई पे-आउट विकल्प प्रदान करता है।

4. RD - इसका अर्थ है - Recurring Deposit। इसमें आपको बैंकों को हर महीने एक तय किस्त भरनी पड़ती है और आपको अच्छा रिटर्न भी हासिल होता है।

5. Share Market - शेयर मार्केट को स्टॉक मार्केट भी कहा जाता है। इसके जरिए आप कंपनियों के शेयर खरीदे और बेचे सकते हैं। बता दें कि पहले शेयरों की खरीद-बिक्री मौखिक बोलियों से होती थी। लेकिन अब सारा लेन-देन स्टॉक एक्सचेंज के नेटवर्क से जुड़े कंम्प्यूटरों के जरिये होता है। इसके लिए आप कई ऐप का इस्तेमाल कर सकते हैं।

6. Property - आज देश में प्रोपर्टी काफी महंगी हो गई है। यदि आपका बजट है, तो आप जमीन, घर जैसे चीजों में पैसे लगा कर काफी अच्छा रिटर्न हासिल कर सकते हैं।

7. Gold - आज सोने का भाव 50 हजार रुपये से भी अधिक हो चुका है और आने वाले समय में और महंगा ही होगा। ऐसे में आप सोने में भी काफी निवेश कर सकते हैं और अच्छा फायदा कमा सकते हैं।

8. Business - आज देश में छोटे-छोटे स्टार्टअप का भी चलन काफी बढ़ गया है। इसलिए आप बिजनेस सेक्टर में भी निवेश कर काफी अच्छा रिटर्न हासिल कर सकते हैं। जैसे - सोलर सेक्टर, फार्मिंग, डेयरी फार्मिंग, आदि।

9. Education - यदि आपके पास बजट है, तो आप शिक्षा के क्षेत्र में भी थोड़ा सा निवेश कर काफी अच्छी आय कमा सकते हैं। जैसे - ट्यूशन क्लासेस लेना, आदि।

10. Health - आज समय बहुत ही अनिश्चित है और अस्पताल यानी खर्चों का घर। इसलिए आज हर परिवार को स्वास्थ्य बीमा होना जरूरी है। इसके तहत आप हर महीने थोड़ी से राशि निवेश कर, भविष्य में बड़े खतरे से बच सकते हैं।

सोलर में करें निवेश

यदि आप कोई सोलर सेक्टर से जुड़ना चाहते हैं, तो यह काफी आसान है। इसमें आप कम निवेश के साथ ही जुड़ सकते हैं और हर महीने काफी अच्छी आय सुनिश्चित कर सकते हैं।

बता दें कि यदि आप बिना कोई पैसा लगाए इससे जुड़ना चाहते हैं, तो आप इसमें एक Influencer के रूप में काम कर सकते हैं। जुड़ने के लिए क्लिक करें - https://www.loomsolar.com/pages/become-an-affiliate-earn-money

वहीं, यदि आप बाजार से पहले ही जुड़े हुए हैं, तो आप एक डीलर के रूप में काम शुरू कर सकते हैं। इसके लिए आपको 1000 रुपये की फीस भरनी होगी।

अधिक जानने के लिए क्लिक करें - https://www.loomsolar.com/products/dealer-registration

इसके अलावा, यदि आप बाजार में डिस्ट्रीब्यूटर के रूप में अपनी पकड़ बना चुके हैं और कुछ नया करना चाहते हैं, तो आप इस सेक्टर में डिस्ट्रीब्यूटर के रूप में अपना काम शुरू कर सकते हैं। इसके लिए आपको बस 5000 रुपये की फीस भरनी होगी।

अपना सकते हैं सोलर सिस्टम भी

वहीं, इसके अलावा आप अपने घर में 3 किलोवाट से 5 किलोवाट तक का सोलर सिस्टम लगा कर, खुद को बिजली के मामले में काफी हद तक आत्मनिर्भर बना सकते हैं। इसमें आपको सिर्फ 3 से 5 लाख रुपये खर्च होंगे। इस पर आप टैक्स में भी सरकार से काफी राहत पा सकते हैं और आपको 25 वर्षों तक बिजली के लिए सोचने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

क्यों चुनें लूम सोलर?

