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विदेशी मुद्रा व्यापार के क्या लाभ हैं

विदेशी मुद्रा व्यापार के क्या लाभ हैं

पतंजलि की पांच दवाओं पर लगाई गई रोक का आदेश दो ही दिन बाद वापस: रिपोर्ट

उत्तराखंड आयुर्वेद एवं यूनानी लाइसेंसिंग प्राधिकरण ने बीते 9 नवंबर को रामदेव की कंपनी पतंजलि की पांच दवाओं के उत्पादन और उनके विज्ञापनों पर रोक लगाने का आदेश जारी किया था और कंपनी से एक सप्ताह में जवाब मांगा था, लेकिन शनिवार को उक्त आदेश विदेशी मुद्रा व्यापार के क्या लाभ हैं को एक ‘त्रुटि’ बताते हुए वापस ले लिया गया. The post पतंजलि की पांच दवाओं पर लगाई गई रोक का आदेश दो ही दिन बाद वापस: रिपोर्ट appeared first on The Wire - Hindi.

उत्तराखंड आयुर्वेद एवं यूनानी लाइसेंसिंग प्राधिकरण ने बीते 9 नवंबर को रामदेव की कंपनी पतंजलि की पांच दवाओं के उत्पादन और उनके विज्ञापनों पर रोक लगाने का आदेश जारी किया था और कंपनी से एक सप्ताह में जवाब मांगा था, लेकिन शनिवार को उक्त आदेश को एक ‘त्रुटि’ बताते हुए वापस ले लिया गया.

देहरादून: उत्तराखंड आयुर्वेद विदेशी मुद्रा व्यापार के क्या लाभ हैं एवं यूनानी लाइसेंसिंग प्राधिकरण ने बुधवार (9 नवंबर) को बाबा रामदेव के पतंजलि उत्पादों का निर्माण करने वाली दिव्य फार्मेसी द्वारा बनाई जाने वाली पांच दवाओं के उत्पादन पर एक नोटिस जारी करके रोक लगा दी थी.

दिव्य फार्मेसी को पांच दवाओं का उत्पादन रोकने के निर्देश देते हुए उसे उनकी मंजूरी लेने के लिए अपनी संशोधित फार्मूलेशन शीट प्रस्तुत करने को कहा गया था.

राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण के संयुक्त निदेशक और राज्य के औषधि नियंत्रक जीसीएन जंगपांगी द्वारा हस्ताक्षरित नोटिस में दिव्य फार्मेसी से एक सप्ताह के भीतर जवाब देने को कहा गया था.

इसके अलावा, नोटिस में दिव्य फार्मेसी से अपने सभी ‘भ्रामक’ और ‘आपत्तिजनक’ विज्ञापन मीडिया से तत्काल हटाने को कहा गया था, जिसका विरोध जताते हुए पतंजलि ने अगले ही दिन एक बयान जारी करके इस कार्रवाई को ‘आयुर्वेद विरोधी दवा माफिया’ की करतूत बताया था.

लेकिन, अब रोक लगाने के दो ही दिन बाद शनिवार (12 नवंबर) को उत्तराखंड आयुर्वेद एवं यूनानी लाइसेंसिंग प्राधिकरण ने अपना आदेश वापस ले लिया है और इसे एक ‘त्रुटि’ बताया है.

इस संबंध में हिंदुस्तान टाइम्स की एक खबर के मुताबिक, औषधि नियामक डॉ. जंगपांगी द्वारा शनिवार को जारी पत्र में कहा गया है, ‘हम इस निदेशालय द्वारा जारी 9 नवंबर के पिछले आदेश में संशोधन करके दवाओं (पांच उत्पादों) के उत्पादन को पहले की तरह जारी रखने की अनुमति देते हैं.’

जंगपांगी ने अखबार से कहा है, ‘हमने पिछला आदेश जल्दबाजी में जारी कर दिया था और वह एक त्रुटि थी. हमने एक ताजा आदेश जारी करके दिव्य फार्मेसी को पांच पांच दवाओं (उत्पादों) का उत्पादन जारी रखने की अनुमति दे दी है.’

