डीमैट खाता खोलने की प्रक्रिया

डीमैट अकाउंट क्या है, इसके प्रकार और Demat Account खोलने की प्रक्रिया 2022
जब कुछ साल पहले आप किसी कंपनी के शेयर खरीदते थे, तो वो कंपनी आपको उन शेयर से जुड़े कुछ कागज़ात भेजती थी। वो कागज़ इस बात का सबूत होते थे की आपने उस कंपनी में निवेश किया है, कंपनी में शेयर खरीद रखें है पर Demat Account के आगमन के बाद से सब बदल सा गया है।
अब किसी भी कंपनी में शेयर खरीदने के बाद यानि किसी कंपनी में निवेश करने पर आपको जो सर्टिफिकेट और आपके शेयर की जानकारी इसी डीमैट अकाउंट के द्वारा दी जाती है। आप अपने मोबाइल में डीमैट अकाउंट लॉगिन करके ऑनलाइन सारी जानकारी देख सकते हैं। आइये जानते हैं, इसकी पूरी जानकरी विस्तार से.
आखिर ये डीमैट अकाउंट क्या है और ये इतना जरुरी क्यूँ है ?
जब कोई पहली बार बॉन्ड, स्टॉक, शेयर या सम्बंधित अन्य चीजों में निवेश करने का निर्णय लेते हैं, तो उनके सामने एक नया शब्द आता है Demat Account. डीमैट से आपके सारे दस्तावेज सुरक्षित रहते हैं, आप ट्रेडिंग से जुड़े धोखाधड़ी के नुकसान से भी राहत मिलती है इससे आप आसानी से लोन भी ले सकते हैं और ऑनलाइन ट्रेडिंग से समय की काफी बचत होती है। आप आसानी से शेयर्स को ट्रैक कर सकते हैं। यदि आप भी शेयर बाजार की यात्रा शुरू करना चाहते हैं, तो आज ही अपना डीमैट खाता खोलें।
डीमैट खाता का अर्थ क्या है या यह आपकी सहायता कैसे कर सकता है। इस बारे में तो इस पोस्ट में चर्चा आगे करेंगे, उससे पहले कुछ महत्वपूर्ण बाते आपको जान लेनी चाहिए ।
डीमैट अकाउंट क्या है ?
” शेयर खरीदने, बेचने और शेयर की जानकारी रखने के लिए जिस प्लेटफार्म की आवश्यकता होती है उसे डीमैट अकाउंट ( Demat Account ) कहते हैं। “
डीमैट अकाउंट यानि डीमटेरियलाइज्ड अकाउंट एक प्रकार का अकाउंट है जो किसी निवेशक के पास शेयर और सिक्योरिटीज़ की संख्या रिकॉर्ड करता है। सिक्योरिटीज़ एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) द्वारा यह अनिवार्य है कि शेयर ट्रांज़ैक्शन ( शेयर की खरीद – बिक्री ) से पहले आपके पास एक डीमैट अकाउंट हो। डीमैट अकाउंट में कुछ न्यूनतम शुल्क जैसे डीमैट ओपनिंग फीस, वार्षिक मेंटेनेंस शुल्क (एएमसी), कस्टोडियन फीस और ट्रांज़ैक्शन शुल्क शामिल हैं।
अकाउंट धारक डिपॉजिटरी प्रतिभागी के मध्यस्थता के साथ डीमैट अकाउंट का संचालन करता है। डिपॉजिटरी के कामकाज, रेगुलेशन और निरीक्षण को भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) द्वारा नियंत्रित किया जाता है।
ऑनलाइन स्टॉक ट्रेडिंग में डिपॉजिटरी एक महत्वपूर्ण फर्म है। यह एक ट्रेडर या निवेशक को बहुत ही कम समय में डीमैट अकाउंट से स्टॉक / शेयर बेचने की अनुमति देता है।
उदहारण : डीमैट अकाउंट क्या है ?