आज लूम सोलर देश की सबसे प्रतिष्ठित और विश्वसनीय सोलर कंपनी है, जो उन्नत तकनीकों से लैस सोलर पैनल बनाने के साथ ही, लिथियम ऑयन बैटरी को भी बनाने के लिए जानी जाती है। यह एक कन्ज्यूमर ब्रांड है, जो ग्राहकों को एक ही छत के नीचे सारी सुविधाएं देती हैं।

बता दें कि मौजूदा समय में इस कंपनी से देश के हजारों लोग जुड़े हुए हैं और अपने इलाके में कंपनी के स्थानीय प्रतिनिधि के रूप में काम करते हुए, हर महीने एक अच्छी कमाई अर्जित कर रहे हैं।

निष्कर्ष

हमें यकीन है कि यह लेख आपके लिए बेहद मददगार साबित होगा। यदि आप सोलर सेक्टर में निवेश करना चाहते हैं और खुद को बिजली के मामले में आत्मनिर्भर बनाने के साथ ही, कमाई का भी एक बेहतर साधन विकसित करना चाहते हैं, तो अभी हमसे संपर्क करें। हमारे विशेषज्ञ आपकी मदद के लिए हमेशा ही तैयार रहते हैं।

शेयर बाजार क्या है | Share Market Basics In Hindi, Types Of Share Market

इस पोस्ट में हम Share Market याने शेयर बाजार की जानकारी जानेंगे, जैसे की, What is share market, Share market basics in hindi, शेयर बाजार क्या है, शेयर बाजार कितने प्रकार के होते है, Types of share market और शेयर मार्केट में पैसा कब और कैसे invest करना चाहिए, Stock market in hindi, इत्यादि।

उद्योग या व्यवसाय चलाने के लिए जो कैपिटल होना जरूरी है, वह उन्हें शेयर बाजार से मिलता है। यह शेयर बाजार किसी भी विकसित देश की अर्थव्यवस्था का महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। तो दोस्तों निचे हम Share Market, शेयर बाजार के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी जानेंगे।

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Table of Contents

शेयर बाजार क्या है – What Is Share Market In Hindi?

Share Market में शेयर को ख़रीदा और बेचा जाता है। Share का मतलब “हिस्सा” या “भाग” होता है, परन्तु शेयर बाजार की भाषा में बात करे तो Share का अर्थ होता है कंपनियों का हिस्सा लेना, किसी कंपनी का शेयर खरीदना याने उस कंपनी का हिस्सेदार या भागीदार बन जाना।

शेयर मार्केट को स्टॉक मार्केट भी कहा जाता है, इसके माध्यम से आम आदमी भी छोटे-बड़े उद्योग या व्यवसाय मे अपनी भागीदारी कर सकता है। लेकिन किसी को Share Market बहुत फायदा हो जाता है या फिर किसी को उसकी बहुत बड़ी कीमत भी चुकानी पडती है यानि नुकसान भी हो जाता है।

Share Market में किसी को शेयर की कीमत में मांग और आपूर्ति के सिद्धांत की वजह से उतार-चढ़ाव आ जाता है। शेयर स्टॉक एक्सचेंज में किसी व्यक्ति की कमाई कैसे करें? को स्टॉक एक्सचेंज में किसी व्यक्ति की कमाई कैसे करें? खरीदने के लिए अगर ज्यादा व्यक्ति रहे तो शेयर की कीमत बढ़ जाती है और जब शेयर को बेचने वाले की संख्या ज्यादा हो तो कीमत घटती जाती है।

Stock Market, Share Market For Beginners In Hindi

शेयर मार्केट याने Stock market यह एक ऐसी जगह है जहा पर शेयर को ख़रीदा जा सकता है और बेचा जा सकता है, यहा पर बहुत से लोग पैसे कमाकर अपना फायदा भी कर लेते है और कुछ लोगो को पैसे गवाना भी पड़ता है, इसलिए यहाँ पर सोच-समझ कर ही फैसला लेना चाहिए।

