अनुबंध मात्रा

भाषा रातोंरात नहीं बनती। उसका विकास हजारों वर्षों तक चली प्रक्रिया से होता है। भाषा सिर्फ संवाद, कम्युनिकेशन का माध्यम या कैरियर की सीढ़ी नही होती । भाषा व्यक्ति और मनुष्यता को संस्कारित करती है, परवरिश करती है । भाषा समाज के प्रति दृष्टिकोण को ढालती है । वह एक तरह से एक टूल होती है, समझने बूझने का, विश्लेषण करने का अनुबंध मात्रा और बाद में उसे संचित कर औरों तक पहुंचाने का।
अनुबंध कृषि : किसान और व्यापारी के बीच विवादों के समाधान के लिए सरकार ने जारी किए नियम
अनुबंध कृषि (Contract Farming) से जुड़े विवादों के समाधान के लिए केंद्र सरकार ने नियम ओर प्रक्रिया जारी की है। अधिसूचित नियमों के अनुसार, सब-डिवीजनल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) दोनों पक्षों से समान प्रतिनिधित्व वाले सुलह बोर्ड का गठन करके विवाद को हल किया जाएगा। मीडिया में प्रकाशित खबरों के अनुसार एक अधिकारी ने बताया कि सुलह बोर्ड की नियुक्ति की तारीख से 30 दिनों के भीतर सुलह की प्रक्रिया पूरी अनुबंध मात्रा होनी चाहिए। यदि सुलह बोर्ड विवाद को हल करने में विफल रहता है, तो या तो पार्टी उप-विभागीय प्राधिकरण से संपर्क कर सकती है, जिसे उचित सुनवाई के बाद आवेदन दाखिल करने के 30 दिनों के भीतर मामले का फैसला करना होगा।
किसान 30 दिनों के भीतर कर सकते हैं अपील दायर
अनुबंध कृषि (Contract Farming) नियमों को लेकर अधिकारी ने कहा कि इस तरह के आदेश के तीस दिनों के भीतर, किसान खुद जाकर या इलेक्ट्रॉनिक प्रारूप में अपीलीय प्राधिकारी के पास अपील दायर कर सकते हैं। संबंधित पक्षों को सुनवाई का उचित अवसर देने के बाद, प्राधिकरण को ऐसी अपील दायर करने की तारीख से 30 दिनों के भीतर मामले का निपटान करना होगा। अधिकारी ने कहा कि अपीलीय अधिकारी द्वारा पारित आदेश में सिविल कोर्ट के निर्णय का बल होगा। पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में किसान इस कृषि कानून अनुबंध मात्रा के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं, जिसका उद्देश्य किसानों को उनकी फसल खराब होने पर सुनिश्चित मूल्य की गारंटी देना है।
क्या है कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग (Contract Farming) और इसे लेेकर किसान में क्यूं बना हुआ है डर
अनुबंध पर खेती का मतलब अनुबंध मात्रा ये है कि किसान अपनी जमीन पर खेती तो करता है, लेकिन अपने लिए नहीं बल्कि किसी और के लिए। कॉन्ट्रैक्ट खेती में किसान को पैसा नहीं खर्च करना पड़ता। इसमें कोई कंपनी या फिर कोई आदमी किसान के साथ अनुबंध करता है कि किसान द्वारा उगाई गई फसल विशेष को कॉन्ट्रैक्टर एक तय दाम में खरीदेगा। इसमें खाद, बीज से लेकर सिंचाई और मजदूरी सब खर्च कॉन्ट्रैक्टर के होते हैं। कॉन्ट्रैक्टर ही किसान अनुबंध मात्रा को खेती के तरीके बताता है। फसल की क्वालिटी, मात्रा और उसके डिलीवरी का समय फसल उगाने से पहले ही तय हो जाता है। हालांकि कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग किसानों के लिए लाभकारी साबित हो सकती है।
बता दें कि गुजरात में बड़े पैमाने पर कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग हो रही है। महाराष्ट्र और दक्षिण भारत के कई राज्यों में अनुबंध पर खेती की जा रही है और इस खेती के अच्छे परिणाम सामने आ रहे हैं। इसके बावजूद देश के कई राज्यों में किसान इसका विरोध कर रहे हैं, किसानों को डर है कि कॉन्ट्रैक्ट फॉर्मिंग कानून किसी भी विवाद के मामले में बड़े कॉर्पोरेट और कंपनियों का पक्ष लेंगे। इस आशंका को खारिज करते हुए, अधिकारी ने कहा कि किसानों के हित में कृषि कानूनों का गठन किया गया है। अधिकारी ने कहा कि एक समझौते में प्रवेश करने के बाद भी, किसानों को अपनी पसंद के अनुसार कॉन्ट्रैक्ट को समाप्त करने का विकल्प होगा। हालांकि, अन्य पक्ष-किसी भी कंपनी या प्रोसेसर-को समझौते के प्रावधानों का पालन करना होगा। वे दायित्वों को पूरा किए बिना कॉन्ट्रैक्ट से बाहर नहीं निकल सकते है।
Mulank 5 Jyotish 12 November 2022 Numerology Prediction: मूलांक 5 वाले अनुबंध मात्रा अनुबंध मात्रा आज करियर में करेंगे उन्नति, दिखावे से रहें सतर्क
- नई दिल्ली,
- 12 नवंबर 2022,
- (अपडेटेड 12 नवंबर 2022, 4:00 AM IST)
मूलांक 5: जिन लोगों का जन्म 5, 22 या 23 तारीख को हुआ है, उनका मूलांक 5 है.