जिस प्रकार आपका किसी बैंक में अकाउंट होता है, ठीक उसी प्रकार बहुत सारी कंपनी है, जो डीमैट अकाउंट खोलती है। फर्क इतना सा होता है, बैंक अकाउंट में पैसे जमा रखते हैं, demat account में आपके द्वारा खरीदे गए कम्पनीज़ के शेयर होते हैं। बैंक में पैसे जमा करके पैसे निकालते हैं तो वहीं इसमें पैसे से शेयर खरीदते हैं और शेयर बेच कर पैसे कमाते हैं।
जिस तरह आप किसी एटीएम से पैसे निकाल सकते हैं, वैसे आप शेयर भौतिक रूप से नहीं निकाल सकते हैं, हाँ किसी व्यक्ति को बेचते हैं तो शेयर का पैसा आपके demat account से लिंक बैंक अकाउंट में आता है।
डीमैट अकाउंट के प्रकार
मुख्य रूप से 3 प्रकार के डीमैट अकाउंट होते हैं। डीमैट अकाउंट का उपयोग भारतीय निवासियों और गैर-निवासी भारतीयों (NRI) द्वारा किया जा सकता है। अपनी आवासीय स्थिति के आधार पर, इन्वेस्टर उनके लिए उपयुक्त डीमैट अकाउंट चुन सकते हैं।
- रेगुलर डीमैट अकाउंट : रेगुलर डीमैट अकाउंट केवल निवेशकों के लिए उपलब्ध हैं जो आवासीय भारतीय हैं। नियमित डीमैट अकाउंट उन निवेशकों के लिए उपयुक्त है जो अपने स्वयं के शेयरों से निपटते हैं। नियमित डीमैट अकाउंट निवेशकों को शेयरों के त्वरित ट्रांज़ैक्शन करने की अनुमति देता है।
- रिपेट्रिएबल डीमैट अकाउंट : रिपेट्रिएबल डीमैट अकाउंट NRI के लिए है। नियमित डीमैट अकाउंट धारकों के विपरीत, प्रत्यावर्ती डीमैट अकाउंट धारकों को डीमैट अकाउंट के साथ अपने NRE (अनिवासी बाहरी) अकाउंट को लिंक करना होता है। NRI को विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम के नियमों का पालन करना होता है।
- नॉन-रिपेट्रिएबल डीमैट अकाउंट : नॉन-रिपेट्रिएबल डीमैट अकाउंट NRI के लिए उपलब्ध दूसरा डीमैट अकाउंट विकल्प है। हालांकि, नॉन-रिपेट्रिएबल डीमैट अकाउंट NRI को विदेश में फंड ट्रांसफर करने की अनुमति नहीं देता है। प्रभावी ऑपरेशन के लिए डीमैट अकाउंट से अपने NRO (नॉन-रेजिडेंट ऑर्डिनरी) सेविंग अकाउंट को लिंक करने के लिए इन्वेस्टर को अपने NRO (नॉन-रेजिडेंट ऑर्डिनरी) सेविंग अकाउंट की आवश्यकता होती है। Note : NRI की स्थिति प्राप्त करने से पहले, नियमित डीमैट वाले इन्वेस्टर बिना किसी शेयर के भारत छोड़ने के बाद नॉन-रिपेट्रिएबल डीमैट अकाउंट कैटेगरी में ट्रांसफर कर सकते हैं या नए अकाउंट को पूरी तरह से खोलने का विकल्प चुन सकते हैं।
Demat Account खोलने की प्रक्रिया
डीमैट खाता खोलना बिल्कुल आसान है। यह दो तरीकों से किया जा सकता है: ऑफ़लाइन और ऑनलाइन। आइए यहाँ हम ऑनलाइन डीमैट खाता कैसे खोलें, इस पर नजर डालते है। नोट : Demat Account खोलने से पहले शेयर मार्केट से पैसे कैसे कमाए जरुर पढ़ लें। ताकि आपको ट्रेडिंग से सम्बंधित सभी चीजों का ज्ञान हो।
यहां पर ऑनलाइन डीमैट खाता खोलने के लिए कुछ चरण दिए गए हैं:
Step 1. अपनी पसंदीदा डीपी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं। जैसे : Angel One, Zerodha, ICICI Direct, Upstox और अन्य।
Step 2. अपना नाम, फोन नंबर और निवास के शहर के लिए पूछने वाले सरल लीड फॉर्म को भरें, इसके बाद आपको अपने पंजीकृत मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी प्राप्त होगा।