BSE (Bombay Stock Exchange) और NSE (National Stock Exchange) यह भारत में मुख्य रूप से दो स्टॉक एक्सचेंज में किसी व्यक्ति की कमाई कैसे करें? Stock Exchange है, जहा पर लोग शेयर खरीदते है और बेचते है।

Stock/Share की खरीदी- बिक्री करने के लिए शेयर ब्रोकर्स यानी शेयर दलाल की जरूरत पडती है, शेयर ब्रोकर्स किसी व्यक्ति या कंपनी को शेयर खरीदी और बिक्री करने का काम करता है और वह उसका कमीशन लेता है।

स्टॉक एक्सचेंज, ब्रोकर और निवेशक यह शेयर बाजार की तीन कडियाँ है। शेयर बाजार में ब्रोकर स्टॉक एक्सचेंज के सदस्य होते है और सिर्फ वो ही स्टॉक एक्सचेंज में ट्रेडिंग कर सकते हैं। शेयर ब्रोकर्स याने शेयर दलाल की मदद से शेयर को ख़रीदा या बेचा जाता है। ग्राहक हो या कंपनी वह खुद शेयर खरीद या बेच नही सकते, इसलिए शेयर बाजार में हिस्सा लेना है तो शेयर दलाल की बहुत जरूरत होती है।

शेयर मार्केट के प्रकार – Types Of Share Market In Hindi

शेयर मार्केट के मुख्यतः Primary Share Market और Secondary Share Market यह दो प्रकार होते है, इसका सविस्तर विश्लेषण नीचे दिया गया है:

Primary Share Market – प्राथमिक शेयर मार्केट

Primary Share Market यह शेयर मार्केट का पहला प्रकार है। सबसे पहले कंपनी अपने शेयर्स की स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टिंग करवाकर अपने शेयर को बेचती है, पर इसके लिए उन्हें पहले IPO (Initial Public Offering) लाना पड़ता है।

इसमे IPO लाने के बाद तय किये गये मूल्य पर अपने शेयर पब्लिक को ख़रीदने के लिए उपलब्ध किये जाते है। कंपनियां प्राथमिक बाजार के माध्यम से निवेशकों तक पहुँचने के लिए स्टॉक एक्सचेंज जैसे BSE, NSE और ब्रोकर की मदद लेते हैं।

किसी कंपनी को IPO (Initial Public Offering) के लिए जाना है, तो उस समय उसको पूरी जानकारी देनी होती है जैसे की, Promoters, Financials, Businesses, अपने शेयर या स्टॉक और उनकी कीमत आदि।

Secondary Share Market – द्वितीयक शेयर मार्केट

जब शेयर मार्केट में पैसा इन्वेस्ट करने की बात आती है, तो हम Secondary Share Market की ही बात करते है, क्योकि इन द्वितीयक शेयर मार्केट में ही हम पैसा लगाते है। इस प्रकार के मार्केट में पहले से ही लिस्टेड कंपनी के शेयर की खरेदी बिक्री होती है।

द्वितीयक शेयर बाजार में एक स्टॉक या शेयर की कीमत देख कर उसे ख़रीदा या बेचा जाता है, लेकिन उसके फायदे या नुकसान के साथ उस शेयर की ख़रीदा या बिक्री होती है। इसमे भी ब्रोकर या दलाल की मदद से ही खरेदी-बिक्री होती है। अगर किसी निवेशक गुंतवणूकदार को शेयर बाजार से बाहर निकलना है. तो वह अपना शेयर किसी ओर को बेचकर शेयर मार्केट से बाहर निकल सकता है ऐसा भी इस प्रकार के मार्केट में होता है।

शेयर बाजार में इन्वेस्टमेंट कैसे करें – How To Invest In Share Market

How to Money Invest in Share Market: शेयर मार्केट में हम पैसा इन्वेस्ट तो करना चाहते है, पर इन्वेस्ट करने से पहले ही हमारे सामने बहुत से सवाल खड़े हो जाते हैं जैसा कि, हमे कहां निवेश याने Invest करना चाहिए और कैसे करना है या Invest करने पर हमारे साथ कोई धोखा तो नहीं होगा। इन सब बातो का ख्याल रखकर ही शेयर बाजार में हम आसानी से निवेश कर सकते हैं।