उन्होंने आगे कहा, ‘हमें उत्पादन पर प्रतिबंध लगाने का आदेश देने से पहले कंपनी को अपना रुख स्पष्ट करने के लिए समय देना चाहिए था.’

गौरतलब है कि प्राधिकरण द्वारा बुधवार को कंपनी को जारी नोटिस के अनुसार, वह (कंपनी) रोक लगाए गए पांच उत्पादों को ब्लड प्रेशर, शुगर, घेंघा, काला मोतिया और उच्च कोलेस्ट्रॉल की दवाइयों के रूप में प्रचारित करती है. इन पांच उत्पादों के नाम दिव्य मधुग्रित, दिव्य आईग्रिट गोल्ड, दिव्य थायरोग्रिट, दिव्य बीपीग्रिट और दिव्य लिपिडोम हैं.

उक्त नोटिस में कहा गया था कि प्राधिकरण से अपने संशोधित फार्मूलेशन शीट की मंजूरी लेने के बाद ही कंपनी इनका उत्पादन फिर से शुरू कर सकती है.

प्राधिकरण द्वारा गठित एक समिति कंपनी के मूल फार्मूलेशन शीट और उत्पादों के लेबल का परीक्षण कर चुकी थी.

दिव्य फार्मेसी के विरूद्ध उक्त कार्रवाई केरल के एक चिकित्सक केवी बाबू की शिकायत पर की गई थी, जिसमें उन्होंने कंपनी पर औषधि और चमत्कारिक उपचार (आपत्तिजनक विज्ञापन) अधिनियम तथा औषधि एवं प्रसाधन अधिनियम के उल्लंघन का आरोप लगाया था.

एनडीटीवी के मुताबिक, दवाओं पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद पतंजलि समूह ने गुरुवार (10 नवंबर) को एक बयान जारी किया था, जिसमें इस कार्रवाई को ‘आयुर्वेद विरोधी दवा माफियाओं की साजिश करार दिया था.’

कंपनी ने प्राधिकरण को चेतावनी देते हुए कहा था, ‘या तो विभाग अपनी गलती को सुधारे और इस साजिश में शामिल व्यक्ति के खिलाफ उचित कार्रवाई करे, अन्यथा इस साजिश के लिए जिम्मेदार व्यक्तियों को दंडित करने के साथ-साथ पतंजलि को हुए संस्थागत नुकसान के मुआवजे के लिए संगठन कानूनी कार्रवाई करेगा.’

प्रतिबंध हटाने के आदेश के बाद पतंजलि के प्रवक्ता एसके तिजारीवाला ने शनिवार को कहा, ‘हम आयुर्वेद को बदनाम करने के इस विवेकहीन कृत्य का संज्ञान लेने और त्रुटि को समय पर ठीक करने विदेशी मुद्रा व्यापार के क्या लाभ हैं के लिए उत्तराखंड सरकार के आभारी हैं.’

कंपनी ने आगे कहा, ‘30 वर्षों के निरंतर प्रयास और शोध के माध्यम से पतंजलि संस्थानों ने दुनिया में पहली बार अनुसंधान और साक्ष्य-आधारित दवा के रूप में आयुर्वेदिक दवाओं के लिए स्वीकृति पैदा की है.’

बयान में कहा गया है, ‘दुर्भाग्यवश उत्तराखंड के आयुर्वेद लाइसेंसिंग प्राधिकरण के कुछ अज्ञानी, असंवेदनशील और अयोग्य अधिकारी आयुर्वेद की पूरी ऋषि परंपरा को कलंकित कर रहे हैं.’

पतंजलि का कहना है, ‘एक अधिकारी की यह अविवेकपूर्ण त्रुटि, (जो) आयुर्वेद की परंपरा और प्रामाणिक शोध पर एक प्रश्न चिह्न लगाती है, आयुर्वेद को पूरी तरह कलंकित करने के लिए की गई है. जान-बूझकर पतंजलि को बदनाम करने का निंदनीय कृत्य किया गया.’

पतंजलि अपनी दवाओं को लेकर पहले भी रहा है विवादों में

इससे पहले जुलाई 2022 में पतंजलि योगपीठ की इकाई दिव्य फार्मेसी कपंनी पर इसके आयुर्वेदिक उत्पादों के भ्रामक विज्ञापन जारी करने के चलते आयुर्वेद एवं यूनानी सेवा (उत्तराखंड) के लाइसेंसिंग अधिकारी ने हरिद्वार के ड्रग इंस्पेक्टर को दिव्य फार्मेसी के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे.