Step 3. आपके सामने एक नया पेज खुलेगा जहाँ ओटीपी दर्ज करें। अपने केवाईसी विवरण जैसे कि जन्म तिथि, पैन कार्ड विवरण, संपर्क विवरण, बैंक खाता विवरण भरें।
Step 4. आपका डीमैट खाता अब खुल गया है! आपको डीमैट खाता नंबर जैसे विवरण अपने ईमेल और मोबाइल पर प्राप्त होंगे।
Step 5. इसके बाद आपको सभी अनुप्रयोगों के डीमैट खाता खोलने की प्रक्रिया लिए आवश्यक केवाईसी विवरण प्रदान करना होता है।
स्वीकृत केवाईसी दस्तावेजों की सूची
एक डीमैट खाता खोलने के लिए, आपको कुछ दस्तावेजों की आवश्यकता होगी,आपको पहचान के एक प्रमाण और पते के एक प्रमाण की आवश्यकता होगी। यहां स्वीकृत दस्तावेजों की एक सूची दी गई है जो इसके लिए कार्य कर सकती है:
पहचान का प्रमाण
2. ड्राइविंग लाइसेंस
5. बिजली/फोन बिल की सत्यापित प्रति
8.केंद्रीय या राज्य सरकारी निकाय द्वारा जारी एक फोटो आईडी कार्ड
9.आईसीएआई, आईसीडब्ल्यूएआई, आईसीएसआई, बार परिषद आदि, तस्वीर के साथ जारी पहचान पत्र
पते का प्रमाण
4. ड्राइविंग लाइसेंस
5. बैंक पासबुक/ बैंक स्टेटमेंट
6. छुट्टी और लाइसेंस अनुबंध/बिक्री का अनुबंध
7. आवासीय टेलीफोन/बिजली बिलों की सत्यापित प्रतियां
8. उच्च न्यायालय/सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों द्वारा स्व-घोषणा
9. केंद्रीय या राज्य सरकारी निकाय द्वारा जारी किए गए पते के साथ एक फोटो आईडी कार्ड
10. आईसीएआई, आईसीडब्ल्यूएआई, आईसीएसआई, बार काउंसिल आदि द्वारा जारी किया गया, तस्वीर और पते के साथ पहचान पत्र।
Demat Account Opening: जानें कैसे ऑनलाइन Demat अकाउंट खोला जाता है, स्टेप बाई स्टेप प्रोसेस है यहां
Demat Account Opening: शेयर बाजार की दुनिया में उतरने के लिए डीमैट अकाउंट की सबसे पहले जरूरत पड़ती है और आपके पास इसके लिए कई ऑप्शन हैं. यहां आप जान सकते हैं कि डीमैट अकाउंट कैसे खोल सकते हैं.
By: ABP Live | Updated at : 23 Nov 2021 04:35 PM (IST)
Edited By: Meenakshi
डीमैट खाता कैसे खोलें
Demat Account: घरेलू शेयर बाजार को देखें तो फिलहाल की गिरावट को छोड़कर ये निवेशकों को शानदार रिटर्न देने में कामयाब रहा है लिहाजा कई निवेशक शेयर बाजार में निवेश करना चाहते हैं. हालांकि इसके लिए क्या प्रोसेस है, इसकी जानकारी से वो अगर ठीक से परिचित नहीं हैं डीमैट खाता खोलने की प्रक्रिया तो स्टॉक मार्केट में इंवेस्ट करने में दिक्कत आएगी. SEBI का आदेश है कि सभी तरह के शेयर ट्रेडिंग के लिए फिजिकल या ऑनलाइन मोड से डीमैट खाता खुलवाना जरूरी है. यहां हम बता रहे हैं कि शेयर बाजार में पैसा लगाने के लिए जिस डीमैट अकाउंट की जरूरत है, उसे कैसे खोला जा सकता है.
कैसे खोलें Demat अकाउंट
यहां हम ऑनलाइन तरीके से डीमैट अकाउंट खोलने की प्रक्रिया के बारे में बता रहे हैं जिसको 18 साल से ऊपर की उम्र का कोई भी शख्स खोल सकता है. डिजिटल तरीके से
डीमैट या ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए पहले फैसला कर लें कि आप किस कंपनी या ब्रोकरेज फर्म के जरिए ये खाता खोलना चाहते हैं.