नंबर 5- 12 नवंबर 2022 का मूलांक 3 और भाग्यांक 2 है. अंक 5 के लिए हर्ष आनंद बनाए रखने वाला दिन है. नवीन अनुबंध गति पाएंगे. करियर व्यापार में विश्वसनीयता रखेंगे. उल्लेखनीय प्रयास बनाए रखेंगे. व्यक्तिगत मामले पक्ष में रहेंगे. परिजन सहयोगी रहेंगे. पेशेवरों से तालमेल बढ़ाएंगे. सभी का साथ समर्थन बना रहेगा. कामकाजी मामलों में सक्रियता रखेंगे. अंक 5 के व्यक्ति यंत्रों के संचालन में दक्ष होते हैं. अनुशासन और बुद्धिमत्ता से उच्च स्थान प्राप्त करते हैं. आज इन्हें पेशेवरता पर जोर बनाए रखना चाहिए. साहस संपर्क को बल मिलेगा. कार्यगति बेहतर रखेंग. समझदारी से काम लेगे. नियंत्रण बढ़ाएंगे.
SSC Junior Engineer Exam Date 2022 Selection Process
कर्मचारी चयन आयोग ने एसएससी जूनियर अनुबंध मात्रा इंजीनियर भर्ती 2022 की चयन प्रक्रिया में निम्नलिखित चरण शामिल अनुबंध मात्रा हैं।
- Tier-1 Written Exam CBT)
- Tier-2 (Descriptive Paper)
- Document Verification
- Medical Examination
SSC JE 2022 Exam Pattern
कर्मचारी चयन आयोग ने “जूनियर इंजीनियर, (सिविल, यांत्रिक, विद्युत और मात्रा सर्वेक्षण और अनुबंध) भर्ती 2022 की परीक्षा के लिए निम्नलिखित Exam Pattern शामिल हैं।
SSC JE Tier-1 Exam Pattern 2022
SSC JE Tier-2 (Subjective Paper) Exam Pattern 2022
Subject | Marks | Time |
Part-A: General Engineering (Civil & Structural) or Part-B: General Engineering (Electrical) or Part-C: General Engineering (Mechanical) | 300 | 2 Hours |
अनुबंध मात्रा
अमित शाह की अध्यक्षता वाली संसदीय समिति की रिपोर्ट ने भाषा के संबंध में अब तक की मान्य, स्वीकृत और संविधानसम्मत नीति को उलट कर पूरे देश पर जबरिया हिंदी थोपने का रास्ता खोलने की आशंका साफ़ - साफ़ सामने ला दी है। इस समिति की दो सिफारिशें इस इरादे को स्पष्ट करती हैं। इस रिपोर्ट की एक सिफारिश कहती है कि "देश में तमाम तकनीकी तथा गैर तकनीकी संस्थानों में पढ़ाई तथा अन्य गतिविधियों अनुबंध मात्रा का माध्यम हिंदी होनी चाहिए और अंगरेजी को वैकल्पिक बनाया जाना चाहिए।"
इसी रिपोर्ट की एक अन्य सिफारिश सरकारी विज्ञापनों के बजट का 50 प्रतिशत हिंदी भाषी विज्ञापनों के लिए आरक्षित करने की है। इस सिफारिश के इंडिया दैट इज भारत पर क्या प्रभाव होंगे इन पर नजर डालने से पहले इसके असली मंतव्य को देखना सही होगा।
ट्विटर में फिर से हुई बड़ी छंटनी, रिपोर्ट में दावा- कॉन्ट्रैक्ट पर काम कर रहे 4400 कर्मचारियों को कंपनी ने नौकरी से निकाला
Highlights ट्विटर में फिर बड़ी अनुबंध मात्रा छंटनी होने की खबर सामने आई है। दावा है कि 4400 कांट्रैक्टचुअल यानी संविदा पर काम करे रहे कर्मचारियों की छंटनी हुई है। रिपोर्ट में यह भी दावा किया जा रहा है कि कर्मचारियों को बिना बताए उन्हें कंपनी से निकाला जा रहा है।