उल्लेखनीय है कि बीते साल रामदेव और उनकी कंपनी पतंजलि ने अपनी दवा ‘कोरोनिल’ के कोविड-19 के इलाज में कारगर होने संबंधी दावे किए थे. साथ ही एलोपैथी और एलोपैथी डॉक्टरों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियां की थीं, जिसके खिलाफ डॉक्टरों के विभिन्न संघों ने अदालत का रुख किया था.

जुलाई 2022 में रामदेव की कंपनी ने अदालत को बताया था कि वह कोरोनिल के इम्युनिटी बूस्टर, न कि बीमारी का इलाज होने को लेकर सार्वजनिक स्पष्टीकरण जारी करने के लिए तैयार है. हालांकि, अगस्त की सुनवाई में उसने जो स्पष्टीकरण प्रस्तुत किया, उसमें लिखा था:

‘यह स्पष्ट किया जाता है कि कोरोनिल एक इम्युनिटी बूस्टर होने के अलावा विशेष रूप से श्वांस नली से संबंधित और सभी प्रकार के बुखार के लिए, कोविड-19 के प्रबंधन में एक साक्ष्य-आधारित सहायक है.’

इसमें यह भी कहा गया था, ‘कोरोनिल का परीक्षण कोविड-19 के लक्षण वाले रोगियों पर किया गया, जिसका नतीजा सफल रहा. इसे उस पृष्ठभूमि में देखें कि कोरोनिल को इलाज कहा गया था. हालांकि, बाद में यह स्पष्ट किया गया कि कोरोनिल कोविड-19 के लिए केवल एक पूरक उपाय है.’

अदालत ने इसे ख़ारिज करते हुए कहा था कि यह ‘स्पष्टीकरण के बजाय अपनी पीठ थपथपाने जैसा है.’

इसके आगे की सुनवाइयों में अदालत ने कंपनी को फटकारते हुए कहा था कि वह अपने उत्पाद को कोविड का इलाज बताकर गुमराह कर रही है.

इसके बाद अगस्त 2022 के आखिरी सप्ताह में एक अन्य मामले में सुप्रीम कोर्ट ने एलोपैथी और एलोपैथिक डॉक्टरों की आलोचना करने के लिए रामदेव से अप्रसन्नता जताते हुए कहा था कि उन्हें डॉक्टरों के लिए अपशब्द बोलने से परहेज करना चाहिए.

शीर्ष अदालत ने यह भी कहा था कि केंद्र सरकार को रामदेव को झूठे दावे और एलोपैथी डॉक्टरों की आलोचना करने से रोकना चाहिए.

उल्लेखनीय है कि मई 2021 में सोशल मीडिया पर साझा किए गए एक वीडियो का हवाला देते हुए आईएमए ने कहा था कि रामदेव कह रहे हैं कि ‘एलोपैथी एक स्टुपिड और दिवालिया साइंस है’.

रामदेव ने यह भी कहा था कि एलोपैथी की दवाएं लेने के बाद लाखों लोगों की मौत हो गई. इसके साथ ही आईएमए ने रामदेव पर यह कहने का भी आरोप लगाया था कि भारत के औषधि महानियंत्रक द्वारा कोविड-19 के इलाज के लिए मंजूर की गई रेमडेसिविर, फैबीफ्लू तथा ऐसी अन्य दवाएं कोविड-19 मरीजों का इलाज करने में असफल रही हैं.

एलोपैथी को स्टुपिड और दिवालिया साइंस बताने पर रामदेव के खिलाफ महामारी रोग कानून के तहत कार्रवाई करने की डॉक्टरों की शीर्ष संस्था इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) व डॉक्टरों के अन्य संस्थाओं की मांग के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने रामदेव को एक पत्र लिखकर उनसे अनुरोध किया था कि वे अपने शब्द वापस ले लें.