किन डॉक्यूमेंट की पड़ेगी जरूरत
इसके लिए PAN, एक बैंक अकाउंट, आपका आइडेंटिटी कार्ड और एड्रेस प्रूफ का डॉक्यूमेंट आपको लगाना होगा.
कैसे खोलें डीमैट अकाउंट
पहले तय किए गए ब्रोकर की वेबसाइट पर जाएं और अकाउंट खोलने के लिए डिजिटल फॉर्म भरें. फॉर्म में आपको नाम, पता, परमानेंट अकाउंट नंबर और उस अकाउंट की डीटेल्स डालनी हैं जिन्हें ट्रेडिंग या डीमैट खाते से लिंक करना है. आपको यहीं पर अपने लिए सबसे सूटेबल प्लान को सेलेक्ट करने की भी जरूरत होगी.
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डॉक्यूमेंट अपलोड से लेकर अन्य जानकारी
आधार, कैंसिल्ड चेक और पैन की स्कैन कॉपी यहां फॉर्म में अपलोड करने की जरूरत होती है और आपकी फोटो के साथ स्कैंड दस्तखत की भी जरूरत हो सकती है. एक बार जानकारी सबमिट की जाने के बाद स्कैंन्ड डॉक्यूमेंट और इन पर्सन वेरिफिकेशन हो जाने के बाद आपका डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खुल जाता है.
डीमैट खाते से जुड़ी खास बात
डीमैट खाते को जीरो अकाउंट बैलेंस के साथ भी खोला जा सकता है और इसमें मिनिमम बैलेंस डालने की कोई आवश्यकता नहीं है.
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Published at : 23 Nov 2021 04:35 PM (IST) Tags: Investment shares Stocks Mutual fund demat account हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi
ट्रेडिंग और डीमैट खाता ऑनलाइन कैसे खोलें? – अब सिर्फ 15 मिनट में अकाउंट खोलें!
ट्रेडिंग और डीमैट खाता खोलना इन दिनों काफी सुविधाजनक है, और अलाइस ब्लू के साथ बहुत आसान है। वह कैसें?
निचे दिए गए विषयो के माध्यम से जानें!
विषय:
ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट कैसे बनाएं?
भारत में, आप ऑनलाइन या ऑफलाइन ट्रेडिंग और डीमैट खाता खोल सकते हैं। ऑफलाइन प्रक्रिया की तुलना में ऑनलाइन खाता खोलना कहीं अधिक सुविधाजनक और तेज है।
इसके साथ ही, आइए हम ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों खाता प्रक्रियाओं के बारे में विस्तार से जानें।
ट्रेडिंग और डीमैट खाता ऑनलाइन कैसे खोलें।
यदि आपका मोबाइल नंबर आधार से जुड़ा हुआ है, तो आप ऑनलाइन ट्रेडिंग और डीमैट खाता खोल सकते हैं।
ट्रेडिंग डीमैट खाता खोलने की प्रक्रिया और डीमैट खाता खोलने की प्रक्रिया
- सबसे पहले, हमारी वेबसाइट पर जाएँ और Open an Account पर क्लिक करें।
- अपना नाम, ईमेल, मोबाइल नंबर और राज्य भरें और Open an Account पर क्लिक करें।
- अपना पैन कार्ड विवरण और जन्म तिथि भरें। (जन्मतिथि पैन कार्ड के अनुसार होनी चाहिए)
- उन उत्पादों का चयन करें जिनका आप व्यापार करना चाहते हैं और ₹500 का भुगतान करें।
- अपना स्थायी पता विवरण दर्ज करें।
- अपने बैंक खाते को ट्रेडिंग खाते से लिंक करें।
- अपना व्यक्तिगत और वित्तीय विवरण दर्ज करें। अपलोड करें।
- डीमैट प्रोफाइल और ब्रोकरेज योजना का चयन करें।
- अपने चेहरे के साथ कैमरे की ओर अपना पैन दिखाकर एक IPV (इन-पर्सन वेरिफिकेशन) प्रदान करें।
- अपने आधार को अपने मोबाइल नंबर से सत्यापित करके दस्तावेजों पर ई-हस्ताक्षर करें।
- आपका खाता 24 घंटे के भीतर सक्रिय हो जाएगा।
- आप यहां खाता सक्रियण स्थिति की जांच कर सकते हैं।
ऑनलाइन ट्रेडिंग और डीमैट खाता खोलने के लिए आवश्यक दस्तावेज।
ऑनलाइन डीमैट खाता खोलते समय आपके पास निम्नलिखित दस्तावेजों की सॉफ्ट कॉपी होनी चाहिए:
- पहचान प्रमाण (पैन कार्ड अनिवार्य)
- पता प्रमाण (आधार, मतदाता पहचान पत्र, पासपोर्ट, आदि)
- पासपोर्ट साइज फोटो
- आय प्रमाण (नवीनतम छह महीने का बैंक स्टेटमेंट, नवीनतम आईटीआर (ITR) कॉपी, तीन महीने की वेतन पर्ची)
- हस्ताक्षर की स्कैन की गई कॉपी
ट्रेडिंग और डीमैट खाता ऑफलाइन कैसे खोलें?
