चालू खाता क्या है प्रकार और लाभ

1. बचत बैंक खाता (Savings Bank Account)
चालू खाता
किसी व्यक्ति, एकल स्वामित्व या साझेदारी फर्म या विधिक व्यक्ति यथा संस्था, निगमित निकाय, सरकारी/ अर्ध सरकारी विभाग द्वारा चालू खाता खोला जा सकता है। आवेदक द्वारा केवाईसी मानदंडो का पालन करते हुए बैंक द्वारा निर्धारित खाता खोलने का फार्म भरा जाए। आवेदक के पते के सबूत संबंधी दस्तावेज, दो फोटो और पैन क्रमांक/ फॉर्म क्र. 60/61 जो भी लागू हो इत्यादि, फॉर्म में वर्णित अनुसार कागजात संलग्न करें ।
खाते में न्यूनतम शेष
खाते में तिमाही औसत न्यूनतम शेष निम्नानुसार रखा जाए
महानगरीय/शहरी/अर्धशहरी शाखाओं में - रू. 5000/-
ग्रामीण शाखाओं में - रू. 2000/
यदि खाते में तिमाही औसत न्यूनतम शेष नहीं रखा जाता तो हर तिमाही दंड प्रभार लगाया जाएगा।
प्रभारों की जानकारी सेवा प्रभार शीर्षक के अधीन होम पेज पर प्रदर्शित हैं। साथ ही, सभी शाखाओं में शाखा प्रबंधक/ उप शाखा प्रबंधक के पास उपलब्ध है।
करंट अकाउंट का मतलब क्या होता है? (What is Current Account)
Current Account, जिसे हिंदी में चालू खाता कहा जाता है। यह एक प्रकार का बैंक अकाउंट है जिसे मुख्य रूप से बिज़नेस से संबधित Fund Transctions के लिए उपयोग किया जाता है। इसलिए Current Account ज्यादातर कंपनी या कारोबार मालिकों के द्वारा खुलवाया जाता है और ये लोग इस अकाउंट के माध्यम से पैसे का लेन देन बड़े पैमाने पर करते है।
यह Saving Bank Account से बिलकुल अलग ही अकाउंट है। जानकारी के लिए आपको बता दूँ चालू खाता (Current Account) पर बैंक आपको किसी भी प्रकार का ब्याज (Interest) नहीं देती है। करंट अकाउंट मे Fund ट्रांसक्शन्स की कोई सिमा नहीं होती है आप जितना चाहे उतना प्रतिदिन पैसे का लेन देन कर सकते है। निचे आपको current account के फायदे के बारे में जानकारी दी गयी है। सेविंग अकाउंट और करंट अकाउंट में क्या अंतर है ये जानने के लिए आप ये आर्टिकल पढ़ सकते है Saving और Current Account में अंतर क्या है?
Current Account के फायदे और नुकसान क्या है?
Current Account (चालू खाता) ओपन कराने के कई सारे फायदे है तो कई नुकसान भी है जिसके बारे में विस्तार से निचे जानकारी दी गई चालू खाता क्या है प्रकार और लाभ है।
फायदे (Benefits)
- करंट अकाउंट के माध्यम से एक बिजनेसमैन बड़े पैमाने पर पैसे का लेन देन कर सकता है।
- प्रतिदिन पैसे की लेन देन के लिए कोई सिमा तय नहीं है आप जितना चाहे ATM या बैंक ब्रांच से पैसा निकाल और जमा कर सकते है आप जितने चाहे उतना Fund Transctions कर सकते है।
- करंट अकाउंट में आपको ओवरड्रफ्ट यानि की ज्यादा पैसा निकालने की सुविधा होती है जिसे बाद में आप पैसे डालकर ब्याज सहित मेन्टेन किया जाता है।
- करंट अकाउंट में बचत खाते की तरह ही आपको डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, नेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग, डिजिटल पेमेंट, sms alert इत्यादि की सुविधा मिलती है।
- बिज़नेस कारोबारियों के लिए करंट अकाउंट, सेविंग अकाउंट से ज्यादा सुविधाजनक होती है।
- करंट अकाउंट के माध्यम से एक बिज़नेस owner Cheques, pay-orders, or demand-drafts से direct payment कर सकते है।
चालू खाता खोलने के लिए क्या क्या दस्तावेज चाहिए?