सेंसेक्स 108 अंक चढ़कर नए रिकॉर्ड हाई पर, मेट्रोपोलिस हेल्थकेयर 8% टूटा

सेंसेक्स 108 अंक चढ़कर नए रिकॉर्ड हाई पर, मेट्रोपोलिस हेल्थकेयर 8% टूटा

कारोबार के दौरान सेंसेक्स एक समय 62,052.57 तक चढ़ गया था. पूरे दिन के कारोबार में सेंसेक्स ने 61,708.63 का निचला स्तर छुआ.

घरेलू शेयर बाजार बुधवार को बढ़त में रहे और बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) करीब 108 अंक चढ़कर अपने अब तक के उच्च स्तर पर बंद हुआ. बैंक शेयरों में लिवाली से बाजार में तेजी रही. तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 107.73 अंकों की बढ़त के साथ 61,980.72 पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान सेंसेक्स एक समय 62,052.57 तक चढ़ गया था. पूरे दिन के कारोबार में सेंसेक्स ने 61,708.63 का निचला स्तर छुआ.

सेंसेक्स के शेयरों में कोटक महिंद्रा बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर, डॉ. रेड्डीज, HDFC बैंक, भारती एयरटेल, HDFC और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज प्रमुख रूप से लाभ में रहे. सबसे ज्यादा 2.73 प्रतिशत कोटक महिंद्रा बैंक का शेयर चढ़ा. दूसरी तरफ बजाज फाइनेंस, टाटा स्टील, NTPC, बजाज फिनसर्व, अल्ट्राटेक सीमेंट और इंडसइंड बैंक समेत अन्य नुकसान में रहे.

Nifty50 पर कैसा रहा ट्रेंड

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी मामूली 6.25 अंकों की तेजी के साथ 18,409.65 अंक पर बंद हुआ. निफ्टी पर कोटक बैंक, कोल इंडिया, एचडीएफसी, हिंदुस्तान यूनिलीवर, टीसीएस टॉप गेनर्स रहे. दूसरी ओर अपोलो हॉस्पिटल्स, अडानी पोर्ट्स, हिंडाल्को, बजाज फाइनेंस, अडानी एंटरप्राइजेस टॉप लूजर्स रहे. निफ्टी के सेक्टोरल इंडेक्स में गिरावट और तेजी का मिलाजुला रुख देखने को मिला.

मेट्रोपोलिस हेल्थकेयर 8% टूटा

आयकर विभाग ने कर चोरी के कथित मामले की जांच के तहत बुधवार को मुंबई स्थित मेट्रोपोलिस हेल्थकेयर के परिसरों पर छापेमारी की. इस खबर के आने के बाद कंपनी का शेयर बीएसई पर 7.81% गिरकर 1435.55 पर बंद हुआ. वहीं एनएसई पर शेयर 7.74% गिरकर 1,436 रुपये पर बंद हुआ. मेट्रोपोलिस हेल्थकेयर मुंबई के अलग-अलग हिस्सों में चिकित्सा जांच एवं निदान केंद्र चलाती है. कंपनी ने पिछले सप्ताह 30 सितंबर को समाप्त दूसरी तिमाही में कर को छोड़कर 40.5 करोड़ रुपये का समेकित लाभ होने की जानकारी दी थी.

वैश्विक बाजारों की चाल

एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में रहे, जबकि जापान का निक्केई बढ़त में रहा. यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में गिरावट का रुख रहा. अमेरिकी बाजार वॉल स्ट्रीट मंगलवार को बढ़त में रहा था. इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.28 प्रतिशत की तेजी के साथ 94.12 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया. शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक (FII) ने मंगलवार को 221.32 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे.

रुपया 34 पैसे गिरा

निराशाजनक व्यापार आंकड़ों और विदेशी कोषों की निकासी के कारण अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में बुधवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 34 पैसे की गिरावट के साथ 81.25 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ. वैश्विक बाजारों में जोखिम लेने की धारणा कमजोर होने से रुपया प्रभावित हुआ. अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 81.41 पर खुला. कारोबार के दौरान रुपया 81.23 के दिन के उच्चस्तर और 81.58 के निचले स्तर को छूने के बाद अंत में अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 34 पैसे की गिरावट के साथ 81.25 प्रति डॉलर पर बंद हुआ. यह पिछले कारोबारी सत्र में 37 पैसों की तेजी के साथ 80.91 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था.