- केवाईसी (KYC) फॉर्म डाउनलोड करें।
- एक प्रिंटआउट लें और सभी विवरण भरें। डीमैट खाता खोलने की प्रक्रिया
- अगर आपको खाता खोलने का फॉर्म भरने में मदद चाहिए तो आप हमें (+91 8061575500, +91 8045490850) पर कॉल कर सकते हैं।
- खाता खोलने के दस्तावेजों की एक स्व-सत्यापित प्रति संलग्न करें।
- केवाईसी (KYC) फॉर्म पर हस्ताक्षर करें और हार्ड कॉपी अलाइस ब्लू कॉर्पोरेट कार्यालय के पते पर भेजें।
ट्रेडिंग और डीमैट खाता ऑफलाइन खोलने के लिए आवश्यक दस्तावेज।
ऑफ़लाइन खाता खोलने के लिए आपको दस्तावेजों की निम्नलिखित स्व-सत्यापित प्रति की आवश्यकता है:
ट्रेडिंग और डीमैट खाता खोलने का शुल्क
- खाता खोलने का शुल्क: ₹ 0/-
- एएमसी (AMC) शुल्क: ₹400/- प्रति वर्ष।
एक बार जब आप खाता खोल लेते हैं तो आप शेयर खरीद सकेंगे लेकिन शेयरों को बेचने के लिए आपको पावर ऑफ अटॉर्नी ( POA) नामक एक दस्तावेज जमा करना होगा।
यह क्या है? जानने के लिए पढ़ते रहिये…
खाता खोलने की प्रक्रिया के बाद
पावर ऑफ अटॉर्नी (POA) एक सीमित स्तर की अनुमति है जो आप हमें (ब्रोकर) डीमैट खाते से शेयर डेबिट करने के लिए देते हैं जब भी आप शेयर बेचते हैं।
यदि आपने POA जमा नहीं किया है, तो आप सीडीएसएल टीपिन मोड (CDSL TPIN Mode) का उपयोग करके शेयर बेच सकेंगे। इस मॉडल में प्रति दिन अधिकतम ₹1 करोड़ की बिक्री और लेनदेन का प्रतिबंध है।
यदि आपके पास ₹ 1 करोड़ से अधिक का पोर्टफोलियो है और आप एक दिन में अपनी होल्डिंग से ₹ 1 करोड़ से अधिक स्टॉक बेचना चाहते हैं, तो आपको हमें POA भेजना होगा।
आपका खाता सक्रिय होने पर आपको डाक द्वारा POA फॉर्म प्राप्त होगा या आप यहां पीओए (POA) फॉर्म पा सकते हैं।
Vinayak Hagargi
Vinayak is Impressively Enthusiastic about Financial Markets, Research & Curating Layman-Friendly Content. He has been Successfully Contributing to the Financial Markets for over 2 years & has written over 100+ articles. He aims to continue sharing his knowledge to empower newbies with Relatable, & Easy to Understand Content.
