निधि का वर्गीकरण

और उन मानदंडों को उनके पोर्टफोलियो के साथ मेल खाना चाहिए यह अन्य धन की तुलना में अधिक जोखिम भरा है।
म्यूचुअल फंड वर्गीकरण - Mutual Fund Classification
एक योजना को अपने निवेश के उद्देश्य पर विकास योजना, आय योजना या संतुलित योजना के रूप में भी वर्गीकृत किया जा सकता है। ऐसी योजनाएं ओपन एंडेड या क्लोज-एंडेड स्कीम हो सकती हैं। इस तरह की योजनाओं को मुख्य रूप से निम्नानुसार वर्गीकृत किया जा सकता है।
इक्विटी फंड उच्च रिटर्न प्रदान करते हैं और साथ ही किसी भी अन्य फंड की तुलना में यह अधिक जोखिम भरा होता है। दीर्घकालिक निवेश के उद्देश्य के लिए,
एक निवेशक को इक्विटी में निवेश करने की सलाह दी जाती है। निम्न स्तर के जोखिम के तहत विभिन्न प्रकार के इक्विटी फंड हैं:
1. आक्रामक विकास फंड पूंजी सराहना का अधिकतम लाभ फंड प्रबंधकों के लिए मंत्र है। इसलिए वे अत्यधिक उगाई गई कंपनियों की इक्विटी में निवेश करते हैं और सट्टा निवेश में कम निवेश करते हैं। इक्विटी की सट्टा प्रकृति में निवेश से उच्च जोखिम हो सकता है।
निधि का वर्गीकरण
एक वृत्तचार्ट, किसी संगठन की क .
एक वृत्तचार्ट, किसी संगठन की कुल निधि के वर्गीकरण को निधियों के विभिन्न स्रोतों के अनुसार दर्शाता है । कम्पनी कर के लिए वृत्तचार्ट का एक विशेष क्षेत्र, केन्द्र पर 108° का कोण बनाता है । कम्पनी कर से कुल निधि के लिए आय की प्रतिशतता क्या है ?
निधि अंशदान
10 (1) एक ग्राहक निलंबन की अवधि के दौरान या सेवानिवृत्ति पर सेवानिवृत्ति की तारीख से चार महीने पहले को छोड़कर फंड की मासिक सदस्यता लेगा:
बशर्ते कि एक ग्राहक लिखित में एक विकल्प बनाने के बाद, उन महीनों के दौरान सदस्यता नहीं ले सकता है, जिसमें ग्राहक पूरे महीने के लिए आधे वेतन अवकाश पर है या महीने के कम से कम आधे महीने के लिए बिना वेतन के असाधारण छुट्टी पर है।
(2)एक ग्राहक, नियम ३० के अनुसार , निधि में अपने क्रेडिट के राशि वापस ले लेता है, जब तक और जब तक ग्राहक ड्यूटी पर नहीं लौटता, तब तक इस तरह की निकासी के बाद फंड की सदस्यता नहीं लेंगे।
11 (1)ग्राहक की राशि ग्राहक निम्न शर्तों के अधीन तय की जाएगी, -
(a) यह पूरे रुपये में व्यक्त किया जाएगा।
(b) यह किसी भी राशि को व्यक्त किया जा सकता है, लेकिन यह सात प्रतिशत से कम नहीं हो सकता है और न ही उसके परिलब्धियों से अधिक हो सकता है:
भविष्य निधि का वर्गीकरण निधि के खाते से 100 लोगों ने निकाला पैसा
इलाहाबाद ब्यूरो
Updated Sat, 11 Apr 2020 12:57 AM IST
लॉकडाउन की वजह से बेरोजगार हुए कर्मचारियों को अब अपने भविष्य निधि का सहारा है। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के प्रयागराज कार्यालय के अंतर्गत 100 लोग अग्रिम भुगतान प्राप्त भी कर चुके हैं। इसके अलावा कई अन्य ने आवेदन किया है। भुगतान की प्रक्रिया सरल करने तथा पहचान पत्र को लेकर आ रही दिक्कतों को दूर करने के लिए संगठन की ओर से साफ्टवेयर में भी बदलाव किए गए हैं।