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रुपया 37 पैसे की तेजी के साथ 80.91 प्रति डॉलर पर

मुंबई, 15 नवंबर (भाषा) अमेरिकी मुद्रा के कमजोर होने और उत्साहजनक मुद्रास्फीति आंकड़ों के कारण अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में मंगलवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 37 पैसे की तेजी के साथ 80.91 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।

बाजार सूत्रों ने कहा कि कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट तथा घरेलू शेयर बाजार में मजबूती के रुख से भी रुपये को समर्थन मिला।

अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 81.18 पर खुला। कारोबार के दौरान रुपया 80.91 के दिन के उच्चस्तर और 81.45 के निचले स्तर को छूने के बाद अंत में अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 37 पैसे की तेजी के साथ 80.91 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। यह पिछले कारोबारी सत्र में 50 पैसों की गिरावट को दर्शाता 81.28 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।

रिलायंस सिक्योरिटीज के वरिष्ठ शोध विश्लेषक, श्रीराम अय्यर ने कहा, ‘‘मंगलवार को भारतीय रुपया डॉलर के मुकाबले मजबूत हुआ, क्योंकि डॉलर के कमजोर होने और चीनी मुद्रा युआन के मजबूत होने से हुए लाभ को डॉलर की निकासी ने कम कर दिया।’’
एशियाई बाजारों को चीनी मुद्रा युआन से बढ़ावा मिला, जिसमें कमजोर चीनी आंकड़ों को नजरअंदाज करते हुए लाभ दर्ज हुआ।

इस बीच, दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर की कमजोरी या मजबूती को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.38 प्रतिशत कमजोर होकर 106.25 रह गया।

वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 1.47 प्रतिशत घटकर 91.77 डॉलर प्रति बैरल रह गया।

वहीं बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 248.84 अंक की तेजी के साथ 61,872.99 अंक पर बंद हुआ।

शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे। उन्होंने मंगलवार को 221.32 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।

यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।

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Sensex Today : एशियाई बाजारों में कमजोरी के बीच मार्केट की कमजोर शुरुआत, लेकिन जल्द संभला बाजार, 100 अंकों से ज्यादा चढ़ा सेंसेक्स

Sensex Today : एशियाई बाजारों में कमजोरी के बीच सेंसेक्स, निफ्टी की कमजोर शुरुआत के बाद बाजार संभल गया. सेंसेक्स में 100 अंकों से ज्यादा की तेजी देखी गई है. वहींं, निफ्टी 24 अंक ऊपर चढ़कर कारोबार करता हुआ देखा गया है.

Updated: November 16, 2022 11:28 AM IST

Bombay Stock Exchange (BSE)

Sensex Today : एशियाई बाजारों में कमजोरी के बीच बुधवार को शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट आई. इस दौरान 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 164.36 अंक गिरकर 61,708.63 पर था. दूसरी ओर व्यापक एनएसई निफ्टी 44.4 अंक गिरकर 18,359 पर आ गया.

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लेकिन जल्द ही बाजार में खरीदारी लौटते हुए देखी गई और सेंसेक्स 117 अंकों की तेजी के साथ 61,990 अंकों पर कारोबार करता हुआ देखा गया. वहीं, निफ्टी लगभग 24 अंकों की तेजी दर्ज की गई और यह 18,427 अंकों पर कारोबार करता हुआ नजर आया.

सेंसेक्स में टाटा स्टील, हिंदुस्तान यूनिलीवर, बजाज फाइनेंस, पावर ग्रिड, बजाज फिनसर्व और एशियन पेंट्स गिरने वाले प्रमुख शेयरों में शामिल थे.

दूसरी ओर डॉ रेड्डीज, मारुति, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और अल्ट्राटेक सीमेंट में तेजी दर्ज की गई.

अन्य एशियाई बाजारों में सोल, तोक्यो, शंघाई और हांगकांग के बाजार लाल निशान में कारोबार कर रहे थे.

इसबीच अंतरराष्ट्रीय तेल सूचकांक ब्रेंट क्रूड 0.25 फीसदी की गिरावट के साथ 93.63 डॉलर प्रति बैरल पर था.