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Attention Investors
Prevent unauthorized transactions in your account update your mobile number/ email Id with your Stock Broker. Receive information of your transactions directly from Exchange on your mobile / email id at the end of the day."
Procedure to file a complaint on SEBI SCORES : Register on SCORES portal. Mandatory details for filing complaints on SCORES: Name, PAN, Address, Mobile Number, E-mail ID. Benefits: Effective Communication, Speedy redressal of the grievances
Investments in securities market are subject to market risks, read all the related documents carefully before investing.
For queries regarding account opening or activation, email to [email protected] and for fund updates, email to [email protected]
Disclaimer : Prevent unauthorised transactions in your account. Update your mobile numbers/email IDs with your stock brokers. Receive information of your transactions directly from Exchange on your mobile/email at the end of the day. Issued in the interest of investors. All clients have to update their email id and mobile number with Member : Investor Grievance [email protected]
KYC is a one time exercise while dealing in securities markets - once KYC is done through a SEBI registered intermediary (broker, DP, Mutual Fund etc.), you need not undergo the same process again when you approach another intermediary. No need to issue cheques by investors while subscribing to IPO. Just write the bank account number and sign in the application form to authorise your bank to make payment डीमैट खाता खोलने की प्रक्रिया in case of allotment. No worries for the refund as the money remains in investor's account.
शेयरों में निवेश शुरू करना चाहते हैं? जानिए कैसे खोलें डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट
अब आप फिजिकल डॉक्यूमेंट जमा किए बगैर ऑनलाइन ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं. शेयरों में निवेश के लिए इन्हें खुलवाना जरूरी है.
डिजिटल फॉर्म भरें
पहले ब्रोकर की वेबसाइट पर जाएं. फिर अकाउंट खोलने का फॉर्म भरें. इसमें आपको नाम, पता, पैन और उस बैंक अकाउंट की डीटेल्स भरनी होंगी जिन्हें डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट से जोड़ना है. साथ ही सबसे उपयुक्त ब्रोकरेज प्लान को सेलेक्ट करने की जरूरत होती है.
डॉक्यूमेंट अपलोड करें
आधार, पैन, कैंसिल्ड चेक जैसे डॉक्यूमेंट की स्कैन कॉपी अपलोड करने की जरूरत पड़ती है. निवेशक की तस्वीर के साथ स्कैन किए हुए सिग्नेचर की भी जरूरत हो सकती है.
इन-पर्सन वेरिफिकेशन
इन-पर्सन वेरिफिकेशन ब्रोकर करते हैं. इसे डिजिटल कॉल या व्यक्ति की वीडियो रिकॉर्डिंग के माध्यम से किया जाता है. इसके लिए निवेशकों को स्क्रीन पर दिए जाने वाले निर्देशों का पालन करने के लिए कहा जाता है.
आधार ई-वेरिफिकेशन
व्यक्ति अब दोबारा फॉर्म चेक करके उसे जमा कर सकता है. इस फॉर्म को ओटीपी के जरिये आधार ऑथेंटिकेशन प्रक्रिया का इस्तेमाल करते हुए इलेक्ट्रॉनिक तरीके से साइन किया जा सकता है. एक बार जमा की गई जानकारी, स्कैंन्ड दस्तावेज और आईपीवी हो जाने पर डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खुल जाता है. आप ट्रेडिंग अकाउंट में फंड ट्रांसफर कर सकते हैं और किसी अन्य डीमैट अकाउंट में रखी गई प्रतिभूतियों को नए अकाउंट में ला सकते हैं.
किन बातों का रखें ध्यान
- ब्रोकरेज फर्मों के अलग-अलग प्लानों का अध्ययन करें और तुलना करें कि कौन सबसे अच्छे रेट और सर्विस ऑफर कर रहा है.
- डिस्काउंट ब्रोकर्स के ब्रोकरेज चार्ज फुल सर्विस ब्रोकरों के मुकाबले कम होते हैं. फुल सर्विस ब्रोकर्स तमाम तरह की ऐड-ऑन सर्विस भी देते हैं. इनमें एडवाइजरी, ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म इत्यादि शामिल हैं.