1. Share Market में आने के लिए आपको स्टॉक ब्रोकर, शेयर्स को होल्ड करने के लिए Demat Account और शेयर्स को रोज खरीदने और बेचने के लिए ट्रेडिंग अकाउंट की जरूरत होती है। तो सबसे पहले इन जरूरतों स्टॉक एक्सचेंज में किसी व्यक्ति की कमाई कैसे करें? को पूरा करने के लिए आपको स्टॉक ब्रोकर ऐसा चुनना चाहिए, जो कम से कम कमीशन ले और आपको अच्छी सेवा भी प्रदान करे।

2. शेयर बाजार को एक बिज़नेस की तरह समझना चाहिए और आपको उसी कंपनी का शेयर ख़रीदना है, जिसका बिज़नेस अच्छा हो और आपको समझ में आये।

3. शेयर बाजार में इन्वेस्ट करने से पहले आपको अपनी आर्थिक स्तिथि को भी समझ लेना चाहिए, जैसे की अपनी financial situation क्या है, कमाई और रिक्स लेने की क्षमता, इत्यादी। सिर्फ पैसे लगाना ही सबकुछ नही होता है बल्कि आपको पहले अपनी financial plan के बारे में भी सोचना पड़ता है।

4. Share Market याने Stock market की सबसे महत्वपूर्ण बात यह है की, आपको शेयर बाजार के बारे में पूरी और सही जानकारी होना बहुत जरूरी है। आपको कोई भी फैसला जल्दबाजी में नही लेना चाहिए वरना आपको इसकी बहुत बडी कीमत चुकानी पड़ सकती है।

5. शेयर मार्केट में किसी को भी कोई शेयर खरीदना और बेचना है तो उसके लिए हमेशा एक स्टॉक ब्रोकर या शेयर दलाल की जरूरत होती है। जब आप शेयर बाजार में निवेश या Invest करने के लिए स्टॉक ब्रोकर की मदद लेते है, तो सबसे पहले आपको उनके पास से दो अकाउंट खोलने पड़ते है Demat Account और Trading Account, यह अकाउंट खोलने के बाद स्टॉक एक्सचेंज में किसी व्यक्ति की कमाई कैसे करें? आप आसानी से कोई भी शेयर की खरेदी-बिक्री कर सकते है।

6. जब कभी भी आपको शेयर बाजार में Invest या निवेश करना है, तो सबसे पहले उस कंपनियों की हालातों के बारे में सब बाते जानना बहुत जरूरी है।

7. शेयर बाजार में शेयर विकास का दर कम हो या महँगाई दर ज्यादा हो, तो उस वक्त बड़ी कंपनियों पर नजर रखें, क्योंकि ऐसी स्थिति में छोटी कंपनियों के मुकाबले में बड़ी कंपनियों के शेयर अच्छी स्थिति में होते हैं।

तो दोस्तों आशा करते है की आपको What is share market, Share market basics in hindi, शेयर बाजार क्या है, शेयर बाजार कितने प्रकार के होते है, Types of share market और शेयर मार्केट में पैसा कब और कैसे invest करना चाहिए, Stock market in hindi, इत्यादि की सही जानकारी मिली होंगी। यदि आपको हमारी यह पोस्ट अच्छी लगी तो हमें comments करके बताये और अपने दोस्तों में जरुर शेअर करे।

ईटीएफ के बारे में यहां जानिए अपने हर सवाल का जवाब

इंडेक्‍स फंडों की तरह ईटीएफ अमूमन किसी खास मार्केट इंडेक्स को ट्रैक करते हैं. इनका प्रदर्शन उस इंडेक्‍स जैसा होता है.