बैंक में Current Account (चालू खाता) खोलने के लिए जरुरी डाक्यूमेंट्स निम्नलिखित है।
- दो लेटेस्ट पासपोर्ट साइज कलर फोटो
- पहचान पत्र (Identity Proof) के रूप में आप Aadhar Card , Pan Card , ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट, वोटर आईडी, राशन कार्ड इत्यादि प्रमाण प्रत्रों का इस्तेमाल कर सकते है।
- Address Proof के लिए आप इलेक्ट्रिसिटी, वाटर, गैस बिल, राशन कार्ड, पासपोर्ट, वोटर आईडी, बैंक पासबुक इत्यादि का इस्तेमाल कर सकते है।
- Partnership deed (for partnership Firm)
- Certificate चालू खाता क्या है प्रकार और लाभ चालू खाता क्या है प्रकार और लाभ of incorporation (companies के लिए)
करंट अकाउंट (Current Account) कैसे खुलता है?
ऊपर बताये गए सभी तरह के Documents को लेकर आप जिस किसी भी बैंक में करंट अकाउंट खुलवाना चाहते है वहाँ जाये और करंट अकाउंट का फॉर्म लेकर चालू खाता क्या है प्रकार और लाभ चालू खाता क्या है प्रकार और लाभ सभी तरह की बेसिक जानकारी जैसे की नाम, पता, मोबाइल नंबर, बिज़नेस से संबधित जानकारी को अच्छे से भरने के बाद इन सभी डाक्यूमेंट्स को Attached कर सबमिट कर दें।
बैंक आपके द्वारा दी गई जानकारी और डाक्यूमेंट्स का वेरिफिकेशन कर एक से दो दिनों के भीतर आपका बैंक में करंट अकाउंट ओपन कर देगी और अकाउंट से सम्बंधित डेबिट, क्रेडिट कार्ड, चेक बुक इत्यादि प्रदान कर देगी।
भारतीय बैंकों में कितने प्रकार के खाते खोले जाते हैं?
भारत में आधुनिक बैंकिंग सेवाओं का इतिहास दो सौ वर्ष पुराना है। देश में विभिन्न आय वर्ग के लोगों, उनकी जरूरतों और अर्थव्यवस्था की जरूरतों के हिसाब से विभिन्न प्रकार के बैंक खातों का विकास हुआ है, जैसे चालू खाता बड़े व्यापारी या संस्थान खुलवाते हैं जबकि बचत खाता मध्य आय वर्ग के लोग खुलवाते हैं l इस लेख में हम बचत खातों, चालू खातों और सावधि जमा खातों के बारे में पढेंगेl
भारत में आधुनिक बैंकिंग सेवाओं का इतिहास दो सौ वर्ष पुराना है। देश में विभिन्न आय वर्ग के लोगों, उनकी जरूरतों और अर्थव्यवस्था की जरूरतों के हिसाब से विभिन्न प्रकार के बैंक खातों का विकास हुआ है, जैसे चालू खाता बड़े व्यापारी या संस्थान खुलवाते हैं जबकि बचत खाता, मध्य आय वर्ग के लोग खुलवाते हैं l इस लेख में हम बचत खातों, चालू खातों और सावधि जमा खातों के बारे में पढेंगेl
सेविंग अकाउंट या करंट अकाउंट, जानिए किसमें खाता खोलना होगा बेहतर
जानिए चालू और बचत खाते के फायदे (फोटो-Freepik)
देश के सभी बैंक लोगों को कई तरह के खाते खोलने का विकल्प देते हैं। इसमें सबसे ज्यादा सेविंग और करंट अकाउंंट में खाता सबसे अधिक खोला जाता है, लेकिन ज्यादातर लोगों को इन दो अकाउंट को लेकर कंफ्यूजन होता है कि किसमें आपको अधिक फायदा मिलेगा और कौन आपके लिए बेहतर विकल्प हो सकता है। हालांकि दोनों प्रकार के खातों के अलग-अलग फायदे हैं।
सेविंग अकाउंट या बचत खाता (Savings account)
सेविंग अकाउंट या बचत खाता लोगों को पैसे जमा करने के साथ ही पैसे सेव और समय के साथ अपने धन को बढ़ाने या बनाने में मदद करने के साथ-साथ खाताधारकों को अन्य लेनदेन करने और बैंकिंग सेवाओं का लाभ उठाने में मदद करता है। इसे ज्यादातर सैलरी पाने वाले लोगों द्वारा यूज में लाया जाता है। इसमें सीमित संख्या में निकासी होती है, जिसे बैंक द्वारा निर्धारित किया जा सकता है (आमतौर पर, 3 और 5 के बीच) बिना अतिरिक्त शुल्क के निकासी की जा सकती है।