इस पेज की सामग्री सेंटर फॉर इंवेस्टमेंट एजुकेशन एंड लर्निंग (सीआईईएल) के सौजन्य से. गिरिजा गादरे, आरती भार्गव और लब्धि मेहता का योगदान.
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डीमैट अकाउंट क्या है ?
डीमैट अकाउंट एक बैंक अकाउंट की तरह है, जिसमें आप शेयर सर्टिफिकेट और अन्य सिक्योरिटीज को इलेक्ट्रॉनिक फार्म में रख सकते हैं। डीमैट अकाउंट का मतलब डिमैटेरियलाइजेशन अकाउंट होता है। इसमें शेयर, बॉन्ड्स, गवर्नमेंट सिक्योरिटीज , म्यूचुअल फंड, इंश्योरेंस और ईटीएफ जैसे इन्वेस्टमेंट को रखने की प्रक्रिया आसान हो जाती है। इस अकाउंट के माध्यम से शेयरों और संबंधित डॉक्युमेंट्स के रखरखाव की परेशानियों दूर हो जाती हैं।
डीमैट अकाउंट का अर्थ हम एक उदाहरण के माध्यम से समझ सकते हैं। मान लीजिए आप कंपनी X का शेयर खरीदना चाहते है, शेयर खरीदने के साथ का वह आपके नाम पर ट्रांसफर भी होंगे। पहले आपको अपने नाम के साथ शेयर सर्टिफिकेट भी मिलते थे। जिसमें पेपर वर्क की कार्रवाई भी शामिल है। जितनी बार कोई शेयर खरीदा या बेचा जाता था तो उतनी बार सर्टिफिकेट बनाने पड़ते थे। इस कागजी कार्रवाई की प्रक्रिया को सरल और सुगम बनाने के लिए भारत ने एनएसई पर व्यापार के लिए 1996 में डीमैट अकाउंट प्रणाली की शुरुआत की।
आज के समय में कोई पेपर वर्क नहीं होती है और न ही कोई भैतिक प्रमाण पत्र जारी किया जाता है। इसलिए जब आप कंपनी X के शेयर खरीदते हैं, तो आपको जो भी मिलता है, वह आपके डीमैट अकाउंट में इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में एंटर हो जाता है। डीमैट एकाउंट को ऐसे ही आसान शब्दों में आप समझ गए होंगे।
यदि आप आज शेयर बाजार (एनएसई और बीएसई) या किसी अन्य सिक्योरिटीज में इन्वेस्ट करना चाहते हैं, तो डीमैट अकाउंट अनिवार्य है. आपके द्वारा किए जाने वाले ट्रेड और लेनदेन के इलेक्ट्रॉनिक सेटेलमेंट के लिए डीमैट अकाउंट नंबर अनिवार्य है.
डीमैट अकाउंट कैसे प्राप्त करें?
जब आप डीमैट अकाउंट के बारे में जान गए हैं, तो आइए जानते है डीमैट अकाउंट कैसे खोला जा सकता है। आप डीमैट अकाउंट नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (NSDL ) या सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज लिमिटेड (CSDL) के साथ खोल सकते हैं। ये डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट्स (DP) एजेंट नियुक्त करती हैं, जो स्वंय और इन्वेस्टर्स के बीच मध्यस्थ के डीमैट खाता खोलने की प्रक्रिया रूप में काम करती है। उदाहरण के रूप में एचडीएफसी बैंक एक डीपी है, जिसके साथ आप डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं। स्टॉकब्रोकर और फाइनेंसियल इंस्टीटूशन भी डीपी है। आप उनके साथ भी डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं।
जिस तरह से एक बैंक अकाउंट में पैसा होता है, उसी तरह से एक डीमैट अकाउंट आपके इन्वेस्टमेंट को इलेक्ट्रॉनिक फार्म में रखता है, जो लैपटॉप या स्मार्ट डिवाइस और इंटरनेट के साथ आसानी से एक्सेस हो सकता है। जिसको एक्सेस करने के लिए आपके पास एक यूनिक लॉगिन आईडी और पासवर्ड होना चाहिए। हालांकि, बैंक अकाउंट के विपरीत, आपके डीमैट अकाउंट में किसी भी प्रकार का 'न्यूनतम बैलेंस' होना आवश्यक नहीं है।