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  1. ईटीएफ क्‍या है?
    एक्‍सचेंज ट्रेडेड फंड यानी ईटीएफ शेयर बाजार में लिस्‍ट और ट्रेड होने वाले फंड हैं. न्यू फंड ऑफर यानी एनएफओ की अवधि के दौरान फंड हाउस से खरीदने के लिए ये उपलब्‍ध होते हैं. एनएफओ के बाद फंड की यूनिटें शेयर बाजार पर लिस्‍ट होती हैं. फिर इन्‍हें वहां से खरीदा और बेचा जा सकता है.
  2. ईटीएफ के कितने प्रकार होते हैं?
    इंडेक्‍स फंडों की तरह ईटीएफ अमूमन किसी खास मार्केट इंडेक्स को ट्रैक करते हैं. इनका प्रदर्शन उस इंडेक्‍स जैसा होता है. यह इंडेक्स निफ्टी ईटीएफ जैसा शेयर मार्केट इंडेक्‍स हो सकता है या गोल्‍ड ईटीएफ जैसा कमोडिटी इंडेक्स या बॉन्‍ड ईटीएफ के तौर पर बॉन्‍ड मार्केट. एसेट मैनेजमेंट कंपनी ईटीएफ लॉन्‍च करती हैं. इन्‍हें किसी अन्‍य म्‍यूचुअल फंड स्‍कीम की तरह ही पेश किया जाता है.
  3. ईटीएफ में निवेश के लिए क्‍या शर्त है?
    ईटीएफ में निवेश के लिए डीमैट के साथ ट्रेडिंग अकाउंट का होना जरूरी है. कोई व्यक्ति 3-इन-1 अकाउंट खोलने का भी विकल्प चुन सकता है. इसमें बैंक अकाउंट के साथ डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट की सुविधा मिलती है. इस तरह आप ज्यादा कुशलता के साथ एक ही जगह अपने निवेश को मैनेज कर पाते हैं. इस अकाउंट को खोलने के लिए एक फॉर्म भरना पड़ता है. साथ ही केवाईसी दस्तावेज भी जमा करने पड़ते हैं.
  4. ईटीएफ में निवेश का क्‍या तरीका है?
    कारोबारी घंटों के दौरान ईटीएफ की मनचाही यूनिटें खरीदकर निवेश किया जा सकता है. निवेशक अपने ब्रोकर को निवेश का इंस्‍ट्रक्‍शन दे सकते हैं या ब्रोकर की ओर से उपलब्‍ध कराए जाने वाले ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म का इस्‍तेमाल कर निवेश कर सकते हैं.
  5. ईटीएफ कैसे काम करते हैं?
    जिस तरह दूध के दाम बढ़ जाने से पनीर और घी महंगे हो जाते हैं. ठीक वैसे ही ईटीएफ में भी इंडेक्स के चढ़ने-उतरने का असर होता है. यानी ईटीएफ का रिटर्न और रिस्क बीएसई सेंसेक्स जैसे इंडेक्स या सोने जैसे एसेट में उतार-चढ़ाव पर निर्भर करता है.
  6. ईटीएफ का रिटर्न कैसा होता है?
    ईटीएफ के पोर्टफोलियो में तमाम तरह की प्रतिभूतियां होती हैं. इनका रिटर्न इंडेक्स जैसा होता है.
  7. ईटीएफ में कैसे होती है खरीद-बिक्री?
    ईटीएफ की पेशकश पहले एनएफओ के रूप में होती है. फिर ये शेयर बाजार में लिस्ट होते हैं. एनएफओ किसी एसेट मैनेजमेंट कंपनी की नई स्कीम होती है. इसके जरिये कोई म्यूचुअल फंड कंपनी शेयरों, सरकारी बॉन्ड जैसे इंस्ट्रूमेंट में निवेश करने के लिए निवेशकों से पैसे जुटाती है. ट्रेडिंग पोर्टल या स्टॉक ब्रोकर के जरिये शेयर बाजार पर ईटीएफ की खरीद-फरोख्त होती है.

- दिन में खरीदे गए ईटीएफ के मूल्‍य और दिन के समाप्‍त होने पर ईटीएफ की एनएवी में अंतर हो सकता है. इसका कैलकुलेशन ईटीएफ में शामिल प्रतिभूतियों के बंद भाव के आधार पर होता है.

इस पेज की सामग्री सेंटर फॉर इंवेस्टमेंट एजुकेशन एंड लर्निंग (सीआईईएल) के सौजन्य से. गिरिजा गादरे, आरती भार्गव और लब्धि मेहता का योगदान.

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