शेयर बाजार के अस्थाई आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने मंगलवार को शुद्ध रूप से 221.32 करोड़ रुपये के शेयर बेचे.

डॉलर के मुकाबले रुपये में कमजोरी

विदेशी बाजारों में अमेरिकी मु्द्रा की मजबूती और घरेलू शेयर बाजार में सुस्ती के बीच रुपया बुधवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 66 पैसे टूटकर 81.57 पर आ गया.

अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया डॉलर के मुकाबले 81.41 पर खुला, और फिर गिरावट के साथ 81.57 पर आ गया, जो पिछले बंद भाव के मुकाबले 66 पैसे की कमजोरी दर्शाता है.

रुपया मंगलवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 37 पैसे की तेजी के साथ 80.91 पर बंद हुआ था.

इसबीच छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.17 प्रतिशत बढ़कर 106.58 पर पहुंच गया.

(With Agency Inputs)

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बिजनेस में कैसे करें तरक्की, Saint Dr. MSG ने दिए Tips

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बरनावा (सच कहूँ न्यूज)। मालिक का नाम, सुखो की खान है, पर कैसे, आम आदमी सोचता है, मैं क्यों जपूं प्रभु का नाम, मेरे पास गाड़ियां है, बच्चे हैं, घर है, अच्छा असर है, खाने का सबकुछ है, क्यों, विदेशी मुद्रा व्यापार के क्या लाभ हैं क्या फायदा है राम-नाम का, क्योंकि आज का इन्सान फायदे के बिना कुछ बोलना नहीं चाहता और फायदे के बिना कुछ बताना नहीं चाहता। फायदे के बिना चलना नहीं चाहता और फायदे के बिना, कर्इं तो ऐसे हैं कि सोना भी नहीं चाहता, उसमें भी फायदा हो तो कहता सौ लेते हैं। हालांकि सौने में फायदा ही फायदा है। आदमी सोचता है, कि अगर मैं राम का नाम लूं तो मुझे पता चले उससे क्या फायदा है।

बहुत सारे फायदे हंै, शुरूआत, आपके अनुसार करते हैं, क्या फायदा, क्या बिजनेस में फायदा हो, राम-नाम से, जी फायदा हो, कैसे, कोई भी बिजनेस, कोई भी व्यापार, तब बुलंदियों में पहुंच जाता है, जब आदमी के अंदर हौसले बुलंद होते हैं। जब आदमी के अंदर आत्मबल विल पॉवर होता है, तो हर बिजनेस में हर व्यापार में अच्छे आइडिया तब आ जाते हैं, तो उनको लागू करने के लिए हिम्मत होनी चाहिए। एक आत्मबल होना चाहिए, वो आइडिया जैसे-जैसे लागू होते जाएंगे, बिजनेस व्यापार बढ़ता चला जाएगा। ये वचन पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने रविवार को उत्तर प्रदेश के जिला बागपत स्थित शाह सतनाम जी आश्रम बरनावा से आॅनलाइन गुरूकुल से जुड़ी देश के कोने-कोने व विदेशों की साध-संगत को संबोधित करते हुए फरमाए।

आत्मबल होगा, बुलंद हौंसले होंगे, तो आप बिजनेस में तरक्की कर पाएंगे

पूज्य गुरु जी ने फरमाया कि आत्मबल होगा, बुलंद हौंसले होंगे, तो आप बिजनेस में तरक्की कर पाएंगे, देखने का नजरिया भी बदलेगा। ये गिलास में आधा पानी है, किसी को आधा खाली लगता है, किसी को आधा भरा लगता है। बस नजरिये की बात है। खाली लगता है, इसका मतलब विल पावर डाउन है, आधा भरा लगता है, तो आत्मबल ज्यादा है। गिलास आधा भरा नजर आने लग जाएगा, तो कहने का मतलब आत्मबल जब जाग जाएगा तो बिजनेस में फायदा होगा, तो राम-नाम के जाप से बिना किसी फीस दिये, बिना कोई टैक्स चुकाये, आपका आत्मबल जबरदस्त तरीके से बढ़ेगा, तो बिजनेस में जरूर लाभ होगा।

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