आप किसी भी डिपॉजिटर्स की वेबसाइट डीमैट खाता खोलने की प्रक्रिया पर जाकर उनकी डीपी की सूची प्राप्त कर सकते है। जिसके साथ आप डीमैट एकाउंट खोलना चाहते है। डीपी का चुनाव उनके वार्षिक शुल्क पर निर्भर होना चाहिए।
यह ध्यान देना चाहिए कि आप एक से अधिक डीमैट एकाउंट को एक डीपी के साथ न जोड़े। क्योंकि एक पैन कार्ड को कई डीमैट अकाउंट के साथ जोड़ा जा सकता है।
डीमैट अकाउंट का विवरण
आपका डीमैट अकाउंट खुलने के बाद सुनिश्चित करें, कि आपको अपने डीपी से निम्न विवरण प्राप्त किया :
डीमैट अकाउंट नंबर : सीडीएलएस के तहत यह बेनिफिशियरी आईडी' के रूप में जाना जाता है। यह मुख्यत 16 कैरेक्टर का मिश्रण है।
डीपी आईडी : यह आईडी डिपॉजिटर प्रतिभागी को दी जाती है। जो आपके डीमैट अकाउंट नंबर का हिस्सा है।
पीओए नंबर : यह पावर ऑफ अटॉर्नी एग्रीमेंट का हिस्सा है, जहां एक इन्वेस्टर दिए गए निर्देशों के अनुसार स्टॉक ब्रोकर को अपने अकाउंट को संचालित करने की अनुमति देता है।
ऑनलाइन एक्सेस के लिए आपको अपने डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट्स पर एक यूनिक लॉगिन आईडी और पासवर्ड भी मिलेगा।
डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट
डीमैट अकाउंट एक ट्रेडिंग अकाउंट के साथ होता है. जो शेयर बाजार में शेयर खरीदने औऱ बेचने के लिए जरूरी है. उदाहरण के रूप में एचडीएफसी बैक का एक डीमैट अकाउंट 3 इन 1 होता है, जिसमें सेविंग, डीमैट और ट्रेडिंग तीनों को जोड़ा जाता है.
लोग कभी-कभी डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट के बीच कंफ्यूज होते हैं कि वे एक जैसे नहीं हैं। एक डीमैट एकाउंट में आपके नाम के शेयरों और अन्य सिक्योरिटीज का विवरण होता है। शेयर खरीदने और बेचने के लिए, आपको एक ट्रेडिंग एकाउंट खोलना होगा। कई बैंक और ब्रोकर ऑनलाइन ट्रेडिंग सुविधाओं के साथ ट्रेडिंग एकाउंट की पेशकश करते हैं, जिससे आम इन्वेस्टर्स के लिए शेयर मार्केट में भाग लेना आसान हो जाता है।
डीमैट अकाउंट के प्रकार
अब हम डीमैट अकाउंट की परिभाषा समझ गए हैं। तो आइए डीमैट अकाउंट के प्रकारों को डीमैट खाता खोलने की प्रक्रिया देखें। यह मुख्य रूप से तीन प्रकार हैं:
रेगुलर डीमैट अकाउंट: यह उन भारतीय नागरिकों के लिए है जो, देश में रहते हैं।
रिपेट्रिएबल डीमैट अकाउंट: इस तरह का डीमैट अकाउंट प्रवासी भारतीयों (NRI) के लिए है, जो विदेशों में फंड ट्रांसफर करने सक्षम बनाता है। हालांकि, इस तरह के डीमैट अकाउंट को एनआरई बैंक अकाउंट से लिंक करने की जरूरत है।
नॉन-रिपेट्रिएबल डीमैट अकाउंट: यह भी एनआरआई के लिए है, लेकिन इस प्रकार के डीमैट अकाउंट के साथ, विदेशों में फंड ट्रांसफर करना संभव नहीं है। साथ ही इसे एनआरओ बैंक अकाउंट से भी लिंक कराना होगा।
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* इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य है और यह केवल सूचना के प्रयोजनों के लिए है। यह आपकी अपनी परिस्थितियों में विशिष्ट सलाह का विकल्प नहीं है।