बचत खाता पर ब्याज की भी सुविधा दी जाती है। वर्तमान में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में 2.75 प्रतिशत से 4 प्रतिशत और निजी बैंकों में 2.75 प्रतिशत से 6.75 प्रतिशत के बीच है। वहीं कुछ बैंकों ने बचत खाते को आरबीआई के रेपो रेट से जोड़ा है, जिससे जब रेपो रेट में संशोधन होगा ब्याज दर बढ़ेगी।
Mainpuri By-Election: शिवपाल के करीबी, तीन हथियारों के मालिक, जानिए कितनी प्रॉपर्टी के मालिक हैं डिंपल के खिलाफ लड़ रहे BJP उम्मीदवार रघुराज सिंह शाक्य
चालू खाता (Current account)
एक चालू खाता भी बचत खाते की तरह एक प्रकार का जमा खाता है, लेकिन ज्यादा पैसों की लेनदेन के लिए इसका उपयोग किया जाता है। यह खाता ज्यादातर व्यवसायों, उद्यमियों, संस्थानों और अन्य बड़ी संस्थाओं द्वारा खोला जाता है, जो प्रतिदिन के हिसाब से अधिक लेनदेन करते हैं। हालांकि, बचत खाते के विपरीत, एक चालू खाता शून्य-असर वाले ब्याज खाते हैं, लेकिन खाताधारकों को एक ओवरड्राफ्ट सुविधा प्रदान किया जाता है।
जानिए कौन सा होगा बेहतर?
ब्याज दरें: बचत खातों में खाते में जमा राशि पर अलग-अलग ब्याज दरें होती हैं। कई डिजिटल बचत खाते भी हैं, जो बैंकों द्वारा सुरक्षा के आश्वासन के साथ उच्च ब्याज दरों पर पेश किए जाते हैं। चालू खातों में जमा धन पर कोई ब्याज नहीं मिलता है।
न्यूनतम शेष और अतिरिक्त शुल्क: बचत और चालू खातों दोनों पर रखरखाव और निकासी से जुड़े शुल्क होंगे। वे बैंक के आधार पर अधिक या कम हो सकते हैं। हालांकि यह आवश्यक है कि आप न्यूनतम शेष राशि को जानते हैं, जिसे बनाए रखने की आवश्यकता है, और यदि आप इसे बनाए रखने में विफल रहते हैं तो जुर्माना लगाया जाता है।
जबकि बचत खातों में न्यूनतम शेष राशि की आवश्यकताएं कम होती हैं, चालू खातों में अधिक न्यूनतम शेष राशि की आवश्यकताएं होती हैं। चालू खातों के साथ आपको ओवरड्राफ्ट शुल्कों को भी ध्यान में रखना पड़ सकता है।
बैंक में करंट अकाउंट कैसे खुलवाएं व आवश्यक दस्तावेज सूची (How to open a Current Account in the bank and the necessary documents list)
पैन कार्ड, अपना निवास पते का प्रूफ, भागीदारी समूह के खाते के लिए पार्टनरशिप डीड, कम्पनीज के लिए अपने उद्यम का प्रमाण पत्र, चेक बुक आदि जरुरी दस्तावेज हैं.
- खाता खुलवाने के लिए आपकों निर्धारित प्रपत्र अथवा उनकी फोटोकॉपी में मांगी गयी सम्पूर्ण डिटेल्स भरकर इसे बैंक की शाखा में जमा करवाना होगा.
- अपने खाते के प्रकार में करंट अकाउंट को चुने तथा आवश्यक फील्ड्स को पूर्ण करे.
- यदि आप फॉर्म भरते वक्त किसी तरह की परेशानी का सामना करते है तो बैंक कर्मचारी की मदद भी ले सकते हैं.
- इसके अतिरिक्त आप बैंकर्स अथवा ईमित्र पर भी बैंक का अकाउंट फॉर्म भर सकते हैं, जिसकी हार्ड कॉपी आपकों बैंक में जाकर अपने डोक्युमेंट व हस्ताक्षर के साथ जमा करवानी होगी.
चालू खाता होने के फायदे (Advantages of Current Bank Account)
कोई व्यक्ति क्यों करंट अकाउंट खुलवाएं इसके क्या फायदे अर्थात लाभ हैं इन्हें हम कुछ बिन्दुओं के जरिये समझने का प्रयास करते हैं.