केंद्र सरकार ने घोषणा की है कि कर्मचारी अपने भविष्य निधि खाते से तीन महीने के वेतन एवं महंगाई भत्ता या कुल जमा के 75 फीसदी में से जो कम हो (अधिकतम 45 हजार रुपये) उसका अग्रिम भुगतान प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए पिछले महीने ही आवेदन शुरू हो गया था। आवेदकों की संख्या का अनुमान इससे ही लगाया जा सकता है कि पूरे देश में अब तक एक लाख 37 हजार कर्मचारियाें को भुगतान हो चुका है। इन्हें दो अरब 79 करोड़ 65 लाख से अधिक का भुगतान हुआ है। इसके अलावा बड़ी संख्या में कर्मचारी अब भी कतार में हैं। प्रयागराज में भी करीब 100 कर्मचारियों को अग्रिम भुगतान किया जा चुका है।
शुरुआती दिनों में तकनीकी खामियों की वजह से भुगतान में देरी हो रही थी। इन खामियों को दूर करने के साथ साफ्टवेयर में भी बदलाव निधि का वर्गीकरण किए गए हैं। इसके तहत डाक्यूमेंट की उपलब्धता के आधार पर आवेदनों का वर्गीकरण किया गया है। जिनके आधार कार्ड तथा अन्य डाक्यूमेंट पूरे हैं, उनके आवेदन सीधे लेखा अनुभाग में चले जाएंगे। इनके अलावा जिनमें छोटी गलतियाें को तत्काल दूर किया जा रहा है। यह पूरी प्रक्रिया ऑटोमैटिक है। इसमें मैनुअल कम से कम है। सहायक निदेशक अकील अहमद सिद्दीकी ने बताया कि पूरी प्रक्रिया काफी आसान हो गई है। पैसा सही खाते में जाए इसका ध्यान रखकर जल्द से जल्द भुगतान की कोशिश की जा रही है।
जन्मदिन में अंतर तो आधार कार्ड होगा मान्य
आवेदन में सबसे अधिक दिक्कत जन्म तिथि तथा नाम की स्पेलिंग को लेकर हैं। ऐसे मामलों में यह देखा जा रहा है कि कहीं गलत आदमी को भुगतान तो नहीं हो रहा। इसकी जांच के बाद आधार कार्ड में दर्ज विवरण को ही सही मानकर भुगतान किया जा रहा है।
जलसंस्थान कर्मचारियों को वाहन भत्ता निधि का वर्गीकरण दिए जाने की मांग
देहरादून ब्यूरो
Updated Fri, 25 Feb 2022 12:47 AM IST
उत्तराखंड जल संस्थान कर्मचारी संगठन संयुक्त मोर्चा ने सचिव पेयजल निगम को ज्ञापन प्रेषित किया है। ज्ञापन में उन्होंने उत्तराखंड जल संस्थान कर्मचारियों को अन्य राज्य कर्मचारियों की भांति वाहन भत्ता अनुमन्य करने और भविष्य निधि धनराशि में भी अन्य राज्य कर्मचारियों की भांति सात प्रतिशत ब्याज दिए जाने की व्यवस्था करने की मांग की है। कहा कि अगर उनकी मांगों पर कार्रवाई नहीं होती है तो मोर्चा आंदोलन को बाध्य होगा।
ज्ञापन में प्रदेश महामंत्री रमेश बिंजोला ने कह कि राज्य के सभी कर्मचारियों को वाहन के वर्गीकरण के आधार पर दिया जा रहा है। लेकिन जलसंस्थान के कर्मचारियों को वाहन भत्ता नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने पेयजल सचिव से मांग की है कि अन्य कर्मचारियों की भांति जलसंस्थान के कर्मचारियों को भी वाहन भत्ता दिया जाए। साथ ही उन्होंने कहा कि जलसंस्थान कर्मचारियों के भविष्य निधि धनराशि को सेविंग खातों के रूप में संचालित किया जा रहा है। जिन पर बैंक तीन प्रतिशत ब्याज दे रहे हैं। जबकि राजकीय कर्मचारियों और अन्य निगमों के कर्मचारियों को भविष्य निधि धनराशि पर सात प्रतिशत ब्याज मिल रहा है। इससे जलसंस्थान कर्मचारियों को भारी आर्थिक नुकसान हो रहा है। उन्होंने कहा कि अगर दोनों मांगों पर कार्रवाई नहीं की जाती है तो मोर्चा आंदोलन को बाध्य होगा।