- बैंक चालू खाता धारक ग्राहक को अपने व्यावसायिक प्रतिष्ठान के लिए भुगतान को मैनेज करने की सुविधा देता हैं.
- इस खाते से असीमित और अनियमित रूप से जमा रकम को निकालने की अनुमति होती हैं.
- करंट अकाउंट में धन जमा कराने की कोई लिमिट भी नहीं हैं अल्प शुल्क के साथ जितनी बार चाहे उतनी बार ग्राहक पैसे खाते में जमा करवा सकते हैं. साथ ही होम ब्रांच की बाध्यता भी नहीं हैं, किसी ब्रांच या माध्यम के जरिये धन जमा किया जा सकता हैं.
- ग्राहक अपनी सुविधा के अनुसार लेनदारों को चेक, पे आर्डर अथवा डिमांड ड्राफ्ट के जरिये धन का भुगतान कर सकता हैं.
- बैंक चालू खाता धारक को ओवर ड्राफ्ट की सुविधा भी देता हैं.
- भले ही चालू खाते में ब्याज दर न्यूनतम हो परन्तु लेन देन की सुविधा की दृष्टि से यह उत्तम खाता हैं.
- करंट खाते से फ्री इन्वार्ड रेमिटेंस की सुविधा भी मिलती हैं अर्थात किसी भी जगह से धन की निकासी और जमा किया जा सकता हैं.
- टैक्स सीमा के तहत कितनी भी बड़ी राशि को खाते से निकाला जा सकता हैं.
- उद्यमी वर्ग की नियमित आवश्यकताओं, व्यापार उत्थान में करंट अकाउंट बेहद मददगार हैं.
- इन्टरनेट बैंकिंग एवं मोबाइल बैंकिंग का लाभ भी करंट अकाउंट में मिलता हैं.
चालू खाता के नुकसान (Disadvantages of Current Bank Account)
अगर करंट अकाउंट के कुछ नुकसानों की बात करें तो ये निम्नवत हैं.
- सेविंग या एफडी की तुलना में Current bank Account में जमा राशि पर बेहद अल्प ब्याज मिलता हैं इससे उद्यमी अतिरिक्त लाभ से वंचित हो जाता हैं.
- निरंतर निकासी और जमा की प्रक्रियाओं के शुल्क का भार ग्राहक पर पड़ता हैं इससे अतिरिक्त शुल्क अदा करने पड़ते हैं.
- कागज़ी कार्यवाही और प्रिंट वर्क के चलते बहुत सारा समय भी व्यय हो चालू खाता क्या है प्रकार और लाभ जाता हैं.
- व्यावसायिक लेन देनो पर बैंक को शुल्क अदा करना पड़ता हैं.
- भले ही चालू खाते में पैसे जमा कराने की कोई सीमा निर्धारित नहीं हैं मगर इसकी निकासी को लेकर बंधन हैं.
करेंट अकाउंट डेफिसिट (what is Current Account Deficit)
आपने कई बार करंट अकाउंट डेफिसिट शब्द अवश्य सुना होगा, आपको बता दे यह टर्म अंतर्राष्ट्रीय व्यापार और इकोनॉमिक से जुड़ी हैं जिसका एक बैंक खाता धारक के साथ उतना प्रत्यक्ष सम्बन्ध नहीं हैं फिर भी लगे हाथ जान लीजिए कि करंट अकाउंट डेफिसिट क्या होता हैं.
सरल शब्दों में कहे तो यह आयात निर्यात के बीच के असंतुलन को दर्शाने वाली टर्म हैं. हमारा देश कई चीजे अपने यहाँ बनाता हैं तथा उनका निर्यात करता हैं तो कुछ चीजे आयात करता हैं. एक उदाहरण के लिए हमने अमेरिका से एक वित्तीय वर्ष में 1000 रु की चीजे चालू खाता क्या है प्रकार और लाभ खरीदी बदले में हमने यूएस को 800 रु का सामान बेचा, अतः हमारे करंट अकाउंट में 200 रु का डेफिसिट यानी घाटा हुआ हैं.
यह घाटा देश की कुल अर्थव्यवस्था के 2.50 प्रतिशत से अधिक नहीं होना चाहिए, इसका सीधा असर देश के विदेशी मुद्रा भंडार पर पड़ता हैं जिससे देश में बाहर से आने वाली चीजों की कीमत का बैलेंस रहता हैं. अन्तोगत्वा बड़े करंट अकाउंट डेफिसिट का नतीजा आम जनता को महंगाई के रूप में भुगतना पड़ता हैं.